दिल्ली / एन सी आर

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एआईसीसी अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एआईसीसी अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तालकटोरा स्टेडियम में युवा क्रांति यात्रा के समापन को संबोधित किया

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तालकटोरा स्टेडियम में युवा क्रांति यात्रा के समापन को संबोधित किया 

कांग्रेस मुख्यालय में अरबिंद सिंह द्वारा एआईसीसी प्रेस वार्ता

कांग्रेस मुख्यालय में अरबिंद सिंह द्वारा एआईसीसी प्रेस वार्ता

अभिषेक मनु सिंघवी ने राफेल सौदे पर सुप्रीम कोर्ट फैसले, 1 9 84 के दंगों और 2002 के गुजरात दंगों पर मीडिया को संबोधित किया

अभिषेक मनु सिंघवी ने राफेल सौदे पर सुप्रीम कोर्ट फैसले, 1 9 84 के दंगों और 2002 के गुजरात दंगों पर मीडिया को संबोधित किया 

दिल्ली में राशन घोटाला उजागर, केजरीवाल ने खाद्य आयुक्त को सस्पेंड किया

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को राशन प्रणाली में कथित अनियमितताएं मिलने के बाद दिल्ली के खाद्य आयुक्त को सस्पेंड करने का आदेश दिया है।

दिल्ली के खाद्य मंत्री इमरान हुसैन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि खाद्य आयुक्त के निलंबन के आदेश लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल को भेज दिए गए हैं। इमरान हुसैन ने कहा कि मंगलवार रात, हम नांगलोई में एक राशन की दुकान पर गए और पाया कि दुकानदार द्वारा राशन की प्राप्ति के बावजूद स्टॉक से गेहूं और चावल गायब था।

न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, उन्होंने कहा कि 152 क्विंटल गेहूं और 38 क्विंटल चावल दुकान पर भेजा गया था, जो कि दिसंबर माह में वितरित किया जाना था। मंत्री ने कहा कि उन्हें इसमें घोटाले का संदेह हुआ जिसके बाद उन्होंने तुरंत मुख्यमंत्री को इस संबंध में एक रिपोर्ट भेजी।

इमरान हुसैन ने संवाददाताओं से कहा कि जिसके बाद मुख्यमंत्री ने तत्काल प्रभाव से खाद्य आयुक्त को सस्पेंड करने का आदेश दिया है। इस आदेश की कॉपी एलजी को भी भेज दी गई है।

फर्जी डिग्री मामला : अंकिव ने डूसू अध्यक्ष पद छोड़ा, एनएसयूआई ने दोबारा चुनाव की मांग की

फर्जी डिग्री मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की सलाह पर दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन (डूसू) अध्यक्ष अंकिव बसोया ने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अंकिव के इस्तीफे के बाद एनएसयूआई ने फिर से चुनाव कराने की मांग की है।

जानकारी के अनुसार, फर्जी डिग्री मामले में अंकिव बसोया की मुश्किलें बढ़ गई हैं। एबीवीपी ने अंकिव बसोया को आज ही डूसू अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के लिए कहा था। एबीवीपी ने कहा कि उन्होंने जांच पूरी होने तक अंकिव को संगठन की सभी जिम्मेदारियों से निलंबित भी कर दिया है।

बता दें कि अंकिव बसोया ने सितंबर, 2018 में डूसू अध्यक्ष पद का चुनाव जीता था। चुनाव के बाद एनएसयूआई ने अंकिव की तिरूवल्लुवर यूनिवर्सिटी से ली गई स्नातक की डिग्री की प्रामाणिकता पर सवाल उठाते हुए डीयू से उसे तुरंत अध्यक्ष पद से हटाने की मांग की थी। डूसू चुनाव में तीन पदों पर एबीवीपी, जबकि एक पद पर एनएसयूआई ने चुनाव जीता था।

एबीवीपी की राष्ट्रीय मीडिया संयोजक मोनिका चौधरी ने कहा कि अंकिव के डूसू अध्यक्ष चुने जाने के बाद से ही यह मामला चर्चा में था। उस समय भी एबीवीपी ने स्पष्ट कर दिया था कि दिल्ली विश्वविद्यालय के पास दस्तावेजों की प्रामाणिकता जांचने के सभी अधिकार हैं और सभी अफवाहों को रोकने के लिए उसे इसकी जांच करनी चाहिए। एबीवीपी ने हमेशा छात्रों के कल्याण में काम किया है और वह किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी का समर्थन नहीं करती है।

छात्रों के संघर्ष, भावनाओं और अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए और दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन की वास्तविकता को बनाए रखने के लिए ही एबीवीपी ने अंकिव से अपने पद से इस्तीफा देने के लिए कहा है और डीयू द्वारा सत्यापन प्रक्रिया पूरी किए जाने तक उन्हें संगठन की सभी जिम्मेदारियों से भी हटा दिया गया है।

एनएसयूआई ने एबीवीपी द्वारा अंकिव बसोया को डूसू अध्यक्ष पद छोड़ने के लिए कहने पर इसे देरी से लिया गया फैसला बताते हुए इसका स्वागत किया है। इसके साथ ही एनएसयूआई ने दोबारा से डूसू चुनाव कराने की मांग की है।

एनएसयूआई की पदाधिकारी रुचि गुप्ता ने कहा कि 20 नवंबर को आने वाले हाईकोर्ट के फैसले से पहले जिसमें अंकिव बसोया को अयोग्य घोषित किया जाता एबीवीपी द्वारा अंकिव से इस्तीफा मांगना कोई नैतिकता के आधार पर उठाया गया कदम नहीं है, बल्कि यह स्पष्ट रूप से दबाव में लिया गया एक फैसला है। यह एबीवीपी द्वारा खेदजनक बचाव का प्रयास है।

