भारत

वचाती में महिलाओं के यौन उत्पीड़न: मद्रास हाई कोर्ट ने 215 लोगों को दोषी ठहराने का फ़ैसला बरकरार रखा

भारत के राज्य तमिलनाडु के वचाती गांव में महिलाओं के यौन उत्पीड़न और जनजातीय लोगों पर अत्याचार के मामले में 215 लोगों को कसूरवार ठहराने के निचली अदालत के फ़ैसले को मद्रास हाई कोर्ट ने बरकरार रखा है।

इस केस में दोषी ठहराए गए लोगों में वन विभाग और पुलिस महकमे के कर्मचारी भी शामिल हैं।

दोषी ठहराए गए लोगों पर आरोप है कि चंदन तस्करी के ख़िलाफ़ डाली गई रेड के दौरान उन्होंने गांव के लोगों के साथ बुरा बर्ताव किया था।

मद्रास हाई कोर्ट ने धर्मपुरी की निचली अदालत के फ़ैसले के ख़िलाफ़ दायर की गई अपील को शुक्रवार, 29 सितम्बर 2023 को खारिज कर दिया।

इस फ़ैसले में कसूरवार ठहराए गए 215 लोगों को एक साल से दस साल तक की जेल की सज़ा सुनाई गई थी।

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार, 29 सितम्बर 2023 को जस्टिस पी वेलमुरुगन ने यौन उत्पीड़न का सामना करने वाली 18 पीड़ित महिलाओं को दस लाख रुपये का मुआवजा फौरन दिए जाने का भी निर्देश दिया।

धर्मपुरी की इस घटना ने पूरे तमिलनाडु को झकझोर कर रख दिया था।

जस्टिस पी वेलमुरुगन ने अपने फ़ैसले में ये भी कहा है कि अगर किसी पीड़ित की मौत हो गई हो तो मुआवजे की रकम उसके परिजनों को दी जाए।

"ज़िलाधिकारी, ज़िले के एसपी और ज़िला वन अधिकारी के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जानी चाहिए और सरकार को पीड़ित परिवारों को मुआवजा देना चाहिए।''

पीड़ितों के वकील ने बताया कि अदालत ने बलात्कार के अभियुक्तों से पांच लाख रुपये वसूल करने का भी आदेश दिया है।

इस केस में धर्मपुरी की अदालत ने साल 2011 में वन विभाग के 126 कर्मचारियों को दोषी ठहराया था।

इसमें चार अधिकारी भारतीय वन सेवा के थे, 84 लोग पुलिस के कर्मचारी थे, पांच राजस्व विभाग के लोग थे।

साल 1992 की इस घटना की जांच बाद में केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंपी गई थी।

इस केस के 269 अभियुक्तों में से 54 की मौत ट्रायल के दौरान हो गई थी।

केस के 12 अभियुक्तों को दस साल, पांच लोगों को सात साल और बाक़ी लोगों को एक साल से तीन साल जेल की सज़ा सुनाई गई थी।

मणिपुर में गायब दो छात्रों की मौत की पुष्टि के बाद इंफ़ाल में हिंसा और विरोध प्रदर्शन फिर हुआ तेज़

भारत के राज्य मणिपुर में जुलाई 2023 से गायब दो मैतेई छात्रों की मौत की पुष्टि के बाद राज़धानी इंफ़ाल में हिंसा और विरोध प्रदर्शन फिर तेज़ हो गया है।

बुधवार, 27 सितम्बर 2023 को भारी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे और इंफ़ाल में एक नेता के घर पर हमले की कोशिश की। पुलिस की गाड़ी को आग लगाई और एक पुलिसकर्मी के साथ मारपीट कर उनके हथियार छीन लिये।

