कठुआ गैंगरेप: मंत्री और बीजेपी विधायक ने आरोपियों के समर्थन में निकाली गई रैली में जाने की बात कबूल की

कठुआ सामूहिक दुष्‍कर्म और हत्‍याकांड को लेकर जम्‍मू और कश्‍मीर की राजनीति गरमा गई है। आरोपियों के समर्थन में हिंदू एकता मंच की ओर से निकाली गई रैली में राज्‍य के मंत्री और बीजेपी के विधायक लाल सिंह ने भी शिरकत की थी।

सोशल मीडिया में वीडियो पहले ही वायरल हो चुका था। लेकिन भाजपा नेता ने अब जाकर सभा में शामिल होने की बात खुद कबूल की है।

उन्‍होंने आठ साल की बच्‍ची के साथ सामूहिक दुष्‍कर्म और हत्‍या के आरोपियों का बचाव करने के आरोपों से इनकार किया है। लाल सिंह ने कहा, ''हमने कभी किसी का समर्थन नहीं किया। बच्‍ची के साथ ज्‍यादती हुई है और ऐसा करने वालों को दंड जरूर मिलना चाहिए। वहां (सभा में) हमारी ड्यूटी लगी थी और मैं गंगाजी (जम्‍मू-कश्‍मीर में मंत्री और भाजपा विधायक प्रकाश चंद्र गंगा) के साथ गया था। लेकिन, हमारी ड्यूटी पीड़ि‍ता के खिलाफ के लिए नहीं लगाई गई थी। सभा में लोगों ने मामले की सी बी आई से जांच कराने की मांग रखी थी। मैंने उनकी मांग मैडम (मुख्‍यमंत्री महबूबा मुफ्ती) के समक्ष रखी थी, लेकिन उन्‍होंने इनकार कर दिया। बस मामला यहीं खतम हो गया। आगे जो भी कर रही हैं, वही कर रही हैं। हम तो कुछ कर नहीं रहे हैं।''

बता दें कि भाजपा कोटे के दो मंत्रियों के हिंदू एकता मंच की रैली में जाने से पी डी पी के लिए असहज स्थिति पैदा हो गई है।

कठुआ में इस साल जनवरी में एक आठ साल की बच्‍ची के साथ कई दिनों तक सामूहिक दुष्‍कर्म किया गया था और बाद में उसकी निर्मम हत्‍या कर दी थी। जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस की अपराध शाखा ने इस मामले में कुछ दिनों पहले ही आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें बच्‍ची के साथ की गई निर्ममता की बात सामने आई थी, जिसके बाद भारत भर में आरोपियों के खिलाफ सख्‍त से सख्‍त कार्रवाई की मांग ने जोर पकड़ लिया। वकीलों ने चार्जशीट दाखिल करने जा रही पुलिस के लिए अड़चनें भी खड़ी की थीं।

वहीं, जम्‍मू में हिंदूवादी संगठन आरोपियों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं। विरोध-प्रदर्शन करने वाले धड़े ने मामले की सी बी आई से जांच कराने की मांग की है। ये लोग जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस पर पक्षपाती रवैया अपनाने का आरोप लगा रहे हैं।