पश्चिम बंगाल / उड़ीसा

लाइव : भुवनेश्वर में 'द ओडिशा डायलॉग' में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी

लाइव : भुवनेश्वर में 'द ओडिशा डायलॉग' में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी

तेजस्वी यादव ने कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में संयुक्त भारत की रैली को संबोधित किया

तेजस्वी यादव ने कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में संयुक्त भारत की रैली को संबोधित किया

अभिषेक मनु सिंघवी ने कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में संयुक्त भारत की रैली को संबोधित किया

अभिषेक मनु सिंघवी ने कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में संयुक्त भारत की रैली को संबोधित किया

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में संयुक्त भारत की रैली को संबोधित किया

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में संयुक्त भारत की रैली को संबोधित किया

अभिषेक मनु सिंघवी ने ओडिशा में राफेल डील स्कैम पर मीडिया को संबोधित किया

अभिषेक मनु सिंघवी ने ओडिशा में राफेल डील स्कैम पर मीडिया को संबोधित किया

पश्चिम बंगाल: मिदनापुर में तृणमूल कांग्रेस के दफ्तर में बम ब्लास्ट, 1 की मौत, 5 घायल

भारत में पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर जिले के मकरामपुर में कुछ अज्ञात लोगों ने तृणमूल कांग्रेस के दफ्तर में बम ब्लास्ट किया। इस हमले में  एक व्यक्ति की मौत हो गई, वहीं 5 लोग घायल बताए जा रहे हैं।

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इस हमले में पार्टी के दफ्तर को काफी नुकसान पहुंचा है। धमाका इतना जोरदार था कि इमारत का एक हिस्सा पूरी तरह से गिर गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को मलवे से निकाल कर अस्पताल पहुंचाया।

अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि हमला किसने किया था? पुलिस ने मामल दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान कई इलाकों में खूनी संघर्ष, 11 लोगों की मौत

भारत के पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान कई इलाकों में खूनी संघर्ष हुआ। सोमवार दोपहर तक इन झड़पों में 11 लोगों की मौत हो चुकी है। भारत के केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हिंसा के संबंध में पश्चिम बंगाल सरकार से रिपोर्ट मांगी है। मौतों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है। सुबह से ही मतदान के दौरान हिंसा की खबरें मिलनी शुरू हो गई थीं। वहीं, अलग-अलग स्थानों पर हुई झड़पों में दर्जनों लोग जख्मी हुए हैं।

पुलिस ने कहा कि नदिया जिले में मतदान केंद्र के भीतर जाने का प्रयास कर रहे एक युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई, जबकि तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्त्ता की दक्षिण 24 परगना जिले के कुलटली में गोली मारकर हत्या कर दी गई। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) का कहना है कि उसके तीन कार्यकतार्ओं की उत्तर 24 परगना के अमडंगा में बम हमलों में मौत हो गई।

मुर्शिदाबाद जिले में दो की मौत हो गई, जबकि नदिया में भी एक की मौत हुई। नदिया जिले के पुलिस महानिरीक्षक संतोष पांडे ने बताया, ''नदिया जिले के शांतिपुर क्षेत्र में सोमवार सुबह स्थानीय लोगों ने तीन युवाओं की पिटाई की। पुलिस ने उन्हें बचाया और स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। इनमें से एक संजित प्रामाणिक की मौत हो गई।''

कुलटली पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा, ''तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता आरिफ अली गजी को मतदान केंद्र से बाहर निकलते समय छाती में गोली मारी गई।'' माकपा के उत्तर 24 परगना के नेताओं का कहना है कि कच्चे बम के हमले में उनकी पार्टी के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई। हालांकि, पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। अमडंगा पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा, ''हमने इस घटना के बारे में सुना है, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।''

