पंजाब / हरियाणा / चंडीगढ़ / हिमाचल प्रदेश

पाकिस्तान आर्मी चीफ को गले लगाने पर नवजोत सिद्धू पर राजद्रोह का मामला दर्ज

क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ बिहार के मुजफ्फरपुर में सोमवार को एक अदालत में मामला दर्ज किया गया है। यह मामला पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तानी सेना प्रमुख को गले लगाने के लिए दर्ज कराया गया है। अधिवक्ता सुधीर ओझा ने मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) की अदालत में सिद्धू के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।

ओझा ने कहा कि उन्होंने सिद्धू के खिलाफ राजद्रोह सहित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कराया है। न्यूज एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट में बताया गया है कि कि अपनी शिकायत में ओझा ने कहा है कि सिद्धू के व्यवहार से देश के लोगों को दुख पहुंचा है। उन्होंने कहा, ''अदालत ने मामला दर्ज कर लिया है और इसकी सुनवाई अगले सप्ताह होगी।''

भारतीय जनता पार्टी और अकाली दल के नेता पंजाब की कांग्रेस सरकार में मंत्री सिद्धू के पाकिस्तानी सेना प्रमुख से गले लगने के बाद उन पर लगातार हमले कर रहे हैं।

बैकफुट पर हरियाणा सरकार: कॉमनवेल्थ गेम्स विजेताओं को पूरी इनामी राशि मिलेगी

कॉमनवेल्थ गेम्स के पदक विजेता सभी खिलाड़ियों को पूरी सम्मान राशि दी जाएगी। इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खेल विभाग की फाइल को स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसकी जानकारी हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज ने शुक्रवार को ट्वीट करके दी।

पहले राज्य सरकार ने फैसला किया था कि जो खिलाड़ी विभिन्न मंत्रालयों की ओर से खेले हैं, उन्हें मंत्रालय से मिली अवॉर्ड राशि काटकर सम्मानित किया जाएगा। इसका विरोध होने पर सरकार को सम्मान समारोह भी रद्द करना पड़ा था।

विरोध के बाद 10 जून को अनिल विज ने कहा था कि पूरी इनामी राशि देने के संबंध में फाइल मुख्यमंत्री को भेजी गई है। कॉमनवेल्थ गेम्स में हरियाणा के 38 खिलाड़ियों ने भाग लिया था। 22 ने (9 गोल्ड, 6 सिल्वर, 7 कांस्य) मेडल जीते थे। इनमें 11 ने हरियाणा का प्रतिनिधित्व किया, जबकि बाकी 11 विभिन्न मंत्रालयों या उपक्रमों की ओर से खेले थे।

हरियाणा सरकार के इस आदेश के बाद अब दोबारा सम्मान समारोह होगा। इसमें कुल 90 खिलाड़ी सम्मानित किए जाएंगे। इनमें कॉमनवेल्थ गेम्स के 22 पदक विजेता, 16 प्रतिभागी खिलाड़ी हैं। शेष 60 खिलाड़ी हरियाणा की ओर से अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के पदक विजेता हैं। गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को 1.5 करोड़, सिल्वर मेडल विजेता को 75 लाख और ब्रॉन्ज मेडल विजेता खिलाड़ी को 50 लाख रुपये की राशि दी जानी है। सम्मान समारोह की तारीख अब तय नहीं है।

पूर्व कांग्रेस सरकार और भाजपा कार्यकाल में अंतरराष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने वाले 207 खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र देने का काम इसी माह शुरू होगा। इनकी फाइल सीएम से अप्रूव हो गई है। करीब 300 खिलाड़ियों के आवेदन आए थे। 207 के आवेदन सही पाए गए।

आप के वरिष्ठ नेता ने आप पंजाब के विधायक अमरजीत सांडोआ पर हमले पर प्रेस को संबोधित किया

आप के वरिष्ठ नेता ने आप पंजाब के विधायक अमरजीत सांडोआ पर हमले पर प्रेस को संबोधित किया।

बीजेपी तड़प रही है, अब हवा का रुख बदल गया है: नवजोत सिंह सिद्धू

पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने इंडियन एक्सप्रेस के आइडिया एक्सचेंज कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी पर वार किया है।

