कमल हासन बुधवार को अभिनेता से नेता बन गए हैं। उन्होंने बुधवार को आधिकारिक तौर पर अपनी राजनीतिक पार्टी लॉन्च कर दी है। उनकी नई पार्टी का नाम 'मक्कल नीधि मैयम' होगा। पार्टी ऐलान के दौरान दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी वहां मौजूद थे।
कमल हासन ने पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम के घर से अपने राजनीतिक पारी की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि वह अब फिल्मी सितारा नहीं, बल्कि लोगों के घरों का 'दीपक' हैं। कमल ने मदुरै जाने के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ''आप को चाहिए कि घरों के दीपक की तरह मेरी सुरक्षा करें।'' कमल ने मदुरै में हुई रैली में अपनी पार्टी के नाम और झंडे का ऐलान किया।
कमल ने रामेश्वरम स्थित दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति के बड़े भाई और परिवार के अन्य सदस्यों से मुलाकात की। इस मौके पर अभिनेता ने ट्वीट किया, ''साधारण शुरुआत से महानता आ सकती है। वास्तव में यह केवल सरलता से आ सकती है। अपनी यात्रा की शुरुआत महान व्यक्ति के साधारण घर से कर के खुशी हो रही है।''
रामेश्वरम में कई 'नालाई नामाधे (कल हमारा है)' लिखे हुए कई झंडे सफेद रंग में दिखे, जिस पर काले रंग में तमिलनाडु का नक्शा बना हुआ था।
दलित नेता थोल थिरुमावलन ने पत्रकारों से कहा कि कमल और रजनीकांत तमिलनाडु में डी एम के को नुकसान पहुंचाने के लिए भाजपा के एजेंट है। इससे पहले मंगलवार शाम मदुरै पहुंचने पर कमल का जोरदार स्वागत किया गया।
द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) ने उन पर निशाना साधते हुए कहा कि कागज के वे फूल, जिनमें खुशबू नहीं होती, वे केवल एक मौसम में खिलते हैं, लेकिन जल्द ही मुरझा जाते हैं। इस पर कमल ने कहा, ''मैं कागज का फूल नहीं हूं, बल्कि एक बीज हूं। मुझे रोपों और मैं बड़ा हो जाऊंगा।''
अखिल भारतीय अन्ना द्रमुक मुनेत्र कड़गम (ए आई ए डी एम के) के नेता और मंत्री डी जयकुमार ने कहा कि वह स्टालिन से सहमत हैं कि ये सब कागज के फूल हैं और 'एक जीन परिवर्धित बीज हैं, जो नहीं उगेगा।'
मदुरै पहुंचने पर कमल ने पत्रकारों से कहा, ''मदुरै में पार्टी का झंडा शाम को फहराएगा, और उस समय झंडे के पीछे के विचार के बारे में बताया जाएगा।'' कमल ने द्रमुक अध्यक्ष एम करुणानिधि से आशीर्वाद लेने के लिए गोपालपुरम स्थित उनके आवास पर उनसे मुलाकात की थी। स्टालिन भी उस वक्त वहां उपस्थित थे।
कमल हासन ने अपने गृह नगर में कहा कि, ''मैं 45 साल बाद यहां आया हूं। थोड़ा बदल गया है, लेकिन लोग नहीं बदले हैं। मैं आप सभी का बेटा हूं। आप सभी ने मुझे अब तक एक फिल्म स्टार के रूप में देखा है, अब से मैं आपको यह बताना चाहता हूं कि मैं सिनेमा स्टार नहीं हूं। मैं आप सभी के घर का दीपक हूं। कृपया मुझे बचाओ और मुझे रोके रखो।''
वरिष्ठ कांग्रेस नेता एम वीरप्पा मोइली ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि यहां (तमिलनाडु) नई क्षेत्रीय पार्टियों के लिए कोई जगह है। जब तक कि वह मुख्यधारा के क्षेत्रीय दलों (डी एम के और ए आई ए डी एम के) से गठबंधन नहीं कर लेते। मुझे लगता है कि कमल हासन की पार्टी की संभावना बहुत सीमांत है।
इंडियन क्रिकेट टीम के ऑफ स्पिनर अश्विन रविचंद्रन ने ट्विट किया है कि, एक और दिन जहां तमिलनाडु से एक और सुपरस्टार अभिनेता अपनी राजनीतिक पार्टी की शुरुआत कर रहा है। क्या राजनीतिक परिदृश्य बड़े पैमाने पर बदलाव के लिए निर्धारित है?
कमल हासन ने 'द्रविड़' होने के नाते दक्षिणी राज्यों में एकता की वकालत करते हुए कहा था, ''यह (द्रविड़ होना) हमारी पहचान है और यह दक्षिणी राज्यों को केंद्र के साथ शक्ति देगा।''
कमल हासन ने कहा कि मुझे फिल्मों और राजनीति के बीच बहुत ज्यादा फर्क नहीं दिख रहा है। दोनों में ही लोगों का समर्थन जरूरी है, लेकिन राजनीति में जिम्मेदारी बहुत बड़ी है। मेरे पास जो धन है, वह जनता का पैसा है।
फिशरमैन एसोसिएशन के नेता ने कमल हासन से कहा कि पिछले 4 साल में यहां की सरकार ने हमारे बारे में नहीं सोचा। यहां के मछुआरे गहरी परेशानी में हैं। यहां की जेलें खराब स्थिति में हैं। हमारे मछुआरे दोस्त हमें सुनने के लिए धन्यवाद।
कमल हासन ने कहा कि ये उनकी यात्रा की शुरुआत है। वो कलाम और गांधी से प्रेरित हैं। उन्होंने ये भी बताया कि पिछली रात उनके पास आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का फोन आया था और उन्होंने कहा कि हमेशा जनता को राजनीति से ऊपर रखना।
रामेश्वरम में मछुआरा समुदाय से बात करने के बाद कमल ने मीडिया से मुलाकात की। यहां उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी पार्टी की घोषणा की तारीख 21 फरवरी इसलिए रखी क्योंकि आज अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस है।
रामेश्वरम में गणेश महल के मछुआरों से कमल हासन ने कहा कि कई राजनीतिक दल कई तरह के वादे करते हैं और जब वो वादे पूरे नहीं होते तो कई तरह के बहाने बनाने लगते हैं।