कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि गुजरात चुनाव के नतीजे भाजपा के लिए चौंकाने वाले होंगे। राहुल ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी के जुबानी हमलों का जवाब नहीं दिया, क्योंकि मैं राजनीतिक भाषणों में निजी हमलों की संस्कृति को बदलना चाहता हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अपने भाषणों में निशाना बनाया था।
राहुल ने सीएनएन न्यूज 18 से कहा, ''गुजरात से इस बार आश्चर्यजनक परिणाम आएंगे। यह भाजपा के लिए चौंकाने वाला होगा। वे डरे हुए हैं। भाजपा कार्यकर्ता जो हमारे नेताओं से बात करते हैं, कह रहे हैं कि कांग्रेस ने प्रभावी रूप से प्रचार किया है और उनका प्रचार अभियान उतना प्रभावी नहीं रहा है। यहां तक कि वे मानते हैं कि वे अपने रिकॉर्ड को बचाने में समर्थ नहीं रहे हैं।''
उन्होंने इस सवाल को सिरे से दरकिनार कर दिया कि यदि कांग्रेस खराब प्रदर्शन करती है तो इसे उन पर जनमत संग्रह माना जाएगा।
राहुल कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष बन गए हैं और वह भाजपा शासित राज्य में स्टार प्रचारक रहे हैं।
राहुल ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर हमले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी मांगने के लिए कहा।
प्रधानमंत्री मोदी ने मनमोहन सिंह पर आरोप लगाया था कि उन्होंने भाजपा को गुजरात में हराने के लिए पाकिस्तानी राजनयिकों के साथ गुप्त बैठक की।
राहुल ने कहा, ''यह गलत है। यदि मोदीजी प्रधानमंत्री हैं तो मनमोहन सिंह जी भी प्रधानमंत्री थे। उन्होंने अपना जीवन देश को समर्पित किया। यह अस्वीकार्य है। स्पष्ट तौर पर मोदी को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने जो भी कहा, वह गलत है।''
राहुल ने कहा कि वह अपने राजनीतिक विरोधियों पर निजी हमलों में शामिल नहीं हुए हुए, हालांकि प्रधानमंत्री व भाजपा ऐसा रोज करते रहे।
उन्होंने कहा, ''भाजपा और मोदी जी मेरे खिलाफ आक्रामक हमले करते रहे। लेकिन मैंने इसका जवाब नहीं दिया, क्योंकि मैं इस पर ध्यान नहीं देता।''
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया, वह प्रधानमंत्री व कांग्रेस के लिए अस्वीकार्य है।
इस पर पूर्व सांसद के खिलाफ निलंबन की तुरंत कार्रवाई की गई।
गुजरात समाचार टीवी को दिए एक अन्य साक्षात्कार में राहुल गांधी ने कहा कि मोदी की आलोचना ने उन्हें सबसे ज्यादा उभरने में मदद की है, और उनके भीतर न तो कोई गुस्सा है और न घृणा ही।
राहुल गांधी ने कहा, ''मोदी जी ने मेरी सबसे ज्यादा मदद की है... मैं उनसे कैसे घृणा कर सकता हूं।''
नेहरू-गांधी परिवार पर मोदी की बार-बार की टिप्पणी पर राहुल गांधी ने कहा, ''मैं उनसे कैसे घृणा कर सकता हूं? यदि आप देश के इतिहास व धर्म को देखें तो पाएंगे कि घृणा का जवाब प्रेम से दिया जाना चाहिए। मेरे अंदर कोई घृणा या नाराजगी नहीं है।''
उन्होंने कहा, ''यह हमारे परिवार के स्वभाव में है। शायद महात्मा गांधी ने हमारे परिवार को यही सिखाया था। ..।
राहुल ने मोदी पर हमला करते हुए कहा, ''वह अपनी विश्वसनीयता खो चुके हैं। वह इसे फिर से हासिल कर सकेंगे, ऐसा मुश्किल दिख रहा है।''
राहुल ने कहा, ''युवाओं ने मोदीजी में विश्वास जताया था। लेकिन उन्होंने विश्वास तोड़ दिया। उन्होंने हर साल दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था। लेकिन वे अब उसके बारे में बात नहीं करते। वह भ्रष्टाचार के बारे में भी एक शब्द नहीं बोलते।''
राहुल ने कहा, ''आप ने देखा होगा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह व फ्रांस से राफेल सौदे की खबरों के सामने आने के बाद उन्होंने एक शब्द नहीं बोला।''
राहुल के एक के बाद एक टीवी साक्षात्कार को लेकर भाजपा हमलावर दिखी। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने संवाददाताओं से कहा, ''गुजरात चुनाव प्रचार के अंतिम 48 घंटों में साक्षात्कार देने की इजाजत नहीं है। मुझे भरोसा है कि निर्वाचन आयोग इसका संज्ञान लेगा और कार्रवाई करेगा।''
कांग्रेस ने भाजपा पर निर्वाचन आयोग को एक राजनीतिक औजार की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।