दिल्ली / एन सी आर

दिल्ली में धुंध पर एनजीटी सख्त: दिल्ली- एनसीआर में निर्माण कार्य पर रोक

दिल्ली में बढ़ते स्मॉग पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल सख्त हो गया है। एनजीटी ने दिल्ली सरकार, एमसीडी और पड़ोसी राज्यों को कड़ी फटकार लगाई है।

दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। दिल्ली सरकार ने ऑड-ईवन स्कीम लागू कर दी है। ये स्कीम 13 नवंबर से 17 नवंबर तक चलेगी।

ऑड-ईवन स्कीम चार चक्का वाहनों पर लागू किया गया है। इसमें दो चक्का वाहनों को छूट दी गई है।

एनजीटी ने दिल्ली सरकार, एमसीडी और पड़ोसी राज्यों को कड़ी फटकार लगाई है।  सुनवाई के दौरान NGT ने कहा कि आप अस्पताल जाइए और देखिए लोगों को किस तरह की परेशानी हो रही है। आपने लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया हुआ है। NGT में प्रदूषण के मामले पर अगली सुनवाई 14 नवंबर को होगी।

सुनवाई के दौरान NGT ने कहा कि आज सुनवाई होनी है इसलिए कल ही आदेश जारी कर दिया गया था। आप सभी पक्षों के लिए ये शर्मनाक है कि आप आने वाली पीढ़ी को क्या दे रहे हो। NGT ने फटकार लगाते हुए कहा कि खुलेआम निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन आप लोग रोक नहीं लगा पा रहे हैं, ऐसे हालात बनते हैं तभी आप कहते हैं कि कार्रवाई कर रहे हैं।

NGT ने फटकार लगाते हुए कहा कि अभी तक प्रदूषण को रोकने में सभी पक्ष फेल रहे हैं, प्रदूषण को रोकना सभी की जिम्मेदारी है।

NGT ने कहा कि आर्टिकल 21 और 48 के तहत नागरिक का अधिकार है कि उसे सांस लेने के लिए साफ वातावरण मुहैया कराया जाए। लोगों से जीने का अधिकार छीना जा रहा है, लोगों को साफ वातावरण नहीं मिल रहा है।

NGT ने आदेश दिया है कि अगले आदेश तक कोई भी इंडस्ट्रियल एक्टविटी (औद्योगिक गतिविधि) ना हो।

दिल्ली में चार गुना बढ़ाई गई वाहन पार्किंग की फीस

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए प्रशासन ने मंगलवार को वाहन पार्किंग शुल्क चार गुना बढ़ा दिया। यह निर्णय सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त पर्यावरण प्रदूषण निवारण और नियंत्रण प्राधिकरण (ई पी सी ए) की एक बैठक में लिया गया, ताकि लोग निजी वाहनों का कम इस्तेमाल करें।

दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति अधिक बदतर हो गई है और मंगलवार को यह खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में साल की सबसे खराब हवा की गुणवत्ता और धुंध की स्थिति देखी गई, जो दिवाली के बाद से अधिक खराब है। दिल्ली के आसमान में धुंध की पीली चादर छाई हुई है।

उल्लेखनीय है कि 21 सक्रिय प्रदूषण निगरानी केंद्रों में से 18 में वायु गुणवत्ता गंभीर दर्ज किए गए। इसके साथ ही प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है।

बीती शाम से वायु की गुणवत्ता और दृश्यता में तेजी से गिरावट आ रही है तथा नमी और प्रदूषकों के मेल के कारण शहर में घनी धुंध छा गई है। यह अत्यंत गंभीर से बेहतर स्थिति है, लेकिन वैश्विक मानकों के मुताबिक, यह भी खतरनाक है।

अगर स्थिति और खराब होती है और कम से कम 48 घंटों तक बनी रहती है तो जी आर ए पी के तहत आने वाला कार्यबल स्कूलों को बंद कर सकता है और सम-विषम (आॅड-ईवन) योजना को फिर शुरू कर सकता है।

