भारत

पीएम मोदी से मुलाकात के बाद सऊदी क्राउन प्रिंस एमबीएस ने क्या कहा?

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ अल सऊद दिल्ली में हुए जी 20 सम्मेलन के बाद भारत के राजकीय दौरे पर हैं।

इस दौरान उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय बैठक की।

बैठक के बाद क्राउन प्रिंस ने कहा, ''इस (भारत-सऊदी अरब) रिश्ते के इतिहास के दौरान कोई असहमति नहीं रही है, आज हम भविष्य के अवसरों पर काम कर रहे हैं... मैं भारत को जी 20 शिखर सम्मेलन के प्रबंधन और मध्य पूर्व, भारत और यूरोप को जोड़ने वाले आर्थिक गलियारे सहित हासिल की गई कई पहल के लिए बधाई देता हूं, ज़रूरी है कि हम इसे बनाने के लिए लगन से काम करें।''

क्राउन प्रिंस तीन दिन के नई दिल्ली दौरे पर हैं और रविवार, 10 सितम्बर 2023 को ख़त्म हुए जी20 शिखर सम्मेलन के बाद सोमवार, 11 सितम्बर 2023 को उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात की।

इससे पहले फरवरी 2019 में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने भारत का दौरा किया था ये उनका दूसरा राजकीय दौरा है।

भारत में जी20 के दौरान भारत-मध्य-पूर्व-यूरोप के बीच आर्थिक और रेल कॉरिडोर बनाने का समझौता हुआ है। इस समझौते को चीन के बेल्ट एंड रोड एनिशिएटिव के मुक़ाबले में किया जा रहा प्रयास माना जा रहा है।

सऊदी क्राउन प्रिंस एमबीएस से मुलाक़ात के बाद पीएम मोदी ने क्या कहा?

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ अल सऊद के बीच दिल्ली के हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय बैठक हुई।

इस बैठक के बाद पीएम मोदी ने कहा कि ये बैठक दोनों देशों के रिश्तों को नए आयाम पर ले जाएंगी।

उन्होंने कहा, ''हम अपने संबंधों में नए और आधुनिक आयाम जोड़ रहे हैं। भारत के लिए सऊदी अरब अहम स्ट्रैटिजिक साझेदारों में से एक है। विश्व की दो तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में हमारी साझेदारी पूरे क्षेत्र की शांति के लिए महत्वपूर्ण है। क्राउन प्रिंस के साथ बैठक के दैरान हमने अपनी साझेदारी को अगले पड़ाव पर ले जाने के लिए कई इनिशिएटिव की पहचान की है। इस बैठक से हमारे संबंधों को नई दिशा और नई ऊर्जा मिलेगी।''

पीएम मोदी ने कहा, ''भारत ने पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच कॉरिडोर स्थापित करने के लिए ऐतिहासिक शुरुआत की है। इससे बस दो देश ही आपस में नहीं जुड़ेंगे बल्कि यूरोप और एशिया के बीच आर्थिक सहयोग, ऊर्जा के विकास और डिजिटल कनेक्टिविटी को बल देगा। क्राउन प्रिंस आपके विजन 2030 के तहत सऊदी अरब जिस तरह तेज़ी से प्रगति कर रहा है उसके लिए आपका हृदय से अभिनंदन करता हूं।''

क्राउन प्रिंस तीन दिन के नई दिल्ली दौरे पर हैं और रविवार, 10 सितम्बर 2023 को ख़त्म हुए जी20 शिखर सम्मेलन के बाद सोमवार, 11 सितम्बर 2023 को पीएम मोदी से अपने राजकीय दौरे के दौरान मुलाकात की।

इससे पहले सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान औपचारिक स्वागत समारोह के लिए राष्ट्रपति भवन पहुंचे थे। यहां भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया था।

राहुल गांधी ने भारत- इंडिया नाम पर हो रही चर्चा, अल्पसंख्यकों और लोकतंत्र पर क्या कहा?

