मनोरंजन

बीजेपी 'मर्सल' से संवाद निकालने को कह रही है

जीएसटी एवं डिजीटल लेनदेन पर की गयी टिप्पणी के कारण विजय अभिनीत तमिल फिल्म 'मर्सल' विवाद में आ गयी है।

बीजेपी की तमिलनाडु इकाई की प्रमुख टी सुंदरराजन ने कहा, ''जीएसटी (वस्तु एवं सेवाकर) के बारे में 'मर्सल' में गलत संदर्भ दिया गया है। ... विख्यात हस्तियों को जनता के बीच गलत सूचनाएं दर्ज करवाने से परहेज करना चाहिए।''

तमिल फिल्म 'मर्सल' में जीएसटी पर टिप्पणी को लेकर बीजेपी इसका विरोध कर रही है। बीजेपी का आरोप है कि फिल्म में जीएसटी और नोटबंदी के बारे में गलत जानकारी दी गई है।

फिल्म में बताया गया है कि सरकार जीएसटी ले रही है, लेकिन लोगों को उसके बदलने कोई भी सुविधा नहीं मिल रही है।

साथ ही, फिल्म में भारत में मौजूद 'भ्रष्ट मेडिकल सिस्टम' का पर्दाफाश किया है।

भारतीय जनता पार्टी फिल्म के जिस सीन को हटाना चाह रही है, वह सीन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

फिल्म के इस सीन में अभिनेता विजय कहते हैं, ''सिंगापुर में लोग 7 फीसदी जीएसटी देते हैं और बदले में सरकार मुफ्त चिकित्सा सेवा दे रही है। भारत सरकार 28 फीसदी जीएसटी वसूल कर रही है। लेकिन सरकार मुफ्त में चिकित्सा सेवा क्यों नहीं दे सकती? क्यों?

दवाइयों के लिए हम 12 फीसदी टैक्स दे रहे हैं। लेकिन शराब पर कोई जीएसटी नहीं है। भारत में सरकारी अस्तपाल में ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं हैं। यह जानना चाहता हूं कि ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं होने के पीछे क्या वजह थी? दो साल से अस्पताल के पास ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए देने को पैसे नहीं थे। एक अन्य सरकारी अस्पताल में डायलेसिस के दौरान बिजली चली जाती है। चार लोग मर गए। शर्मनाक, उनके पास पावर बैकअप नहीं था। आईसीयू में रखे गए बच्चे की चूहे द्वारा काटने से मौत हो जाती है। लोगों को सरकारी अस्पताल से डर लगता है।''

इस मुद्दे से उठे विवाद में शामिल होते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कहा कि वह इस मामले में हस्तक्षेप कर तमिल गौरव का 'विमुद्रीकरण' नहीं करें।

राहुल ने ट्वीट कर कहा, ''श्रीमान (नरेन्द्र) मोदी सिनेमा तमिल संस्कृति एवं भाषा की सशक्त अभिव्यक्ति है। 'मर्सल' में हस्तक्षेप कर तमिल गौरव का 'विमुद्रीकरण' मत करिये।''

कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने भी इस फिल्म को लेकर सरकार पर तंज किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''फिल्म निर्माताओं को नोटिस: कानून आने ही वाला है, आप केवल सरकार की नीतियों की सराहाना करने वाले वृत्त चित्र बना सकते हैं।'' उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ''बीजेपी 'मर्सल' में से संवाद निकालने को कह रही है। कल्पना करिए कि आज 'पराशक्ति' रिलीज हुई होती।''

संगीत सोम को कोई पढ़ाए 6ठी की किताब: जावेद अख्तर

दिग्गज लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने 'इतिहास की अज्ञानता' के लिए उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के विधायक संगीत सोम की तीखी आलोचना की है। संगीत सोम ने विश्व के सात अजूबों में शामिल ताजमहल को 'भारतीय संस्कृति पर एक धब्बा' करार दिया था, जिस पर जावेद ने उन्हें आड़े हाथों लिया।

सोशल मीडिया पर बुधवार को वायरल हुए एक वीडियो में सोम को एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान यह कहते हुए सुना जा रहा है कि 'ताजमहल भारतीय संस्कृति पर एक धब्बा है, क्योंकि इसका निर्माण एक ऐसे शासक द्वारा किया गया है, जो हिंदुओं का नामोनिशान मिटाना चाहता था।'

