दिल्ली / एन सी आर

प्रधानमंत्री को दिल्ली के लोगों के लिए किए जा रहे जनहित के कार्यों में बाधा नहीं डालनी चाहिए: केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री को दिल्ली के लोगों के लिए किए जा रहे जनहित के कार्यों में बाधा नहीं डालनी चाहिए।

दिल्ली में तीस हजारी कोर्ट के बाहर फायरिंग, एक पुलिसकर्मी घायल

दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट के बाहर फायरिंग हुई है। ये फायरिंग कोर्ट के गेट के बाहर हुई है। इस फायरिंग में एक पुलिसकर्मी के घायल होने की खबर है। घायल शख्स को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी स्थिति स्थिर बनी हुई है।

बताया जा रहा है कि कोर्ट में आज भी सबकुछ सामान्य चल रहा था। लोगों की भारी भीड़ थी। तभी अचानक कोर्ट परिसर के गेट नंबर 2 के पास गोलीबारी शुरू हो गई। गोली की आवाज सुनते ही आसपास में अफरातफरी मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे।

सूचना मिलते ही घटना स्थल पर तत्काल पुलिस पहुंच गई, पुलिस ने मौके से एक हथियार बरामद किया। बताया जा रहा है कि इसी से गोली चलाई गई थी। इस गोलीबारी के पीछे गैंगवार की आशंका जताई जा रही है क्योंकि फायरिंग उस वक्त हुई, जब वहां कुछ आरोपियों को लाया जा रहा था। फिलहाल पुलिस मामले की जाँच में जुटी है।

दिल्ली अब 'क्राइम कैपिटल' कही जाने लगी है : आर एस यादव

समाजवादी पार्टी दिल्ली प्रदेश के प्रमुख महासचिव एवं प्रवक्ता आर एस यादव ने दिल्ली की केजीवाल सरकार और केंद्र की मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली में प्रशासन का नागरिकों के हितों के प्रति गैर-जिम्मेदारी का रवैया इतना बुरा है कि दिल्ली अब 'क्राइम कैपिटल' कही जाने लगी है। यहां महिलाओं के साथ हर घड़ी छेड़छाड़ और बलात्कार जैसे गंभीर अपराध होते रहते हैं, बच्चों को भेड़-बकरी की तरह ठूंसकर बिना लाइसेंस वाली स्कूल वैन सड़कों पर कानून को रौंदती हैं।

समाजवादी पार्टी दिल्ली प्रदेश के प्रमुख महासचिव एवं प्रवक्ता आर एस यादव ने कहा कि आंधी से यहां विश्व की सर्वश्रेष्ठ मानी जाने वाली मेट्रो 3-4 घंटे तक हजारों यात्रियों को परेशानी में फंसाकर बेबसी के प्लेटफार्म पर ला पटकती है।

उन्होंने कहा कि और तो और ट्रैफिक लाइटों पर गाड़ियों को पंक्चर या फिर उनके शीशे तोड़कर लूट के सौदागर जिंदगियों के साथ खिलवाड़ करते हैं और दिल्ली-एनसीआर में हजारों लोगों की अपनी गाढ़ी कमाई से खरीदी गई गाड़ियों को चंद चोर बगल के राज्य में धड़ल्ले से बेचते रहते हैं। यह देश की राजधानी की सच्चाई है।

आर एस यादव ने कहा कि सिर्फ सीसीटीवी कैमरे लगा कर भी इन हालात को बहुत हद तक कंट्रोल किया जा सकता था, पर ऐसा नहीं हुआ। और अब जब यह सब होने के हालात बन गए तो केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच 'कौन बड़ा' की तकरार शुरू हो गई है।

आर एस यादव ने दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार को चेताते हुए कहा कि याद रखिए, जनता 'जनार्दन' होती है, वो सब कुछ देखती है। वो 'सही समय आने पर सही न्याय' करती है, जैसा उसने कर्नाटक में किया। वहां भाजपा की नीतियों को बहुमत हासिल नहीं होने दिया और कांग्रेस को भी जता दिया कि पिछड़ों का आगे बढ़कर हाथ नहीं पकड़ने से सत्ता कैसे हाथ से फिसल जाती है!