मणिपुर पुलिस ने बुधवार, 27 सितम्बर 2023 की रात को बयान जारी करते हुए बताया, ''अनियंत्रित भीड़ ने एक नेता के घर पर हमला करने की कोशिश की, सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागकर भीड़ को खदेड़ा। बेकाबू भीड़ ने पुलिस की एक जिप्सी को निशाना बनाकर उसे जला दिया, जबकि एक पुलिसकर्मी के साथ मारपीट कर उनका हथियार छीन लिया।''

''मणिपुर पुलिस इस तरह की कार्रवाई की निंदा करती है और ऐसे उपद्रवियों से निपटने के लिए सख़्त क़दम उठाएगी। हथियारों की बरामदगी और बदमाशों को पकड़ने के लिए कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है।''

हालात को देखते हुए इंफ़ाल में कर्फ़्यू में दी जा रही ढील रोक दी गई है और पूरी तरह कर्फ़्यू लागू कर दिया गया है।

इससे पहले मणिपुर पुलिस ने बताया था कि दो छात्रों की मौत की ख़बर के बाद हिंसक विरोध प्रदर्शन बढ़ गए हैं और पुलिस ''कम से कम बलप्रयोग'' कर प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने की कोशिश कर रही है, लेकिन इस कोशिश में कुछ लोग घायल हुए हैं।

पुलिस ने अपने बयान में कहा, ''भीड़ में उपद्रवियों ने सुरक्षा बलों पर लोहे के टुकड़ों और पत्थरों (मार्बल) का इस्तेमाल किया। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए न्यूनतम बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले छोड़े जिसमें कुछ लोग घायल हो गए।''

पुलिस की ओर से ये बयान तब सामने आया जब इस तरह के आरोप लगाए जा रहे थे कि सुरक्षा बलों ने प्रदर्शकारियों पर पैलेट गन का इस्तेमाल किया है।

इसके अलावा बुधवार, 27 सितम्बर 2023 को मणिपुर के पहाड़ी इलाकों में "आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर्स एक्ट" अर्थात अफ्स्पा की अवधि अगले छह महीने के लिए बढ़ाई गई है।

हालांकि, इंफाल घाटी के 19 पुलिस स्टेशनों को इस दायरे से बाहर रखा गया है।

मणिपुर सरकार ने बुधवार, 27 सितम्बर 2023 को एक अधिसूचना जारी कर बताया, "मणिपुर के राज्यपाल की राय है कि विभिन्न चरमपंथी विद्रोही समूहों की हिंसक गतिविधियों के कारण 19 पुलिस स्टेशनों के अधिकार क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों को छोड़कर पूरे मणिपुर राज्य में नागरिक प्रशासन की सहायता के लिए सशस्त्र बलों के उपयोग की आवश्यकता है। इसलिए राज्यपाल इसके द्वारा 1 अक्टूबर, 2023 से छह महीने की अवधि के लिए 19 पुलिस स्टेशनों के अधिकार क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों को छोड़कर पूरे मणिपुर राज्य को 'अशांत क्षेत्र' घोषित करने की मंजूरी देते है।''

पीएम मोदी से मुलाकात के बाद सऊदी क्राउन प्रिंस एमबीएस ने क्या कहा?

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ अल सऊद दिल्ली में हुए जी 20 सम्मेलन के बाद भारत के राजकीय दौरे पर हैं।

इस दौरान उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय बैठक की।

बैठक के बाद क्राउन प्रिंस ने कहा, ''इस (भारत-सऊदी अरब) रिश्ते के इतिहास के दौरान कोई असहमति नहीं रही है, आज हम भविष्य के अवसरों पर काम कर रहे हैं... मैं भारत को जी 20 शिखर सम्मेलन के प्रबंधन और मध्य पूर्व, भारत और यूरोप को जोड़ने वाले आर्थिक गलियारे सहित हासिल की गई कई पहल के लिए बधाई देता हूं, ज़रूरी है कि हम इसे बनाने के लिए लगन से काम करें।''