सिद्धू ने कहा कि आज की तारीख में हवा का रुख बदल चुका है। हालात ऐसे हैं कि बीजेपी तड़प रही है।

पंजाब के पर्यटन और संस्कृति मंत्री सिद्धू ने बताया कि बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में वो क्यों शामिल हुए? उन्होंने कहा कि पंजाब के पिछले मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उनके बेटे सुखबीर बादल राज्य में गुंडातंत्र चला रहे थे, जिससे वो परेशान थे।

उन्होंने कहा कि राज्य में स्वच्छ सरकार और प्रशासन देने के लिए ही उन्होंने साफ दिल वाले राहुल गांधी से हाथ मिलाया।

गुरदासपुर उप चुनाव पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में सिद्धू ने कहा, ''जैसे लोहा लोहे को काटता है, आग आग को काटता है, कांटा कांटे से निकलता है, वैसे ही जब सांप ने काटा है तो उसका एंटीडोज तो विष ही है, कोई सारिडॉन नहीं।''

उन्होंने कहा, लोकतंत्र में शासन जनता का, जनता के लिए होता है, लेकिन बादल सरकार ने क्या किया? उनलोगों ने सरकार को अपने परिवार की जागीर बना लिया। पंजाब सरकार के 35 मंत्रालय बादल परिवार के लोग चला रहे थे। उन लोगों ने राज्य में डंडों के बल पर सरकार चलाई। पंजाब में लोकतंत्र नहीं, गुंडातंत्र हावी था।

आम आदमी पार्टी में शामिल होने की अटकलों और फिर कांग्रेस में शामिल होने पर सिद्धू ने बताया कि अरविंद केजरीवाल से उनकी मुलाकात हुई थी और आम आदमी पार्टी में शामिल होने पर सकारात्मक बातचीत हुई थी, लेकिन उन्होंने पार्टी में मेरे रोल पर कोई चर्चा नहीं की।

बतौर सिद्धू, केजरीवाल ने कहा था कि आप पार्टी ज्वाइन कर लो और जब मैं बिपासना से वापस आ जाऊंगा तो इस पर चर्चा कर लेंगे। लेकिन इस तरह से सिद्धू ने आम आदमी पार्टी में शामिल होने से मना कर दिया।

उन्होंने कहा कि मीडिया में 200 बार खबरें लीक हुईं कि मैं केजरीवाल से मिल रहा हूं।

सिद्धू ने बताया कि केजरीवाल ने कहा था कि आप सात-आठ दिनों तक चुनाव प्रचार करें, इसके बाद हम आपकी पत्नी को पार्टी का टिकट देंगे।

सिद्धू ने बताया कि मीटिंग में मेरे साथ मित्र बंटी भी थे जिन्होंने उस वक्त कहा कि आप चार बार सांसद रह चुके शख्स से बात कर रहे हैं, किसी उम्मीदवार से नहीं। जो टिकट मांग रहा है।

उन्होंने कहा था कि मेरे मित्र पंजाब का मुख्यमंत्री बनना चाह रहे हैं। इसके बाद सिद्धू अपने घर चले गए।

बाद में देखा तो उनके मोबाइल पर 10-12 मिस्ड कॉल थे। जिस शख्स का मिस्ड कॉल था, उसने बताया कि प्रियंका गांधी उनसे मिलना चाहती हैं। बाद में इन दोनों नेताओं की मुलाकात हुई। वहां गुलाम नबी आजाद भी थे।

सिद्धू ने बताया कि प्रियंका गांधी और केजरीवाल की मीटिंग के बीच आसमान-जमीन का अंतर था।

रेयान स्कूल के मालिक पर जुवेनाइल एक्ट के तहत मुकदमा चलेगा, मीडिया वालों को पुलिस ने पीटा

हरियाणा में गुड़गांव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में सात साल के मासूम प्रद्युम्न की हुई नृशंस हत्या मामले में हरियाणा सरकार ने स्कूल के मालिक अल्बर्ट पिन्टो के खिलाफ जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत मुकदमा चलाने का निर्देश दिया है।

हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने इस हत्याकांड की सीबीआई जांच से इनकार करते हुए गुड़गांव पुलिस को निर्देश दिया है कि स्कूल के मालिक के खिलाफ जुवेनाइल एक्ट के तहत केस दर्ज करे।