इसकी प्रतिक्रिया में जावेद ने अपने एक ट्वीट में कहा, ''इतिहास के प्रति संगीत सोम की अज्ञानता सच में आश्चर्यजनक हद तक विशाल (मान्युमेंटल) है। कृपया कोई उन्हें छठी कक्षा वाली इतिहास की किताब दे। इसमें साफ बताया गया है कि जहांगीर के युग के दौरान भारत आए डॉ. थोमस रोए ने लिखा था कि एक भारतीय की औसत जीवनशैली का स्तर एक अंग्रेज की जीवनशैली से बेहतर है।''

उन्होंने लिखा, ''जो बात मुझे हैरत में डालती है, वह यह है कि अकबर से नफरत करने वालों को क्लाइव से समस्या नहीं है। जो जहांगीर से नफरत करते हैं, वे हेस्टिंग्स का जिक्र तक नहीं करते।''

विश्व के सात अजूबों में से एक माने जाने वाले ताजमहल की सुंदरता का दीदार करने हर साल लाखों भारतीय और विदेशी पर्यटक आते हैं। ताजमहल को लेकर उठे इस विवाद के निपटारे के तहत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था, ''हमें सोम के बयान पर ध्यान नहीं देना चाहिए।''

मुख्यमंत्री के इस बयान से यह साफ नजर आया कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार खुद को विधायक के इस विवादास्पद बयान से अलग रखना चाहती है। आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार के लिए ताज बेहद जरूरी है, खासकर पर्यटन को ध्यान में रखते हुए। इसलिए, यहां पर्यटकों को सुविधाएं और सुरक्षा प्रदान करना उनकी सरकार की जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ 26 अक्टूबर को आगरा में ताजमहल, फतेहपुर सीकरी और अन्य ऐतिहासिक स्थलों का दौरा कर सकते हैं। एक अधिकारी ने आईएएनएस को इसकी जानकारी दी।

रि‍लेशनश‍िप पर ऋतिक रोशन ने उठाए सवाल

बॉलीवुड अभिनेता ऋतिक रोशन ने कंगना रनौत के साथ रिलेशनशिप में रहने के आरोपों पर 761 शब्दों की एक लंबी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अपनी सफाई पेश की। इस पोस्ट के जरिए ऋतिक रोशन ने कंगना रनौत पर कई सवाल उठाए हैं।

हालांकि, उन्होंने इस पोस्ट में कंगना का नाम नहीं लिया है। ऋतिक रोशन ने सवाल उठाया है कि इतनी लंबी चली रिलेशनशिप का कोई सबूत नहीं है, ना ही कोई तस्वीर है।

इसके साथ ही ऋतिक रोशन ने कहा कि दूसरी पार्टी (कंगना) अपने गैजेट्स की जांच नहीं करवा रही है, जिससे ये साबित हो सके कि मुझे तीन हजार मेल किसने किए।

ऋतिक ने यह भी दावा किया कि उन्होंने कंगना के साथ कोई प्राइवेट में मुलाकात नहीं की।

हालांकि, उन्होंने साथ में काम जरूर किया है। इसके बाद कंगना की ओर से उनके वकील रिजवान सिद्दीकी ने इन सवालों के जवाब दिए हैं।
ऋतिक रोशन ने सवाल किया कि इतने साल चली कथित रिलेशनशिप का कोई सबूत, तस्वीर या गवाह क्यों नहीं है?

इस पर कंगना के वकील रिजवान सिद्दीकी ने हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए कहा, ''मेरी क्लाइंट ऋतिक रोशन को डेट कर रही थी, जो कि उस वक्त शादीशुदा थे। सच्चाई ये है कि ऋतिक रोशन ने कभी भी कोई ऐसी तस्वीर क्लिक करने या डेटा नहीं रखने दिया, जिससे यह लगे कि वे दोनों रिलेशनशिप में हैं। इसकी एक सीधी वजह है कि वह अपनी छवि खराब नहीं करना चाहते थे।''

वहीं पोस्ट में ऋतिक ने दूसरा सवाल उठाया है कि जब मैंने साइबर क्राइम विभाग को जांच के लिए अपना लेपटॉप, फोन और अन्य गैजेट्स दे दिया तो दूसरी पार्टी क्यों नहीं दे रही है?

