खेल

विश्व हॉकी लीग के आखिरी पलों में भारत हारा

अंतिम समय में सैम वार्ड के गोल की बदौलत इंग्लैंड ने शनिवार को विश्व हॉकी लीग फाइनल में भारत को 3-2 से शिकस्त दी। पूल-बी के मुकाबले में वार्ड ने मैच के 43वें और 57वें मिनट में गोल किए, जबकि डेविड गुडफील्ड ने मैच के 25वें मिनट में गोल किया।

भारत की ओर से आकाशदीप सिंह ने 47वें मिनट और रुपिंदर पाल सिंह ने 50वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील किया। पहले क्वार्टर में दोनों ही टीम गोल करने में कामयाब नहीं हो पाई थीं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार खेल दिखाने वाली भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ उस जोश में नहीं दिखी।

खासकर, पहले क्वार्टर में यह देखने को मिला। एसवी सुनिल ने जहां एक से ज्यादा बार गेंद को अधिक समय तक अपने पास रखा, मनदीप सिंह का गोल मारने के लिए लंबा इंतजार करना भारतीय टीम को भारी पड़ा।

इंग्लैंड ने भारतीय डिफेंस पर दबाव बनाए रखा। मैच का पहला गोल करने का मौका इंग्लैंड को 25वें मिनट में मिला, जब इंग्लैंड को पेनाल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन वह गोल नहीं कर सके। बाद में 25वें ही मिनट में गुडफील्ड ने गोल करके अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी।

दूसरा हाफ खत्म होने में जब पांच मिनट बाकी थे, तब भारत के चिंगलेनसेना सिंह स्कोर को बराबर करने के नजदीक पहुंचे थे, लेकिन इंग्लैंड के गोलकीपर हैरी गिब्सन ने गोल नहीं होने दिया। मैच के 43वें मिनट में वार्ड मोर्चा मारने में सफल रहे और इंग्लैंड की बढ़त को 2-0 कर दिया। इसके बाद भारतीय टीम ने आक्रामक हॉकी खेली। 47वें मिनट में जहां आकाशदीप ने पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील किया, तो वहीं 50वें मिनट में रुपिंदर ने पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में बदला। भारत ने दो गोल करके स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया।

आखिरी दस मिनट में मैच किसी भी तरफ मुड़ सकता था। 57वें मिनट में वार्ड ने गोल करके स्कोर को 3-2 कर दिया, जिससे भारत को अंतिम मिनटों में शिकस्त का सामना करना पड़ा।

पूल-बी के एक अन्य मैच में ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी ने 2-2 से ड्रॉ खेला। जर्मनी के लिए सातवें मिनट में माकरे मिलटकाउ और 58वें मिनट में मार्टिन हैनर ने गोल किया। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के लिए ब्लैक गोवर्स ने 39वें और आरोन क्लेनस्हमिडट ने 49वें मिनट में गोल दागा।

इंडिया ब्लू ने चैलेंजर ट्रॉफी जीती

तेज गेंदबाज शिवम मावी और एनए राठवा के तीन-तीन विकेटों की बदौलत इंडिया ब्लू ने श्रीलंका बोर्ड एकादश को 95 रनों से हराकर अंडर-19 चैलेंजर ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया।

क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया के मैदान पर हुए फाइनल मुक़ाबले में इंडिया ब्लू 244 रन पर ऑलआउट हो गई थी। इंडिया ब्लू की ओर से सर्वाधिक रन हिमांशु राणा ने बनाए। उन्होंने 90 गेंद में 78 रन बनाए, जिसमें 10 चौके शामिल रहे। विकेटकीपर उर्विल पटेल ने 57, एम एस भडांगे ने 53 रनों का योगदान दिया।

श्रीलंका की ओर से अयान सिरीवर्देना ने चार विकेट लिए, जबकि रविंदू संजना ने तीन विकेट लिए। जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम को भारतीय गेंदबाजों ने शुरू से ही दबाव में रखा। 45.4 ओवर में श्रीलंका की पूरी टीम 149 रनों पर ढेर हो गई। मावी ने दोनों सलामी बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। श्रीलंका के लिए विकेटकीपर निशान मधुष्का ने 44 और रविंदू संजना ने 28 रन बनाए। तीसरे स्थान के लिए हुए एक अन्य मुक़ाबले में इंडिया ग्रीन ने इंडिया रेड को 21 रन से हरा दिया।

