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स्मार्ट शहरों पर रणदीप सिंह सुरजेवाला, मिलिंद देवड़ा और संजय निरुपम द्वारा एआईसीसी प्रेस ब्रीफिंग

स्मार्ट शहरों पर रणदीप सिंह सुरजेवाला, मिलिंद देवड़ा और संजय निरुपम द्वारा एआईसीसी प्रेस ब्रीफिंग

कादर खान का 81 साल की उम्र में निधन, कनाडा में अंतिम संस्कार होगा

बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता एवं लेखक कादर खान का 31 दिसम्बर को निधन हो गया। 81 वर्षीय कादर खान लंबे समय से बीमार चल रहे थे। कादर खान कनाडा के एक अस्पताल में भर्ती थे। उनके बेटे ने बताया कि अभिनेता का अंतिम संस्कार भी वहीं किया जाएगा।

कादर खान के बेटे सरफराज ने पीटीआई और भाषा से कहा, ''मेरे पिता हमें छोड़कर चले गए। लंबी बीमारी के बाद 31 दिसम्बर शाम छह बजे (कनाडाई समय) उनका निधन हो गया। वह दोपहर को कोमा में चले गए थे। वह पिछले 16-17 हफ्तों से अस्पताल में भर्ती थे।''

उन्होंने कहा, ''उनका अंतिम संस्कार कनाडा में ही किया जाएगा। हमारा सारा परिवार यहीं है और हम यहीं रहते हैं, इसलिए हम ऐसा कर रहे हैं।''

सरफराज ने कहा, ''हम दुआओं और प्रार्थना के लिए सभी का शुक्रिया अदा करते हैं। अभिनेता के निधन से एक दिन पहले भी उनके निधन की खबर आई थी, लेकिन उनके बेटे ने उन खबरों को खारिज किया था।''

कादर खान को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और डॉक्टर उन्हें नियमित वेंटीलेटर तथा बीपीएपी वेंटीलेटर पर रखे हुए थे। सुपर न्यूक्लियर पाल्सी बीमारी के कारण उन्हें चलने में भी दिक्कत आ रही थी और याददाश्त भी कमजोर हो गई थी।

काबुल में जन्मे कादर खान ने 1973 में राजेश खन्ना के साथ फिल्म 'दाग' से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। उसके बाद वह 300 से अधिक फिल्मों में नजर आए।

अभिनेता बनने से पहले कादर खान ने रणधीर कपूर, जया बच्चन की फिल्म 'जवानी दीवानी' के लिए संवाद लिखे थे। उन्होंने 250 से अधिक फिल्मों के लिए संवाद लिखे। पटकथा लेखक के तौर पर उन्होंने मनमोहन देसाई और प्रकाश मेहरा के साथ कई फिल्मों में काम किया। अमिताभ बच्चन, अनुपम खेर, मनोज बाजपेयी और अर्जुन कपूर ने कादर खान के निधन पर शोक व्यक्त किया है।

अमिताभ बच्चन ने ट्विटर पर लिखा, ''कादर खान का निधन हो गया। दुखद खबर। मेरी प्रार्थनाएं और संवेदनाएं। बेहतरीन मंच कलाकार, सबसे करुणामय और फिल्मों के सबसे प्रतिभाशाली।'' उन्होंने लिखा, ''मेरी अधिकतर सफल फिल्मों के प्रख्यात लेखक। बेहतरीन साथी और एक गणितज्ञ।''

अमिताभ बच्चन और कादर खान ने 'दो और दो पांच', 'मुकद्दर का सिकन्दर', 'मिस्टर नटवरलाल', 'सुहाग', 'कुली' और 'शहंशाह' जैसी फिल्मों में एक साथ काम किया। अभिनेता मनोज बाजपेयी ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी है। वाजपेयी ने लिखा, ''ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दें कादर खान साहब।

अनुपम खेर ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए एक वीडियो संदेश ट्विटर पर साझा किया। उन्होंने कहा, ''कादर खान साहब हमारे देश के बेहतरीन अभिनेताओं में से एक थे। उनके साथ काम करने का अनुभव खुशियों भरा और सीखने वाला रहा।''