हिंदुस्तान टाइम्स ने ही अपनी दूसरी रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से लिखा है कि कंगना ने पुलिस को बताया कि उनका फोन स्विमिंग पुल में गिर गया और लेपटॉप रिपेयर के लिए गया है। इस सवाल पर कंगना के वकील का कहना है कि मेरी क्लाइंट मामले की जांच में कानून का पूरा सहयोग कर रही है।

पोस्ट में ऋतिक रोशन ने लिखा है कि मुझ पर आरोप लगाया गया कि मैंने उस महिला के साथ जनवरी 2014 में पेरिस में सगाई की थी। जबकि मेरे पासपोर्ट की डिटेल के मुताबिक, मैं जनवरी 2014 में देश से बाहर गया ही नहीं।

इस पर कंगना के वकील का कहना है कि मेरी क्लाइंट ने कभी भी मीडिया से ये नहीं कहा कि उन्हें पेरिस में प्रपोज किया गया। मेरी क्लाइंट या उनकी बहन ने कभी भी यह बयान नहीं दिया।

आर.के. फिल्मों की यादों और कॉस्ट्यूम्स की अपूरणीय क्षति सभी के लिए दुखद: ऋषि कपूर

बॉलीवुड के अभिनेता ऋषि कपूर ने शनिवार को मशहूर आर. के. फिल्म्स एंड स्टूडियोज में लगी आग के कारण स्टूडियो में बनी फिल्मों की यादों और कॉस्ट्यूम्स की अपूरणीय क्षति पर दुख प्रकट किया।

स्टूडियो के संस्थापक राज कपूर के बेटे ऋषि कपूर ने ट्वीट कर कहा, ''स्टूडियो तो फिर से बनाया जा सकता है, लेकिन आर.के. फिल्मों की यादों और कॉस्ट्यूम्स की अपूरणीय क्षति सभी के लिए दुखद है। आग ने इसे छीन लिया।''

चेंबूर इलाके में स्थित मशहूर आर.के. फिल्म्स एंड स्टूडियोज में शनिवार दोपहर भीषण आग लग गई थी।

ऋषि ने ट्वीट कर कहा, ''हमने प्रतिष्ठित स्टेज-1 खो दिया है। शुक्र है कि कोई भी हताहत या घायल नहीं हुआ।''

आग में स्टूडियो के मुख्य शूटिंग स्थलों में से एक - डांस रियलिटी टीवी शो 'सुपर डांसर सीजन 2' का सेट जलकर खाक हो गया है। लेकिन सौभाग्य से उस वक्त शूटिंग नहीं चल रही थी।

आर.के फिल्म्स ने बॉलीवुड को 'बरसात' (1949),  'अवारा' (1951), 'बूट पॉलिश' (1954), 'श्री 420' (1955) और 'जागते रहो' (1956) जैसी शानदार फिल्में दी हैं। इसमें 'जिस देश में गंगा बहती है' (1960), 'मेरा नाम जोकर' (1970), ऋषि कपूर और डिंपल कपाडिया की पहली फिल्म 'बॉबी' (1973), 'सत्यम शिवम सुंदरम' (1978), 'प्रेम रोग' (1982), 'राम तेरी गंगा मैली' (1985) जैसी कई फिल्में बनाई गईं।

उड़ता पंजाब के रिलीज़ पर पहलाज निहलानी का सबसे बड़ा खुलासा

भारत में सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सी बी एफ सी) अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद पहलाज निहलानी ने बोर्ड में अपने कार्यकाल के दौरान हैरान कर देना वाला खुलासा किया है। पूर्व सी बी एफ सी अध्यक्ष ने यूट्यूब चैनल लहरें टीवी को साक्षात्कार देते हुए कहा है कि पिछले साल (2016) रिलीज हुई फिल्म 'उड़ता पंजाब' को पास नहीं करने का सरकार की तरफ से उनके ऊपर दवाब था।