इस सिलसिले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरंविद केजरीवाल ने शहर में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर मंगलवार को उप मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया से स्कूलों को कुछ दिन तक बंद रखने पर विचार करने को कहा। इसके बाद सिसोदिया ने शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण विभागों के अधिकारियों की बैठक बुलाई है।

सिसोदिया ने पर्यावरण विभाग को मंगलवार शाम तक शहर के प्रदूषण स्तर पर एक रिपोर्ट देने का निर्देश भी दिया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद स्कूलों को बंद करने और हफ्ते के अलग-अलग दिनों में सम-विषम नंबर के हिसाब से गाड़ियां चलाने की योजना के विषयों पर अंतिम निर्णय लेगी।

दिल्ली-एनसीआर में छाई जहरीली धुंध

भारत के दिल्ली में मंगलवार को वायु प्रदूषण बेहद गंभीर स्तर पर पहुंच गया। प्रदूषण परमीसिबल स्टैंडर्ड (सहन करने लायक स्तर) से कई गुना अधिक होने के कारण पूरी दिल्ली धुंध की मोटी चादर में लिपट गई।

बीती शाम से वायु की गुणवत्ता और दृश्यता में तेजी से गिरावट आ रही है तथा नमी और प्रदूषकों के मेल के कारण शहर में घनी धुंध छा गई है।

मंगलवार सुबह दस बजे तक केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने हवा की गुणवत्ता को बेहद गंभीर स्थिति में बताया जिसका मतलब यह है कि प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।

वर्तमान हालात के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गठित पर्यावरण प्रदूषण रोकथाम एवं नियंत्रण प्राधिकरण (ई पी सी) द्वारा ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जी आर ए पी) के तहत तय उपाय इस्तेमाल में लाए जा सकते हैं जिसमें पार्किंग शुल्क को चार गुना बढ़ाया जाना शामिल है।

अगर स्थिति और खराब होती है और कम से कम 48 घंटों तक बनी रहती है तो जी आर ए पी के तहत आने वाला कार्यबल स्कूलों को बंद कर सकता है और सम-विषम (आॅड-ईवन) योजना को फिर शुरू कर सकता है।

पिछली बार हवा की गुणवत्ता दीपावली के एक दिन बाद 20 अक्टूबर को बेहद गंभीर स्थिति में पहुंची थी। तब से प्रदूषण के स्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और हवा की गुणवत्ता काफी खराब स्तर पर बनी हुई है। यह अत्यंत गंभीर से बेहतर स्थिति है, लेकिन वैश्विक मानकों के मुताबिक यह भी खतरनाक है।

वायु गुणवत्ता बेहद खराब होने का मतलब है कि लंबे समय तक इसके संपर्क में आने पर लोगों को सॉंस संबंधी परेशानी हो सकती है, जबकि बेहद गंभीर स्तर पर होने का मतलब है कि यह सेहतमंद लोगों पर भी असर डाल सकती है और सॉंस तथा दिल के मरीजों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है।

सी पी सी बी के एयर लैब प्रमुख दीपांकर साहा ने बताया कि हवा बिलकुल भी नहीं चल रही जिस वजह से यह हालात बने हैं। वहीं, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आई एम ए) ने दिल्ली में हवा के खराब गुणवत्ता को देखते हुए इसे पब्लिक हेल्थ के लिए बेहद हानिकारक बताया है। आई एम ए के प्रेसिडेंट डॉ. के के अग्रवाल ने स्कूल बंद करने और लोगों को घर से बाहर ना जाने की अपील की है।

मौसम में मौजूद नमी ने जमीन पर स्थित स्रोतों से निकलने वाले प्रदूषकों को वहीं पर रोक दिया है। मौसम का हाल बताने वाली निजी एजेंसी स्कायमेट का कहना है कि पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा में बड़े पैमाने पर पराली जलाई जा रही है और वहां से हवा दोपहर के वक्त शहर में प्रवेश कर रही है। सी पी सी बी ने पड़ोसी शहर नोएडा और गाजियाबाद में भी हवा की गुणवत्ता बेहद गंभीर बताई है।