अर्जुन कपूर ने भी उनके निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, ''एक पीढ़ी को परिभाषित करने वाले एक अभिनेता और एक लेखक ... आपके जाने से फिल्म उद्योग में एक खालीपन आ गया है जिसे भरा नहीं जा सकता। भगवान आपकी आत्मा को शांति दें कादर खान। उनके परिवार के प्रति मैं संवेदना व्यक्त करता हूँ।''

फिल्मकार मधुर भंडारकर, निर्देशक अनीस बज़्मी, अभिनेता एवं कॉमेडियन वीर दास, फिल्मकार मिलाप ज़वेरी ने भी कादर खान के निधन पर शोक व्यक्त किया। भारतीय राष्ट्रीय फिल्म संग्रहालय (एनएफएआई) ने भी अभिनेता को श्रद्धांजलि दी।

अपनी पसंद का चैनल चुनने के लिए ट्राई ने उपभोक्ताओं को 31 जनवरी तक का समय दिया

भारत में टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी (TRAI) ने नये टैरिफ नियम के तहत ग्राहकों को अपनी पसंद का चैनल चुनने के लिए 31 जनवरी तक का समय दे दिया है। ट्राई ने कहा है कि ग्राहक 31 जनवरी तक अपनी पसंद के चैनल चुन सकते हैं। ट्राई ने सभी मल्टी सर्विस ऑपरेटर्स (MSOs) और लोकल केबल ऑपरेटर्स (LCOs) को पहले 29 दिसंबर से नया टैरिफ सिस्टम लागू करने का आदेश दिया था, लेकिन अब ट्राई ने इस समयसीमा को बढ़ाकर 31 जनवरी कर दिया है।

ट्राई के सचिव एस के गुप्ता ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा, ''हमने आज (गुरुवार) ब्रॉडकास्टर्स, डीटीएच ऑपरेटरों और एमएसओ (मल्टी-सिस्टम ऑपरेटरों) के साथ एक बैठक की। सभी ने नए नियमों को लागू करने की अपनी तत्परता दिखाई। हालांकि, उन्होंने अनुरोध किया कि ग्राहकों को कुछ और समय दिया जाए ताकि वे अपनी पसंद के हिसाब से चैनल चुन सकें जिससे आगे उन्हें परेशानी न हो।''

इस मांग के मद्देनजर डिस्ट्रिब्यूशन प्लेटफॉर्म ऑपरेटर (डीपीओ) को ग्राहकों से उनकी पसंद के चैनलों की लिस्ट मांगने के लिए 31 जनवरी तक समय दे दिया गया है और 1 फरवरी से ग्राहकों को उनके द्वारा चुने गए चैनल मुहैया करा दिए जाएंगे।

कुछ दिन पहले ट्राई ने कहा था कि 29 दिसंबर से टीवी ब्लैकआउट नहीं होगा और नई स्कीम पर पूरी तरह से शिफ्ट होने के लिए उपभोक्ताओं को समय दिया जाएगा।

नया नियम क्या है?
ट्राई के केवल और डीटीएच ऑपरेटर्स के लिए लागू हो रहे नए नियम में कहा गया है कि वह उपभोक्ताओं पर टीवी चैनल थोप नहीं सकता है, बल्कि उपभोक्ता के पास टीवी चैनलों को चुनने की आजादी होगी, जिन्हें वे देखना चाहते हैं। उपभोक्ता अपनी मनपसंद के ही चैनल के लिए भुगतान करेंगे। इसके लिए सभी ब्रॉडकास्टर्स को अपने चैनल को बुके के रूप में उपलब्ध करना होगा, जिन्हें उपभोक्ता अपनी पसंद के अनुसार चुन सकता है। टीवी स्क्रीन पर हर चैनल की अधिकतम मूल्य लिखी होगी। कोई भी केवल या डीटीएच ऑपरेटर ब्रॉडकास्टर की ओर से तय कीमत से अधिक नहीं ले सकता है।

