फ़ुटबॉल के महानतम खिलाड़ियों में शुमार अर्जेंटीना के मशहूर फ़ुटबॉलर रहे डिएगो माराडोना का 60 साल की उम्र में कार्डिएक अरेस्ट के कारण निधन हो गया है।
इसी महीने की शुरुआत में दिमाग़ में क्लॉटिंग के लिए उनका ऑपरेशन हुआ था। यह ऑपरेशन सफल रहा था।
बताया गया था कि माराडोना का एल्कोहल डिपेंडेंसी (शराब की लत) के लिए भी इलाज होने वाला था।
मारोडोना 1982 के विश्व कप फ़ुटबॉल से सबसे पहले चर्चा में आए। यह विश्व कप स्पेन में खेला गया था लेकिन उस समय मात्र 21 वर्षीय माराडोना अर्जेंटीना के स्टार खिलाड़ी के रूप में उभर कर आए।
इसके बाद 1986 में जब अर्जेंटीना ने फुटबॉल वर्ल्ड कप जीता तब माराडोना उस टीम के कैप्टन थे।
वो बार्सिलोना और नापोली जैसे नामी फ़ुटबॉल क्लबों के लिए भी खेले।
माराडोना ने अर्जेंटीना के लिए 91 मैच खेले जिसमें उन्होंने 34 गोल दागे। इतना ही नहीं, उन्होंने चार विश्व कप में अर्जेंटीना का प्रतिनिधित्व किया।
अपने करियर के दूसरे दौर में माराडोना कोकीन की लत का शिकार हो गए थे। साल 1991 में वो ड्रग्स टेस्ट के लिए पॉज़िटिव पाए गए थे और उन्हें 15 महीने के लिए खेल से प्रतिबंधित कर दिया गया था।
माराडोना ने साल 1997 में अपने 37वें जन्मदिन पर प्रोफ़ेशनल फ़ुटबॉल से रिटायरमेंट ले लिया था।
माराडोना को साल 2008 में अर्जेंटीना की फ़ुटबॉल टीम का प्रमुख कोच बनाया गया था। उन्होंने साल 2010 में यह पद छोड़ दिया जब विश्व कप के क्वार्टर फ़ाइनल में जर्मनी ने अर्जेंटीना की टीम को हरा दिया था।
वो यूएई और मेक्सिको की टीमों के इंचार्ज भी रहे थे।
डिएगो माराडोना की अचानक आई मौत की ख़बर से पूरी दुनिया में उनके प्रशंसक दुखी हैं। भारत समेत अलग-अलग देशों से फ़ैंस उन्हें अपने तरीके से श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
माराडोना की लोकप्रियता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनकी मौत के बाद भारत में ट्विटर पर उनसे जुड़े कुल 10 ट्रेंड्स हैं। मसलन- #Maradona, GOAT, Soccer, RestInPower, The Golden Boy और The Greatest.
कई भारतीय खिलाड़ी, नेता और सितारे भी सोशल मीडिया पर माराडोना को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट किया है, ''फ़ुटबॉल और खेल की दुनिया ने आज अपने सबसे महान खिलाड़ियों में से एक को खो दिया है। रेस्ट इन पीस डिएगो माराडोना! आप याद आएंगे।''
कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने लिखा है, ''लीजेंड डिएगो माराडोना हमें छोड़कर चले गए हैं। माराडोना वो जादूगर थे जिन्होंने हमें दिखाया कि फ़ुटबॉल को 'द ब्यूटिफ़ुल गेम' क्यों कहा जाता है। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के लिए मेरी संवेदनाएँ।''
सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी ने माराडोना की दो तस्वीरें पोस्ट की हैं। इनमें से एक में वो क्यूबा के क्रांतिकारी और पूर्व राष्ट्रपति फ़िदेल कास्त्रो के साथ नज़र आ रहे हैं। दूसरी तस्वीर में वो अपनी बाँह पर मार्क्सवादी क्रांतिकारी चे ग्वेरा का टैटू दिखा रहे हैं।