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) का दक्षिणी दिल्ली लोकल कमेटी का 13 वा सम्मलेन सम्पन्न

रविवार (29 अक्टूबर) 2017 को भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) का दक्षिणी दिल्ली लोकल कमेटी का 13 वा सम्मलेन सम्पन्न हुआ।

सम्मलेन की शुरुआत पारंपरिक तरीके से झंडा रोहण तथा शहीद बेदी को पुष्प अर्पित करके हुई। सम्मलेन की शुरुआत पी आई रवि (सदस्य, सचिव मंडल, सीपीआई (एम)) के द्वारा हुई।

कामरेड नाथू प्रसाद (सदस्य, राज्य कमेटी, सीपीआई (एम)) ने आज के हालत पर कविता और अपने विचार रखे। उसके बाद कामरेड जगदीश ने रिपोर्ट रखी जिस पर सभी ब्रांच से साथियों ने हिस्सा लिया।

फिर नई लोकल कमेटी का चयन हुआ। चुने गए साथी के नाम हैं: कामरेड पूरण चंद, कामरेड जगदीश चंद, कामरेड मलखान, कामरेड शकील, कामरेड नीलगगन, कामरेड कविता और कामरेड मीनू।

कामरेड पूरण चंद को लोकल कमेटी ने अपना नेता चुना। कामरेड अनुराग सक्सेना (सचिव सीटू , दिल्ली राज्य समिति) ने सम्मलेन का समापन भाषण दिया।

दिल्ली विश्वविद्यालय शुतुरमुर्ग की तरह बर्ताव कर रहा है: दिल्ली उच्च न्यायालय

दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय में कई बार शिक्षकों को धमकाने के आरोपी विधि के छात्र के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय विश्वविद्यालय रेत में अपना सिर गढ़ाकर शुतुरमुर्ग की तरह बर्ताव कर रहा है।

न्यायमूर्ति सिद्धार्थ मृदुल और न्यायमूर्ति दीपक शर्मा की पीठ ने विश्वविद्यालय से कहा, ''पूरी तरह से कानूनी व्यवस्था का अभाव है और आपने शुतुरमुर्ग की तरह अपना सिर रेत में घुसा रखा है।''

पीठ ने विश्वविद्यालय से यह भी कहा कि अदालत कानून का पालन नहीं करने वाले तत्वों को परिसर में आजादी से घूमने की इजाजत नहीं देगी।

अदालत पिछले साल कुछ छात्रों द्वारा दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय के डीन और प्रोफेसरों के साथ कथित दुर्व्यवहार के मामले में दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी। इस मामले में पीठ ने दिल्ली पुलिस से भी नाराजगी जताई और कहा कि यह कानून व्यवस्था की बात है और अदालतों से यह अपेक्षा नहीं की जा सकती कि वे डीयू में विधि संकाय में पुलिस की तैनाती कराएं।

इससे पहले पुलिस ने अदालत को बताया था कि डूसू के पूर्व अध्यक्ष सतेंद्र अवाना के खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद वह शिक्षकों को धमकाता रहता था।

पुलिस की ओर से स्थाई वकील राहुल मेहरा ने कहा कि निचली अदालत में 17 अक्तूबर को आरोपपत्र दाखिल किया गया था और वहां अगली सुनवाई की तारीख नौ जनवरी, 2018 है। इसके बाद पीठ ने मामले में आगे सुनवाई के लिए 15 नवंबर की तारीख तय की ताकि उसके द्वारा नियुक्त न्यायमित्र पुलिस की ओर से दाखिल आरोपपत्रों का अध्ययन कर सकें। दिल्ली पुलिस को भी मामले में स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने के लिए वक्त दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि अध्यापकों को आतंकित करना बहुत ही चौंकाने वाला कृत्य है जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता।

