18 मार्च 2023 से फरार चल रहे 'वारिस पंजाब दे' संगठन के प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है।
गिरफ़्तारी के बाद पंजाब पुलिस अमृतपाल सिंह को बठिंडा के एयरफोर्स स्टेशन लेकर गई, जहां से उन्हें असम के डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया है।
पंजाब पुलिस के महानिरीक्षक (मुख्यालय) सुखचैन सिंह गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, ''अमृतपाल सिंह को पंजाब के मोगा ज़िले के रोडे गांव से गिरफ्तार किया गया है।''
जरनैल सिंह भिंडरांवाले भी रोडे गांव के रहने वाले थे। अमृतपाल सिंह को इसी गांव में 'वारिस पंजाब दे' संगठन का मुखिया बनाया गया था।
गिरफ़्तारी से पहले अमृतपाल सिंह ने गुरुद्वारे के ग्रंथी से पांच ककार (केश, कृपाण, कंघा, कड़ा और कच्छा) लेकर पहने और लोगों को संबोधित किया।
अपने संबोधन में अमृतपाल सिंह ने कहा कि उनके ऊपर झूठे केस दर्ज किए गए। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी डाला गया है।
उनका संबोधन पूरा होने के बाद पंजाब पुलिस ने उन्हें गुरुद्वारे के बाहर से गिरफ़्तार कर लिया।
अकाल तख़्त के पूर्व जत्थेदार और जरनैल सिंह भिंडरांवाले के भतीजे जसबीर सिंह रोडे ने अमृतपाल सिंह की गिरफ़्तारी के बाद बीबीसी से बातचीत की है। जसबीर सिंह रोडे ने कहा कि शनिवार, 22 अप्रैल 2023 की रात पुलिस ने उन्हें बताया कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह रोडे गांव से गिरफ़्तार होना चाहते हैं।
जसबीर सिंह रोडे ने बताया कि इस कारण वे ख़ुद रोडे गाँव पहुंचे थे।
अमृतपाल सिंह की गिरफ़्तारी के बारे में जसबीर सिंह रोडे ने बताया, "अमृतपाल सिंह ने पहले 'नितनेम' का पाठ किया। उसके बाद, सभा को संक्षेप में संबोधित किया और फिर गुरुद्वारा साहिब के बाहर चले गए, जहाँ उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया।
जसबीर सिंह ने यह भी दावा किया कि अमृतपाल सिंह इससे पहले उनके संपर्क में नहीं थे।
पुलिस ने 18 मार्च 2023 को 'अजनाला थाने का घेराव' मामले में अमृतपाल सिंह और उसके साथियों को जालंधर के शाहकोट-मलसियान रोड पर गिरफ़्तार करने की कोशिश की थी, लेकिन वे नाका तोड़कर फरार हो गए थे।
पंजाब पुलिस ने बताया है कि अमृतपाल सिंह को रविवार, 23 अप्रैल 2023 की सुबह क़रीब 6.45 बजे गिरफ़्तार किया गया।
पंजाब पुलिस के महानिरीक्षक (मुख्यालय) सुखचैन सिंह गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर कहा कि अमृतपाल सिंह को असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया है।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने रोडे गांव को पूरी तरह से घेर लिया था, उस वक्त अमृतपाल सिंह गुरुद्वारा साहिब के भीतर थे।
सुखचैन सिंह गिल ने कहा, ''गुरुद्वारा साहिब की इज्ज़त सबसे ऊपर है और उसे बरक़रार रखते हुए उन्हें संदेश भेजा गया कि वे चारों तरफ से घिरे हुए हैं और अब उनके पास बचने का कोई रास्ता नहीं है।''
सुखचैन सिंह गिल के अनुसार, अमृतपाल सिंह के ख़िलाफ़ एनएसए के तहत जारी सभी वारंट रविवार, 23 अप्रैल 2023 की सुबह तामील किए गए।
सुखचैन सिंह गिल के अनुसार, यह पंजाब पुलिस और पंजाब पुलिस की ख़ुफ़िया शाखा का संयुक्त अभियान था।
आईजी सुखचैन सिंह गिल ने इस दौरान पंजाब में शांति बनाए रखने के लिए राज्य के लोगों का शुक्रिया अदा किया है और पंजाब का माहौल ख़राब करने वालों को चेतावनी भी दी है।
हालांकि अमृतपाल सिंह के 8 लोग अभी भी असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। इन लोगों पर एनएसए लगाया गया है। अमृतपाल सिंह के ख़िलाफ़ भी एनएसए सहित 16 मामले दर्ज हैं।
अमृतपाल सिंह पर और उनके साथियों पर समाज में शत्रुता फैलाने, हत्या का प्रयास करने, पुलिसकर्मियों पर हमला करने और सरकारी कर्मियों के काम करने में बाधा डालने के मामले दर्ज हैं।
फरार रहने के दौरान अमृतपाल सिंह के कथित रूप से वेष बदलकर कई शहरों में घूमने की तस्वीरें और वीडियो मीडिया के ज़रिए सामने आई थीं।
हालांकि पुलिस ने कभी भी इन वीडियो या तस्वीरों की आधिकारिक पुष्टि नहीं की।