देवरिया बालिका गृह यौन शोषण में विपक्ष ने योगी सरकार की कड़ी आलोचना की

उत्तर प्रदेश के देवरिया बालिका गृह यौन शोषण में विपक्ष ने प्रदेश की योगी सरकार की कड़ी आलोचना की है। समाजवादी पार्टी ने विरोध जताया है। वहीं बसपा ने भी निशाना साधा है। बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि इस सरकार में ज़्यादा अराजकता है और महिलाओं की दुर्दशा भी।

मायावती ने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं चिंता का विषय है। बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम व देवरिया नारी संरक्षण गृह में दुष्कर्म का धन्धा चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुये उन्होंने कहा कि सरकारी संरक्षण के बिना यह सब अन्याय-अत्याचार व घोर पाप संम्भव ही नहीं है। इसलिए सरकारी अधिकारियों पर भी कार्रवाई काफी सख्त होनी चाहिये, ना कि लीपापोती जैसी कोई बात, जो कि गंभीर से गंभीर घटनाओं में भी भाजपा सरकारों की आम आदत बन गई है।

राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने देवरिया नारी संरक्षण गृह की लड़कियों के साथ हुए घिनौने कृत्य व मानव तस्करी की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा है कि संरक्षण गृह से देह व्यापार का कृत्य समाज को शर्मसार करने वाला है।

दुबे ने कहा है कि नारी संरक्षण गृह संस्था के सभी सदस्यों को हिरासत में लेना चाहिए। संरक्षण गृह से देह व्यापार व उसके रैकेट के तार कहां-कहां से जुड़े हुए थे। इसका भी खुलासा जल्द किया जाना चाहिए। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार यदि बिहार के मुजफ्फरपुर कांड से सबक ली होती तो शायद ऐसी घटनाएं ना होतीं।

उत्तर प्रदेश के देवरिया बालिका गृह यौन शोषण के विरोध में सपा के फ्रंटल संगठनों ने सोमवार को एकजुट होकर विरोध जताया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने केडी सिंह बाबू स्टेडियम से जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पार्क तक कैंडिल मार्च निकाला। इस दौरान सभी ने सरकार विरोधी नारेबाजी जमकर की।

प्रदर्शन में युवजन सभा, छात्रसभा, यूथ ब्रिगेड, लोहिया वाहिनी व महिला सभा के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल रहे। वहीं इससे पूर्व देवरिया से आए सपा कार्यकर्ताओं ने भी जीपीओ पार्क में प्रदर्शन कर विरोध जताया।

प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे एमएलसी आनन्द भदौरिया व सुनील सिंह साजन ने कहा कि भाजपा के शासन में महिलाएं बिल्कुल सुरक्षित नहीं हैं। देवरिया के बालिका गृह में हुई घटना बेहद शर्मनाक है। बालिकाएं अब बालगृह में भी सुरक्षित नहीं। इसकी जितनी निंदा की जाए, वह कम है।

कार्यकर्ताओं ने घटना की सीबीआई जांच करवाने की मांग उठाई, जिससे पूरी सच्चाई सामने आ सके। साथ ही कार्यकर्ताओं ने दोषियों की जल्द गिरफ्तारी कर सख्त से सख्त सजा दिलवाने की मांग उठाई।