अदालत को बताया गया था कि दिल्ली विश्वविद्यालय में कानून की पढ़ाई कर रहे एक छात्र ने परीक्षा में नकल करते हुए पकड़े जाने पर एक महिला प्राध्यापक को धमकी दी थी जिसके बाद उच्च न्यायालय ने यह बात कही। घटना पर गुस्सा जाहिर करते हुए न्यायमूर्ति सिद्धार्थ मृदुल और न्यायमूर्ति नजमी वजीरी की एक पीठ ने कहा था कि ऐसे संस्थानों को विद्यालय कहना और ऐसे व्यक्तियों को छात्र के तौर पर संबोधित करना अभिशाप है।

नरेंद्र मोदी के मंत्री ने लालू यादव के साथ की गुप्त बैठक

बिहार के दो राजनीतिक दलों आरजेडी और आरएलएसपी के मुखिया लालू प्रसाद यादव और उपेंद्र कुशवाहा की मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में अटकलबाजियों का दौर शुरू हो गया है। आरएलएसपी बीजेपी नीत एनडीए का हिस्सा है। उपेंद्र कुशवाहा नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री हैं।

साल 2014 के लोक सभा चुनाव और 2015 के विधान सभा चुनाव में आरएलएसपी बीजेपी की साझीदार थी। लालू और उपेंद्र ने सोमवार (16 अक्टूबर) को मुलाकात की।

आरजेडी के एक नेता ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि दोनों नेताओं ने साल 2019 के लोक सभा चुनाव से जुड़ी संभावनाओं पर चर्चा की। हालांकि किसी भी नेता ने अभी तक इस मुलाकात पर आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा है।

इसी साल अगस्त में जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार ने आरजेडी और कांग्रेस से गठबंधन तोड़कर बीजेपी से हाथ मिला लिया था। जबकि 2015 का विधान सभा चुनाव जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस ने मिलकर लड़ा था, लेकिन इन दलों का गठबंधन करीब 20 महीने बाद ही टूट गया।

बीजेपी को बिहार में अपना पुराना जोड़ीदार भले वापस मिल गया हो, लेकिन नीतीश की एनडीए वापसी के साथ ही इससे उपेंद्र कुशवाहा के नाराज होने की चर्चा होने लगी थी।

माना जाता है कि उपेंद्र कुशवाहा नीतीश को अपना प्रतिद्वंद्वी मानते हैं और उनके साथ नहीं रहना चाहते।

आरएलएसपी नेता नागमणि ने दो दिन पहले ही ये कहकर बिहार की सियासत में बदलाव के संकेत दिए कि उपेंद्र कुशवाहा को बिहार का अगला मुख्यमंत्री होना चाहिए।

माना जा रहा है कि कुशवाहा लालू यादव से मिलकर ऐसी संभावनाओं को टटोल रहे थे। चर्चा है कि अगर आरजेडी और कांग्रेस कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने को तैयार हो जाएं तो एनडीए का टूटना निश्चित है।

भारतीय युवा कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों के खिलाफ साइकिल यात्रा निकाली

भारतीय युवा कांग्रेस ने आज (22 सितम्बर) को पेट्रोल और डीज़ल की बढ़ी हुई क़ीमतों के ख़िलाफ़ साइकिल यात्रा निकालकर विरोध दर्ज कराया। भारत में मोदी सरकार द्वारा लगातार पेट्रोल और डीजल के कीमतों में वृद्धि के खिलाफ भारतीय युवा कांग्रेस द्वारा साइकिल यात्रा निकाल कर विरोध दर्ज़ कराया गया।

खतीब खान ने छात्रों से एनएसयूआई पैनल के उम्मीदवारों को जिताने की अपील की

दिल्ली प्रदेश युथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव खतीब खान ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव में एनएसयूआई पैनल के चारों उम्मीदवारों को जिताने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रखा है।

आज खतीब खान ने ओखला विधान सभा क्षेत्र में रहने वाले दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रों के साथ मीटिंग की।

खतीब खान ने छात्रों से एनएसयूआई पैनल ( 9 , 3 , 4 , 2 ) के चारों उम्मीदवारों को वोट देने और सपोर्ट करने की अपील की ताकि एनएसयूआई का झण्डा दिल्ली यूनिवर्सिटी में लहरा सके।

