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लड़की को इतनी रात में बाहर नहीं घूमना चाहिए था: बीजेपी उपाध्यक्ष

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे को आईएएस अधिकारी की बेटी का पीछा करने के आरोप में गिरफ्तार किया और उसके बाद उसे बेल पर छोड़ दिया गया।

पूरे भारत में इस घटना की निंदा हो रही है। सोशल मीडिया से लेकर राजनीति पार्टियों तक ने इस घटना पर रोष जताया है।

विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इस मामले में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के इस्तीफे की मांग की है। इन सबके बीच हरियाणा इकाई के बीजेपी के उपाध्यक्ष रामवीर भट्टी ने विवादास्पद बयान दिया है।

रामवीर भट्टी ने कहा है कि वो लड़की इतनी रात में क्यों घूम रही थी?

अंग्रेजी न्यूज चैनल सीएनएन से बात करते हुए भट्टी ने कहा कि लड़की को 12 बजे के बाद बाहर नहीं घूमना चाहिए, इतनी रात को वो क्यों घूम रही थी?

बीजेपी उपाध्यक्ष ने ये भी कहा कि माहौल सही नहीं है, हमें अपनी रक्षा स्वयं करनी पड़ती है, लड़की को इतनी रात में ड्राइविंग नहीं करनी चाहिए थी।

सीएनएन की पत्रकार पल्लवी घोष ने बीजेपी उपाध्यक्ष के इस बयान को अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर कर दिया। इस बयान के सोशल मीडिया में आते ही यूजर्स रामवीर भट्टी पर टूट पड़े।

लोगों ने लिखा कि इसी तरह की मानसिकता के चलते रेप की वारदातें कम नहीं हो रही हैं।

वहीं कुछ यूजर्स ने लिखा कि बीजेपी वाले अपने संस्कार दिखा रहे हैं।

वहीं कुछ यूजर्स ने पल्लवी घोष से ये भी कहा कि उसका मुंह तोड़ देना चाहिए था वहीं।

बता दें कि हरियाणा में एक आईएएस की बेटी ने बीजेपी नेता सुभाष बराला के बेटे विकास पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था।

लड़की का आरोप है कि विकास बराला और उसका दोस्त आशीष कुमार एक पेट्रोल पंप से ही उनकी कार का पीछा कर रहे थे और कार का दरवाज़ा खोलने की कोशिश की।

लड़की के कई बार फोन करने पर पुलिस वहां पहुंची और दोनों लड़कों को गिरफ़्तार कर लिया। गिरफ्तार करने के अगले दिन ही उनको जमानत मिल गई।

पीड़िता ने उस रात की घटना का जिक्र करते हुए अपने फेसबुक पेज पर अपना दर्द बयां करते हुए लिखा कि मैं खुशकिस्मत हूं कि रेप के बाद नाले में नहीं मिली।

स्वर्ण मंदिर में लगे देश विरोधी नारे, 'खालिस्तान जिंदाबाद' के नारे

स्वर्ण मंदिर में मंगलवार को भारत विरोधी नारे लगाए गए। खबर है कि ऑपरेशन ब्लूस्टार की 33वीं बरसी पर मंगलवार सुबह स्वर्ण मंदिर के अंदर हजारों की तादाद में लोग मौजूद थे।

वहीं पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे।

गौरतलब है कि अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में छिपे हथियारबंद आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए 1984 में ऑपरेशन ब्लूस्टार नामक सैन्य अभियान चलाया गया था।