ट्राई के नए नियम के तहत ग्राहकों को हर महीने 100 चैनलों के लिए अधिकतम 130 रुपये देना होगा। जीएसटी अलग से होगा। ऐसे में अगर आप 100 से अधिक चैनल देखते हैं तो अगले 25 चैनलों के लिए 20 रुपये अतिरिक्त देने होंगे। इसके अलावा आप जो पे चैनल्स चुनेंगे, उनकी तय कीमतें जुड़ जाएंगी। यानी अगर आप बहुत सारे पे चैनल देखने के लिए सब्सक्राइब करते हैं तो हो सकता है कि आपको अधिक भुगतान करने पड़े। ट्राई ने बार्क के रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि टीवी दर्शकों के पैटर्न के अनुसार 80 प्रतिशत उपभोक्ता या तो 40 या उससे कम चैनलों को देखते या खंगालते हैं। यदि कोई उपभोक्ता सावधानीपूर्वक अपने परिवार की पूरी आवश्यकता के लिए चैनल चुनता है तो उसे हर महीने मौजूदा कीमत से कम भुगतान करना होगा।

ट्राई ने सभी केबल और डीटीएच ऑपरेटर्स से कहा है कि वह टीवी दर्शकों को अपने वेबसाइट के जरिए चैनल चुनने और ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा उपलब्ध कराएं। वेबसाइट पर चैनलों की सूची कीमत के साथ उपलब्ध होगी। इसके अलावा उपभोक्ता कॉल सेंटर के जरिए भी चैनल चुन पाएंगे।

नए नियम लागू होने के बाद कोई भी केबल या डीटीएच ऑपरेटर्स चैनलों के लिए अलग-अलग चार्ज नहीं ले पाएंगे। सभी प्लेटफॉर्म पर चैनलों की समान कीमत होगी। अगर दो अलग- अलग सर्विस प्रोवाइडर्स के उपभोक्ता एक जैसे चैनल देख रहे हैं तो उनका भुगतान भी एक जैसा ही होगा।

प्रियंका चोपड़ा के 'भारत' छोड़ने से नाराज सलमान खान

अमेरिकी ब्वॉयफ्रेंड निक जोनस से शादी की खातिर सलमान खान की फिल्म 'भारत' छोड़ने वाली प्रियंका चोपड़ा ने ये कभी नहीं सोचा होगा कि उसका ये फैसला उसे जिंदगीभर का नुकसान दे जाएगा। प्रियंका चोपड़ा के फिल्म छोड़ने के बाद सलमान खान उससे बेहद नाराज है और इसी नाराजगी में सलमान ने एक बड़ा फैसला भी ले लिया है।

सलमान के करीबी सूत्रों के मुताबिक, सलमान ने ये फैसला लिया है कि वो प्रियंका के साथ दोबारा कभी काम नहीं करेंगे। हालांकि, ऐसा फैसला लेने से पहले प्रियंका चोपड़ा को यह पता होगा कि उसे सलमान खान के गुस्से का शिकार होना पड़ेगा। क्योंकि बॉलीवुड में हर कोई सलमान के गुस्से के बारे में अच्छे से जानता है।

खबरों की माने तो प्रियंका चोपड़ा और सलमान खान के रिश्ते कभी भी बहुत अच्छे नहीं रहे हैं। प्रियंका चोपड़ा और सलमान खान ने एक साथ कुछ फिल्मों में काम जरूर किया है, लेकिन इनके बीच हमेशा कोल्ड वॉर चलती रही है।

बताया जाता है कि फिल्म 'भारत' में भी प्रियंका चोपड़ा को सलमान की बहन अर्पिता की वजह से लिया गया था। दरअसल, प्रियंका और अर्पिता की बॉन्डिंग बेहद स्ट्रॉन्ग हैं।  दोनों बहुत अच्छा रिश्ता शेयर करती है। ऐसे में जब अर्पिता ने सलमान को 'भारत' के लिए प्रियंका के नाम का सुझाव दिया तो वो खुद भी इंकार नहीं कर पाए, साथ ही सलमान खान खुद भी सारी चीजें भुलाकर नई शुरूआत करना चाहते थे।

हालांकि, प्रियंका चोपड़ा ने जिस तरह से ऐन मौके पर सलमान की फिल्म को छोड़ा है, उसके बाद ऐसा नहीं लगता है कि सलमान खान प्रियंका को कभी माफ करेंगे।

