मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़

भोपाल, मध्य प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का रोड शो

भोपाल, मध्य प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का रोड शो

पुलिस कांस्टेबल उम्मीदवार का भोपाल जेल में प्रेग्नेंसी टेस्ट, मचा बवाल

मध्य प्रदेश में महिला पुलिस कांस्टेबल की भर्ती में योग्यता के खिलाफ प्रदर्शन के चलते गिरफ्तार की गई नौ महिलाओं ने यह आरोप लगाया है कि उन्हें हिरासत में लेने के बाद प्रेग्नेंसी टेस्ट कराया गया। हालांकि, पुलिस और जेल अधिकारियों ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि नियमों का पालन किया गया है।

पुलिस ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भोपाल में बुधवार को लाल परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम के दौरान आईपीसी की धारा 151 (अलग रहने के लिए कहने के बावजूद इकट्ठा होना) के तहत नौ महिलाओं को गिरफ्तार किया था।

गिरफ्तार महिलाएं पुलिस कांस्टेबल भर्ती की योग्यता में लंबाई में छूट देने की मांग कर रही थी। पिछले साल मुख्यमंत्री ने राज्य में हुए 14 हजार पुलिस कांस्टेबल की भर्तियों के दौरान छूट देने की घोषणा की थी।

हालांकि, चौहान ने इसको लेकर किसी तरह का कदम नहीं उठाया, जो महिलाएं 19 से 21 वर्ष की है, उन्होंने यह दावा किया कि उन्हें यह भरोसा दिया गया था कि लंबाई में तीन सेंटीमीटर की छूट दी जाएगी। उन्होंने कहा कि उन्हें इसलिए रिजेक्ट कर दिया गया क्योंकि उनकी लंबाई 158 सेंटीमीटर से कम थी। लेकिन, तीन सेंटीमीटर की छूट दी जाती तो वह उसके योग्य हो जाती।

गुरुवार को जेल से रिहाई के बाद सभी महिलाओं ने कांग्रेस नेता दीप्ति सिंह और उसके बाद राज्य कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से मुलाकात की। उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि जेलकर्मियों और पुलिस की तरफ से परेशान किया गया। जेल में बिना सहमति के ही उनका प्रेग्नेंसी टेस्ट कराया गया।

एक उम्मीदवार अंजू भदौरिया ने कहा, ''हमारे साथ अपराधी की तरह व्यवहार किया गया। सबसे पहले हमें पुलिस वैन में तीन घंटे तक बैठाकर भोपाल में घुमाया गया। हमारे मोबाइल फोन ले लिए गए। हमें अपने पैरेन्ट्स से बात की इजाजत नहीं दी गई। रात में हमें जेल ले जाया गया, जहां पर एक कमरे में ले जाकर हमारा यूरिन लिया गया। हम जानते थे कि हमारा प्रेग्नेंसी टेस्ट किया जा रहा है। लेकिन, सबसे हैरान उस वक्त हुई, जब जेल का मेल स्टाफ अंदर झांक रहा था।''

सीबीएसई के बाद अब मध्य प्रदेश में लीक हुआ एफसीआई का पेपर, 50 गिरफ्तार

अभी सी बी एस ई पेपर लीक मामला ठंडा नहीं पड़ा था कि मध्य प्रदेश से फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एफ सी आई) के पेपर लीक का मामला सामने आ गया। इस मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (एस टी एफ) ने रविवार को 48 अभ्यर्थियों समेत 50 लोगों को हिरासत में लिया है।

बता दें कि मध्य प्रदेश में एफ सी आई में 217 पदों के लिए रविवार को 132 केंद्रों पर परीक्षा होनी थी। लगभग 1 लाख परीक्षार्थियों ने आवेदन दिए थे। बताया जा रहा है कि परीक्षा से एक दिन पहले ही पेपर लीक हो गया।