आर एस यादव ने आगाह करते हुए कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी और केंद्र में भाजपा को भी यहां की जनता की ताकत को समझना पड़ेगा और यहां के हाल सुधारने के लिए ठोस कदम जल्दी उठाने पड़ेंगे वर्ना परिणाम भुगतने की तैयारी कर लें।

आतंकवाद को मजहब से जोड़कर उसका नामकरण करना उचित नहीं होगा : आर एस यादव

जेएनयू की गिनती भारत के बौद्धिक संस्थानों में होती है। यहां का छात्र वर्ग देश-दुनिया की वर्तमान स्थिति को लेकर काफी चर्चा और मंथन करता रहा है। उसकी सोच का दायरा बहुत बड़ा और संवेदनशील है।

समाजवादी पार्टी दिल्ली प्रदेश के प्रमुख महासचिव एवं प्रवक्ता आर एस यादव ने कहा, ''अभी खबर आई है कि जेएनयू में 'इस्लामी आतंकवाद' पर एक पाठ्यक्रम शुरू होगा। क्या किसी भी तरह की नकारात्मक गतिविधि को, जैसे आतंकवाद को मजहब से जोड़कर उसका नामकरण करना उचित होगा?''

आर एस यादव ने कहा, ''अपने देश की बहुलता का तकाजा तो यह कतई इजाजत नहीं देता कि एक बहुत बड़े वर्ग की भावना को ठेस पहुंचाते हुए एक बुराई को सिर्फ उनके मत्थे मढ़कर काम चला लिया जाए। जिन देशों में कथित तौर पर इस्लाम के नाम पर भी खुद की पहचान बना कर आतंकवाद सिर उठा रहा है। वहां भी ऐसे संबोधनों के जरिए यह एकपक्षीय जहरीली हवा नहीं चलाई जाती। हर धर्म की स्थापना उसकी कौम की तरक्की के लिए की गई थी, उसमें गलत तत्व घुसते चले गए और वे उन्हें रोक नहीं पाए।''

समाजवादी पार्टी दिल्ली प्रदेश के प्रमुख महासचिव एवं प्रवक्ता आर एस यादव ने कहा कि इसलिए अगर जेएनयू जैसे उच्च स्तरीय संस्थानों की शुचिता और स्वतंत्र विचारधारा को जिंदा रखने में केंद्र सरकार का यकीन है तो ऐसे अनर्गल कोर्स की बात नहीं की जानी चाहिए। जमीनी स्तर पर आतंकवाद का विरोध करने की ठोस कार्रवाई से बात बनेगी, बंद कमरे में आतंकवाद पढ़ाने से कुछ नहीं होगा।

आर एस यादव ने कहा, अखिलेश यादव युवाओं को आधुनिक तकनीक के सहारे नए मुकाम हासिल करने के पक्षधर हैं

समाजवादी पार्टी दिल्ली प्रदेश के प्रमुख महासचिव एवं प्रवक्ता आर एस यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के युवा वर्ग को मुफ्त लैपटॉप बांटकर पहली ठोस पहल करने वाली समाजवादी पार्टी की भविष्यगामी नीतियों की फिर विजय हुई है।

आर एस यादव ने कहा कि विश्व की सबसे बड़ी ई-कामर्स डील, जो कि भारत की एक नामी कंपनी और विश्व की सबसे बड़ी कंपनी के बीच हुई, उसने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की दूरदर्शिता पर मुहर लगा दी है।

समाजवादी पार्टी दिल्ली प्रदेश के प्रमुख महासचिव आर एस यादव ने कहा कि अखिलेश यादव युवाओं को आधुनिक तकनीक के सहारे नए मुकाम हासिल करने के पक्षधर हैं।

आर एस यादव ने कहा कि असल में, डा राम मनोहर लोहिया की विचारधारा के अनुसार, समाजवादी पार्टी समाज के सभी वर्गों के आगे बढ़ने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम करती है। लोहिया चाहते थे कि समाज में आर्थिक स्तर पर भी भेदभाव न रहे। इसी सोच के मद्देनजर अखिलेश यादव आधुनिक तकनीक के जरिए रोजगार पैदा कर एक समतामूलक समाज का निर्माण करना चाहते हैं। इसके लिए युवाओं का सहयोग करना समाजवादी पार्टी का मूल एजेंडा है।

आर एस यादव ने कहा कि दिल्ली में भी पार्टी इस दिशा में कदम उठाएगी, युवा तैयार रहें, उन्हें बहुत आगे जाना है।

दिल्ली में आंधी-तूफान के कारण मेट्रो के यात्रियों को बदइंतजामी का सामना करना पड़ा : आर एस यादव

समाजवादी पार्टी दिल्ली प्रदेश के प्रमुख महासचिव एवं प्रवक्ता आर एस यादव ने कहा कि 109 किलोमीटर की रफ्तार से देश की राजधानी को हिला देने वाली हवाओं ने कल जनजीवन तहस-नहस कर दिया। जिन लोगों को इससे जान-माल का नुकसान हुआ है,उनकी इस दुख की घड़ी में हम उनके साथ हैं।

