राजस्थान

गली-गली में शोर है, हिंदुस्तान का चौकीदार चोर है

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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान के सगवाड़ा में एक सभा को संबोधित किया

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रकबर खान मॉब लिंचिंग : तीन आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया गया

अकबर उर्फ रकबर खान की भीड़ द्वारा पीट पीटकर की गई हत्या के मामले में गिरफ्तार तीन आरोपियों के खिलाफ शुक्रवार को आरोपपत्र दाखिल किया गया। रामगढ़ पुलिस थाने के थानाधिकारी चौथमल जाखड़ ने बताया कि भारतीय दंड संहिता  की धारा 302 (हत्या) के तहत यह आरोपपत्र अलवर की अदालत में दाखिल किया गया है। तीन आरोपियों में धर्मेंद्र यादव, परमजीत सिंह और नरेश कुमार हैं।

बता दें कि अलवर जिले में गाय तस्करी के संदेह में कुछ लोगों ने 20 जुलाई की रात को रकबर खान की बुरी तरह पिटाई की। उसकी बाद में अस्पताल में मौत हो गयी।

राजस्थान सरकार ने इस मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिए थे। राजस्थान के गृह मंत्री ने कहा था कि साक्ष्यों से तो यह हिरासत में मौत का मामला दिखता है। इस मामले में एक एएसआई को निलंबित किया गया, जबकि तीन सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया।

पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में कहा गया था कि रकबर खान की मौत चोटों के कारण हुई। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग व राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग ने राज्य सरकार को नोटिस जारी करते हुए रिपोर्ट मांगी थी।

वसुंधरा राजे सरकार आपकी निजी जिंदगी में कर रही है घुसपैठ

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बिहार, बंगाल, गुजरात के बाद राजस्थान में भी सांप्रदायिक तनाव, बूंदी में इंटरनेट बंद

रामनवमी के दिन (25 मार्च, 2018) बिहार, पश्चिम बंगाल और गुजरात में घटी सांप्रदायिक घटनाओं के बाद अब राजस्थान में तनाव का माहौल बना हुआ है। सरकार ने हनुमान जयंती से पहले तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए राज्य के बूंदी में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। एस एम एस, व्हाट्सएप के साथ सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म पर भी रोक लगा दी गई है। हालांकि ब्रॉडबैंड और लीज लाइन पर नेट चालू रहने की बात कही गई है।

रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार (29 मार्च, 2018) रात आठ बजे से अगले आदेश तक सभी सेवाओं बंद कर दी गई हैं। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि 31 मार्च को हनुमान जयंती पर आपसी सद्‌भाव और कानून व्यवस्था बनी रहे।

शनिवार को शहर में शोभायात्रा और अखाड़े निकलेंगे। इस पर सरकार ने किसी भी अप्रिय स्थिति को देखते हुए यह कदम उठाया है। इससे पहले रामनवमी के दिन शोभायात्रा पर हुए पथराव के बाद शहर तीन दिन तक बंद रहा। आरोपियों की गिरफ्तार की मांग के चलते बीते सोमवार, मंगलवाल और बुधवार को बाजार बंद रहे। गुरुवार को बाजारों की कुछ दुकानें तो खुली, लेकिन हनुमान जयंती को देखते हुए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।

रामनवमी के दिन भड़के दंगों की वजह से पश्चिम बंगाल में चार लोगों की मौत हो चुकी है। चौथे शख्स की मौत बुधवार को हुई, जिसकी पहचान गुरुवार सुबह की गई। बिहार में भी कई जिलों में भड़की हिंसा के बाद अब नया मामला नवादा में सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक, यहां एक धार्मिक स्थल पर तोड़-फोड़ की गई है। इस दौरान कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया है, जबकि कई वाहनों को आग लगा दी गई। उधर गुजरात के सूरत में दो समुदाय के बीच हुई झड़प में छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस मामले में पुलिस ने 40 लोगों को हिरासत में लिया है।

हिंदू संगठनों की शिकायत पर पुलिस ने मुस्लिम परिवार की 51 गायें छीन ली

भारत में राजस्थान के अलवर में कुछ हिंदू एक्टिविस्टों की शिकायतों पर पुलिस ने एक मुस्लिम परिवार की 51 गायों को छीनकर गांव की एक गौशाला के हवाले कर दिया।

पिछले 10 दिन से यह परिवार अपनी गायों को वापस पाने के लिए जद्दोजहद कर रहा है। पुलिस का कहना है कि उसका इस घटना में कोई हाथ नहीं है।

6 महीने पहले पहलू खान की हत्या कर दी गई थी, अब मियो समुदाय के अन्य सदस्य पर हिंदू संगठनों द्वारा इसी तरह का ठप्पा लगाया जा रहा है।