इंटेलिजेंस इनपुट पर ग्वालियर से सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से दो की पहचान आशुतोष कुमार और हरीश कुमार के रूप में हुई है। एस टी एफ चीफ सुनील शिवहरे ने बताया कि सभी परीक्षार्थियों को एक होटल में ठहराया गया था। उन्होंने बताया कि लीक हुए पेपर्स की प्रतियां बरामद कर ली गई हैं। उन्हें कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले में आरोपियों ने हर परीक्षार्थी से 5 लाख रुपये लिए थे। आरोपी अभ्यर्थियों से होटल पर मिले और उन्हें प्रश्नपत्र दिए। बाद में इन प्रश्नपत्र में आग लगा दी गई। उधर, एस टी एफ पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

एसएससी और सीबीएसई के बाद अब एफसीआई का पेपर लीक

एस एस सी और सी बी एस ई के बाद अब कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया यानी एफ सी आई के पेपर लीक होने का मामला सामने आया है। इस सिलसिले में मध्यप्रदेश की एस टी एफ की टीम ने 2 एजेंट समेत 50 लोगों को हिरासत में लिया है।

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में एफ सी आई में 217 पदों के लिए रविवार को 132 केंद्रों पर परीक्षा होनी थी। लगभग 1 लाख परीक्षार्थियों ने आवेदन दिए थे। बताया जा रहा है कि परीक्षा से एक दिन पहले ही पेपर लीक हो गया।

पेपर लीक का मामला सामने आते ही मध्य प्रदेश एस टी एफ ने इस मामले में फौरन कार्रवाई करते हुए दो एजेंट समेत 50 लोगों को हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। टास्क फोर्स ने इन लोगों के पास से प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाएं भी जब्त की हैं।

छत्‍तीसगढ़ में गोलीबारी में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के चार जवानों की मौत

छत्‍तीसगढ़ के बस्‍तर क्षेत्र में आज गोलीबारी की एक घटना में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के चार जवानों की मौत हो गई।

गोलीबारी की यह घटना उग्रवाद प्रभावित बीजापुर जिले के बासागूडा स्थि‍त सीआरपीएफ शिविर में हुई, जहां 168 बटालियन के एक जवान सांताराम ने अपने सहयोगी के साथ विवाद के बाद गोलीबारी की। इसमें दो उप निरीक्षक, एक सहायक उप निरीक्षक और एक जवान की घटना स्‍थल पर ही मौत हो गई। एक अन्‍य जवान गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे रायपुर भेजा जा रहा है।

गोलीबारी के कारणों का अभी पता नहीं चल पा रहा है।

मध्य प्रदेश स्थानीय निकाय चुनाव: बीजेपी को तीन सीटों का नुकसान, कांग्रेस को पांच सीटों का फायदा

मध्य प्रदेश के स्थानीय निकाय के लिए हुए चुनावों में 43 में से 26 सीटें जीतकर बीजेपी खुद को विजयी महसूस कर रही है, लेकिन इन नतीजों से कांग्रेस भी बेहतर महसूस कर रही है।

कांग्रेस को चुनाव में पांच सीटों का फायदा हुआ है, जबकि बीजेपी को पिछली बार की तुलना में तीन सीटों का नुकसान हुआ है।

मंदसौर जहां कुछ महीने पहले ही आंदोलनरत किसानों पर पुलिस की गोलीबारी में पांच लोगों की मौत हो गई थी। बीजेपी को इस बार तीन सीटें कम मिलीं। कांग्रेस को मंदसौर में तीन सीटों पर जीत मिली।

मध्य प्रदेश में अगले साल विधान सभा चुनाव होने हैं इसलिए स्थानीय निकाय के नतीजों से कांग्रेस उत्साहित है।

कुल 43 नगरपालिकाओं के सीटों में से बीजेपी ने 26, कांग्रेस ने 14 और तीन पर निर्दलीयों ने जीत हासिल की। पिछले साल बीजेपी ने 29 सीटें जीती थीं। वहीं कांग्रेस ने पिछली बार की तुलना में इस बार पांच ज्यादा निकायों पर अपना झंडा फहराया।

