फ़्रांस में वामपंथी गठबंधन को सबसे ज्यादा सीटें मिली, अचानक कैसे बाज़ी पलटी?
सोमवार, 8 जुलाई 2024
वामपंथी और मध्यमार्गी पार्टियों के बीच रणनीतिक समझौते से यह संभव हुआ है। एक सप्ताह पहले प्रथम चरण में धुर दक्षिणपंथी नेशनल रैली (आरएन) पार्टी सबसे आगे थी, लेकिन अब न्यू पॉपुलर फ़्रंट (एनएफ़पी) दूसरे चरण में सबसे अधिक 182 सीट जीत कर फ्रांस की संसद में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों की मध्यमार्गी पार्टी एनसेम्बल अलायंस 168 सीट जीत कर दूसरे स्थान पर रही।
पहले चरण में सर्वाधिक मत जीतने वाली धुर दक्षिणपंथी नेशनल रैली और सहयोगी 143 सीट जीत कर तीसरे नंबर रही है।
हालांकि फ्रांस की 577 सीटों वाली नेशनल एसेंबली में कोई भी गठबंधन अकेले दम पर बहुमत हासिल नहीं कर पाएगा।
इस संभावित बड़े उलटफेर की बड़ी वजह रही कि धुर दक्षिणपंथी नेशनल रैली के ख़िलाफ़ वोटरों में विभाजन को रोकने के लिए कई वापमंथी और मध्यमार्गी उम्मीदवार खुद चुनावी दौड़ से हट गए।
फ़्रांस अनबाउड पार्टी के धुर वामपंथी नेता ज्यां-ल्यूक मेलेंशों ने एनएफ़पी की जीत को धुर दक्षिणपंथ के ख़िलाफ़ जीत और मैक्रों के एजेंडे की हार कहा।
ज्यां-ल्यूक मेलेंशों ने नेशनल रैली के ख़िलाफ़ एक व्यापक लामबंदी की कोशिशों की तारीफ़ की।
वामपंथी समर्थक सेंट्रल पेरिस में पैलेस डे ला रिपब्लिक में विजय रैली निकाल रहे हैं।
नेशनल रैली के नेता जॉर्डन बारदेला ने कहा कि 'ग़ैर-इमानदारों के गठबंधन' ने उनकी पार्टी को सत्ता से दूर करके फ़्रांस को कट्टर वामपंथ के हाथों में डाल दिया है।
स्पेन के वामपंथी प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ ने इन रुझानों का स्वागत किया है और कहा कि फ्रांस ने धुर दक्षिणपंथ को नकारा है।
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांसुआ ओलांद ने कहा कि देश दक्षिणपंथ की ओर जाने से बाल बाल बचा।
फ्रांस का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा?
सोमवार, 8 जुलाई 2024
ये साफ़ नहीं है कि फ्रांस का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा? लेकिन मैक्रों की पार्टी के मौजूदा प्रधानमंत्री गैर्बिएल अटाल ने कहा कि वो इस्तीफ़ा देंगे।
फ्रांस में चुनावों के बाद नतीजों से पैदा हुए गतिरोध के बीच, राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री गैब्रिएल एटल को प्रधानमंत्री बने रहने के लिए कहा है।
राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा है कि फ्रांस की स्थिरता के लिए गैब्रिएल एटल का प्रधानमंत्री बने रहना जरूरी है। फ्रांस के आम चुनाव में मैक्रों की एनसेंबल पार्टी के दूसरे नंबर पर आने के बाद गैब्रिएल एटल ने अपने इस्तीफ़े की पेशकश की थी।
फ्रांस के गैब्रिएल एटल ने रविवार, 7 जुलाई 2024 को ही नतीजों के बाद इस्तीफ़ा देने की बात कही थी। फ्रांस में आम चुनाव के दूसरे दौर में वामपंथी गठबंधन - न्यू पॉपुलर फ़्रंट को सबसे ज्यादा सीटें मिली हैं, जबकि पहले दौर में बुरी तरह पिछड़ी मैक्रों की मध्यमार्गी पार्टी ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन करते हुए दूसरा स्थान हासिल किया।
पहले दौर में सबसे ज्यादा वोट हासिल करने वाली धुर दक्षिणपंथी नेशनल रैली पार्टी तीसरे नंबर पर रही है। लेकिन इनमें से किसी के पास भी बहुमत के आंकड़े नहीं हैं और फ्रांस में त्रिशंकु संसद के हालात बन गए हैं।