बता दें कि मृत बच्चे के पिता वरुण ठाकुर मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग कर रहे हैं। साथ ही लोगों से हिंसा नहीं करने की अपील भी कर रहे हैं।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्कूल प्रशासन की तरफ से मामले में लापरवाही बरती गई है। स्कूल की मान्यता रद्द करने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि ऐसा नहीं किया जा सकता क्योंकि यहां पढ़ने वाले 1200 बच्चों के भविष्य का सवाल है।

उन्होंने कहा, ''हमने गुड़गांव पुलिस को रेयान इंटरनेशनल स्कूल के मालिक अल्बर्ट पिन्टो के खिलाफ जुवेनाइल जस्टिस एक्ट की धारा 75 के तहत मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है।''

शिक्षा मंत्री ने कहा कि मामले में हरियाणा सरकार ने त्वरित कार्रवाई करने और स्कूल के बाहर शराब की दुकान को स्थाई रूप से बंद कराने का आदेश दिया है।

इधर, रेयान स्कूल के बाहर अभिभावकों के विरोध-प्रदर्शन का कवरेज कर रहे पत्रकारों की गुरुग्राम पुलिस ने पिटाई कर दी। पुलिस के हमले में कई पत्रकार घायल हुए हैं। तीन पत्रकारों को गम्भीर चोट आई हैं। कई कैमरे भी तोड़े गए हैं। मीडिया की गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया गया है।

गौरतलब है कि शुक्रवार (8 सितंबर) को दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले सात साल के प्रद्युम्न की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी और उसकी लाश बाथरूम में फेंक दी गई थी।

इस मामले में स्कूल में कार्यरत एक बस कंडक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उस बस कंडक्टर का नाम अशोक है। उसने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है।

लेकिन पेरेंट्स का कहना है कि स्कूल प्रशासन खुद को बचाने के लिए उस बस कंडक्टर पर आरोप लगाया है। कुछ लोग तो यह भी कह रहे हैं कि उस कंडक्टर को फंसाकर बलि का बकरा बनाया जा रहा है।

शिमला गैंगरेप: आईजी और डिप्टी एसपी समेत आठ पुलिसकर्मी गिरफ्तार

शिमला गैंगरेप मामले में सीबीआई ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए आईजी और डिप्टी एसपी समेत 8 पुलिसवालों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस कस्टडी में आरोपी की मौत के बाद सीबीआई ने यह कदम उठाया है।

आरोपी की मौत में आईजी जहूर एच जैसी और अन्य अफसरों की भूमिका के मद्देनजर उनसे पूछताछ की गई। 22 जुलाई को सीबीआई ने इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की थी।

सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, आईजी और डिप्टी एसपी मनोज जोशी व अन्य पुलिस अफसरों को शक के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।

जांच में यह भी पता किया जाएगा कि कस्टडी में मौत में यह शामिल थे या नहीं। 4 जुलाई को एक दसवीं क्लास की लड़की को शिमला से 56 किमी दूर कोटखाई में आरोपियों ने लिफ्ट दी थी। इसके बाद नजदीकी जंगल में ले जाकर उससे रेप किया और फिर हत्या कर दी।

शव को दो दिनों के बाद बरामद किया गया था। लड़की के शरीर पर चोट के कई निशान भी मिले थे। लड़की के पिता की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी।

इस रेप और मर्डर के बाद शिमला में पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर विरोध हुआ था और पुलिस पर इस कांड में शामिल बड़े घरों के लड़कों को बचाने का आरोप लगा था।

बाद में हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट ने सीबीआई से गैंगरेप और कस्टडी में हुई मौत की जांच करने को कहा था।

पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी राजिंदर सिंह समेत आशीष चौहान, सुभाष बिष्ठ, दीपक कुमार, सूरज सिंह और लोकजन को गिरफ्तार किया था।