मंदसौर जिले के शांगर नगर के दो वार्डों और पंचायत गरोठ के एक वार्ड में बीजेपी को हारना पड़ा। बीजेपी का यहां साल 2003 से ही कब्जा था। लेकिन व्यापम घोटाले और किसानों के आंदोलन की आंच बीजेपी को झेलनी पड़ी है।

बीजेपी ने स्थानीय निकायों में जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को दिया है। अमित शाह 18 अगस्त को मध्य प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर जाने वाले हैं। इस साल और अगले साल गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश जैसे बड़े प्रदेशों में विधान सभा चुनाव हैं, जहां बीजेपी सत्ता में है।

दंतेवाड़ा: राखी बँधवाने के कुछ मिनट बाद ही सीआरपीएफ जवानों ने आदिवासी छात्राओं से की छेड़छाड़

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सी आर पी एफ) के जवानों पर स्कूल के हॉस्टल में घुसकर छात्राओं से छेड़छाड़ करने के आरोप लगे हैं।

छत्तीसगढ़ पुलिस मामले की जांच कर रही है। हॉस्टल के वार्डेन ने इस बारे में पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।

शिकायत के मुताबिक, दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर पालनार में यह घटना घटी है।

दंतेवाड़ा के एडिशनल पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने एच टी मीडिया को बताया कि हॉस्टल के वार्डेन ने पुलिस की वर्दी में आए अनजान लोगों के खिलाफ छात्राओं से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है, इसके बाद हमलोगों ने जांच शुरु कर दी है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कुओकोंडा थाने में आई पी सी 354 के तहत एफ आई आर दर्ज कर लिया गया है। पीड़ित छात्राओं से बात करने के बाद इस केस में सी आर पी सी की धारा 164 भी जोड़ा जा सकता है। एडिशनल एसपी के मुताबिक, यह मामला काफी गंभीर है।

उन्होंने कहा कि पुलिस जल्द से जल्द छात्राओं का बयान दर्ज कर आरोपियों की पहचान करेगी।

यह मामला तब प्रकाश में आया, जब सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु ने अपने फेसबुक पोस्ट में रविवार को छेड़छाड़ की घटना का जिक्र किया।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि 31 जुलाई को हॉस्टल में एक निजी टीवी चैनल द्वारा रक्षाबंधन पर एक कार्यक्रम रखा गया था जिसमें छात्राओं द्वारा सी आर पी एफ जवानों को राखी बांधा जाना था। जब यह कार्यक्रम संपन्न हो गया और कुछ लड़कियां बाथरूम गईं, तब वहीं सी आर पी एफ के जवानों ने उनके साथ छेड़छाड़ की।

उन्होंने बताया कि तलाशी के नाम पर सी आर पी एफ जवानों ने लड़की से छेड़छाड़ की। इसकी शिकायत वार्डेन ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों से की, लेकिन कुछ कार्रवाई नहीं हुई।

सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु के मुताबिक, पालनार में सी आर पी एफ कैम्प से 100 मीटर की दूरी पर ही हॉस्टल है। वहां पहले भी सी आर पी एफ अधिकारियों द्वारा उत्पीड़न की घटनाएं सामने आती रही हैं।

इस मामले के बाद आदिवासी नेता सोनी सोरी ने स्कूल का दौरा करने की कोशिश की, लेकिन वार्डेन ने उन्हें मना कर दिया।

बता दें कि नक्सल प्रभावित इलाकों में पहले भी सुरक्षा बलों पर मानवाधिकारों का हनन करने और महिलाओं से बलात्कार करने की खबरें आती रही हैं।

मध्य प्रदेश किसान आंदोलन: मृतकों के परिवार से मिले राहुल गांधी

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को किसान आंदोलन में मारे गए किसानों के परिवार वालों से मुलाकात की। आंदोलन में पुलिस फायरिंग में मारे गए 5 लोगों में 4 परिवारों ने कांग्रेस उपाध्यक्ष से मुलाकात की।

राहुल से मुलाकात के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता किसानों के परिवार को लेकर राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले पहुंचे थे।