क्रिकेट में टेस्‍ट कप्‍तान के तौर पर छह दोहरे शतक बनाने वाले विराट कोहली पहले बल्‍लेबाज

भारत के विराट कोहली कप्तान के रूप में छह दोहरे टेस्ट शतक बनाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा को पछाड़ दिया है।

इसके अलावा उन्होंने किसी भारतीय द्वारा सबसे ज्यादा दोहरे टेस्ट शतक बनाने के सचिन तेंदुलकर और वीरेन्द्र सहवाग के रिकार्ड की बराबरी भी कर ली।

कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन नई दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर यह उपलब्धि हासिल की।

भारत ने सात विकेट पर पांच सौ 36 रन पर पहली पारी घोषित कर दी। कोहली ने दो सौ 43 और मुरली विजय ने एक सौ 55 रन बनाए। श्रीलंका ने चाय के समय तक पहली पारी में 2 विकेट पर 18 रन बनाए थे।

टीम 2 रन पर ऑल आउट हुई, 1 गेंद में हासिल हुआ लक्ष्य

नगालैंड की अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम महज 2 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। केरल स्थित गुंटूर के जे के सी कॉलेज मैदान पर खेले गए बीसीसीआई के अंडर-19 वनडे सुपर लीग मैच में यह कारनामा हुआ।

नगालैंड के ये दो रन 17 ओवर की बल्लेबाजी में बने। जिसमें बल्ले से एक रन आया, जबकि एक रन एक्स्ट्रा का था। पूरी पारी के दौरान 9 बल्लेबाज शून्य पर लौटीं और जब केरल की टीम जवाबी पारी खेलने आई, तो पहली ही गेंद पर, जो वाइड थी, चौका ठोंककर मैच जीत लिया।

इसके साथ ही चेज करते हुए सबसे कम गेंदों में जीत हासिल करने का रिकॉर्ड केरल की टीम ने बना डाला।

इससे पहले नेपाल की टीम ने म्यांमार के खिलाफ अगस्त 2006 में एशियन क्रिकेट काउंसिल (ए सी सी) ट्रॉफी मुकाबले में दो गेंदों में मैच जीता था। तब म्यांमार की टीम 10 रन पर सिमट गई थी।

शेन डैड्सवेल ने 151 गेंदों पर ठोके 490 रन

क्रिकेट में हर दिन नए रिकाॅर्ड बन रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका के एक युवा बल्लेबाज शेन डैड्सवेल का नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज हो गया है। युवा बल्लेबाज डैड्सवेल ने साउथ अफ्रीका के क्लब मैच में महज 151 गेंदों पर 490 रनों की धाकड़ पारी खेली।

20 साल के साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज ने 151 गेंदों पर 490 रन ठोक डाले। मजे की बात तो यह है कि उसने अपने बर्थडे पर यह कारनामा किया।

उनकी इस पारी में 27 चौके और 57 छक्के शामिल थे। शनिवार को डैड्सवेल की पारी की बदौलत उनकी टीम एन डब्ल्यू पुके ने पॉच डॉर्प के खिलाफ 50 ओवरों में 677/3 का बड़ा स्कोर बनाया।

दाएं हाथ के बल्लेबाज डैड्सवेल के पुराने रेकॉर्ड पर नजर डालें तो वह काफी प्रभावित करने वाला नजर नहीं आता। ग्यूटेंग अंडर-15 के लिए बतौर विकेटकीपर खेलने वाले डैड्सवेल का सर्वोच्च स्कोर 42 रहा है।

उनके अलावा लॉरेन स्टीनकैंप ने भी 52 गेंदों पर 12 चौकों और 6 छक्कों की मदद से 104 रन बनाए।

इंडिया टुडे रिपोर्टर्स को पिच का मुआयना करने की इजाजत देना आईसीसी के नियमों का उल्‍लंघन

इंडिया टुडे ने भारत-न्‍यूजीलैंड के बीच पुणे में दूसरे एकदिवसीय मैच से पहले स्टिंग ऑपरेशन किया है। बुधवार को बुकी बनकर गए रिपोर्टर्स ने महाराष्‍ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के पिच क्‍यूरेटर को मैच से पहले लोगों को पिच से छेड़छाड़ की इजाजत देते पकड़ा।