क्राउन प्रिंस तीन दिन के नई दिल्ली दौरे पर हैं और रविवार, 10 सितम्बर 2023 को ख़त्म हुए जी20 शिखर सम्मेलन के बाद सोमवार, 11 सितम्बर 2023 को उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात की।

इससे पहले फरवरी 2019 में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने भारत का दौरा किया था ये उनका दूसरा राजकीय दौरा है।

भारत में जी20 के दौरान भारत-मध्य-पूर्व-यूरोप के बीच आर्थिक और रेल कॉरिडोर बनाने का समझौता हुआ है। इस समझौते को चीन के बेल्ट एंड रोड एनिशिएटिव के मुक़ाबले में किया जा रहा प्रयास माना जा रहा है।

सऊदी क्राउन प्रिंस एमबीएस से मुलाक़ात के बाद पीएम मोदी ने क्या कहा?

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ अल सऊद के बीच दिल्ली के हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय बैठक हुई।

इस बैठक के बाद पीएम मोदी ने कहा कि ये बैठक दोनों देशों के रिश्तों को नए आयाम पर ले जाएंगी।

उन्होंने कहा, ''हम अपने संबंधों में नए और आधुनिक आयाम जोड़ रहे हैं। भारत के लिए सऊदी अरब अहम स्ट्रैटिजिक साझेदारों में से एक है। विश्व की दो तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में हमारी साझेदारी पूरे क्षेत्र की शांति के लिए महत्वपूर्ण है। क्राउन प्रिंस के साथ बैठक के दैरान हमने अपनी साझेदारी को अगले पड़ाव पर ले जाने के लिए कई इनिशिएटिव की पहचान की है। इस बैठक से हमारे संबंधों को नई दिशा और नई ऊर्जा मिलेगी।''

पीएम मोदी ने कहा, ''भारत ने पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच कॉरिडोर स्थापित करने के लिए ऐतिहासिक शुरुआत की है। इससे बस दो देश ही आपस में नहीं जुड़ेंगे बल्कि यूरोप और एशिया के बीच आर्थिक सहयोग, ऊर्जा के विकास और डिजिटल कनेक्टिविटी को बल देगा। क्राउन प्रिंस आपके विजन 2030 के तहत सऊदी अरब जिस तरह तेज़ी से प्रगति कर रहा है उसके लिए आपका हृदय से अभिनंदन करता हूं।''

क्राउन प्रिंस तीन दिन के नई दिल्ली दौरे पर हैं और रविवार, 10 सितम्बर 2023 को ख़त्म हुए जी20 शिखर सम्मेलन के बाद सोमवार, 11 सितम्बर 2023 को पीएम मोदी से अपने राजकीय दौरे के दौरान मुलाकात की।

इससे पहले सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान औपचारिक स्वागत समारोह के लिए राष्ट्रपति भवन पहुंचे थे। यहां भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया था।

राहुल गांधी ने भारत- इंडिया नाम पर हो रही चर्चा, अल्पसंख्यकों और लोकतंत्र पर क्या कहा?

यूरोप की यात्रा पर गए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भारत- इंडिया नाम पर हो रही चर्चा, अल्पसंख्यकों और लोकतंत्र पर बात की है।

राहुल गांधी ने रविवार, 10 सितम्बर 2023 को एक वीडियो साझा किया, जिसमें वो पेरिस के साइंसेज़ पीओ यूनिवर्सिटी में छात्रों से बात करते दिख रहे हैं।

भारत के नाम बदलने की चर्चाओं को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि जो लोग 'नाम बदलना चाहते हैं वो इतिहास को नकारना चाहते हैं'।

राहुल गांधी ने कहा, ''संविधान में दोनों नाम हैं। इंडिया और भारत दोनों ही शब्द स्वीकार्य हैं। हो सकता है जब हमने अपने गठबंधन का नाम इंडिया के नाम पर रखा तो सरकार थोड़ा चिढ़ी हो और अब देश का नाम बदलने का फैसला किया हो। आप समझ सकते हैं कि चीजें कैसे चल रही हैं।''

