विदेश

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग कैलिफोर्निया में मिले

बुधवार, 15 नवंबर 2023
कैलिफोर्निया के सैन फ्रांसिस्को के ऐतिहासिक फिलोली एस्टेट में बुधवार, 15 नवंबर 2023 को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की एक अहम मुलाक़ात हुई।

एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) शिखर सम्मेलन के अवसर पर दोनों देशों के प्रमुखों के बीच हुई यह बातचीत इसलिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है कि इसके ज़रिए पिछले कई महीनों से जारी तनाव कम किया जा सकता है।

इस शिखर सम्मेलन के बाद लगभग 20 मिनट तक चले एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने कई बातें कही हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने बताया कि अमेरिका और चीन के बीच मिलिट्री कम्युनिकेशन फिर से बहाल होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वो और शी जिनपिंग संचार के और सीधे रास्ते बनाए रखेंगे।

साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने बताया कि दोनों देशों ने अमेरिका में फेंटेनाइल उत्पादों के प्रवाह से निपटने के प्रयास फिर से शुरू कर दिए हैं।

इस मुलाक़ात में यूक्रेन और पश्चिम एशिया में चल रहे युद्ध पर भी बातचीत हुई। बाइडन ने इन मसलों पर उठे सवालों के जवाब दिए हैं।

वैसे दोनों देशों के इस सम्मेलन की शुरुआत जो बाइडन ने यह कह कर की कि दोनों देशों के बीच की 'प्रतिस्पर्धा' को 'संघर्ष में नहीं बदलना चाहिए'।

अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने कहा, "मैं इस बातचीत को महत्व देता हूं क्योंकि मुझे लगता है कि यह सबसे ज़रूरी है कि मैं और आप बिना ग़लतफ़हमी के एक-दूसरे को अच्छे से समझें।''

वहीं शी जिनपिंग ने कहा कि एक-दूसरे से मुंह मोड़ना कोई विकल्प नहीं है।

शी जिनपिंग ने कहा, "दोनों देशों की सफलता के लिए यह दुनिया काफी बड़ी है और एक देश की सफलता दूसरे देश के लिए एक अवसर है। दोनों देशों के लिए टकराव के कई असहनीय नतीज़े होते हैं।''

अमेरिका और चीन के रिश्ते क्यों बिगड़े?

इन दोनों देशों के संबंध फरवरी 2023 में और बिगड़ गए जब अमेरिका में चीन के एक संदिग्ध गुब्बारे को मार गिराया गया। अमेरिका ने दावा किया कि यह जासूसी करने वाला गुब्बारा था।

अगस्त 2022 में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की तत्कालीन स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा का भी दोनों देशों के रिश्तों पर बुरा असर पड़ा।

उस दौरे से नाराज़ चीन ने अमेरिका के साथ मिलिट्री कम्युनिकेशन बंद कर दिया था।

दोनों देशों के बीच दक्षिण चीन सागर में सेना की गतिविधि, इसराइल-हमास युद्ध, ताइवान, यूक्रेन युद्ध और अमेरिकी चुनाव में चीन के कथित हस्तक्षेप जैसे कई मसलों पर गहरे मतभेद हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग को फिर तानाशाह कहा

बुधवार, 15 नवंबर 2023
एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) शिखर सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से कैलिफोर्निया में मुलाक़ात करने के बाद आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स में एक पत्रकार के सवाल के जवाब में बाइडन ने एक बार फिर दोहराया है कि शी जिनपिंग तानाशाह हैं।

बाइडन ने कहा, "वो इस अर्थ में तानाशाह हैं कि वो ऐसे देश की सत्ता संभालते हैं जो एक कम्युनिस्ट देश है, जो सरकार के एक ऐसे स्वरूप पर आधारित है जो हमसे पूरी तरह अलग है।''

इससे पहले जून 2023 में बाइडन ने शी जिनपिंग को तानाशाह कहकर हंगामा मचा दिया था।

उनके इस बयान के बाद चीन ने उस टिप्पणी को 'बहुत बेतुका और गैर-ज़िम्मेदाराना' करार दिया था।

यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा, रूसी हमले में पूर्वी यूक्रेन में 51 लोगों की मौत हो गई है

यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा है कि रूसी हमले में पूर्वी यूक्रेन में कम से कम 51 लोगों की मौत हो गई है।