आर एस यादव ने कहा कि केजरीवाल सरकार को प्रभावित लोगों की यथासंभव मदद करनी चाहिए। लेकिन इसके साथ ही, जिस तरह से इस आंधी-तूफान के कारण मेट्रो के यात्रियों को बदइंतजामी का सामना करना पड़ा और 2-3 घंटे मेट्रो स्टेशनों पर फंसे रहना पड़ा, इससे कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पहला, मेट्रो के पास ऐसे प्राकृतिक संकट स्थिति में मेट्रो के सफर को सुगम बनाए रखने और सफर कर रहे यात्रियों को दिक्कत न हो, इसके लिए क्या निर्देश और व्यवस्था है, यह स्पष्ट हो?

आर एस यादव ने कहा कि फिर ऐसी स्थिति के बारे में पता चलने पर मेट्रो सेवा स्थगित की जानी चाहिए या नहीं, यह जनता को पता रहना चाहिए। मेट्रो दिल्ली की सबसे बड़ी सार्वजनिक परिवहन सेवा है, प्राकृतिक आपदा के समय इसको चलाया जाए या नहीं, इस बारे में सही एडवाइजरी जारी होनी चाहिए।

लालू यादव के खराब तबीयत को देखते हुए विमान से भेजना चाहिए था : बीजेपी मंत्री

झारखंड की बीजेपी सरकार में मंत्री सरयू राय ने अपनी ही सरकार पर निशाना साधा है और बीमार राजद अध्यक्ष व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को फ्लाइट से न भेजकर ट्रेन से नई दिल्ली भेजने के फैसले की निंदा की है।

सरयू राय चारा घोटाले में याचिकाकर्ता रहे हैं और लालू यादव के धुर विरोधी माने जाते हैं। इसके बावजूद उन्होंने इस मसले पर लालू यादव के प्रति संवेदना दिखाई है और अपनी सरकार के फैसले को अपरिपक्क करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक शिष्टाचार के खिलाफ है। लालू यादव को गुरुवार को एम्स में भर्ती कराया गया। उन्हें रिम्स के डॉक्टरों ने रेफर किया है।

खबर है कि झारखंड सरकार ने बीमार लालू यादव को विमान से दिल्ली भेजने का खर्च देने से इनकार कर दिया। इसके बाद उन्हें रांची-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस से भेजा गया था। उन्हें रांची से दिल्ली पहुंचने में 16 घंटे लग गए।

एन डी टी वी से सरयू राय ने कहा कि उन्हें यह बाद में पता चला कि सरकार की तरफ से लालू यादव के विमान का किराया देने से इनकार कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि लालू यादव के खराब तबीयत को देखते हुए राज्य सरकार को उन्हें विमान से भेजना चाहिए था।

राजद नेताओं ने भाजपा सरकार की इस हरकत को सत्ता का अंहकार कहा है। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने भी कहा कि उन्हें समझ में नहीं आता कि आज की बीजेपी को क्या हो गया है? बतौर तिवारी ये लोग सत्ता के अहंकार में चूर हैं।

शिवानंद ने राजनीतिक विरोधी रहे भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के साथ लालू यादव द्वारा किए गए राजनीतिक शिष्टाचार की याद दिलाते हुए कहा कि जब आडवाणी को 1990 में समस्तीपुर में गिरफ्तार किया गया था, तब लालू यादव ने उन्हें हेलीकॉप्टर से दुमका भेजवाया था। यहां तक कि जब आडवाणी के परिवार के लोग उनसे मिलने पहुंचे थे, तब भी लालू यादव ने नियमों से आगे जाकर उन्हें हेलीकॉप्टर से दुमका भिजवाया था।

रिम्स के डॉक्टरों की टीम की सिफारिश पर लालू यादव को एम्स में भर्ती कराया गया है। इससे पहले मंगलवार को रांची की सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने लालू यादव को एम्स में इलाज के लिए भेजने की अनुमति दे दी थी। लालू चारा घोटाले से जुड़े तीन मामलों में रांची की जेल में सजा काट रहे हैं। वो पिछले साल 23 दिसंबर से जेल में बंद हैं। पिछले कुछ दिनों से वो रिम्स में भर्ती थे। लालू यादव को ट्रेन से आने की खबर सुनकर रांची से लेकर दिल्ली तक उनके समर्थकों, प्रशंसकों ने उनके समर्थन में नारेबाजी की। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भी कूलियों ने लालू यादव के समर्थन में नारेबाजी की।