टाइम्स अॉफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सुब्बा खान (45) ने कहा कि गौरक्षकों की शिकायत पर स्थानीय पुलिस ने बलपूर्वक 51 गायों को पकड़कर उन्हें गौशाला में भेज दिया। वह अब एसडीएम अॉफिस और पुलिस स्टेशन के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अब तक कोई फायदा नहीं हुआ।

वहीं पुलिस का कहना है कि उसका इस मामले में कोई हाथ नहीं है और स्थानीय लोग ही गायों को गौशाला ले गए थे।

सुब्बा खान के घर में फिलहाल 17 बछड़े हैं, जिन्हें बोतलों से दूध पिलाना पड़ रहा है। उन्होंने किशनगढ़ पुलिस स्टेशन और एसडीएम दफ्तर में एफिडेविट भी दिया है, जिसके मुताबिक सभी गायें दुधारू हैं और बछड़े  उनके घर पर हैं।

मियो पंचायत के मुख्य शेर मोहम्मद ने टीओआई को शनिवार को बताया कि पुलिस ने दावा किया कि शिकायतों के मुताबिक खान गोकशी में शामिल था।

शेर मोहम्मद ने कहा कि अगर एेसा है तो पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज क्यों नहीं किया?

अलवर के एसपी राहुल प्रकाश ने टीओआई को बताया कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है और कोई टिप्पणी करने से पहले वह इसकी जानकारी हासिल करेंगे।

वहीं किशनगढ़ बस के एसएचओ राठौर ने उन आरोपों को नकार दिया, जिसमें कहा गया था कि पुलिस सुब्बा खान की गायों को ले गई है। उन्होंने कहा, गांववाले सुब्बा खान की गायों को गोशाला लेकर गए थे।

अब गांव वालों ने एसडीएम को खत लिखकर कहा है कि खान गायों की तस्करी नहीं करता और दूध बेचकर उसकी रोजी-रोटी चलती है।

मोहम्मद ने कहा कि अगर मियो को इस तरह से निशाना बनाया जाता है तो राज्य सरकार को कानून बनाकर मियो समुदाय के गाय या पालतू जानवर रखने पर रोक लगा देनी चाहिए।

राजस्‍थान में भी भड़क सकता है किसान आंदोलन

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक एवं राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री घनश्याम तिवाड़ी ने अपनी ही पार्टी की सरकार को आगाह करते हुए कहा है कि समय रहते किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो राजस्थान में कभी भी किसान आन्दोलन भड़क सकता है, राज्य में हालात गंभीर हैं।

तिवाड़ी ने गुरुवार (8 जून) को जयपुर में अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, ''मैं एक शुभचिंतक के नाते सलाह दे रहा हूं, प्रदेश के किसान उपज का उचित मूल्य नहीं मिलने, सिंचाई का पानी पर्याप्त रूप से नहीं मिलने समेत अन्य कई समस्याओं के कारण अत्यधिक परेशान हैं। सरकार ने समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया तो महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसा किसान आन्दोलन राजस्थान में भड़क सकता है।''

उन्होंने कहा कि समस्याओं के चलते प्रदेश के करीब बीस प्रतिशत किसान खेती बाड़ी छोड़ चुके हैं, प्रदेश के किसानों को लहसुन, प्याज, सरसों का उचित मूल्य मिलना तो दूर समर्थन मूल्य से भी आधे मूल्य पर उनको फसल मजबूरी में बेचनी पड़ रही है।

भाजपा विधायक ने कहा, ''यदि सरकार द्वारा समय पर किसानों को राहत नहीं पहुंचाई गई तो यह चिंगारी आग बन जाएगी।''

उन्होंने राजस्थान सरकार द्वारा लाए गये राजस्थान विशेष विनिधान विधेयक, 2016 की चर्चा करते हुए कहा कि यह विधेयक कॉरपोरेट जगत के साथ मिलकर राजस्थान के किसानों की जमीन हड़पने का षडयंत्र है।

तिवाड़ी ने सरकार से प्रदेश के किसानों के ऋण तुरंत माफ करने, समयबद्ध रूप से खेती के लिए मुफ्त बिजली, मनरेगा की मजदूरी को कृषि से जोड़ने और राजस्थान विशेष विनिधान विधेयक को वापस लेने की मांग की है।

बता दें कि अभी मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में किसानों के आंदोलन ने हिंसक रुप ले लिया है। कर्ज़ माफी और फसल की वाज़िब कीमत दिए जाने को लेकर किसान करीब हफ्ते भर से इन राज्यों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। विरोध प्रदर्शन अब इतना हिंसक हो गया है कि किसान आगजनी और पत्थरबाजी पर उतर आए हैं।

मंदसौर जिले में पुलिस फायरिंग में किसानों के मारे जाने के बाद किसानों ने देवास जिले में कई गाड़ियों को आग लगा दी। मंदसौर में मंगलवार को पुलिस फायरिंग में 5 किसान मारे गए थे। उग्र प्रदर्शन कर रहे किसानों ने 100 से ज्यादा गाड़ियों में आग लगा दी।