बताया जाता है कि रूसी इस्कंदर मिसाइल से गांव के एक कैफ़े पर हमला हुआ था।

ह्रोज़ा गांव से जो तस्वीरें आई हैं वो दिल दहला देने वाली हैं।

खारकीएव इलाक़े के प्रमुख ओलेह सिनयेहुबोव ने कहा कि सभी मृतक ह्रोज़ा गांव के हैं।

साल 2020 की जनगणना के मुताबिक यहां 501 लोग रहते थे। इस हमले में गांव की 10 प्रतिशत आबादी मारी गई।

यूक्रेन के गृह मंत्री ल्होर क्लिमेंको ने एक यूक्रेनी टीवी चैनल से कहा है कि जिस समय गांव पर हमला हुआ उस समय एक अंतिम संस्कार के आयोजन में कैफ़े में 300 लोग मौजूद थे।

ह्रोज़ा पर हुए हमले को संयुक्त राष्ट्र ने भयानक बताया है।

एक बयान में यूक्रेन के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता कोआर्डिनेटर डेनिस ब्राउन ने कहा कि नागरिकों या नागरिक ठिकानों पर हमला युद्ध अपराध है।

यूक्रेन की सरकार का कहना है कि इस गांव में कोई मिलिटरी टार्गेट नहीं था।

ये हमला तब हुआ है जब ज़ेलेंस्की यूरोपीय नेताओं के एक सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे थे।

इस सम्मेलन में यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के मुखिया जोसेप बोरेल ने कहा कि राजनीतिक उठापठक से अमेरिका यूक्रेनी सेना को मदद करने में असमर्थ है।

हाल ही में अमेरिकी कांग्रेस में हुए बजट समझौते में यूक्रेन के लिए मदद राशि को शामिल नहीं किया गया।

बोरेल ने कहा कि अमेरिकी मदद न मिलने की वजह से पैदा हुई रिक्तता को यूरोपीय देश नहीं भर सकते।

हमला होने से पहले एक थिंक टैंक वाल्दाई डिस्कशन क्लब में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने दोहराया कि 'इस युद्ध को यूक्रेन ने पश्चिम की मदद से शुरू किया और विशेष सैन्य अभियान इसे रोकने के लिए चलाया जा रहा है।'

अफ़ग़ानिस्तान दूतावास के बंद करने के ऐलान पर भारत ने क्या कहा?

भारतीय विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में अफ़ग़ानिस्तान का दूतावास बंद होने की ख़बरों पर गुरुवार, 5 अक्टूबर 2023 की शाम प्रतिक्रिया दी है। ये प्रतिक्रिया चार दिनों बाद आई है।

साप्ताहिक प्रेस ब्रीफ़िंग के दौरान भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत अफ़ग़ानिस्तान के नागरिकों की मदद करने की कोशिश जारी रखेगा।

अफ़ग़ान दूतावास ने दूतावास बंद होने की घोषणा के साथ इसके लिए भारत की ओर से राजनयिक मदद नहीं मिलने और अफ़ग़ान हितों को पूरा करने में असफल रहने को ज़िम्मेदार ठहराया था।

अरिंदम बागची ने कहा है कि मुंबई और हैदराबाद के अफ़ग़ान कांसुलेट ने अफ़गान दूतावास के ऐलान से असहमति जताई है।

अरिंदम बागची ने स्वीकार किया कि भारत में लंबे समय से अफ़ग़ानिस्तान का कोई राजदूत नहीं है और हाल के दिनों में कई अफ़ग़ान राजनयिकों ने भारत छोड़ दिया है।

उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भारत में बड़ी संख्या में मौजूद अफ़ग़ान नागरिकों और छात्रों को ज़रूरी काउंसर सपोर्ट मिलना जारी रहेगा।

बागची ने कहा कि 'हमारी समझदारी है कि नई दिल्ली में दूतावास काम कर रहा है और काम करना जारी रहेगा। हम दिल्ली दूतावास में मौजूद अफ़ग़ान राजनयिकों और मुंबई और हैदराबाद के कांसुलेट में मौजूद राजनयिकों के संपर्क में हैं।'

ईरान से जब्त की गई 11 लाख गोलियों को अमेरिका ने यूक्रेन भेजा

अमेरिका ने साल 2022 में ईरान से जब्त की गई करीब 11 लाख गोलियों को यूक्रेन को सौंप दिया है।