भारत में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने साफ कहा था कि फिल्म पास नहीं होनी चाहिए। पूरे इंटव्यू को यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किया गया है। वीडियो में बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष कह रहे हैं कि मंत्रालय ने उनसे 'उड़ता पंजाब' पास नहीं करने को कहा था।

उन्होंने आगे कहा, ''मुझ पर बहुत जगह से फिल्म को पास नहीं करने का दवाब था। मंत्रालय ने भी मुझसे फिल्म को पास नहीं करने के लिए कहा था। खुद पंजाब सरकार (अकाली दल और बीजेपी गठबंधन सरकार) से फिल्म को लेकर आदेश दिए गए कि फिल्म पास नहीं होनी चाहिए। सेंसर बोर्ड का अध्यक्ष रहने का नाते मुझ पर जो चार्ज था उसके नियम-कायदों को देखते हुए फिल्म को पास किया।''

गौरतलब है कि पहलाज निहलानी ने सी बी एफ सी के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद ये खुलासे किए हैं। इससे अब मौजूदा मोदी सरकार की छवि पर अब सवाल उठने लगे हैं।

बता दें कि बीते साल 'उड़ता पंजाब' को लेकर पंजाब में राजनीतिक घमासान पैदा हो गया था। अप्रत्यक्ष रूप से इसकी वजह 2016 में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव थे।

इसकी वजह यह थी कि फिल्म में पंजाब में फैले ड्रग्स को लेकर दिखाया गया कंटेंट कहीं ना कहीं पंजाब के ड्रग्स नुमा चेहरे को बेनकाब कर रहा था। उस दौरान फिल्म को लेकर सूबे की सत्ता पक्ष अकाली दल और बीजेपी गठबंधन की सरकार की भी नींद उड़ गई थी। फिल्म की वजह से पंजाब में वोट बैंक पर कोई आंच ना आए इसलिए इसे बैन करने के लिए भी खासा दवाब बनाया गया था।

खुद सूबे की अकाली दल और बीजेपी गठबंधन सरकार ने सी बी एफ सी से ये कहकर फिल्म को बैन करने की मांग की थी कि इसमें पंजाब की गलत छवि पेश की गई है।

हालांकि तब विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने अकाली दल पर फिल्म बैन करने की मांग पर निशाना साधा था। आम आदमी पार्टी ने भी आरोप लगया था पंजाब में चुनाव होने जा रहे हैं इसलिए फिल्म को राजनीतिक कारणों से रिलीज नहीं होने दिया जा रहा है।

गौरतलब है कि 2016 के चुनाव में कांग्रेस ने अकाली दल और बीजेपी गठबंधन को बुरी तरह से परास्त किया था।

रवीना टंडन ने बीजेपी नेता रामवीर भट्टी पर भड़कते हुए कहा, तुम कायर हो

हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष रामवीर भट्टी द्वारा आईएएस की बेटी पर दिये बयान के चलते फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन ने उन्हें खरी-खोटी सुनाई है।

रवीना टंडन ने बीजेपी नेता रामवीर भट्टी पर भड़कते हुए कहा है कि ये कायर हैं, इन लोगों का बस चले तो ये सूरज ढलने के बाद अपनी बेटियों को ताले में बंद कर दें।

बता दें कि रामवीर भट्टी ने सोमवार को हरियाणा में बीजेपी अध्यक्ष के बेटे द्वारा एक आईएएस की बेटी को रात के अंधेरे में छेड़ने के मामले में विवादित बयान देते हुए कहा था कि उस लड़की को इतनी रात में अकेले नहीं घूमना चाहिए था।

रामवीर भट्टी ने ये भी कहा था कि इस समय माहौल बहुत खराब है, इसलिए रात 12 बजे के बाद लड़कियों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।

बीजेपी नेता के इस बयान के मीडिया में आने के बाद राजनीतिक दलों से लेकर सोशल मीडिया तक पर उनकी जमकर आलोचना हुई।

खुद भारतीय जनता पार्टी के सासंद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि वो रामवीर के इस बयान के लिए उनपर कोर्ट में मुकदमा करेंगे। रामवीर भट्टी की आलोचना करनेवालों में एक नाम रवीना टंडन का भी जुड़ गया है।