गांधी ने कहा, "हम अपने गठबंधन का हमेशा कोई न कोई नाम देते हैं। लेकिन इससे कोई मकसद हल नहीं होता, लेकिन लोग अजीब तरीके से प्रतिक्रिया देते हैं। चीजें तो दिख रही हैं उससे कहीं गहरी बात है।''

राहुल गांधी ने कहा, "संविधान में भारत को 'इंडिया' यानी 'भारत राज्यों का यूनियन है' के रूप में परिभाषित किया गया है। इन राज्यों के लोगों की आवाज़ सुननी होगी और किसी भी आवाज़ को दबाने या डराने की ज़रूरत नहीं है। और संस्थाएं और ढांचा इस आवाज़ की रक्षा करता है उसे बचाना और उसे सुरक्षित रखना सबसे अहम बात है।''

उन्होंने कहा, ''मैंने गीता, उपनिषद् और हिंदू धर्म के कई ग्रंथ पढ़े हैं लेकिन बीजेपी जो कुछ कर रही है, उसमें हिंदू जैसा कुछ नहीं है।''

राहुल गांधी ने कहा, ''जब हम लोकतंत्र शब्द का इस्तेमाल करते हैं तो असल में हम आम आदमी की आवाज़ के बारे में बात कर रहे होते हैं। जैसा हमारे महान नेता महात्मा गांधी ने कहा था कि सबसे महत्वपूर्ण आवाज़ पंक्ति में अंतिम खड़े व्यक्ति की होती है।''

भारत में दलितों और अल्पसंख्यकों को लेकर किए गए एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि ‘यह भारत की सबसे बड़ी समस्या है।'

उन्होंने कहा, ''इससे लड़ने की ज़रूरत है। बीजेपी और आरएसएस दलित, आदिवासियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की आवाज़ और हिस्सेदारी को रोकने की पूरा दम लगाकर कोशिश कर रहे हैं। अगर दलित, मुस्लिम, उच्च जाति या किसी भी व्यक्ति पर हमला होता है तो मैं ऐसा इंडिया नहीं चाहता।''

राहुल ने कहा, ''हमें ये सुनिश्चित करना है कि जिन लोगों ने जो कुछ किया है उन्हें उनके किए की सज़ा मिलनी चाहिए क्योंकि जो लोग ऐसा करने की सोचते हैं उन्हें भी ये लगे कि भारत की आत्मा पर हमला करने के लिए उन्हें भी क़ीमत अदा करनी पड़ेगी।''

भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी महात्मा गांधी के ट्रस्टीशिप सिद्धांत में निहित है: बाइडन

जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने आए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन वियतनाम रवाना होने के पहले रविवार, 10 सितम्बर 2023 को दिल्ली स्थित महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक ट्वीट कर राजघाट ले जाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुक्रिया कहा है।

रविवार, 10 सितम्बर 2023 को जी20 सम्मेलन के लिए आए मेहमानों को लेकर पीएम मोदी दिल्ली के राजघाट पर महात्मा गांधी के समाधि स्थल पहुंचे थे।

सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर राष्ट्रपति बाइडन ने लिखा, ''भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी महात्मा गांधी के ट्रस्टीशिप सिद्धांत में निहित है। ट्रस्टीशिप हमारे देशों के बीच साझा मूल्य है और हमारे साझे ग्रह (पृथ्वी) के लिए भी अहम है।''

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा, ''धन्यवाद, प्रधानमंत्री जी, आज यहां हमें लाने के लिए।''

जी20 शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के बाद रविवार, 10 सितम्बर 2023 को राष्ट्रपति बाइडन वियतनाम चले गए।

मोदी-ट्रूडो द्विपक्षीय बातचीत: मोदी ने कनाडा में जारी 'भारत विरोधी गतिविधियों' को लेकर चिंताएं जताई