राजिंदर ने 19 जुलाई को अपने एक सह आरोपी की ‍पुलिस कस्टडी में हत्या कर दी थी।

ना उस दिन डरी थी, ना अब डर रही हूँ: राम रहीम को जेल पहुंचाने वाली महिला

बाबा रहीम को सजा होने के बाद उस एक लड़की ने मीडिया के सामने आकर बयान दिया जिसकी वजह से बाबा जेल पहुंचा। अपनी पहचान छिपाते हुए लड़की ने बताया कि वह सबसे पहले 2009 में कोर्ट गई थी।

द हिंदू से बात करते हुए लड़की ने बताया कि उस दिन राम रहीम भी कोर्ट में मौजूद था। लेकिन वह ना तो तब डरी थी और ना ही अब डरती है।

फैसले के बाद महिला ने कहा कि आज मुझे न्याय मिल गया। वह महिला अब 40 साल की हो चुकी है। उसने शादी कर ली थी। फिलहाल उसके दो बच्चे भी हैं। महिला सिर्फ 2009 में कोर्ट गई। उसके बाद उसके पिता ने कार्यवाही को देखा।

लड़की के पिता के मुताबिक, डेरे की तरफ से केस वापस लेने का काफी दवाब बनाया गया था। वे लोग मुंह मांगी कीमत देने को भी तैयार थे। सीबीआई ने कुल 18 महिलाओं से बात की थी कि जिन्होंने बाबा से जुड़ी बात बताएं। जिनमें से कुल दो सामने आईं।

महिला का भाई राम रहीम के डेरे में जाता था। लेकिन बहन द्वारा बाबा की सच्चाई बताने पर उसने डेरा छोड़ दिया था। फिर 2002 में भाई का कत्ल हो गया।

कहा जाता है राम रहीम ने ही उसको मरवाया था क्योंकि उसको शक था कि बहन द्वारा लिखा गया पत्र उसने ही हर जगह पोस्ट किया था। मर्डर केस की भी जांच चल रही है। इसपर 16 सितंबर को फैसला आना है।

हालांकि, यह साफ नहीं है कि वह पत्र किसने लिखा था?

महिला 2002 से पुलिस की सुरक्षा में रह रही है। उसी साल पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया था। बिना किसी नाम वाला एक पत्र प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, हाई कोर्ट आदि के नाम पर सामने आया था। वह पत्र राम रहीम के आश्रम की एक साध्वी का था। साध्वी ने राम रहीम पर बलात्कार और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था।

आजादी की 70वीं वर्षगांठ पर चंडीगढ़ में 8वीं की छात्रा से बलात्‍कार, स्‍कूल से घर लौट रही थी

एक बार फिर से चंडीगढ़ में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। यहां आठवीं कक्षा की एक छात्रा के साथ कथित तौर पर रेप की वारदात को तब अंजाम दिया गया, जब वह स्कूल से स्वतंत्रता दिवस समारोह से वापस घर लौट रही थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आगे जाँच कर रही है।

हिमाचल प्रदेश में भीषण भूस्खलन की चपेट में आने से 46 लोगों की मौत

हिमाचल प्रदेश में मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए भीषण भूस्खलन की चपेट में हिमाचल रोडवेज की दो बसों के आने से कम से कम 46 लोगों की मौत हो गयी और कई अन्य घायल हो गए।

अधिकारियों का कहना है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि दोनों बसों में 50 से अधिक लोग सवार थे।

बादल फटने से भीषण भूस्खलन हुआ। एक अधिकारी ने बताया, ''अब तक 46 शव बरामद किए गए हैं और इनमें से 25 की पहचान कर ली गई है।''

उन्होंने कहा कि शाम के समय राहत एवं बचाव अभियान को रोक दिया गया क्योंकि भूस्खलन होने की आशंका थी। बचाव अभियान कल फिर शुरू होगा।

वहीं जो शव बराबद हुए, उनमें से करीब 25 पहचान सिम कार्ड के आधार पर की कई है। शवों से प्राप्त हुए गहने और रुपए रिश्तेदारों को सौप दिए गए हैं।

उधर, रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि सेना की दो टुकड़ियों को बचाव कार्य में लगाया गया है।  राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एन डी आर एफ ), सेना और पुलिस के दल मौके पर पहुंच गए हैं और वहां जेसीबी मशीन भी तैनात की गईं।

राज्य के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने घटनास्थल का दौरा किया और कहा कि सभी शव बरामद किए जाने तक बचाव अभियान जारी रहेगा।

