क़तर में फंसे 300 भारतीयों की घर वापसी हुई
कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण क़तर में फंसे 300 से अधिक भारतीय स्वदेश वापस लौट आए हैं। इन लोगों को लेकर पहला चार्टर्ड विमान शुक्रवार को नागपुर पहुंचा और दूसरा विमान शनिवार को मुंबई में उतरा।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ ये फ्लाइट्स भारत सरकार के वंदे भारत मिशन का हिस्सा नहीं थे। इनकी व्यवस्था दोहा स्थित भारतीय सांस्कृतिक केंद्र के प्रतिनिधियों ने किया था।
दोहा स्थित इंडियन कल्चरल सेंटर के उपाध्यक्ष विनोद नायर ने बताया कि नागपुर पहुंचने वाली फ्लाइट में छत्तीसगढ़ के 86, मध्य प्रदेश के 34 और महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के 52 लोग थे। इन्होंने किराये के तौर पर 24 हज़ार रुपये दिए थे। मुंबई पहुंचने वाले लोगों ने किराये के तौर पर 20 हज़ार रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से अदा किए।
विनोद नायर ने बताया कि क़तर में बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जो घर वापस लौटना चाहते हैं। उन्होंने बताया, ''हमने इंडिगो एयरलाइंस और भारतीय दूतावास से उनकी वापसी के बारे में बात की। क़तर में भारतीय सांस्कृतिक केंद्र के महाराष्ट्र मंडल से जुड़े लोगों ने उनके टिकट के रुपये इकट्ठा किए और यात्रा दस्तावेज़ों का प्रबंध किया।''
उन्होंने बताया कि 169 यात्रियों को लेकर एक और यात्री विमान सोमवार को गोवा पहुंचेगा।
इस चार्टर्ड फ़्लाइट से नागपुर पहुंचने वाले एक यात्री मधुसूदन एकरे ने पीटीआई को बताया कि वे चार मार्च को बिज़नेस वीज़ा पर क़तर पहुंचे थे लेकिन लॉकडाउन के कारण वहीं फंस गए।
उन्हें सोशल मीडिया से भारतीय सांस्कृतिक केंद्र की इस पहल के बारे में जानकारी मिली थी।