आईबीटीएन न्यूज़ लाइव के लिए जमाल अनवर मुन्ना की रिपोर्ट। 

मानहानि केस में अरविंद केजरीवाल ने माफी माँगी

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार (21 अगस्त) को मानहानि के एक मामले में माफी मांग ली है। उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में हरियाणा कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना से माफी मांगी है।

दरअसल दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में कांग्रेस नेता अवतार सिंह भड़ाना ने सीएम केजरीवाल के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था। साथ ही एक करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग की थी।

हालांकि आरोप लगाने के बाद कानूनी दिक्कतों का सामना कर रहे केजरीवाल ने खुद लिखित में भड़ाना से माफी मांग ली है।

इस दौरान कोर्ट में केजरीवाल ने तर्क दिया कि उन्होंने अपने सहयोगी के बहकावे में आकर ये बयान दिए थे। सहयोगी के ही बहकावे में आकर कांग्रेस नेता के खिलाफ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया था।

बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने 31 जनवरी 2014 में पूर्व लोकसभा सांसद अवतार सिंह भड़ाना के खिलाफ अपमानजनक बयान दिया था।

तब केजरीवाल ने कहा था कि भड़ाना देश के सबसे भ्रष्ट व्यक्तियों में से एक हैं। उस दौरान भड़ाना ने कहा था कि केजरीवाल के बयान से उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। इस दौरान उन्होंने केजरीवाल को तुरंत नोटिस भेज कर अपने बयान के लिए माफ़ी माँगने को कहा था।

बता दें कि केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने भी केजरीवाल पर मानहानि का मुकदमा दायर कर रखा है। जेटली ने दिसंबर 2015 में अरविंद केजरीवाल, राघव चड्ढ़ा सहित छह आम आदमी पार्टी के नेताओं पर मानहानि का केस किया था।

जेटली ने केजरीवाल के उस बयान पर मानहानि का मुकदमा दायर किया जिसमें आम आदमी पार्टी के नेताओं ने जेटली पर आरोप लगाया था कि जेटली ने दिल्‍ली जिला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्‍यक्ष के 13 साल के कार्यकाल में कई वित्‍तीय गड़बड़िया की थीं।

हालांकि बीते दिनों केस की सुनवाई के दौरान केंद्रीय मंत्री ने केजरीवाल के खिलाफ दस करोड़ रुपए का मानहानि का मुकदमा दायर किया था।

खबर के अनुसार, केस की सुनवाई के दौरान केजरीवाल के वकील ने जेटली को बदमाश कहकर संबोधित किया था।

केजरीवाल सरकार गिरानी होगी: खतीब खान

आज दिल्ली युवा कांग्रेस के सचिव खतीब खान ने ओखला विधान सभा के शाहीन बाग के सी ब्लॉक का दौरा किया। खतीब खान ने कहा कि शाहीन बाग के सी ब्लॉक के दौरे के दौरान टूटी हुई सड़क और सड़क पर नाली के गंदे भरे देखकर बहुत दुःख हुआ।

शाहीन बाग़ के लोगों का कहना है कि सी ब्लॉक की ये सड़क पिछले एक साल से ख़राब है। इस पर बरसात में पानी भरा रहता है जिस वजह से स्कूल के बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं अक्सर पानी में गिर जाते हैं। लेकिन यहाँ के एमएलए को कोई फर्क नहीं पड़ता है।

खतीब खान ने कहा, ''मैं दिल्ली सरकार से और ओखला के एमएलए साहब से कहना चाहता हूँ कि अगर 10 दिनों में ये सड़क ठीक नहीं करवाई गई तो शाहीन बाग़ सी ब्लॉक के लोग सीएम हाउस के बाहर धरना देंगे। आप सब से अपील है कि ये हम सबको आवाज़ उठानी होगी और केजरीवाल सरकार गिरानी होगी।''