राज्य में पंचायत चुनाव के लिए सुबह सात बजे मतदान प्रक्रिया शुरू हो गई, जो शाम पांच बजे तक जारी रही। इस दौरान 38,616 उम्मीदवार चुनावी मैदान में आमने-सामने है। चुनाव पूर्व सवेर्क्षणों में अनुमान जताया गया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इन चुनाव में वाममोर्चे और कांग्रेस को पीछे छोड़ देगी और तृणमूल के समक्ष मुख्य प्रतिद्वंद्वी पार्टी के तौर  पर उभरकर सामने आएगी।

आंकड़ों से पता चलता है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कुल 58,692 सीटों में से 20,076 सीटों पर पहले ही निर्विरोध उम्मीदवार चुन लिए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने राज्य निवार्चन आयोग से निर्विरोध जीतने वाले उम्मीदवारों के सर्टिफिकेट जारी नहीं करने को कहा है।

आसनसोल हिंसा: बाबुल सुप्रियो के खिलाफ एफआईआर दर्ज

साम्प्रदायिक हिंसा की चपेट में आए आसनसोल में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। आसनसोल पुलिस ने आज (29 मार्च) इलाके में घुसने की कोशिश कर रहे स्थानीय सांसद और केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर लिया है।

समाचार एजेंसी ए एन आई के मुताबिक, उत्तर आसनसोल पुलिस स्टेशन में बाबुल सुप्रियो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। बाबुल सुप्रियो पर धारा-144 तोड़ने और एक आई पी एस अफसर पर हमला करने का आरोप पुलिस ने लगाया है।

हिंसा के मद्देनजर पुलिस ने पूरे इलाके में धारा-144 लगा रखी है। बाबुल सुप्रियो अपने समर्थकों के साथ इलाके का दौरा करने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान पुलिस से उनकी बहस भी हुई।

बाबुल सुप्रियो ने रानीगंज की स्थिति की जानकारी देने के लिए राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी से मुलाकात की।

रानीगंज में सोमवार को रामनवमी जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच हिंसा भड़क उठी थी। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि पुलिस उपायुक्त को एक हाथ गंवाना पड़ा।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस मामले में 28 मार्च को पश्चिम बंगाल सरकार से बीते दो दिनों में रामनवमी जुलूस के दौरान हुई आगजनी व हिंसा की घटनाओं पर रिपोर्ट मांगी है।

रसगुल्ले की लड़ाई में पश्चिम बंगाल जीता

आखिरकार रसगुल्ले की जंग में पश्चिम बंगाल को जीत मिली है। पश्चिम बंगाल को जीआई टैग यानि  जियोग्राफिकल इंडिकेशन मिल गया है। पश्चिम बंगाल को रसगुल्ले का जन्मस्थल मान लिया गया है।

इससे पहले ओडिशा का दावा था कि रसगुल्ला बनाने की विधि वहां से पश्चिम बंगाल पहुंची थी।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस जीत पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि ये पूरे राज्य के लिए खुशी और गौरव की बात है। दरअसल, पिछले काफी वक्त से पश्चिम बंगाल और ओडिशा इस जीआई टैग के लिए आपस में भिड़े हुए थे।

वहीं ओडिशा का दावा है कि रसगुल्ला का जन्म पुरी के जगन्नाथ मंदिर में हुआ था। इस कहानी के मुताबिक, रथयात्रा के बाद जब भगवान जगन्नाथ वापस लौटे तो दरवाजा बंद पाया क्योंकि देवी लक्ष्मी उनसे नाराज थीं। उनकी नाराजगी इस वजह से थी कि जगन्नाथ उन्हें अपने साथ नहीं ले गए थे। रूठी देवी को मनाने के लिए जगन्नाथ उन्हें रसगुल्ला पेश करते हैं और देवी मान जाती हैं।

ममता बनर्जी की आरएसएस, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद को चेतावनी: आग से मत खेलो

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ और उससे जुड़े संगठनों (बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद) को चेतावनी दी है कि वह दुर्गा पूजा के दौरान माहौल बिगाड़ने की कोशिश ना करें।