मिडिल ईस्ट में अभियानों पर नजर रखने वाले अमेरिकी सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) ने बताया कि दिसंबर 2022 में यमन जा रहे एक जहाज से ये गोलियां जब्त की गई थीं। पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को आगाह किया था कि उनके पास गोले बारूद का भंडार कम हो रहा है।

सेंटकॉम ने कहा कि ईरान से जब्त की गई ये गोलियां यूक्रेन को दी गई।

नौ दिसंबर 2022 को मारवान1 नाम के जहाज से अमेरिका ने ये गोलियां जब्त की थी। उस जहाज पर किसी भी देश का झंडा नहीं लगा हुआ था। अमेरिकी सरकार ने एक प्रक्रिया के तहत इस जहाज का मालिकाना हक जुलाई 2022 में हासिल कर लिया।

इस मामले में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड पर आरोप लगे थे। ईरान पर यमन के हूती विद्रोहियों को हथियारों की आपूर्ति का आरोप लंबे समय से लगता रहा है।

इस बीच ईरान पर रूस को भी हथियारों खास तौर पर ड्रोन की आपूर्ति करने की ख़बरें आई हैं।

अमेरिका ने न्यूज़क्लिक के चीनी लिंक होने के आरोपों पर क्या कहा?

भारत में समाचार वेबसाइट न्यूज़क्लिक से जुड़े पत्रकारों के घर छापे, गिरफ़्तारी और ऑनलाइन पोर्टल को चीन से फंडिंग के आरोपों की ख़बरों पर अमेरिका ने कहा है कि वो पारदर्शी लोकतंत्र में मीडिया की मज़बूत भूमिका के समर्थक हैं।

अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रिंसिपल डिप्टी प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि विदेश मंत्रालय न्यूज़क्लिक के चीनी सरकार से संबंध होने के "दावों की सच्चाई" पर टिप्पणी नहीं कर सकता है।

वेदांत पटेल ने दैनिक ब्रीफ़िंग के दौरान कहा कि अमेरिकी सरकार ने भारत सरकार और अन्य के साथ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता समेत पत्रकारों के मानवाधिकार का सम्मान करने के महत्व पर पहले बातचीत की है।

अख़बार 'द हिंदू' ने अपनी एक ख़बर में कहा है कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के एक प्रवक्ता से बात की है।

प्रवक्ता ने न्यूज़क्लिक पर लगे आरोपों पर कहा, "हमने भारत सरकार से पत्रकारों के अधिकारों के सम्मान की अपील की है, जिसमें ऑनलाइन और ऑफ़लाइन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता भी शामिल है।''

प्रवक्ता ने "द हिंदू" को बताया है कि अमेरिकी प्रशासन को न्यूज़क्लिक के चीनी लिंक होने के आरोपों की जानकारी है लेकिन प्रवक्ता ने उन दावों की सच्चाई पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति पारदर्शी लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका का मजबूती से समर्थन करते हैं।

भारत-कनाडा तनाव: अमेरिका ने आरोप को गंभीर बताते हुए कहा, जांच की ज़रूरत है

खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत पर लगाए गए कनाडा के आरोपों को अमेरिका ने 'गंभीर' बताते हुए कहा कि इसकी जांच किए जाने की ज़रूरत है।

हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून 2023 को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में हत्या कर दी गई थी। सोमवार, 18 सितम्बर 2023 को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने देश की संसद में कहा था कि खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसियों का हाथ हो सकता है।

इसके बाद से भारत और कनाडा के राजनयिक रिश्ते तनाव पूर्ण चल रहे हैं। भारत ने जस्टिन ट्रूडो के आरोपों को ख़ारिज किया है।

अमेरिका में राष्ट्रीय सुरक्षा काउंसिल में स्ट्रैटिजिक कम्युनिकेशन के कॉर्डिनेटर जॉन किर्बी ने संवाददाता सम्मेलन में बताया, "विदेश मंत्री एस जयशंकर के दौरे के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन से उनकी इस मामले में बातचीत हुई थी। हम निश्चित तौर पर इसे उन दो देशों पर छोड़ देंगे कि वो अपने द्विपक्षीय मामलों के बारे में बात करें।''

किर्बी ने कहा, "ये आरोप गंभीर हैं और इसकी पूरी तरह जांच की जानी चाहिए। जैसा कि हमने पहले भी भारत से अपील की है कि वे इस जांच में सक्रिय रूप से भाग लें।''

हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत कनाडा से बातचीत के लिए तैयार: भारतीय विदेश मंत्री

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की मौत के मामले में भारत और कनाडा को मिल-बैठ कर मतभेद सुलझाने होंगे।

शुक्रवार, 29 सितम्बर 2023 को जयशंकर ने वॉशिंगटन में भारतीय पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारत निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसियों पर कनाडा के आरोपों से जुड़ी जानकारियों पर गौर करने के लिए तैयार है।

हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून 2023 को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में हत्या कर दी गई थी। जयशंकर ने कहा, ''कनाडा की ओर से हरदीप सिंह निज्जर की मौत में भारतीय एजेंसियों का हाथ होने की आशंका जताई गई है। भारतीय एजेंसियों पर कुछ आरोप लगाए गए हैं। लेकिन हमने उन्हें साफ बता दिया है कि ये भारत की नीति नहीं है। अगर कनाडा की ओर से कोई खास या संबंधित जानकारी साझा की जाती है तो हम हमेशा इस पर गौर करने के लिए तैयार हैं।''

उन्होंने कहा कि बड़ा मुद्दा ये है कि कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियों को जो छूट मिली हुई है उस पर ध्यान देने और इससे पैदा समस्या सुलझाने की ज़रूरत है।

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार, 18 सितम्बर 2023 को अपने देश की संसद में कहा था कि खालिस्तान समर्थन नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसियों का हाथ हो सकता है। इसके बाद भारत और कनाडा के राजनयिक रिश्ते खराब हो गए हैं।

पुतिन ने वागनर ग्रुप के पूर्व कमांडर को वॉलेंटियर फॉइटर्स की ज़िम्मेदारी दी

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वागनर आर्मी के वरिष्ठ पूर्व कमांडर से मुलाकात की है।

क्रेमलिन ने कहा है कि आंद्रेई तोरशेव अब रूस के रक्षा मंत्रालय के लिए काम करते हैं।

आंद्रेई तोरशेव वागनर के दिवंगत प्रमुख येवगेनी प्रिगोज़िन के पूर्व सहयोगी रहे हैं।

प्रिगोज़िन की अगस्त 2023 में एक विमान दुर्घटना में मौत हुई थी।

प्रिगोज़िन ने जून 2023 में रूस में विद्रोह की असफल कोशिश की थी।

दो महीने बाद ही अगस्त 2023 में वो हवाई दुर्घटना में मारे गए।

क्रेमलिन ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन ने तोरशेव को यूक्रेन में वॉलेंटियर फॉइटर्स की यूनिट के काम की देखरेख करने के लिए कहा है।

तोरशेव से राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन में युद्ध के संदर्भ में कहा कि वह 'वॉलेंटियर यूनिटों, जो युद्ध से जुड़े कई कामों को अंजाम देती हैं उनकी देखरेख करेंगे।'

पुतिन ने कहा, "आप उन मुद्दों के बारे में जानते हैं जिन्हें पहले से हल करने की आवश्यकता है ताकि युद्ध का काम सफल तरीके से चले।''

पाकिस्तान: बलूचिस्तान की मस्जिद के पास हुए भीषण विस्फोट में 52 लोगों की मौत

पाकिस्तान में हुए एक भीषण विस्फोट में 52 लोगों के मारे जाने की ख़बर है।

यह धमाका शुक्रवार, 29 सितम्बर 2023 को पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक मस्जिद के पास हुआ है जहां लोग पैगम्बर मुहम्मद की जयंती मनाने के लिए इकट्ठा हुए थे।

पुलिस को संदेह है कि मस्तुंग शहर में धार्मिक जमावड़े को निशाने बनाने के लिए ये एक आत्मघाती हमला किया गया था।

मस्तुंग के जिला स्वास्थ्य अधिकारी रशीद मुहम्मद सईद ने पुष्टि की है कि मस्तुंग ज़िले में अल फलाह रोड पर स्थित मदीना मस्जिद के पास विस्फोट में कम से कम 52 लोग मारे गए हैं और दर्जनों घायल हुए हैं।

मृतकों में डीएसपी नवाज़ गशगुरी भी शामिल हैं। मस्तुंग के सहायक आयुक्त अत्ता अल-मुनैम के मुताबिक, विस्फोट शहर की मदीना मस्जिद के पास हुआ, जहां लोग ईद उल मिलाद उल नबी के जश्न के लिए इकट्ठा हो रहे थे।

