यूपी, उत्तराखंड समेत 5 राज्यों में चुनाव की घोषणा, आचार संहिता लागू
चुनाव आयोग ने बुधवार को पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 11 फरवरी से लेकर 8 मार्च तक सात चरणों में होगा। वहीं पंजाब और गोवा में एक ही दिन 4 फरवरी को मतदान होगा। उत्तराखंड में 15 फरवरी को वोट डाले जाएंगे।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी ने चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा कि पांचों राज्यों में आदर्श आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड में प्रत्येक उम्मीदवार के लिए खर्च की अधिकतम सीमा 28 लाख तथा गोवा और मणिपुर के लिए यह सीमा 20 लाख रुपये होगी ।
जैदी ने कहा कि इस बार मतदान केंद्रों की संख्या में इजाफा किया गया है। इन मतदान केंद्रों की संख्या 2012 के चुनाव में बनाए गए मतदान केंद्रों से 15 प्रतिशत अधिक है। मुख्य निवार्चन आयुक्त के साथ निर्वाचन आयुक्त एके जोति तथा ओपी रावत भी थे।
उन्होंने घोषणा की कि चुनाव प्रक्रिया पंजाब और गोवा विधानसभा के लिए 11 जनवरी को अधिसूचना जारी किए जाने के साथ शुरू होगी जहां उम्मीदवार नामांकन भरना शुरू कर सकते हैं।
जैदी ने कहा कि नोटबंदी के बाद इन चुनावों में काले धन का इस्तेमाल कम होने की उम्मीद है, लेकिन विभिन्न स्वरूपों में अन्य प्रलोभनों में वृद्धि हो सकती है। आयोग उन पर कड़ी नजर रखेगा।
पांचों राज्यों के विधानसभा चुनावों में 16 करोड़ से अधिक मतदाता वोट डालेंगे।
पहली बार कुछ जगहों पर महिलाओं के लिए अलग से मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। दिव्यांगों को ध्यान में रखकर विशेष प्रकार के मतदान केंद्र बनेंगे। मतदान को सुविधाजनक बनाने के लिए फोटो वाली वोटर पर्ची मिलेगी।
ईवीएम मशीनों में चुनाव चिह्न के साथ उम्मीदवारों की भी तस्वीर होगी।
690 विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे। 20 हजार से ज्यादा खर्च के लिए चेक देना होगा। 1.85 लाख मतदान केंद्र बनाए जाएंगे।
गोवा और पंजाब में चार फरवरी को वोट डाले जाएंगे, जबकि उत्तराखंड में 15 फरवरी को मतदान होगा। गोवा में विधानसभा की 40, पंजाब में 117 और उत्तराखंड में 70 सीटें हैं।
मणिपुर में दो चरणों में मतदान होंगे, जिनमें से पहले चरण का मतदान चार मार्च को और दूसरे चरण का आठ मार्च को होगा। राज्य में विधानसभा की 60 सीटें हैं।
उत्तर प्रदेश में मतदान सात चरण में होंगे। पहला चरण- 11 फरवरी, दूसरा चरण- 15 फरवरी, तीसरा चरण- 19 फरवरी, चौथा चरण- 23 फरवरी, पांचवां चरण- 27 फरवरी, छठा चरण- 4 मार्च, सातवां चरण- 8 मार्च।
जैदी ने बताया कि मतदाताओं को रंगीन वोटर गाइड मिलेंगे। 1 लाख 85 हजार मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। 16 करोड़ मतदाता मतदान करेंगे। पांच राज्यों में 690 सीटों पर मतदान होंगे।
उन्होंने बताया कि सभी राज्यों में ईवीएम से मतदान होगा। मतदाता नोटा का इस्तेमाल कर सकेंगे। कुछ जगहों पर महिलाओं के लिए अलग से मतदान केंद्र होंगे। कई राज्यों में ईवीएम पर नाम के साथ उम्मीदवारों की फोटो भी दिखेगी।
आज से ही पांच राज्यों में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। उम्मीदवारों को 20 हजार से ज्यादा का खर्च चेक से करना होगा। टीवी से प्रचार होने पर वह खर्च में जोड़ा जाएगा।
उत्तर प्रदेश में सपा, उत्तराखंड में कांग्रेस, पंजाब में अकाली और भाजपा गठबंधन, गोवा में भाजपा और मणिपुर में कांग्रेस की सरकार है। अखिलेश यादव उत्तरप्रदेश, हरीश रावत उत्तराखंड, प्रकाश सिंह बादल पंजाब, ओकराम इबोबी सिंह मणिपुर और लक्ष्मीकांत पारसेकर गोवा के मुख्यमंत्री हैं।
पांचों राज्यों में हालिया स्थिति
उत्तर प्रदेश में फिलहाल समाजवादी पार्टी की मेजोरिटी सरकार है और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री हैं। यूपी में पार्टियों के पास हैं इतने सिटिंग एमएलए-
कुल सीट: 403
समाजवादी पार्टी- 203
बहुजन समाज पार्टी- 80
भारतीय जनता पार्टी- 40,
कांग्रेस- 28
राष्ट्रीय लोकदल- 8
पीस पार्टी- 4
अन्य- 11
मणिपुर में फिलहाल कांग्रेस की मेजोरिटी सरकार है। इस राज्य में 60 में से 50 सीटें जीतकर कांग्रेस ने 2012 में अपना दबदबा कायम किया था। यहां फिलहाल ओकराम इबोबी सिंह सीएम हैं।
कुल सीटें: 60
कांग्रेस- 50
बीजेपी- 1
एनपीएफ- 4
खाली- 5
गोवा में बीजेपी की मेजोरिटी वाली सरकार है। यहां लक्ष्मीकांत पार्सेकर सीएम हैं।
कुल सीट: 40
बीजेपी- 27
कांग्रेस- 7
अन्य- 10
खाली-2
पंजाब में बीजेपी समर्थित अकाली सरकार है। यहां फिलहाल अकाली चीफ प्रकाश सिंह बादल मुख्यमंत्री हैं।
कुल सीट: 117
शिरोमणि अकाली दल- 54
बीजेपी- 11
कांग्रेस- 49 सीटें हैं, लेकिन फिलहाल सभी विधायकों ने इस्तीफ़ा दे दिया है।
अन्य- 3
उत्तराखंड में 10 कांग्रेस के और एक बीजेपी के विधायक को अयोग्य ठहरा दिए जाने के बाद कांग्रेस की बसपा, उक्रांद और स्वतंत्र विधायकों के समर्थन वाली सरकार है। यहां कांग्रेस के हरीश रावत सीएम हैं।
कुल सीट: 71
प्रोग्रेसिव डेमोक्रेटिक फ्रंट-
कांग्रेस: 26
बसपा: 2
यूकेडी: 1
स्वतंत्र: 3
नोमिनेटेड: 1
विपक्ष-
बीजेपी: 27
स्पीकर:1
(बीजेपी का 1 और कांग्रेस के 10 विधायक अयोग्य होने से मेजोरिटी के लिए सिर्फ 31 विधायकों की ज़रुरत है।)