यूरोप की यात्रा पर गए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भारत- इंडिया नाम पर हो रही चर्चा, अल्पसंख्यकों और लोकतंत्र पर बात की है।

राहुल गांधी ने रविवार, 10 सितम्बर 2023 को एक वीडियो साझा किया, जिसमें वो पेरिस के साइंसेज़ पीओ यूनिवर्सिटी में छात्रों से बात करते दिख रहे हैं।

भारत के नाम बदलने की चर्चाओं को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि जो लोग 'नाम बदलना चाहते हैं वो इतिहास को नकारना चाहते हैं'।

राहुल गांधी ने कहा, ''संविधान में दोनों नाम हैं। इंडिया और भारत दोनों ही शब्द स्वीकार्य हैं। हो सकता है जब हमने अपने गठबंधन का नाम इंडिया के नाम पर रखा तो सरकार थोड़ा चिढ़ी हो और अब देश का नाम बदलने का फैसला किया हो। आप समझ सकते हैं कि चीजें कैसे चल रही हैं।''

गांधी ने कहा, "हम अपने गठबंधन का हमेशा कोई न कोई नाम देते हैं। लेकिन इससे कोई मकसद हल नहीं होता, लेकिन लोग अजीब तरीके से प्रतिक्रिया देते हैं। चीजें तो दिख रही हैं उससे कहीं गहरी बात है।''

राहुल गांधी ने कहा, "संविधान में भारत को 'इंडिया' यानी 'भारत राज्यों का यूनियन है' के रूप में परिभाषित किया गया है। इन राज्यों के लोगों की आवाज़ सुननी होगी और किसी भी आवाज़ को दबाने या डराने की ज़रूरत नहीं है। और संस्थाएं और ढांचा इस आवाज़ की रक्षा करता है उसे बचाना और उसे सुरक्षित रखना सबसे अहम बात है।''

उन्होंने कहा, ''मैंने गीता, उपनिषद् और हिंदू धर्म के कई ग्रंथ पढ़े हैं लेकिन बीजेपी जो कुछ कर रही है, उसमें हिंदू जैसा कुछ नहीं है।''

राहुल गांधी ने कहा, ''जब हम लोकतंत्र शब्द का इस्तेमाल करते हैं तो असल में हम आम आदमी की आवाज़ के बारे में बात कर रहे होते हैं। जैसा हमारे महान नेता महात्मा गांधी ने कहा था कि सबसे महत्वपूर्ण आवाज़ पंक्ति में अंतिम खड़े व्यक्ति की होती है।''

भारत में दलितों और अल्पसंख्यकों को लेकर किए गए एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि ‘यह भारत की सबसे बड़ी समस्या है।'

उन्होंने कहा, ''इससे लड़ने की ज़रूरत है। बीजेपी और आरएसएस दलित, आदिवासियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की आवाज़ और हिस्सेदारी को रोकने की पूरा दम लगाकर कोशिश कर रहे हैं। अगर दलित, मुस्लिम, उच्च जाति या किसी भी व्यक्ति पर हमला होता है तो मैं ऐसा इंडिया नहीं चाहता।''

राहुल ने कहा, ''हमें ये सुनिश्चित करना है कि जिन लोगों ने जो कुछ किया है उन्हें उनके किए की सज़ा मिलनी चाहिए क्योंकि जो लोग ऐसा करने की सोचते हैं उन्हें भी ये लगे कि भारत की आत्मा पर हमला करने के लिए उन्हें भी क़ीमत अदा करनी पड़ेगी।''

भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी महात्मा गांधी के ट्रस्टीशिप सिद्धांत में निहित है: बाइडन

जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने आए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन वियतनाम रवाना होने के पहले रविवार, 10 सितम्बर 2023 को दिल्ली स्थित महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक ट्वीट कर राजघाट ले जाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुक्रिया कहा है।

रविवार, 10 सितम्बर 2023 को जी20 सम्मेलन के लिए आए मेहमानों को लेकर पीएम मोदी दिल्ली के राजघाट पर महात्मा गांधी के समाधि स्थल पहुंचे थे।

सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर राष्ट्रपति बाइडन ने लिखा, ''भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी महात्मा गांधी के ट्रस्टीशिप सिद्धांत में निहित है। ट्रस्टीशिप हमारे देशों के बीच साझा मूल्य है और हमारे साझे ग्रह (पृथ्वी) के लिए भी अहम है।''