उन्होंने कहा कि मनाली-कटरा बस में आठ लोग यात्रा कर रहे थे जिनमें तीन लोगों की मौत हो गई और पांच लोगों को बचा लिया गया और उनको मंडी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

वहीं प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। मंडी हेल्पलाइन नंबर- 01905226201, 226202, 226203, एच आर टी सी- 01905235538 और 918001051 है।

एक अधिकारी ने कहा कि दूसरी बस में 47 यात्री थे और यह बस मनाली से चम्बा जा रही थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार घायलों के इलाज का पूरा खर्च वहन करेगी। उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर संवेदना प्रकट की।  स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर, परिवहन मंत्री जी एस बाली और ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिल शर्मा ने भी मौके का दौरा किया।

स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि मारे गए लोगों के परिजनों को चार-चार लाख रूपये की सहायता राशि दी जाएगी, जबकि परिवहन मंत्री जी एस बाली ने ऐलान किया कि हिमाचल परिवहन निगम की ओर से इन परिवारों को एक-एक लाख रूपये दिये जाएंगे।

चंडीगढ़ छेड़छाड़ केस: विकास बराला गिरफ्तार, अपहरण की कोशिश का मामला दर्ज

आईएएस अफसर की बेटी के साथ छेड़छाड़ के मामले में हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे मुख्य आरोपी विकास बराला को बुधवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। विकास और उसके दोस्त आशीष को आज पुलिस ने लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस के मुताबिक, इस मामले में अपहरण की कोशिश का भी मामला दर्ज किया गया है। विकास बराला और उसके साथी को गुरुवार को कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा और पुलिस कोर्ट से आरोपी के रिमांड की मांग करेगी। गिरफ्तारी से पहले दोनों आरोपी कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस के सामने मामले की जांच के लिए हाजिर हुए थे।

चंडीगढ़ पुलिस के डीजीपी ने छेड़छाड़ मामले पर बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि दोनों आरोपियों से लंबी पूछताछ की गई जिसके बाद उनके खिलाफ दो और धाराएं जोड़ने का फैसला किया गया।

उन्होंने कहा कि आरोपियों पर अपहरण की कोशिश के मामले में दो धाराएं 365 और 511 लगाई गई है। इसके बाद हमने दोनों आरोपियों को कल कोर्ट में पेश करने से पहले गिरफ्तार किया।

पुलिस पर राजनीतिक दबाव के सवाल पर अधिकारी ने कहा कि हमारे ऊपर किसी भी तरह का राजनीतिक दबाव नहीं है। हम जो भी कर रहे हैं, वो पूरी तरह से पेशेवर और निष्पक्ष है।

इससे पहले चंडीगढ़ पुलिस ने आईएएस अधिकारी की बेटी का पीछा करने के आरोप में बुधवार को हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला को समन जारी किया था। विकास बराला को चंडीगढ़ के सेक्टर-26 के पुलिस स्टेशन में हाजिर होने के लिए कहा गया था।

सुभाष बराला के सेक्टर सात में स्थित आधिकारिक आवास के गेट पर बुधवार को समन नोटिस चिपकाया गया था। नोटिस चिपकाने वाले पुलिस अधिकारी ने कहा था कि ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि आरोपी नोटिस लेने के लिए मौजूद नहीं है। हालांकि, बराला परिवार का रिश्तेदार होने का दावा करने वाले कृष्णन ने मीडिया को बताया कि नोटिस स्वीकार कर लिया गया था।

पुलिस पर आरोपी विकास बराला और उनके दोस्त को बचाने का आरोप है जिन्होंने शनिवार को हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव वी.एस. कुंडू की बेटी वर्णिका कुंडू का पीछा किया और धमकाया। पुलिस ने विकास और उनके दोस्त को युवती का पीछा करने के मामले में गिरफ्तार किया था। घटना के समय दोनों नशे में थे। पुलिस ने कमजोर धाराओं में मामला दर्ज किया जिससे दोनों कुछ ही घंटे में जमानत पर छूट गए। पीड़िता ने आरोप लगाया कि दोनों ने उसे डराने-धमकाने और अगवा करने की कोशिश की।