पुलिस का कहना है कि घायलों को दो अस्पतालों में भर्ती किया गया है. मस्तुंग शह के दो पुलिस अधिकारियों ने बीबीसी न्यूज़ को मरने वालों की संख्या पुष्टि की है।

पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के गृह मंत्री सरफ़राज़ बुगती ने इस धमाके को "घिनौनी करतूत" बताया है।

सोशल मीडिया पर मौजूद कई वीडियो में दिख रहा है है कि घायलों को राहत बचाव कर्मी और स्थानीय लोग बचाने की कोशिश में लगे हुए हैं।

इस हमले की अभी तक किसी ग्रुप ने ज़िम्मेदारी नहीं ली है।

मदीना मस्जिद से एकत्र होकर लोगों को जुलूस में शामिल होना था। अत्ता अल-मुनैम ने शुरू में ये बताया था कि इस विस्फोट में कम से कम छह लोग मारे गए हैं।

बलूचिस्तान के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मीर अली मर्दन खान डोमकी ने मस्तुंग में जुलूस में हुए विस्फोट की निंदा की है और घटना की जांच के आदेश दिए हैं।

उनकी ओर से जारी बयान में कहा गया है कि "विघटनकारी तत्व किसी रियायत के पात्र नहीं हैं और शांतिपूर्ण जुलूस को निशाना बनाने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।''

उधर, कार्यवाहक सूचना मंत्री जॉन अचकजई ने पूरे प्रांत में तीन दिन के शोक की घोषणा की है।

बलूचिस्तान सरकार के कार्यवाहक सूचना मंत्री जॉन अचकजई ने कहा है कि मस्तुंग विस्फोट के बाद क्वेटा के अस्पतालों में आपातकाल लागू कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि बलूचिस्तान सरकार के निर्देश पर बचाव दल को मस्तुंग भेजा गया है और गंभीर रूप से घायलों को क्वेटा भेजा जा रहा है।

सूचना मंत्री जॉन अचकजई के अनुसार, बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री मीर अली मर्दन खान डोमकी ने विस्फोट के लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया है।

हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में विदेशी सरकार के शामिल होने के "स्पष्ट" संकेत है: जगमीत सिंह

कनाडा की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता और जस्टिन ट्रूडो की सरकार के सहयोगी जगमीत सिंह ने कहा है कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में विदेशी सरकार (भारत) के शामिल होने के "स्पष्ट" संकेत है।

जगमीत सिंह ने ओटावा में पत्रकारों से कहा, ''जैसा कि प्रधानमंत्री ट्रूडो ने सार्वजनिक रूप से साझा किया है, कनाडा की इटेलिजेंस इस ओर साफ़ इशारा करती है कि कनाडाई धरती पर एक कनाडाई नागरिक की हत्या कर दी गई और एक विदेशी सरकार इसमें शामिल थी।''

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, जगमीत सिंह ने कहा, ''ये असाधारण इंटेलिजेंस है और यही कारण है कि हम कनाडा सरकार से आग्रह करते रहेंगे कि इसकी गहन जांच हो ताकि ज़िम्मेदार लोगों को सामने लाया जा सके।''

जगमीत सिंह की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी कनाडा के हाउस ऑफ़ कॉमन्स की चौथी सबसे बड़ी पार्टी है।

जगमीत सिंह ने वैंकुवर सन से बात करते हुए कहा कि उन्हें पूर्व गवर्नर-जनरल डेविड जॉनसन द्वारा तैयार किए गए मटीरियल पर ब्रीफिंग मिली है। डेविड जॉनसन को हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए स्पेशल रेपोर्टर नियुक्त किया गया था।

हालांकि उन्होंने अब इस पद से इस्तीफ़ा दे दिया है।

जगमीत सिंह ने कहा है, ''गोपनीयता बरकरार रखने की शर्त पर मैंने जॉनसन की रिपोर्ट के दस्तावेज़ देखे हैं और दो चीजें मेरे लिए बहुत स्पष्ट थीं। एक कि रिपोर्ट पुष्टि करती है कि हमें इस मामले की सार्वजनिक जांच करनी चाहिए।''

''दूसरा- दस्तावेज़ों को पढ़ने के बाद, यह पता चलता है कि प्रधानमंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से तात्काल कार्रवाई नहीं की गई। प्रधानमंत्री ने इंटेलीजेंस के बावजूद तत्परता नहीं दिखायी।''