ममता ने कहा है कि यह 'आग से खेलने' की तरह होगा। दरअसल, एक दिन पहले ही विश्व हिंदू परिषद ने कहा था कि वे लोग पूरे राज्य में शस्त्र पूजन का कार्यक्रम करेंगे।

ऐसे शस्त्र पूजन कार्यक्रमों पर ममता ने पुलिस से रोक लगाने का आदेश दे रखा है। पिछले महीने ही ममता ने पुलिस को आदेश दिया था कि राज्य में कहीं पर भी बिजोय दशमी नहीं होनी चाहिए।

ममता ने कहा कि उनकी सरकार ने विजयादशमी त्योहार मनाने पर कोई रोक नहीं लगाई है। उन्होंने कहा, ''कुछ संगठन गलत सूचना फैला रहे हैं कि हम पूजा पंडालों और घरों में विजयादशमी के उत्सव को रोक रहे हैं।''

उन्होंने कहा, ''हमने कहा था कि एक अक्तूबर को एकादशी के दिन प्रतिमा विसर्जन नहीं होगा। मुहर्रम मुस्लिम समुदाय के शोक मनाने का अवसर होता है जो उसी दिन पड़ रहा है। प्रतिमा विसर्जन दो से चार अक्तूबर तक चलेगा।''

उन्होंने कहा, ''महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाएंगी और विजयादशमी का त्योहार पहले की तरह मनाया जाएगा। जिन लोगों को बंगाल में दुर्गापूजा और काली पूजा के बारे में जानकारी नहीं है, वे इस तरह की अफवाह फैला रहे हैं।''

ममता ने कहा कि उनकी सरकार आगामी दुर्गापूजा त्योहार के दौरान शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए संकल्पबद्ध है।

उन्होंने कहा कि आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल को शांति भंग नहीं करनी चाहिए और आग से नहीं खेलना चाहिए।

उन्होंने कहा कि बंगाल में दुर्गापूजा पारंपरिक रूप से सौहार्द के साथ मनाई जाती है, जहां लाखों लोग सड़कों पर इस उत्सव को मनाते हैं।

उन्होंने कहा, ''अगर कोई शांति भंग करने का प्रयास करता है, तो प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा।''

ममता ने कहा, ''बीजेपी को सीबीआई, ईडी का इस्तेमाल करके और दंगे कराकर राजनीति नहीं करनी चाहिए।''

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस ने हाल में राज्य के एक स्थान पर सांप्रदायिक गड़बड़ी फैलाने के बीजेपी के एक प्रयास को विफल कर दिया और इसके दो सदस्यों को गिरफ्तार किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका प्रशासन राज्य में हथियारों के साथ प्रतिमा विसर्जन जुलूस की अनुमति नहीं देगा।

ममता ने कहा, ''यह अवैध है और इस तरह के जुलूस बंगाल की परम्परा में नहीं रहे हैं और हम ऐसा करने की अनुमति नहीं देंगे।''

उन्होंने कहा, ''अगर इस तरह का जुलूस निकालने का प्रयास किया जाता है तो प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा।''

उन्होंने मुस्लिम समुदाय के सदस्यों से भी मुहर्रम के जुलूस शांतिपूर्वक निकालने की अपील की।

ममता बनर्जी की सरकार पिछले महीने भी सुर्खियों में थी। तब उनकी तरफ से आदेश दिया गया था कि शाम छह बजे के बाद दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन नहीं किया जा सकेगा।

ऐसा इसलिए कहा गया था क्योंकि तीस सितंबर को दुर्गा पूजा है और एक अक्टूबर को मोहर्रम। बीजेपी ने इसका खुलकर विरोध किया था।

लेकिन अब राज्य सरकार ने कलकत्ता हाई कोर्ट में साफ कर दिया है कि रात दस बजे तक मूर्ति विसर्जन किया जा सकेगा। एक अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन पर रोक है। लेकिन दो को फिर से इसकी इजाजत है।