रवीना ने रामवीर भट्टी के बयान को रिट्वीट करते हुए ट्वीट किया कि ये कायर लोग अब भी उस लड़के की तरफदारी में उलजलूल बातें बोल रहे हैं।

रवीना ने लिखा कि ये लोग सूरज ढलने के बाद अपनी बेटियों को ताले में बंद कर देने वाले लोग हैं।

रवीना टंडन के इस ट्वीट को सोशल मीडिया पर लोग खूब पसंद कर रहे हैं। यूजर्स रवीना की बातों से सहमति जताते हुए रामवीर भट्टी जैसे लोगों की मानसिकता पर सवाल उटा रहे हैं।

बता दें कि हरियाणा में एक आईएएस की बेटी ने बीजेपी नेता सुभाष बराला के बेटे विकास पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। लड़की का आरोप है कि विकास बराला और उसका दोस्त आशीष कुमार एक पेट्रोल पंप से ही उनकी कार का पीछा कर रहे थे और कार का दरवाज़ा खोलने की कोशिश की।

लड़की के कई बार फोन करने पर पुलिस वहां पहुंची और दोनों लड़कों को गिरफ़्तार कर लिया। गिरफ्तार करने के अगले दिन ही उन सबको जमानत मिल गई।

पीड़िता ने उस रात की घटना का जिक्र करते हुए अपने फेसबुक पेज पर अपना दर्द बयां करते हुए लिखा कि मैं खुशकिस्मत हूं कि रेप के बाद नाले में नहीं मिली।

अमिताभ बच्चन से पूछा गया, नवरत्न ठंडा-ठंडा, कूल-कूल कैसे है?

मध्य प्रदेश के जबलपुर के उपभोक्ता फोरम ने बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन और नवरत्न तेल निर्माता कंपनी इमामी के भ्रामक प्रचार को लेकर दायर किए गए परिवाद पर सुनवाई शुरू करते हुए जवाब-तलब किया है। उनसे पूछा गया है कि नवरत्न ठंडा-ठंडा, कूल-कूल कैसे है?

जबलपुर निवासी पी डी बाखले ने जिला उपभोक्ता फोरम में परिवाद दायर कर नवरत्न के विज्ञापन को भ्रामक प्रचार बताया। इस परिवाद पर फोरम अध्यक्ष सुनील कुमार श्रीवास्तव ने अमिताभ बच्चन व इमामी कंपनी को समन जारी करते हुए जवाब तलब किया है।

बाखले के अधिवक्ता ओ पी यादव ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि अमिताभ बच्चन द्वारा नवरत्न तेल का भ्रामक प्रचार किया जा रहा है जो उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 के प्रावधानों के विरुद्ध है।

आवेदक का कहना है कि तेल का प्रचार करते हुए अमिताभ बच्चन कहते हैं कि यह तेल ठंडा-ठंडा, कूल-कूल है, मगर यह नहीं बता रहे हैं कि ऐसा क्यों है? यह भी नहीं बताया जा रहा है कि इस तेल में कौन-कौन सी कितनी मात्रा में जड़ी बूटियां है। यह तेल न तो पंजीबद्ध है और न ही इसके निर्माण का लाइसेंस है। इस विज्ञापन में सिरदर्द, बदन दर्द से राहत दिलाने की बात कही जाती है। इस तरह यह तेल न होकर औषधि है। आवेदक ने विज्ञापन पर रोक लगाने के साथ मानसिक व शारीरिक क्षति होने पर 15 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति दिलाने की मांग की है।

बता दें कि 2 अगस्त को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की एक अदालत ने शेविंग क्रीम का भ्रामक प्रचार करने को लेकर दिए गए आवेदन पर फिल्म अभिनेता शाहरुख खान सहित तीन अन्य को नोटिस जारी कर 26 अगस्त को अपना जवाब दाखिल करने का आदेश दिया है। खान पर आरोप है कि वे एक शेविंग क्रीम का भ्रामक प्रचार कर रहे हैं।