इंडिया टुडे के अनुसार, उनके रिपोर्टर्स ने क्‍यूरेटर पांडुरंग सलगांवकर को कैमरा पर बात करते हुए कैद किया, जिसमें वह कह रहे थे कि मांग के अनुसार पिच बना दी जाएगी।

रिपोर्टर्स ने सलगांवकर से पूछा कि दो खिलाड़ी पिच पर बाउंस चाहते हैं, क्‍या ऐसा हो सकता है, जिसपर सलगांवकर ने कहा, 'हो जाएगा।'

रिपोर्ट के अनुसार, सलगांवकर ने यह भी कहा कि इस विकेट पर 337-340 रन बन सकते हैं। उन्‍होंने कैमरा पर इस बात का विश्‍वास दिया कि 337 जितना बड़ा स्‍कोर भी पिच पर चेज किया जा सकता है।

सलगांवकर ने इंडिया टुडे रिपोर्टर्स को पिच का मुआयना करने की इजाजत दी जो कि अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के नियमों का उल्‍लंघन है।

स्टिंग ऑपरेशन के ऑन-एयर होने के बाद एमसीए अध्‍यक्ष अभय आप्‍टे ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा कि वह मामले की जांच करेंगे। उन्‍होंने दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया।

पुणे की इस पिच को इस साल आईसीसी ने भारत-ऑस्‍ट्रेलिया टेस्‍ट मैच के बाद खराब करार दिया था। उस मैच में ऑस्‍ट्रेलिया ने भारत को 333 रनों से हरा दिया था। भारतीय टीम दोनों पारियों में क्रमश: 105 और 107 रन पर ऑल-आउट हो गई थी और मैच तीन दिन में भी खत्‍म हो गया था।

न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई में खेले गए पहले वनडे मैच में मिली हार के बाद भारतीय टीम पर सीरीज में हार का खतरा मंडरा रहा है। दूसरा मैच बुधवार को पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में खेला जाएगा। अगर किवी टीम यह मैच जीत लेती है तो तीन वनडे मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त ले लेगी और भारत को वर्षो बाद घर में सीरीज हार का सामना करना पड़ेगा।

बीसीसीआई को कोच्चि टस्कर्स को देना होगा 800 करोड़ का मुआवजा

बीसीसीआई को आईपीएल की पूर्व टीम कोच्चि टस्कर्स केरला को 800 करोड़ रूपए से अधिक का मुआवजा देना होगा जिसका अनुबंध 2011 में रद्द कर दिया गया था।

आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने बैठक के बाद कहा, ''कोच्चि टस्कर्स ने 850 रूपए मुआवजा मांगा है। हमने आईपीएल की संचालन परिषद की बैठक में इस पर चर्चा की। अब मसला आमसभा की बैठक में रखा जाएगा। वे फैसला लेंगे, लेकिन मामले पर बातचीत की जरूरत है।''

कोच्चि टस्कर्स के मालिकों ने 2015 में बीसीसीआई के खिलाफ पंचाट में मामला जीता था जिसमें अनुबंध के उल्लंघन को लेकर बैंक गारंटी भुनाने के बीसीसीआई के फैसले को चुनौती दी गई थी।

आर सी लाहोटी की अध्यक्षता वाली पेनल ने बीसीसीआई को मुआवजे के तौर पर 550 करोड़ रूपए चुकाने के निर्देश दिए थे और ऐसा नहीं करने पर सालाना 18 प्रतिशत दंड लगाया जाना था।

पिछले दो साल से बीसीसीआई ने ना तो मुआवजा चुकाया और ना ही टीम को आईपीएल में वापस लिया।

आईपीएल संचालन परिषद के एक सदस्य ने कहा, ''हमें कोच्चि को मुआवजा देना होगा। सभी कानूनी विकल्पों पर चर्चा हो चुकी है। आम तौर पर पंचाट का फैसला खिलाफ आने पर इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देना बेवकूफी होती है।''

उन्होंने कहा कि हमारे पास कोई विकल्प नहीं है, लेकिन सवाल यह है कि रकम कितनी होगी? कोच्चि का करार रद्द करने का फैसला बीसीसीआई के तत्कालीन अध्यक्ष शशांक मनोहर ने लिया था।

अधिकारी ने कहा, ''एक आदमी की जिद का खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है। शशांक ने वह फैसला नहीं लिया होता तो हम कोई रास्ता निकाल लेते।''