मिमोह की शादी: मिथुन के चेहरे पर दिखी परेशानी

रेप केस में आरोपी मिथुन चक्रवर्ती के बेटे मिमोह चक्रवर्ती ने अपनी खास दोस्त मदालसा शर्मा के साथ शादी कर ली है। दोनों की शादी पहले 7 जुलाई को होने वाली थी, लेकिन मिमोह पर लगे आरोपों के चलते इसे आगे बढ़ा दिया गया था। इस समय मिमोह जमानत पर बाहर हैं और आज ही उन्होंने अपने पिता के ऊटी स्थित होटल में शादी रचा ली। दोनों की शादी की कई फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिनमें आप पूरा वेडिंग एल्बम देख सकते हैं। लेकिन खास बात ये है कि इनमें से एक फोटो में मिथुन परेशान नजर आ रहे हैं।

इस फोटो में दूल्हा-दुल्हन और बाकी परिवारवाले बेहद खुश नजर आ रहे हैं। लेकिन मिथुन के चेहरे पर परेशानी साफ झलक रही है। उनका लुक भी काफी सिंपल है। सफेद कुर्ते-पजामे के साथ उन्होंने सर पर काली टोपी लगाई हुई है।

इस दौरान मिमोह और मदालसा के चेहरे पर खुशी नजर आई। दोनों की फोटोज देखकर ये लग ही नहीं रहा था कि पुलिस केस को लेकर उन्हें किसी तरह की परेशानी या तनाव है। बल्कि वो शादी की हर रस्म को पूरी तरह एन्जॉय कर रहे थे और एक-दूसरे के साथ मस्ती भी कर रहे थे। मिमोह और मदालसा ने जब शादी रचाई तो वहां केवल उनके खास दोस्त और परिवारवाले ही मौजूद थे। जब मीडिया में इनकी शादी की खबरें आई थीं तब बताया गया था कि दोनों सिर्फ परिवारवालों की मौजूदगी में ही सात फेरे लेंगे।

मिमोह की बात की जाए तो उन्हें महाअक्षय के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने साल 2008 में 'जिम्मी' नाम की एक फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखा था, जो बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई थी। इसके बाद मिमोह का करियर भी थम गया। 'जिम्मी' के बाद मिमोह चक्रवर्ती 'हॉन्टेड' जैसी फिल्मों में दिखाई दिए थे, लेकिन वो दर्शकों के दिलों में अपने पापा जैसी खास जगह नहीं बना पाये। मदालसा बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में तो बहुत मशहूर नहीं रही हैं, लेकिन वो साउथ फिल्म इंडस्ट्री का एक जाना पहचाना नाम हैं। उन्होंने साउथ में कई सारी सफल फिल्में की हैं।

अरबाज के बाद साजिद खान से आईपीएल सट्टेबाजी मामले में पूछताछ हो सकती है

बॉलीवुड एक्टर और प्रोड्यूसर अरबाज खान के बाद अब फिल्म डायरेक्टर और कॉमेडियन साजिद खान से भी आईपीएल सट्टेबाजी मामले में पूछताछ हो सकती है। एक अधिकारी ने मंगलवार को इस बात की जानकारी दी।

आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि आईपीएल सट्टेबाजी मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), ठाणे पुलिस की जांच पर करीबी निगाह रख रहा है। हालांकि, इस बात की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है कि साजिद को समन कब भेजा जाएगा।

ठाणे के एंटी एक्सटॉर्शन सेल के मुखिया प्रदीप शर्मा ने मुंबई में संवाददाताओं से कहा कि इस मामले में सट्टेबाज सोनू जालान के साथ पूछताछ में साजिद खान का नाम भी आया है। सट्टेबाज ने बताया कि साजिद खान सात साल पहले क्रिकेट मैचों पर सट्टा लगाते थे।

बीते शुक्रवार को अरबाज खान से पूछताछ हुई। माना जा रहा है कि जालान के अलावा अरबाज ने भी कई बॉलीवुड हस्तियों के नाम लिए हैं जो क्रिकेट में सट्टेबाजी में शामिल हैं और इन्हें भी जल्द ही समन भेजा जा सकता है। सीबीआई इस मामले की जांच पर निगाह रखे हुए है। एजेंसी आईपीएल में सट्टेबाजी के मामलों की पहले जांच कर चुकी है।

एक अधिकारी ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया, ''सीबीआई टीम ने हमसे संपर्क किया और वो कुछ लोगों से पूछताछ कर सकती है। लेकिन, मामले को सीबीआई को सौंपने का प्रस्ताव अभी तक नहीं आया है।''