याचिकाकर्ता राजकुमार पांडे ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया, ''उन्होंने एक शेविंग क्रीम का उपयोग किया, जिसका विज्ञापन करते हुए शाहरुख खान उसे सबसे अच्छी क्रीम बताते हैं।'' पांडे ने इस क्रीम का उपयोग किया तो उनके चेहरे पर छाले पड़ गए। पांडे ने इस भ्रामक प्रचार और अपने चेहरे पर पड़े छालों का हवाला देते हुए न्यायाधीश काशीनाथ सिंह की अदालत में आवेदन दिया, जिसमें कहा गया है कि शाहरुख खान जिस क्रीम को देश की नंबर वन क्रीम बता रहे हैं, उसका उपयोग करने से उनके चेहरे पर छाले पड़े, उसका उन्होंने अस्पताल में इलाज कराया।

आमिर खान की दंगल 2000 करोड़ कमाने वाली पहली भारतीय फिल्म

आमिर खान की फिल्म 'दंगल' 23 दिसंबर 2016 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। यह 2000 करोड़ की कमाई करने वाली पहली बॉलीवुड फिल्म बन गई है।

साथ ही वर्ल्ड वाइड बॉक्स ऑफिस पर यह 2016 की 30वीं सबसे बड़ी हिट फिल्म बन गई है। गौर करने की बात यह भी है कि काफी तेजी से 2000 करोड़ के आंकड़े की तरफ बढ़ रही बाहुबली-2 से पहले आमिर खान की फिल्म ने यह आंकड़ा छुआ है।

एस एस राजामौली निर्देशित फिल्म बाहुबली-2 दो हजार करोड़ का आंकड़ा छूने के काफी करीब है, लेकिन दंगल ने यह रिकॉर्ड पहले अपने नाम किया है।

मालूम हो कि आमिर खान की चीन में फैन फॉलोइंग काफी ज्यादा है और दंगल से पहले उनकी फिल्म पीके चीन में 100 करोड़ का आंकड़ा छू चुकी है।

बता दें कि भारत में दंगल ने महज 387 करोड़ की ही कमाई की थी और फिल्म को बाकी की कमाई अन्य देशों से हुई है। यह प्रॉफिट और ज्यादा हो सकता था,  लेकिन आमिर ने पाकिस्तान में अपनी फिल्म को इस शर्त पर रिलीज किए जाने से इनकार कर दिया कि फिल्म से राष्ट्रगान वाला हिस्सा हटाना पड़ेगा।

बॉलीवुड एक्टर आमिर खान अपनी हर फिल्म के लिए अपने-आप को पूरी तरह ढाल लेने के लिए जाने जाते हैं। वह अपने किरदार के ही मुताबिक अपनी फिजीक और लुक्स पर काम करते हैं। चाहे वह मंगल पांडे के लिए उनकी मूछें हों या गजनी के लिए उनके द्वारा बनाई गई मस्कुलर बॉडी। हालांकि इस सबके बावजूद जिस चीज में वह सारी सीमाएं पार कर गए, वह था फिल्म दंगल के लिए उनका किरदार।

आमिर जल्द ही फिल्म 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान' में अमिताभ बच्चन के साथ नजर आएंगे। यह पहली बार होगा जब किसी फिल्म में अमिताभ बच्चन के साथ काम करेंगे।

सलमान खान की ट्यूबलाइट 3000 से ज्यादा स्क्रीन पर होगी रिलीज, एक दिन में 18 शो

सलमान खान की मूवी ट्यूबलाइट का उनके फैन बहुत ही बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन उनका ये इंतजार अब खत्म होने जा रहा है। शुक्रवार (23 जून) को मूवी रिलीज होने जा रही है। हर बार की तरह इस बार भी सलमान खान अपनी मूवी को ईद के वक्त रिलीज कर रहे हैं। ईद सोमवार को है। सोमवार का दिन सलमान खान के नाम रहेगा क्योंकि इस दिन छुट्टी रहती है और उनके फैन्स ट्यूबलाइट का काफी दिनों से इंतजार कर रहे हैं।

ट्यूबलाइट के लिए पहले से ही बुकिंग शुरू हो चुकी है। मूवी की प्री बुकिंग मुंबई, पुणे, दिल्ली-एनसीआर और बेंगलुरू सहित बड़े शहरों में शुरू हो चुकी है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में यह मूवी करीब 3000 से ज्यादा स्क्रीन्स पर रिलीज की जा रही है। वहीं अमेरिका में 300 स्क्रीन्स पर रिलीज किया जाएगा। इसके अलावा भी कई देशों में इसे रिलीज किया जाएगा।