बैडमिंटन: किदांबी श्रीकांत ने डेनमार्क ओपन खिताब जीता

भारत के अग्रणी पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने रविवार (22 अक्टूबर) को डेनमार्क ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया है।

पुरुष एकल वर्ग के फाइनल में श्रीकांत ने दक्षिण कोरिया के ली ह्यून को मात देकर खिताबी जीत हासिल की।

आठवीं विश्व वरीयता प्राप्त भारतीय खिलाड़ी श्रीकांत ने ह्यून को 25 मिनट के भीतर सीधे गमों में 21-10, 21-5 से मात दी।

श्रीकांत ने पहली बार अपने करियर में डेनमार्क ओपन का खिताब जीता। हालांकि, वह इस टूर्नामेंट को जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं। इससे पहले 1979 और 1980 में प्रकाश पादुकोण ने इस टूर्नामेंट को जीता था।

बता दें कि इससे पहले सेमीफाइनल में श्रीकांत ने शनिवार को हांगकांग के वोंग विंग की विंसेट को मात दी थी। आठवीं विश्व वरीयता प्राप्त श्रीकांत ने 40 मिनट तक चले मुकाबले में वोंग को 21-18, 21-17 से मात दी थी।

वहीं दक्षिण कोरिया के खिलाड़ी ली ह्यून ने सेमीफाइनल मुकाबले में अपने हमवतन और शीर्ष विश्व वरीयता प्राप्त सोन वान हो को मात देकर बड़ा उलटफेर किया था। ह्यून ने एक घंटे 32 मिनट तक चले मुकाबले में सोन को 25-23, 18-21, 21-17 से मात देकर फाइनल में प्रवेश किया था।

एशिया कप फाइनल: भारत ने मलेशिया को 2-1 से हराया

भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने रविवार को फाइनल मैच में मलेशिया को हरा कर हीरो एशिया कप-2017 का खिताब अपने नाम किया।

मौलाना भाशानी नेशनल स्टेडियम में खेले गए इस रोमांचक खिताबी मुकाबले में भारतीय टीम ने मलेशिया को 2-1 से मात दी। पाकिस्तान ने रविवार को ही खेले गए मैच में दक्षिण कोरिया को 6-3 से मात देकर कांस्य पदक अपने नाम किया।

भारतीय टीम ने तीसरी बार इस खिताब पर कब्जा जमाया है। इससे पहले, उसने 2003 में कुआलालम्पुर और 2007 में चेन्नई में इस टूर्नामेंट को जीता था।

भारत ने फाइनल मैच की शुरुआत अच्छी की। तीसरे ही मिनट में एस वी सुनील की ओर से मिले पास को रमनदीप सिंह ने गोल में तब्दील कर टीम का खाता खोला।

भारत ने पहले क्वार्टर का समापन 1-0 से किया। इसके बाद दूसरे क्वार्टर में काफी समय तक संघर्ष करने के बाद 29वें मिनट में ललित उपाध्याय ने गोल कर टीम को 2-0 से आगे कर दिया।

तीसरे क्वार्टर में मलेशिया और भारत के बीच काफी संघर्ष देखा गया। दोनों में से कोई भी टीम इस क्वार्टर में गोल नहीं कर पाई। चौथे क्वार्टर में गोलकीपर आकाश चिकते ने अहम भूमिका निभाई।

इस क्वार्टर में मलेशिया ने दो बार पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किया, लेकिन दोनों ही बार मलेशिया के गोल करने की उम्मीदों पर आकाश ने पारी फेर दिया और इस प्रकार भारत ने मलेशिया को 2-1 से मात देकर हीरो हॉकी एशिया कप का खिताब अपने नाम कर लिया।

न्यूजीलैंड ने भारत को 6 विकेट से हराया

टॉम लाथम (नाबाद 103) और रॉस टेलर (95) की दोहरी शतकीय साझेदारी के दम पर न्यूजीलैंड ने वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए पहले वनडे मैच में रविवार को भारत को छह विकेट से हरा दिया।

इस जीत के साथ न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने कप्तान विराट कोहली (121) के शतक के दम पर न्यूजीलैंड के सामने 281 रनों का लक्ष्य रखा।

