मालगाड़ी की चपेट में आने से महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 16 प्रवासी मज़दूरों की मौत
भारत में महाराष्ट्र के औरंगाबाद में मालगाड़ी की चपेट में आने से 16 प्रवासी मज़दूरों की मौत हो गई है।
दक्षिण मध्य रेलवे ने एक बयान जारी कर बताया है कि ये हादसा परभनी-मनमाड़ सेक्शन के बदनापुर और करमाड़ रेलवे स्टेशन के बीच शुक्रवार तड़के हुआ।
बयान के अनुसार मनमाड़ की तरफ जा रही एक मालगाड़ी पटरी पर सो रहे 19 लोगों के एक समूह पर चढ़ गई थी। 14 लोगों की मौक़े पर ही मौत हो गई जबकि गंभीर रूप से घायल होने के कारण 2 लोगों ने बाद में दम तोड़ दिया।
बयान में कहा गया है कि मालगाड़ी से ड्राइवर ने पटरी पर सोते लोगों के देखने के बाद तुरंत हॉर्न बजाया और ट्रेन रोकने की पूरी कोशिश की।
दक्षिण मध्य रेलवे का कहना है कि हादसे के कारणों की स्वतंत्र जांच दक्षिण मध्य रेलवे के रेलवे सेफ्टी कमिश्नर राम कृपाल की अध्यक्षता में की जाएगी।
इससे पहले दक्षिण मध्य रेलवे के चीफ़ पीआरओ ने बीबीसी हिंदी से हादसे की पुष्टि की थी और बताया था कि, "ऐसा लगता है कि मज़दूर पटरी पर सो रहे थे।''
दुर्घटना में घायल हुए एक व्यक्ति का इलाज औरंगाबाद के सिविल अस्पताल में चल रहा है।
औरंगाबाद के एसपी मोक्षदा पाटिल ने बीबीसी मराठी के निरंजन छानवाल को बताया कि सभी मज़दूर औरंगाबाद के पास जालना की एक स्टील फैक्ट्री में काम करते थे।
ये लोग जालना से भुसावल की तरफ़ जा रहे थे। उन्हें बताया गया था कि भुसावल से ट्रेन मिल जाएगी।
परभनी-मनमाड रेल सेक्शन पर बदनापुर और कर्माड रेलवे स्टेशन के बीच ये दुर्घटना हुई।
कर्माड पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, ''मजदूर मध्य प्रदेश लौट रहे थे। वे रेल पटरी के साथ चल रहे थे और थकान की वजह से पटरी पर सो गए।''
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, "महाराष्ट्र के औरंगाबाद में हुई रेल दुर्घटना में लोगों की मौत बहुत ही दुखद है। रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात हुई है। उनकी नज़र पूरे मामले पर बनी हुई है। सभी संभव मदद मुहैया कराई जाएगी।''
दुर्घटना पर भारतीय रेल मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा, "आज सवेरे जब लोको पायलट ने देखा कि कुछ मजदूर पटरी पर सो रहे हैं तो उन्होंने ट्रेन रोकने की कोशिश की। लेकिन आख़िरकार ट्रेन ने उन्हें टक्कर मार दी। इस संबंध में जांच के आदेश दिए गए हैं।''
साउथ-सेंट्रल ज़ोन के रेलवे सेफ़्टी कमिश्नर राम कृपाल इस रेल दुर्घटना की स्वतंत्र जांच करेंगे।