डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला करने वाले थॉमस मैथ्यू क्रुक्स कौन हैं?

ओवरसाइट कमेटी ने सीक्रेट सर्विस की निदेशक किंबर्ली चीटल को समन किया

रविवार, 14 जुलाई 2024

अमेरिकी प्रतिनिधि सभा (यूएस हाउस ऑफ रिप्रज़ेंटेटिव) की मुख्य जांच एजेंसी ओवरसाइट कमेटी ने सीक्रेट सर्विस की निदेशक किंबर्ली चीटल को समन किया है।

ओवरसाइट एजेंसी ने 22 जुलाई 2024 को होने वाली सुनवाई में किंबर्ली चीटल को गवाही देने के लिए समन जारी किया है।

सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में ओवरसाइट कमेटी के पैनल ने कहा, "ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले पर जवाब की मांग कर रहे हैं।''

इससे पहले एक न्यूज़ कॉन्फ्रेंस में एफ़बीआई के स्पेशल एजेंट केविन रोजेक ने कहा, "यह हैरानी भरा है कि सीक्रेट सर्विस के हाथों मारे जाने से पहले कैसे कोई हमलावर खुलेआम स्टेज पर गोली चलाने में कामयाब रहा?"

हालांकि जब उनसे यह पूछा गया कि क्या सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक हुई थी। उन्होंने कहा, "बिना सही जांच के वे इस पर कोई भी आकलन पेश नहीं कर सकते।''

न्यूज़ कॉन्फ्रेंस के दौरान सीक्रेट सर्विस मौजूद नहीं थी। वहीं एफबीआई ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले की जांच कर रही है।

लेकिन फिलहाल सीक्रेट सर्विस पर ही सबसे ज़्यादा उंगलियां उठ रही हैं।

सीक्रेट सर्विस को लेकर कहा जा रहा है, उनका केवल एक ही काम है अमेरिका के वर्तमान और पूर्व राष्ट्रपतियों की सुरक्षा करना और कल रात वे इसमें बुरी तरह विफल रहे।

ट्रंप पर हुए हमले से लगभग 43 साल पहले तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन की हत्या का प्रयास भी किया गया था। उस वक्त रीगन के फेफड़े में गोली लगी थी लेकिन वे बच गए।

आज अमेरिकी राजनेता और जनता यह जानना चाह रही है कि एक संभावित हत्यारा राइफल से लैस होकर छत पर कैसे चढ़ गया और कैसे उसने मंच की तरफ़ चार गोलियां दाग दीं।

पहले से चल रही जांच में एफबीआई, सीक्रेट सर्विस और होमलैंड सिक्योरिटी विभाग शामिल हैं।

डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला करने वाले थॉमस मैथ्यू क्रुक्स कौन हैं?

रविवार, 14 जुलाई 2024

पेंसिल्वेनिया के बटलर में एक रैली के दौरान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमला हुआ।

इस घटना में ट्रंप बाल-बाल बच गए। ट्रंप के रैली में भाषण देते वक्त उन पर एक व्यक्ति ने गोली चलाई थी, लेकिन गोली उनके दाहिने कान के ऊपरी हिस्से को छूते हुए निकल गई।

सीक्रेट सर्विस के सुरक्षाकर्मियों ने ट्रंप को मंच से वापस उतारा।

एफबीआई ने ट्रंप पर जानलेवा हमला करने वाले व्यक्ति की पहचान थॉमस मैथ्यू क्रुक्स के तौर पर की है।

पूर्व राष्ट्रपति पर हमला करने के कुछ देर बाद ही सीक्रेट सर्विस ने क्रुक्स को गोली मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई।

क्रुक्स पेंसिल्वेनिया में रैली की जगह से एक घंटे की दूरी पर स्थित बेथेल पार्क के रहने वाले थे। राज्य मतदाता रिकॉर्ड के अनुसार, वह एक पंजीकृत रिपब्लिकन थे।

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, जब क्रुक्स 17 वर्ष के थे, उन्होंने एक्टब्लू को 15 डॉलर का दान दिए थे। एक्टब्लू एक राजनीतिक एक्शन कमिटी है जो कि वामपंथी और डेमोक्रेटिक राजनेताओं के लिए फंड जुटाती है।

पिट्सबर्ग ट्रिब्यून-रिव्यू के मुताबिक़ क्रुक्स ने 2022 में बेथल पार्क हाई स्कूल से पढ़ाई पूरी की।