लक्ष्य विशाल नहीं था, लेकिन इतना था कि इस पर लड़ा जा सके। लेकिन, न्यूजीलैंड ने इसे तीन विकेट के नुकसान पर ही 284 रन बनाकर हासिल कर लिया।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड टीम के लिए मार्टिन गुप्टिल (32) और कोलिन मुनरो (28) ने पहले विकेट के लिए 48 रनों की साझेदारी की। जसप्रीत बुमराह की गेंद पर मुनरो इसी स्कोर पर दिनेश कार्तिक के हाथों लपके गए।

इसके बाद, कप्तान केन विलियमसन (6) को कुलदीप यादव ने ज्यादा देर तक मैदान पर नहीं टिकने दिया और केदार जाधव के हाथों कैच आउट करवाया। 100 का आंकड़ा पूरा होने से पहल ही हार्दिक पांड्या ने गुप्टिल के रूप में तीसरा विकेट भी गिरा दिया। गुप्टिल को कार्तिक ने कैच आउट किया।

लाथम और टेलर ने इसके बाद बिखरी हुई टीम को अपनी बेहतरीन पारियों के दम पर संभाला और चौथे विकेट के लिए 200 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत के मुहाने पर ला खड़ा किया। 280 के कुल योग पर भुवनेश्वर कुमार ने युजवेंद्र चहल के हाथों टेलर को आउट कर पवेलियन भेजा। इसके बाद निकोल्स (4) ने लाथम के साथ न्यूजीलैंड को लक्ष्य तक पहुंचाया।

लाथम और टेलर की ओर से की गई साझेदारी भारत के खिलाफ वनडे मैच में की गई सबसे बड़ी साझेदारी है। इससे पहले, 2010 में दाम्बुला में स्कॉट स्टोरिस ने टेलर के साथ 188 रनों की साझेदारी की थी।

इससे पहले, भारत के लिए पारी की शुरूआत अच्छी नहीं रही। 100 का आंकड़ा पार करने से पहले ही भारत ने शिखर धवन (9), रोहित शर्मा (20) और केदार जाधव (12) के रूप में अपने तीन विकेट गंवा दिए।

इसके बाद भारत की पारी को संभालने आए कप्तान कोहली और दिनेश कार्तिक (37) ने चौथे विकेट के लिए 73 रनों की सधी हुई साझेदारी की और टीम को 144 के स्कोर तक पहुंचाया, लेकिन इसी स्कोर पर कार्तिक, टिम साउदी की गेंद पर कोलिन मुनरो के हाथों कैच आउट हुए।

कार्तिक के बाद कोहली का साथ देने आए महेंद्र सिंह धौनी (25) ने 57 रनों की अर्धशतकीय साझेदारी कर स्कोर का आंकड़ा 200 के पार ही पहुंचाया था कि रोहित और धवन का विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने धौनी को भी मार्टिन गुप्टिल के हाथों कैच आउट कर पवेलियन का रास्ता दिखाया।

हार्दिक पांड्या 16 रन ही बना पाए थे कि उन्हें भी बोल्ट ने 238 के कुल स्कोर पर कप्तान केन विलियमसन के हाथों कैच आउट करवाया। भुवनेश्वर कुमार (26) साउदी की गेंद पर हेनरी निकोल्स के हाथों लपके गए।

साउदी ने इसके बाद कोहली को भी 270 के कुल स्कोर पर बोल्ट के हाथों कैच आउट करा पवेलियन भेजा। अपनी पारी में कोहली ने 125 गेंदें खेलीं और नौ चौके और दो छक्के लगाए। उन्होंने अपने करियर का 31वां वनडे शतक पूरा किया।

कोहली के आउट होने के साथ ही 280 के कुल योग पर भारतीय टीम की पारी समाप्त हो गई। कुलदीप यादव बिना खाता खोले नाबाद पवेलियन लौटे। न्यूजीलैंड के लिए बोल्ट ने सबसे अधिक चार विकेट लिए, वहीं साउदी को तीन सफलता मिली। सेंटनर एक विकेट लेने में सफल रहे।

इस मैच में कोहली ने अपने करियर का 200वां मैच खेलते हुए शतक लगाया। इस शतक के साथ वनडे मैचों में उन्होंने सबसे अधिक शतक लगाने की श्रेणी में आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग को पछाड़ते हुए दूसरा स्थान हासिल कर लिया। इस श्रेणी में भारत के सचिन तेंदुलकर पहले स्थान पर हैं।