इस शुक्रवार को केवल ट्यूबलाइट ही रिलीज हो रही है। ऐसे में बड़े शहरों में एक दिन में 18 शो रखे गए हैं। वहीं बताया जा रहा है कि इस मूवी की टिकट की कीमत 200 से 500 रुपए के बीच होगी।

बता दें, मूवी की कहानी 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान की है। बताया जा रहा है कि इस मूवी का आइडिया अमेरिकन मूवी लिटल बॉय से लिया गया है। मूवी में सलमान खान लक्ष्मण नाम का करेक्टर निभा रहे हैं जो कि युद्ध के बाद अपने भाई को ढूंढ़ते हैं। मूवी में उनकी इस मार्मिक यात्रा को दिखाया गया है। गौर करने वाली बात यह है कि इस मूवी के जरिए चीन की एक्ट्रेस झू-झू बॉलीवुड में अपना डेब्यू कर रही हैं।

सलमान खान अपनी इस मूवी का जोर-शोर से प्रमोशन कर रहे हैं इसलिए अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह मूवी बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई करेगी।

सलमान खान की पिछली मूवी सुल्तान ने 300 करोड़ से ज्यादा रुपए की कमाई की थी। ट्यूबलाइट में शाहरुख खान की झलक भी देखने को मिलेगी। काफी दिनों से लोग सिल्वर स्क्रीन पर सलमान खान और शाहरुख खान को देखना चाहते थे। इस मूवी के साथ शाहरुख खान की आने वाली मूवी 'जब मेरी मेट सेजल' का ट्रेलर भी जुड़ा हुआ है।

एक्टर एजाज खान ने कहा, किसी के घर में जबरदस्ती घुसोगे तो पत्थर खाओगे ही

बॉलीवुड एक्टर एजाज खान ने फिर से एक बार ऐसा बयान दिया है जिस पर बखेड़ा खड़ा हो सकता है। एजाज खान ने अपने फेसबुक पोस्ट पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वो पत्थरबाजों का पक्ष लेते हुए सेना को कह रहे हैं कि अगर आप दूसरों के घर में घुसोगे तो वो लोग पत्थर मारेंगे ही।

एजाज खान ने इस वीडियो को मंगलवार 13 जून 2017 को पोस्ट किया था। वीडियो को कुछ ही घंटों में हजारों लोगों ने देख लिया और वीडियो को 5 हजार से ज्यादा लोगों ने शेयर भी किया।

बता दें कि इससे पहले भी एजाज खान अपने विवादित बयानों से चर्चा में रहे हैं। अभी कुछ दिनों पहले भी उन्होंने गौरक्षकों पर बरसते हुए एक टीवी डिबेट शो में कहा था कि अगर हिम्मत है तो हार्ले डेविडसन को भारत में बैन करके दिखाओ क्योंकि वो अपने शोरूम में खुलेआम गाय के चमड़े से बने सामान बेचती है।

एजाज खान ने ये बातें इस वीडियो में भी दोहराई हैं। कश्मीरी और पाकिस्तानी भी हमारे भाई ही हैं।

एजाज खान ने अपने इस वीडियो में उस खत का जिक्र भी किया है जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री से गुहार लगाई थी कि गौरक्षा के नाम पर बेगुनाह मुसलमानों का खून ना बहाया जाए। एजाज खान ने वीडियो में बताया कि पीएमओ से उनके खत का जवाब आया है कि इस तरह की गुंडागर्दी करने वालों को सजा मिलेगी।

एजाज खान ने कश्मीर में सेना के जवानों पर पत्थर फेंके जाने का समर्थन करते हुए कहा कि अगर आप किसी के घर में जबरन घुसेंगे तो वो लोग पत्थर तो मारेंगे ही।

बॉलीवुड एक्टर ने ये भी कहा कि कश्मीरी और पाकिस्तानी सब हमारे भाई हैं, हमें उनके साथ गलत व्यवहार नहीं करना चाहिए।