इसके अलावा उन्हें नेशनल मैथ और साइंस इनीशिएटिव से 500 डॉलर का स्टार अवॉर्ड भी मिल चुका था।

हमलावर के 53 वर्षीय पिता मैथ्यू क्रूक्स ने समाचार चैनल सीएनन को बताया, वो यह पता करने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या हुआ था। उनका कहना है कि वो एजेंसियों से बात करने के बाद ही कुछ बताना चाहेंगे।

वहीं क़ानूनी एजेंसियों ने बताया कि क्रुक्स शूटिंग वाली जगह पर बिना किसी पहचान पत्र के ही गए थे। उनकी शिनाख़्त भी दूसरे तरीकों से की गई।

हालांकि अभी तक इस हमले के पीछे के मकसद का पता भी नहीं चल पाया है पर अधिकारी इसे हत्या का प्रयास ही बता रहे हैं।

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति और साल 2024 में राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल डोनाल्ड ट्रंप पर हमला करने वाले थॉमस मैथ्यू क्रुक्स के बारे में और जानकारी सामने आई है।

अमेरिका में बीबीसी की सहयोगी सीबीएस न्यूज़ ने 20 साल के थॉमस की तस्वीर भी साझा की है।

ये तस्वीर उनके स्कूल के ईयरबुक से ली गई है।

क्रुक्स पेंसिल्वेनिया में रैली की जगह से एक घंटे की दूरी पर स्थित बेथेल पार्क के रहने वाले थे।

इससे पहले बेथेल पार्क हाई स्कूल ने पुष्टि की थी कि थॉमस क्रुक्स ने 2022 में वहां से पढ़ाई पूरी की थी।

थॉमस क्रुक्स को सुरक्षाकर्मियों ने घटनास्थल पर ही गोली मार दी थी, उनकी मौत हो गई है।

बेथेल पार्क में मौजूद बीबीसी संवाददाता बर्न्ड डेबुस्समान जूनियर ने कहा है कि सुरक्षाकर्मियों और पुलिस ने थॉमस के घर की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया है और जांच कर रही है।

बीबीसी को मिली जानकारी के मुताबिक़ थॉमस क्रुक्स अपने घर के पास एक स्थानीय नर्सिंग होम के किचन में काम करते थे।

घटनास्थल से उनके पास से सुरक्षाकर्मियों को कोई पहचान पत्र नहीं मिला था। इसलिए उनकी पहचान के लिए डीएनए टेस्ट किया गया था।

फिलहाल एफ़बीआई हमले के कारणों के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रही है।

डोनाल्ड ट्रंप पर हमले के बाद पत्नी मेलानिया ने क्या कहा?

रविवार, 14 जुलाई 2024

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ने कहा है कि प्यार, अलग-अलग विचारधारा, नीति और राजनीति से ऊपर है।

शनिवार, 13 जुलाई 2024 को पेंसिल्वेनिया के बटलर में एक रैली में डोनाल्ड ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले के बाद उनकी पत्नी मेलानिया ने एक बयान जारी कर देशवासियों से एकजुट रहने की अपील की है।

मेलानिया ने ट्रंप के एक्स हैंडल पर दो पन्नों का एक बयान पोस्ट किया जिसमें मेलानिया ने लिखा, "जब मैंने देखा कि एक गोली मेरे पति डोनाल्ड ट्रंप को लगी, तो मुझे अहसास हुआ कि मेरी ज़िंदगी, हमारी ज़िंदगी एक बड़े बदलाव के मोड़ पर है।''

 मेलानिया ने लिखा, "मैं सीक्रेट सर्विस एजेंटों और लॉ एनफोर्समेन्ट अधिकारियों की शुक्रगुज़ार हूँ जिन्होंने अपनी जान जोख़िम में डालकर मेरे पति की जान बचाई है। इस घृणित कृत्य के कारण जो मासूम लोग हताहत हुए हैं मेरी संवेदना उनके परिवारों के साथ है।''

"हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि अलग-अलग विचारधारा, नीति और राजनीति क्यों न हो, ये सब प्यार से बढ़कर नहीं है।''

"हमें ये याद रखना चाहिए कि किसी दिन जब हम वामपंथ या दक्षिणपंथ, या लाल या नीले से हटकर देखेंगे तो हम सभी ऐसे परिवारों से आए हैं जिनमें एक बेहतर ज़िंदगी के लिए लड़ने का जूनून है।''