बता दें कि कोरियोग्राफर और डायरेक्टर फराह खान के भाई साजिद खान एक्टर भी हैं। उन्होंने 'हे बेबी', 'हाउसफुल-1', 'हाउसफुल-2''जैसी फिल्मों का डायरेक्शन भी किया है।

पंजाबी गायक नवजोत सिंह की हत्या, मोहाली के पास जंगल में शव मिला

पंजाब के मोहाली में पंजाबी गायक नवजोत सिंह की हत्या कर दी गई है। उनका शव मोहाली के जंगलों में पाया गया है।

खबरों के मुताबिक, उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई है। उनकी शरीर पर 4 से 5 गोलियां लगी पाई गई हैं। मतलब साफ है कि 4 से 5 गोलियां मारी गई हैं और उनकी मौत गोलियां लगने से हुई है। फिलहाल पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है। इस पूरे मामले की जांच में पुलिस जुट गई है।

मोहाली के पास एक जंगल है, जहां पर एक शव बरामद हुआ और जब शव की शिनाख्त की गई तो पता चला कि यह शव पंजाबी गायक नवजोत सिंह का है। पुलिस जांच कर रही है कि इस हत्या में किन लोगों का हाथ है?

राष्ट्रपति के हाथ से अवॉर्ड नहीं मिलने पर समारोह से 59 कलाकार दूर हुए

भारत में 65वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार वितरण समारोह कुछ विवादों में भी घिर गया। समारोह में गुरुवार को 137 विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए जाने थे। लेकिन 59 लोगों ने कार्यक्रम से दूरी बना ली। दरअसल, ये सभी इस बात से नाराज थे कि उन्हें पुरस्कार राष्ट्रपति के हाथों नहीं मिलेगा।

समारोह में प्रोटोकॉल के चलते राष्ट्रपति को केवल एक घंटे ही मौजूद रहना था। इसलिए तय किया गया था कि केवल 11 विजेताओं को ही उनके हाथ से पुरस्कार दिलाए जाएंगे। इसी पर नाराजगी जताते हुए पुरस्कार के लिए चुने गए कई कलाकारों ने एक पत्र लिखा। इसकी प्रति राष्ट्रपति भवन और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को भी भेजी गई।

कलाकारों ने पत्र में कहा गया कि वे पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल नहीं होंगे क्योंकि राष्ट्रपति स्थापित परंपरा से अलग हटकर केवल 11 लोगों को पुरस्कार देंगे।

साथ ही स्पष्ट किया कि इसके पीछे पुरस्कार के बहिष्कार की कोई मंशा नहीं है, लेकिन असंतुष्टि से अवगत कराने के लिए समारोह में शामिल नहीं हो रहे हैं। राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता एक कलाकार ने कहा कि अभी तक राष्ट्रपति ही सभी विजेताओं को अवार्ड देते रहे हैं। इस बार परंपरा टूटी है। यह चिंता का विषय है क्योंकि इससे पुरस्कार का महत्व भी कम हो सकता है।

राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अशोक मलिक  ने कहा  कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सभी पुरस्कार कार्यक्रमों और दीक्षांत समारोहों में अधिकतम एक घंटे रुकते हैं। यह प्रोटोकाल उनके पदभार ग्रहण करने के समय से ही चला आ रहा है।

गैंग रेपिस्‍टों के देश में बदल रहा है गांधी का भारत : मल्लिका शेरावत

कठुआ और उन्नाव गैंगरेप को लेकर भारत भर में लोगों का गुस्सा उबाल पर है। इन दोनों घटनाओं के खिलाफ लोगों ने सड़कों पर उतर कर खूब प्रदर्शन किए और ऐसी घिनौनी वारदात को अंजाम देने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग भी की। कई जानी-मानी हस्तियों ने इन घटनाओं का विरोध अपने-अपने तरीके से किया। अब बॉलीवुड अदाकारा मल्लिका शेरावत ने भी भारत में बढ़ती रेप की घटनाओं पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है।

मल्लिका शेरावत ने कहा है कि भारत जो कभी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की भूमि के नाम से जाना जाता था, वो अब 'सामूहिक दुष्कर्मियों' की भूमि बन गया है। मल्लिका शेरावत ने कहा कि आज देश में मीडिया ही है, जिसके पास वास्तविक ताकत है, इसलिए सारी उम्मीदें भी उसी से हैं।