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा, ''धन्यवाद, प्रधानमंत्री जी, आज यहां हमें लाने के लिए।''

जी20 शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के बाद रविवार, 10 सितम्बर 2023 को राष्ट्रपति बाइडन वियतनाम चले गए।

मोदी-ट्रूडो द्विपक्षीय बातचीत: मोदी ने कनाडा में जारी 'भारत विरोधी गतिविधियों' को लेकर चिंताएं जताई

जी20 शिखर सम्मेलन के इतर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई।

इस दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में जारी 'भारत विरोधी गतिविधियों' को लेकर अपनी चिंताएं जताई हैं।

भारत के पीआईबी ने एक बयान जारी किया है जिसके मुताबिक, ''पीएम मोदी ने कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो से कनाडा में चरमपंथी तत्वों की भारत विरोधी गतिविधियां जारी रहने को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की।''

पीएम मोदी ने पीएम ट्रूडो से कहा, ''वे अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं और भारतीय राजनयिकों के ख़िलाफ़ हिंसा भड़का रहे हैं। वे राजनयिक परिसरों को क्षति पहुंचा रहे हैं और कनाडा में भारतीय समुदाय और उनके धार्मिक स्थलों पर धमकी दे रहे हैं।''

बयान के अनुसार, ''इन ताक़तों का संगठित अपराध, ड्रग सिंडिकेट और मानव तस्करी के साथ गठजोड़ है और कनाडा के लिए भी ये चिंता का विषय होना चाहिए। इन ख़तरों से निपटने के लिए दोनों देशों के बीच सहयोग ज़रूरी है।''

पीएम मोदी ने ये भी कहा कि भारत और कनाडा के रिश्ते को आगे बढ़ाने के लिए आपसी सम्मान और भरोसा बहुत ज़रूरी है।

कनाडा में पिछले कुछ महीनों के दौरान खालिस्तान समर्थक तत्वों ने भारत विरोधी कई प्रदर्शन किए हैं। पिछले दिनों भारत ने अपने ख़िलाफ़ ऐसे तत्वों के पोस्टर, प्रॉपेगैंडा सामग्रियों और भारतीय राजनयिकों को धमकी के बाद नई दिल्ली में कनाडा के हाई कमिश्नर को समन किया था।

डब्ल्यूटीओ में भारत और अमेरिका ने पॉल्ट्री उत्पादों के मुद्दे पर आख़िरी विवाद सुलझाया

विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में भारत और अमेरिका ने पॉल्ट्री उत्पादों के मुद्दे पर अपना आख़िरी विवाद सुलझा लिया है।

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, इसके साथ ही दोनों देशों ने वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइज़ेशन में लंबित सभी सातों व्यापार विवादों को आपसी सहमति से सुलझा लिया है।

दोनों देशों ने एक साझा बयान भी जारी किया है जिसमें कहा गया है, "विश्व व्यापार संगठन में भारत और अमेरिका के बीच लंबित सातवें और आख़िरी विवाद के निपटारे का दोनों देशों ने स्वागत किया है। जून, 2023 में छह द्विपक्षीय व्यापार विवादों के निपटारे के बाद ये हुआ है।''

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की दिल्ली में हुई मुलाकात के बाद दोनों देशों की ओर से ये साझा बयान जारी किया गया है।

राष्ट्रपति जो बाइडन जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए दो दिनों के लिए भारत दौरे पर आए हुए हैं।

राहुल गांधी ने कहा, वो और उनकी पार्टी अदानी की आलोचना क्यों करती है?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार, 8 सितम्बर 2023 को ब्रसेल्स में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्पष्ट शब्दों में कहा है कि वो और उनकी पार्टी अदानी की आलोचना क्यों करती है।

राहुल गांधी ने कहा, "हमें निजी या सरकारी सेक्टर से कोई समस्या नहीं है । हमें इस बात से दिक्कत होती है जब एक-दो लोग पूरे देश को वित्तीय तौर पर नियंत्रित करने लगते हैं।''

इसके साथ ही राहुल गांधी ने भारत में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर एमएसएमई सेक्टर को निशाना बनाने का आरोप लगाया है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों यूरोप दौरे पर हैं जिसमें वह नीदरलैंड, बेल्जियम और फ्रांस जैसे कई देश पहुंच रहे हैं।