राहुल गांधी आज किसानों के परिवार से मिलने के लिए मंदसौर जा रहे थे। लेकिन इससे पहले राहुल और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया।

मंदसौर जाने से रोके जाने पर राहुल गांधी ने राजस्थान और मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा और कर्ज माफी के लिए आंदोलन करने में मारे गए किसानों को शहीद का दर्जा देने की मांग की है।

उन्होंने कहा कि किसान का परिवार यह मांग कर रहा है और हम इसका समर्थन करते हैं।

एएनआई के मुताबिक, राहुल गांधी ने कहा, ''मैं किसानों से परिवार से सिर्फ दो मिनट मिलकर यह कहना चाहता था कि हम आपके साथ है, लेकिन मुझे नहीं मिलने दिया गया। मैं सिर्फ उनका दर्द बांटना चाहता था। क्या मैं इस देश का नागरिक नहीं हूं? क्या मुझे मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बीजेपी शासित राज्यों में सिर्फ इसलिए नहीं जाने दिया गया क्योंकि मैं आरएसएस से ताल्लुक नहीं रखता है।"

मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि ये किसानों को भूल गए हैं और इन्हें सिर्फ देश के 50 रईसों के कर्ज माफ करना याद है। देश में किसान मदद के लिए रो रहा है लेकिन सरकार उसको सुनने को तैयार नहीं है। किसानों के कर्ज माफी के मुद्दे को संसद में उठाया जाएगा।

राहुल गांधी ने शिवराज सिंह चौहान सरकार पर किसानों के पुलिस फायरिंग में मारे जाने के मुद्दे पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गोलीकांड में शामिल सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। किसानों को चेतावानी नहीं दी गई और सभी ऑपरेशन प्रक्रिया का उल्लंघन करते हुए उनके सीने में गोली मार दी गई। यह बर्बरतापूर्ण घटना है। जिनकी मौत हुई है, उन्हें शहीद का दर्जा मिलना चाहिए।

बता दें कि 1 जून से मध्य प्रदेश के मंदसौर समेत कई जगहों पर किसान कर्ज माफी और फसल की उचित कीमत दिए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। मंगलवार को पुलिस फायरिंग में 5 किसानों की मौत हो गई थी जिसके बाद विरोध प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया और किसानों ने 100 से ज्यादा गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। यहीं नहीं, पुलिस थाने को भी फूंक डाला।

मोदीजी किसानों का क़र्ज़ नहीं माफ़ कर सकते, सिर्फ किसान को गोली दे सकते हैं: राहुल गांधी

जिला प्रशासन ने हिंसा प्रभावित मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में महिलाओं और बच्चों को कर्फ्यू में 4-6 बजे तक छूट दी है। मंदसौर के एसडीएम एनएस राजावत ने ये जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई को दी।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर पर एक वीडियो संदेश जारी करके कहा है कि वो जीवन भर जनता और किसानों के लिए काम करते रहेंगे।

मंदसौर में मंगलवार (छह जून) को आंदोलनरत किसानों पर पुलिस ने गोली चला दी थी जिसमें पांच किसान मारे गए। राज्य सरकार ने पहले पुलिस की गोली से किसानों के मारे जाने से इनकार किया, लेकिन गुरुवार (आठ जून) को राज्य के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने माना कि किसानों की जान पुलिस की गोली से गई है। इससे पहले भूपेंद्र सिंह ने किसानों के पुलिस की गोलीबारी में मारे जाने से इनकार किया था।

मध्य प्रदेश में किसान कर्ज माफी और फसल के उचित दाम की मांग को लेकर एक जून से हड़ताल पर हैं।

राहुल गांधी को पुलिस ने रिहा कर दिया है।

मंदसौर में पुलिस गोलीबारी में मारे गए पांच किसानों के परिवारों से मिलने जा रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और सांसद सचिन पायलट को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।