मल्लिका शेरावत ने कहा कि देश में बच्चों और महिलाओं के साथ जो रहा है, वो काफी शर्मनाक है। उन्होंने आगे कहा कि बहुत शर्मिंदगी की बात है कि हम देश में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित कर पाने में असमर्थ हैं। अखबारों में आजकल हर रोज ऐसे अपराधों से जुड़ी खबरों की भरमार होती है।

रेपिस्टों के खिलाफ बनाए गए नए कानून के बारे में पूछे जाने पर अभिनेत्री ने कहा कि अगर मीडिया ना हो तो ऐसे कई सारे अपराधों का तो हमें पता भी नहीं चल पाता। मुझे लगता है कि मीडिया के दबाव की वजह से ही नये कानून बनाए गए हैं, इसलिए हमें मीडिया को धन्यवाद कहना चाहिए।

मल्लिका शेरावत बुधवार (25 अप्रैल) को फिल्म 'दास देव' की विशेष स्क्रीनिंग के मौके पर मीडिया से बातचीत कर रही थीं। सुधीर मिश्रा निर्देशित 'दास देव' के बारे में मल्लिका ने कहा, ''मैंने फिल्म का ट्रेलर देखा। मैं सुधीर मिश्रा की फिल्मों की प्रशंसक हूँ और मैं उन्हें बतौर निर्देशक प्यार करती हूँ।

मल्लिका शेरावत ने इस मौके पर अपनी आगामी फिल्मों के बारे में चर्चा करते हुए बताया, ''एक अंतरराष्ट्रीय धारावाहिक है जिसे भारत में बनाने के लिए मैंने अधिकार खरीद लिए हैं, जैसे '24' (अमेरिकी) श्रृंखला का भारत में निर्माण हुआ था। मैं इसकी घोषणा बहुत जल्द करने वाली हूँ। उस शो को एमी पुरस्कार मिला था।''

मनोरंजन और राजनीति की दुनिया में सेक्सुअल फेवर की मांग होती है: शत्रुघ्‍न सिन्‍हा

बॉलीवुड कोरियोग्राफर सरोज खान और कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी के बाद अब अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा ने भी कास्टिंग काउच पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मनोरंजन और राजनीति की दुनिया में सेक्सुअल फेवर की मांग होती है। उन्होंने कहा कि न सरोज खान और न ही रेणुका चौधरी गलत हैं। यह बहुत पुराना तरीका है, आप हमें खुश करो, हम आपको खुश करेंगे। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि यह घटनाएं बहुत पुराने समय से हो रहीं हैं, इसमें परेशान होने की क्या बात है?

उन्होंने कहा कि सरोज खान की वजह से रेखा, माधुरी दीक्षित और श्रीदेवी जैसी अभिनेत्रियां करियर की बुलंदी पर चढ़ पाईं। सरोज खान एक लीजेंड हैं। वह हमेशा दिल से बोलती हैं। अगर वह कहतीं हैं कि बॉलीवुड में लड़कियों को सेक्स के लिए राजी किया जाता है तो इसका मतलब है कि इन सब चीजों को लेकर वह जागरूक होंगी।

अपने बेबाक बयानों के लिए चर्चित शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि मैं सरोज और रेणुका दोनों से पूरी तरह सहमत हूँ। फिल्म में रोल पाने के लिए लड़कियों को किस तरह के समझौते करने पड़ते हैं, मैं जानता हूं। शायद सरोज भी इस दर्द से गुजर चुकी हैं।

शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि राजनीति में कास्टिंग काउच को क्या कहेंगे, मैं नहीं जानता, मेरे ख्याल से इसे कॉस्टिंग वोट काउच कहना चाहिए। वास्तव में महत्वाकांक्षी युवा सेक्सुअवल फेवर ऑफर करने और वरिष्ठों के स्तर से इसे स्वीकार करने की बातें सामने आती हैं।

उन्होंने कहा कि मैं इसे सही नहीं ठहरा रहा हूँ और न ही कभी इस तरह के समझौते का पार्ट रहा। मगर अपने आसपास हो रही इन चीजों को लेकर हम आंखें नहीं बंद कर सकते।