इसी सिलसिले में राहुल गांधी ने शुक्रवार, 8 सितम्बर 2023 को बेल्जियम  राजधानी ब्रसेल्स में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया।

राहुल गांधी की पार्टी कांग्रेस और वह स्वयं अदानी समूह और उसकी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कथित करीबी रिश्तों की आलोचना करती रही है।

राहुल गांधी ने कहा, "अदानी जी से हमारी दिक्कत ये है कि वह बंदरगाहों, हवाई अड्डों, कृषि, अनाज गोदामों, रियल इस्टेट और सीमेंट बिज़नेस को नियंत्रित करते हैं। यह भारत के लिए ठीक नहीं है।''

राहुल गांधी ने कहा, "सरकारी नीतियों ने एक व्यवस्थित ढंग से हमारे रोजगार तंत्र की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाली एमएसएमई सेक्टर को निशाना बनाया है। अदानी जी से हमारी समस्या ये है कि वह बंदरगाहों, हवाई अड्डों, कृषि, अनाज गोदामों, रियल इस्टेट और सीमेंट बिज़नेस को नियंत्रित करते हैं।''

राहुल गांधी ने कहा, ''यह भारत के लिए फायदेमंद नहीं है। एक तरफ तो बीजेपी एकाधिकारवादी मॉडल को बढ़ावा दे रही है। वहीं, दूसरी तरफ़ नौकरियां पैदा करने वाले एमएसएमई सेक्टर को तबाह कर रही है। इसकी वजह से एक रोज़गार संकट खड़ा हो रहा है।''

कांग्रेस पार्टी पिछले काफ़ी समय से अदानी समूह के ख़िलाफ़ लगाए गए आरोपों की संसद में जेपीसी बनाकर जांच करने की मांग कर रही है।

हालांकि, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से इन आरोपों पर खुलकर बात नहीं की गयी है।

भारत को संयुक्त राष्ट्र में स्थाई सदस्य बनाने के लिए अमेरिका ने समर्थन दोहराया

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से उनकी मुलाक़ात बहुत उपयोगी रहीं। भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक और जनता के बीच संबंधों पर बातचीत हुई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच दोस्ती वैश्विक भलाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना जारी रखेगी।

शुक्रवार, 8 सितम्बर, 2023 को राष्ट्रपति बाइडन के दिल्ली पहुंचने के कुछ ही देर बाद दोनों नेताओं में द्विपक्षीय वार्ता हुई।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के मुलाक़ात के बाद अमेरिका की ओर से साझा बयान जारी किया गया है जिसमें निम्न प्रमुख बातें कही गई हैं -

- भारत को संयुक्त राष्ट्र में स्थाई सदस्य बनाने के लिए अमेरिका ने समर्थन दोहराया।

- इंडो-पैसेफ़िक क्षेत्र को स्वतंत्र रखने के लिए क्वाड की अहमियत पर भारत और अमेरिका में सहमति।

- जो बाइडन ने चंद्रयान 3 और आदित्य एल 1 मिशन के लिए भारत को बधाई दी। जो बाइडन ने इसरो और नासा में सहयोग बढ़ाने पर ज़ोर दिया।

- अमेरिका और भारत के बीच सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन पर भी बात हुई। इस क्षेत्र में अमेरिका भारत में कुल 700 मिलियन डॉलर का निवेश करेगा।

- भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को जारी रखने पर राष्ट्रपति बाइडन और प्रधानमंत्री मोदी ने सहमति जताई।

भारत की समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अमेरिकी ट्रेज़री सेक्रेटरी जैनेट येलेन, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन भी अमेरिका की ओर से इस मीटिंग में मौजूद थे।

भारत के प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल थे।

जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान मोदी अगले दो दिनों में विश्व के शीर्ष नेताओं से 15 द्विपक्षीय वार्ताएं करेंगे।

पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडन के बीच मुलाक़ात: किन मुद्दों पर हुई बात?