दिल्ली हाईकोर्ट ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का फैसला रद्द किया, आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता बहाल की

दिल्ली हाईकोर्ट ने आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को बड़ी राहत देते हुए उनकी सदस्यता बहाल कर दी है। इसके साथ ही राष्ट्रपति के फैसले को रद्द कर दिया है। कोर्ट ने चुनाव आयोग को मामले में फिर से सुनवाई करने को कहा है।

बता दें कि लाभ का पद मामले में आम आदमी पार्टी विधायकों ने दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हाई कोर्ट ने चुनाव आयोग को इस मामले में फैसला आने तक उपचुनाव नहीं कराने का आदेश दिया था।

19 जनवरी 2017 को चुनाव आयोग द्वारा की गई सिफारिश पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 22 जनवरी को आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता समाप्त कर दी थी। केजरीवाल सरकार ने इन विधायकों को संसदीय सचिवों के पद पर नियुक्ति की थी जिसे चुनाव आयोग ने लाभ का पद मानते हुए उनकी सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की थी।

हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए आम आदमी पार्टी विधायकों ने आरोप लगाया था कि आयोग ने आरोपी विधायकों को अपना पक्ष रखने का अवसर नहीं दिया और एकपक्षीय सुनवाई करते हुए सदस्यता रद्द करने की सिफारिश राष्ट्रपति को भेज दी।

अब हाईकोर्ट ने मामले की फिर से सुनवाई करने का आदेश चुनाव आयोग को दिया है। हाईकोर्ट के फैसले के बाद आम आदमी पार्टी विधायक सौरव भारद्वाज ने बताया कि कोर्ट ने आयोग को फिर से लाभ का पद मामले की सुनवाई करने और आरोपी विधायकों की बात सुनने का आदेश दिया है।

इधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस फैसले के बाद बधाई दी है और ट्वीट कर लिखा है, ''सत्य की जीत हुई। दिल्ली के लोगों द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों को ग़लत तरीक़े से बर्खास्त किया गया था। दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली के लोगों को न्याय दिया। दिल्ली के लोगों की बड़ी जीत। दिल्ली के लोगों को बधाई।''

हाईकोर्ट के फैसले से जिन विधायकों को राहत मिली है। उनमें अलका लांबा, आदर्श शास्त्री, संजीव झा, राजेश गुप्ता, कैलाश गहलोत, विजेंदर गर्ग, प्रवीण कुमार, शरद कुमार, मदन लाल खुफिया, शिव चरण गोयल, सरिता सिंह, नरेश यादव, राजेश ऋषि, अनिल कुमार, सोम दत्त, अवतार सिंह, सुखवीर सिंह डाला, मनोज कुमार, नितिन त्यागी और जरनैल सिंह (तिलक नगर) शामिल हैं।

दलितों एवं अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ 'इंसाफ मार्च'

दलितों एवं अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ 'इंसाफ मार्च' 7 जनवरी 2018 को ओखला हेड से डॉ. जाकिर हुसैन मकबरा तक शांति पूर्वक निकाला गया। जिसमें सैकड़ों लोगों ने इंसानियत पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ अपनी आवाजें बुलंद की।

सुरेंद्र सिंह, डॉ.अनिल, साजिद मोजीब, फ़िरोज़ अहमद, मोहम्मद मुस्लिम के अलावा जामिया नगर के कई सामाजिक प्रतिनिधियों ने अपनी बातें रखी।

इस इंसाफ मार्च का आयोजन सुरेंद्र सिंह, साजिद मोजीब, फ़िरोज़ अहमद, मोहम्मद मुस्लिम और जामिया नगर के क्रांतिकारी आवाम की तरफ से किया गया।

दिल्ली में अब फ्री में करें डी टी सी में सफर

दिल्ली सरकार ने ऑड-ईवन के दौरान डीटीसी और क्लस्टर बसों में लोगों को मुफ्त यात्रा सुविधा देने का ऐलान किया है। सरकार ने ऐसा इसलिए किया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग करने को जागरुक हों।

दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी।

गहलोत ने ट्वीट किया, ''ऑड-ईवन के दौरान लोगों को ज्यादा से ज्यादा सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग करने को प्रोत्साहन की दिशा में दिल्ली सरकार ने सभी डीटीसी और क्लस्टर बसों में यात्रियों को फ्री यात्रा करने की अनुमति दी है।''

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कैलाश गहलोत के इस ट्वीट को रीट्वीट किया। सीएम केजरीवाल ने लिखा, सरकार का यह फैसला लोगों को सार्वजनिक परिवहन के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करेगा।