राहुल ने मीडिया से कहा कि पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने का कारण नहीं बताया है। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ''मोदीजी किसानों का क़र्ज़ नहीं माफ़ कर सकते, सही रेट और बोनस नहीं दे सकते, मुआवज़ा नहीं दे सकते, सिर्फ किसान को गोली दे सकते हैं।''

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और जदयू के नेता शरद यादव को नीमच में पुलिस ने रोक लिया है। दोनों नेताओं की इस मसले पर पुलिस से नोंकझोंक भी हुई है।

मंदसौर के एसपी ओपी त्रिपाठी ने कहा है कि पिछले तीन दिनों में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने 62 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने मंदसौर के डीएम स्वतंत्र कुमार सिंह के साथ हाथापाई करने के मामले में भी शिकायत दर्ज की है।

मध्य प्रदेश के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा, ''पांच किसानों की मौत पुलिस की गोलीबारी की वजह से हुई है। जांच से इसकी पुष्टि हुई है।''

मंगलवार (छह जून) को कृषि उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने से जुड़ी 20 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों के हिंसक हो जाने के बाद पुलिस ने गोली चला दी थी।

जिला प्रशासन ने मंदसौर में हालात बिगड़ने के बाद पूरे जिले में धारा 144 लगा दी है। विरोध प्रदर्शन की आंच आसपास के जिलों में फैलने की आशंका के चलते प्रशासन ने मंदसौर के अलावा नीमच और रतलाम जिलों में मोबाइट इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है।

पांच किसानों के मारे जाने के बाद हिंसाग्रस्त मंदसौर, नीमच व रतलाम के जिलाधिकारियों का तबादला कर दिया गया है। शिवपुरी के जिलाधिकारी ओपी श्रीवास्तव को मंदसौर का कार्यभार सौंपा गया है। वहीं बी चंद्रशेखर को हटाकर तन्वी सुन्द्रियाल को रतलाम व रजनीश श्रीवास्तव के स्थान पर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को नीमच का जिलाधिकारी बनाया गया है।

राज्य में किसान कर्ज माफी और फसल के उचित दाम की मांग को लेकर एक जून से हड़ताल पर हैं। गुरुवार को हड़ताल का आठवां दिन है। मालवा-निमाड़ अंचल में किसानों का आंदोलन बीते दो दिनों से हिंसक बना हुआ है।  बुधवार (सात जून) को कई स्थानों पर हिंसा हुई और वाहनों को फूंका गया।

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने किसानों की मौत के बाद सीएम शिवराज सिंह से इस्तीफा मांगा है।

मध्य प्रदेश किसान आंदोलन: राहुल गांधी को पुलिस ने रिहा किया

कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को मध्य प्रदेश में आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवार से मिलने मंदसौर के लिए रवाना हुए थे। हालांकि राहुल को मंदसौर जाने से पहले ही पुलिस ने नीमच में हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लिए जाने से पहले राहुल गांधी मंदसौर में रोके जाने पर पुलिस अफसर पर गर्म हो गए थे।

राहुल गांधी ने पुलिस अधिकारी से कहा कि आप कैसे रोक सकते हो हमें। यह बोलते हुए राहुल गांधी ने पुलिस अफसर से गाड़ी के आगे से हटने के लिए भी कहा।

बता दें कि राहुल गांधी को हिरासत में लेने के बाद रिहा कर दिया गया है।

एएनआई ने अपने सूत्रों के हवाले से बताया कि राहुल गांधी गोलीकांड में मारे गए किसानों के परिवारवालों से फोन पर बात करेंगे। यहीं नहीं, सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी परिवार से मिले बिना नहीं लौटेंगे।

राहुल गांधी ने बेल लेने से भी इनकार कर दिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़ित परिवार से राहुल गांधी की मुलाकात मध्य प्रदेश-राजस्थान बॉर्डर के पास किसी जगह पर हो सकती है।

करीब एक हफ्ते से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों का प्रदर्शन मंगलवार को उग्र हो गया। पुलिस फायरिंग में 5 किसानों की मौत हो गई जिसके बाद किसानों ने 100 से ज्यादा गाड़ियों में आग लगी दी थी।