जी20 बैठक में हिस्सा लेने भारत आए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच प्रधानमंत्री कार्यालय में वार्ता हुई है।

इस बातचीत के बाद भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय ने तस्वीरें जारी की हैं।

शनिवार, 9 सितम्बर 2023 से दिल्ली में जी20 देशों का शिखर सम्मेलन शुरू हो रहा है जिसमें शिरकत के लिए दुनिया के तमाम राष्ट्राध्यक्ष भारत पहुँच रहे हैं।

भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय ने मुलाकात के बारे में ट्वीट करते हुए लिखा, "पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडन लोक कल्याण मार्ग पर बातचीत कर रहे हैं। उनके बीच बातचीत कई मुद्दों पर हो रही है और इन वार्ताओं से भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को और मज़बूत किया जाएगा।''

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन शुक्रवार, 8 सितम्बर 2023 की शाम जी 20 बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं।

एयरपोर्ट पर उनका स्वागत भारत के केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने किया।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन एयरपोर्ट से सीधे होटल गए और इसके बाद पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ताओं में शामिल हुए।

ऑर्गनाइज़्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट: राहुल ने पीएम मोदी की भूमिका पर सवाल उठाए

अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस समर्थित संस्था 'ऑर्गनाइज़्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (ओसीसीआरपी)' की ओर से अदानी समूह पर आरोप लगाने के बाद भारत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गौतम अदानी के भाई विनोद अदानी की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।

राहुल गांधी ने गुरुवार, 31 अगस्त 2023 को मुंबई में एक संवाददाता सम्मेलन में ओसीसीआरपी रिपोर्ट को लेकर अदानी समूह पर निशाना साधा।

राहुल गांधी ने इस रिपोर्ट में किए गए दावे पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा है कि गौतम अदानी के भाई विनोद अदानी के साथ दो विदेशी लोग जुड़े हुए हैं, ऐसे में यहां गंभीर सवाल उठते हैं कि आख़िर ये पैसा अदानी का है या किसी और का?

उन्होंने कहा कि आख़िर इन विदेशी लोगों को भारत के बुनियादी ढांचे में कैसे काम करने दिया जा रहा है?

राहुल गांधी ने कांग्रेस की उस पुरानी मांग को दोहराया है कि अदानी प्रकरण की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से विस्तृत जांच करवाई जाए। उन्होंने जेपीसी से जांच कराने की मांग को राष्ट्रीय महत्व का मामला क़रार देते हुए दावा किया है कि इस मसले पर विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडिया' में कोई मतभेद नहीं है।

राहुल गांधी ने अदानी समूह पर लगे आरोपों की स्वच्छ जांच कराने की केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के जिन अधिकारी ने गौतम अदानी को क्लीन चिट दी, अब वे अदानी समूह संचालित समाचार संस्था एनडीटीवी में निदेशक बना दिए गए हैं।

इस पर उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह हुआ कि कोई जांच नहीं हुई और प्रधानमंत्री इस मामले की कोई जांच नहीं चाहते। उन्होंने दावा किया है कि भारत की साख अब दांव पर लग गई है।

उनके अनुसार, "भारत में अब सबके लिए समान मौक़े नहीं रह गए हैं। सारे कॉन्ट्रैक्ट्स और परियोजनाएं एक शख़्स को दे दिए गए। केवल एक आदमी देश की सारी संपत्ति ख़रीद रहा है।''

राहुल गांधी ने कहा, "सिर्फ़ एक व्यक्ति को प्रधानमंत्री इस तरह से क्यों प्रोटेक्ट कर रह रहे हैं? क्यों एक शख़्स जो मोदी जी के बहुत क़रीब है, उसे अपने शेयर प्राइस बढ़ाने के लिए अरबों डॉलर का निवेश करने दिया जा रहा है? ये शख़्स फिर इसी पैसे से देश में हवाई अड्डे और बंदरगाह आदि पर कब्ज़ा कर रहा है। आख़िर इस मामले की जांच क्यों नहीं हो रही है? इसकी जेपीसी से जांच कराई जानी चाहिए।''

उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं? मामले की जांच के आदेश क्यों नहीं दे रहे हैं? उन्हें इस मामले में ख़ुद को बेदाग़ साबित करना होगा। भारत में जी-20 की बैठक हो रही है। ये भारत की छवि का सवाल है। इसलिए हम इस मुद्दे को उठा रहे हैं।''