मुजफ्फरपुर से दिल्ली जा रही ए सी बस गुरुवार शाम पूर्वी चम्पारण के कोटवा के समीप पुल से नीचे गिर गई और उसमे भीषण आग लग गई। हादसा एन एच-28 पर बेलवा चौक के समीप हुआ। दुर्घटना में छह यात्रियों के जिंदा जलने की आशंका है। बस का शीशा तोड़कर निकले लोगों के अनुसार, हादसे के वक्त बस में 27 से 30 लोग सवार थे। इनमें से देर रात तक आठ के निकलने की सूचना मिली। बाकी बचे 20 लोगों के बारे में तरह-तरह की चर्चा है। दूसरी ओर प्रशासन ने एक भी मौत की पुष्टि नहीं की है।
मोतिहारी के डी एम रमण कुमार ने बताया कि अभी कोई शव नहीं मिला है। एस डी आर एफ व एन डी आर एफ के सहयोग से जली बस और एन एच किनारे के गड्ढे में तलाश की जा रही है। एफ एस एल टीम को भी मौके पर बुलाया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बस चालक एक बाइक सवार को बचाने के चक्कर में नियंत्रण खो बैठा और बस पुल से नीचे जा गिरी। बस के गिरते ही उसमें आग लग गई और धू-धू कर जलने लगी। चारों ओर चीख-पुकार मच गई। तब तक बस के अंदर बैठे कुछ यात्री शीशा तोड़कर बाहर निकले। सूचना मिलते ही घटनास्थल पर डी एम रमण कुमार, एस पी उपेन्द्र शर्मा, डी आई जी ललन मोहन प्रसाद, विधायक सचिन्द्र प्रसाद सिंह पहुंच गए हैं।
हादसे की सूचना मिलते ही घटनास्थल पर तिरहुत कमिश्नर एच आर श्रीनिवास, आई जी सुनील कुमार सहित आला अफसर और भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचा। इधर, मुजफ्फरपुर के बैरिया बस स्टैंड से मिली जानकारी के मुताबिक, साहिल राज डेली सर्विस की बस गुरुवार दोपहर दो बजे यहां से चली। बस स्टैंड से निकलकर रास्ते में चालक ने डीजल भी डलवाया। पेट्रोल पंप के नोजल मैन के मुताबिक, 48 सीट वाली बस में लगभग ढाई दर्जन लोग बैठे थे। हादसे में घायल एक यात्री अमित ने बताया कि बस चालक गाड़ी पलटने के बाद शीशा तोड़ कर बाहर निकला। उसके बाद उसका पता नहीं चला। अमित के अनुसार, उनके पीछे एक महिला श्रुति भी बाहर निकलीं। एक अन्य घायल यात्री समस्तीपुर के संजीव कुमार (35) ने बताया कि बस स्टाफ की बात से लग रहा था कि कुछ सीटों की बुकिंग मुजफ्फरपुर से थी, वहीं कुछ लोग गोपालगंज से बस में बैठने वाले थे।
कोटवा में बस हादसे के बाद मची अफरातफरी से चकिया से लेकर गोपालगंज तक एन एच-28 पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी। सड़कों पर गाड़ियां फंसी रहीं। तिरहुत प्रमंडल के कमिश्नर अतुल कुमार व आई जी सुनील कुमार ने पहल करके रात 8 बजे जाम समाप्त कराकर पीपराकोठी-गोपालगंज एन एच पर वाहनों का परिचालन शुरू करवाया।
तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त एच एन श्रीनिवास ने बताया, पूर्वी चम्पारण के कोटवा में हुए सड़क हादसे में मरने वालों की संख्या अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है। अब तक की छानबीन में पता चला है कि बस का परमिट मुजफ्फरपुर से जारी नहीं किया गया था। आशंका है कि टूरिस्ट परमिट पर बस चलाई जा रही थी। इस मामले की जांच की जा रही है।
वहीं मोतिहारी के एस पी उपेन्द्र कुमार ने बताया, बस दुर्घटना में अब तक कोई मौत नहीं हुई है। किसी प्रकार की आशंका को दूर करने के लिए एन डी आर एफ व एस टी आर एफ की टीम को भी बुलाया गया है। मुजफ्फरपुर से बस में 13 ऑनलाइन बुकिंग की गयी थी। 27 ऑनलाइन बुकिंग गोपालगंज से थी। घायलों को इलाज के लिए मोतिहारी भेजा गया है।
बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के अध्यक्ष उदय शंकर सिंह के अनुसार, कई महीने पहले दिल्ली जाने वाली बसों के लिए परिवहन विभाग ने अलग से कई मानक बनाए थे। परिवहन आयुक्त ने सभी जिलों के डी टी ओ और परिवहन सचिव का आदेश जारी किया था। दिल्ली जाने वाली सभी बसों की हर रोज जांच होनी है। विभागीय मानकों को पूरा करने वालों को ही बस आगे बढ़ाने की इजाजत दी जानी थी। मगर मुजफ्फरपुर सहित किसी जिले में इसका पालन नहीं किया गया। इसी के कारण ऐसी घटनाएं हो रही हैं। ट्रांसपोर्टर निरंकुश होते जा रहे हैं। प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा है। बिहार से हर रोज दिल्ली के लिए कम से कम चार से पांच सौ बसें रोज जा रही है। इसे सख्ती से पालन कराना होगा।