एनएसयूआई ने कहा कि दोबारा चुनाव के लिए लिंग्दोह कमेटी की गाइडलाइंस द्वारा निर्धारित 2 महीने का समय खत्म होने के बाद एबीवीपी की ओर से आज अंकिव से इस्तीफे लिए कहना स्पष्ट रूप से क्रूर और भयावह है।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में प्रोफेसरों की एक सभा को संबोधित किया

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में प्रोफेसरों की एक सभा को संबोधित किया 

कांग्रेस मुख्यालय में डीयूएसयू परिणामों पर अजय माकन द्वारा एआईसीसी प्रेस ब्रीफिंग

कांग्रेस मुख्यालय में डीयूएसयू परिणामों पर अजय माकन द्वारा एआईसीसी प्रेस ब्रीफिंग

कांग्रेस का आरोप : ईवीएम में गड़बड़ियां हुई हैं, मतपत्रों से दोबारा हो डूसू चुनाव

कांग्रेस ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से हुए मतदान में धांधली का आरोप लगाते हुए मतपत्रों के जरिये दोबारा मतदान कराने की मांग की है और कहा है कि इस मामले में न्यायालय का विकल्प भी खुला है।

कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता तथा दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि डूसू चुनाव में महत्वपूर्ण पदों पर पहले कांग्रेस समर्थित छात्र संगठन एनएसयूआई के उम्मीदवार आगे चल रहे थे। करीब एक घंटे तक मतगणना रोकी गई और उसके बाद जब दोबारा मतगणना शुरू हुई तो स्थिति बदलने लगी।

न्यूज एजेंसी वार्ता के अनुसार, डूसू के चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए उन्होंने दोबारा और ईवीएम की बजाय मतपत्रों से चुनाव कराने की मांग की और कहा कि वोटों की गिनती सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि ईवीएम में गड़बड़ियां हुई हैं, जिसके कारण एनएसयूआई के उम्मीदवार पिछड़ गए। माकन ने कहा कि जब डूसू छात्र संघ चुनाव में ईवीएम विश्वसनीय नहीं हैं और इसके जरिये गड़बड़ी हो सकती है तो विधानसभाओं तथा लोकसभा के चुनाव में क्या हाल होते होंगे, इसका अनुमान लगाया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि डूसू चुनाव में जिन वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल हुआ है उनकी आपूर्ति इलेक्ट्रोनिक कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ईसीआईएल) द्वारा की जाती है। ईवीएम के इस्तेमाल का प्रशिक्षण भी ईसीआईएल के कर्मचारियों द्वारा ही दिया जाता है और यही कंपनी चुनाव आयोग को भी ईवीएम की आपूर्ति करती है।

माकन ने कहा कि छात्र संघ चुनाव में जब इन मशीनों के इस्तेमाल से गड़बड़ी की जा सकती है तो बड़े चुनाव में सत्ता हथियाने के लिए निश्चित रूप से इनके जरिये धांधली की जाती होगी।

'जेएनयू में नहीं चलेंगे छोटे कपड़े और मीट'

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में आरएसएस से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) द्वारा कथित रूप से लगाए गए पोस्टरों में महिलाओं के छोटे कपड़े पहनने पर प्रतिबंध, विश्वविद्यालय को राष्ट्र विरोधी कामरेडों से बचाने और मांसाहार परोसने वाले भोजनालयों को बंद कराने का वादा किया गया है। हालांकि छात्र संगठन ने इस तरह के पोस्टर जारी करने से साफ इनकार किया है।

एबीवीपी के सौरभ शर्मा ने कहा, ''हमने इस तरह का कोई पोस्टर जारी नहीं किया है।''

न्यूज एजेंसी भाषा ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, ''ये पोस्टर सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं। एबीवीपी के ये कथित पोस्टर उसी दिन सामने आये हैं, जब राजनीतिक रूप से सक्रिय परिसर में जेएनयू छात्र संघ के अहम पदों के लिये मतदान चल रहा है।''

पोस्टर में लिखा है, ''रात में लड़कियों के लिये केन्द्रीय पुस्तकालय की समयसीमा में कमी, लड़कियों के लिए सिर्फ भारतीय परिधान और अतिरिक्त छोटे कपड़ों की मनाही, लड़कों के छात्रावास में लड़कियों के प्रवेश पर रोक और जन्मदिन का कोई जश्न नहीं। यौन उत्पीड़न एवं छेड़छाड़ के मामलों को रोकने के लिये हमलोग इन सभी उपायों को सुनिश्चित करेंगे।''

पोस्टर में जो अन्य चुनावी वादे किये गये हैं, वे हैं, ''जेएनयू को 'आतंकवादियों और राष्ट्र विरोधी कामरेडों' से बचाना, जेएनयू परिसर में मांसाहार परोसने पर प्रतिबंध और गंगा ढाबा (परिसर में मौजूद भोजनालय) की समयसीमा को नियंत्रित करना। घोषणापत्र में गंगा ढाबा को 'वामपंथियों एवं छेड़छाड़ करने वालों का अड्डा' बताया गया है।''

जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में एबीवीपी चार अहम पदों पर संयुक्त वाम मोर्चा के खिलाफ चुनाव लड़ रहा है। संयुक्त वाम मोर्चा परिसर में सभी वाम दलों (एआईएसए, एआईएसएफ, डीएसएफ और एसएफआई) का गठबंधन है। मतों की गणना शुक्रवार रात को शुरू होगी और रविवार सुबह नतीजे घोषित होने की संभावना है।