जी20 शिखर सम्मेलन के इतर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई।

इस दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में जारी 'भारत विरोधी गतिविधियों' को लेकर अपनी चिंताएं जताई हैं।

भारत के पीआईबी ने एक बयान जारी किया है जिसके मुताबिक, ''पीएम मोदी ने कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो से कनाडा में चरमपंथी तत्वों की भारत विरोधी गतिविधियां जारी रहने को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की।''

पीएम मोदी ने पीएम ट्रूडो से कहा, ''वे अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं और भारतीय राजनयिकों के ख़िलाफ़ हिंसा भड़का रहे हैं। वे राजनयिक परिसरों को क्षति पहुंचा रहे हैं और कनाडा में भारतीय समुदाय और उनके धार्मिक स्थलों पर धमकी दे रहे हैं।''

बयान के अनुसार, ''इन ताक़तों का संगठित अपराध, ड्रग सिंडिकेट और मानव तस्करी के साथ गठजोड़ है और कनाडा के लिए भी ये चिंता का विषय होना चाहिए। इन ख़तरों से निपटने के लिए दोनों देशों के बीच सहयोग ज़रूरी है।''

पीएम मोदी ने ये भी कहा कि भारत और कनाडा के रिश्ते को आगे बढ़ाने के लिए आपसी सम्मान और भरोसा बहुत ज़रूरी है।

कनाडा में पिछले कुछ महीनों के दौरान खालिस्तान समर्थक तत्वों ने भारत विरोधी कई प्रदर्शन किए हैं। पिछले दिनों भारत ने अपने ख़िलाफ़ ऐसे तत्वों के पोस्टर, प्रॉपेगैंडा सामग्रियों और भारतीय राजनयिकों को धमकी के बाद नई दिल्ली में कनाडा के हाई कमिश्नर को समन किया था।

डब्ल्यूटीओ में भारत और अमेरिका ने पॉल्ट्री उत्पादों के मुद्दे पर आख़िरी विवाद सुलझाया

विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में भारत और अमेरिका ने पॉल्ट्री उत्पादों के मुद्दे पर अपना आख़िरी विवाद सुलझा लिया है।

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, इसके साथ ही दोनों देशों ने वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइज़ेशन में लंबित सभी सातों व्यापार विवादों को आपसी सहमति से सुलझा लिया है।

दोनों देशों ने एक साझा बयान भी जारी किया है जिसमें कहा गया है, "विश्व व्यापार संगठन में भारत और अमेरिका के बीच लंबित सातवें और आख़िरी विवाद के निपटारे का दोनों देशों ने स्वागत किया है। जून, 2023 में छह द्विपक्षीय व्यापार विवादों के निपटारे के बाद ये हुआ है।''

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की दिल्ली में हुई मुलाकात के बाद दोनों देशों की ओर से ये साझा बयान जारी किया गया है।

राष्ट्रपति जो बाइडन जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए दो दिनों के लिए भारत दौरे पर आए हुए हैं।

राहुल गांधी ने कहा, वो और उनकी पार्टी अदानी की आलोचना क्यों करती है?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार, 8 सितम्बर 2023 को ब्रसेल्स में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्पष्ट शब्दों में कहा है कि वो और उनकी पार्टी अदानी की आलोचना क्यों करती है।

राहुल गांधी ने कहा, "हमें निजी या सरकारी सेक्टर से कोई समस्या नहीं है । हमें इस बात से दिक्कत होती है जब एक-दो लोग पूरे देश को वित्तीय तौर पर नियंत्रित करने लगते हैं।''

इसके साथ ही राहुल गांधी ने भारत में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर एमएसएमई सेक्टर को निशाना बनाने का आरोप लगाया है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों यूरोप दौरे पर हैं जिसमें वह नीदरलैंड, बेल्जियम और फ्रांस जैसे कई देश पहुंच रहे हैं।

इसी सिलसिले में राहुल गांधी ने शुक्रवार, 8 सितम्बर 2023 को बेल्जियम  राजधानी ब्रसेल्स में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया।

राहुल गांधी की पार्टी कांग्रेस और वह स्वयं अदानी समूह और उसकी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कथित करीबी रिश्तों की आलोचना करती रही है।

राहुल गांधी ने कहा, "अदानी जी से हमारी दिक्कत ये है कि वह बंदरगाहों, हवाई अड्डों, कृषि, अनाज गोदामों, रियल इस्टेट और सीमेंट बिज़नेस को नियंत्रित करते हैं। यह भारत के लिए ठीक नहीं है।''

राहुल गांधी ने कहा, "सरकारी नीतियों ने एक व्यवस्थित ढंग से हमारे रोजगार तंत्र की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाली एमएसएमई सेक्टर को निशाना बनाया है। अदानी जी से हमारी समस्या ये है कि वह बंदरगाहों, हवाई अड्डों, कृषि, अनाज गोदामों, रियल इस्टेट और सीमेंट बिज़नेस को नियंत्रित करते हैं।''

राहुल गांधी ने कहा, ''यह भारत के लिए फायदेमंद नहीं है। एक तरफ तो बीजेपी एकाधिकारवादी मॉडल को बढ़ावा दे रही है। वहीं, दूसरी तरफ़ नौकरियां पैदा करने वाले एमएसएमई सेक्टर को तबाह कर रही है। इसकी वजह से एक रोज़गार संकट खड़ा हो रहा है।''

कांग्रेस पार्टी पिछले काफ़ी समय से अदानी समूह के ख़िलाफ़ लगाए गए आरोपों की संसद में जेपीसी बनाकर जांच करने की मांग कर रही है।

हालांकि, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से इन आरोपों पर खुलकर बात नहीं की गयी है।

भारत को संयुक्त राष्ट्र में स्थाई सदस्य बनाने के लिए अमेरिका ने समर्थन दोहराया

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से उनकी मुलाक़ात बहुत उपयोगी रहीं। भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक और जनता के बीच संबंधों पर बातचीत हुई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच दोस्ती वैश्विक भलाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना जारी रखेगी।

शुक्रवार, 8 सितम्बर, 2023 को राष्ट्रपति बाइडन के दिल्ली पहुंचने के कुछ ही देर बाद दोनों नेताओं में द्विपक्षीय वार्ता हुई।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के मुलाक़ात के बाद अमेरिका की ओर से साझा बयान जारी किया गया है जिसमें निम्न प्रमुख बातें कही गई हैं -

- भारत को संयुक्त राष्ट्र में स्थाई सदस्य बनाने के लिए अमेरिका ने समर्थन दोहराया।

- इंडो-पैसेफ़िक क्षेत्र को स्वतंत्र रखने के लिए क्वाड की अहमियत पर भारत और अमेरिका में सहमति।

- जो बाइडन ने चंद्रयान 3 और आदित्य एल 1 मिशन के लिए भारत को बधाई दी। जो बाइडन ने इसरो और नासा में सहयोग बढ़ाने पर ज़ोर दिया।

- अमेरिका और भारत के बीच सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन पर भी बात हुई। इस क्षेत्र में अमेरिका भारत में कुल 700 मिलियन डॉलर का निवेश करेगा।

- भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को जारी रखने पर राष्ट्रपति बाइडन और प्रधानमंत्री मोदी ने सहमति जताई।

भारत की समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अमेरिकी ट्रेज़री सेक्रेटरी जैनेट येलेन, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन भी अमेरिका की ओर से इस मीटिंग में मौजूद थे।

भारत के प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल थे।

जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान मोदी अगले दो दिनों में विश्व के शीर्ष नेताओं से 15 द्विपक्षीय वार्ताएं करेंगे।