खेल

भारत की जीत पर सोशल मीडिया में जश्न का माहौल

भारत ने चार टेस्ट मैचों की सीरीज के धर्मशाला में खेले गए आखिरी मुकाबले में आॅस्ट्रेलिया को आठ विकेट से हराकर बॉर्डर गावस्कर-टॉफी पर कब्जा जमा लिया। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने के बाद कहा कि यह अब तक की सर्वश्रेष्ठ श्रंखला जीत है।

कोहली ने इस श्रृंखला जीत को 'अविश्वसनीय' भी बताया। भारत को मंगलवार को चौथी पारी में जीत के लिए 106 रनों की जरूरत थी जिसे उसने चौथे दिन पहले सत्र में ही दो विकेट खोकर हासिल कर लिया। लोकेश राहुल ने नाबाद 51 रन और नियामित कप्तान विराट कोहली की गैरमौजूदगी में टीम की कमान संभाल रहे अजिंक्य रहाणे ने नाबाद 38 रन बनाए।

कोहली कंधे की चोट के कारण आस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में नहीं खेल पाए थे और इस कारण रहाणे को टीम की कमान सौंपी गई। भारत की जीत से खुश कोहली ने कहा, ''अविश्वसनीय। यह अब तक की सर्वश्रेष्ठ श्रृंखला जीत है। मुझे लगा कि इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई श्रृंखला रोमांचक थी, लेकिन जिस तरह आस्ट्रेलिया ने हमें कड़ी प्रतिद्वंद्विता दी, वह उनकी ओर से शानदार रही।''

कोहली ने कहा, ''हमारे खिलाड़ियों ने भी इसका अच्छा जवाब दिया। उन्होंने परिपक्वता का प्रदर्शन किया। रहाणे ने बेहद सही तरीके से टीम का नेतृत्व किया। फिटनेस को देखते हुए टीम में जो बदलाव किए गए थे, उन्होंने अच्छा परिणाम दिया। जिस प्रकार की फिटनेस और शानदार प्रदर्शन तेज गेंदबाजों ने दिखाया है, वह अद्वितीय है।'' अपनी फिटनेस के बारे में कोहली ने कहा कि उन्हें मैदान पर उतरने के लिए कुछ और सप्ताह का समय लगेगा।

भारत के कई अन्य पूर्व क्रिकेटर्स और फैंस ने इस जीत पर टीम इंडिया को बधाई दी है। सचिन तेंदुलकर ने इंडिया इंडिया के नारे के साथ कुछ तस्वीरें भी ट्विटर पर शेयर की हैं।

अपने मजेदार ट्वीट के लिए अलग पहचान बना चुके पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट किया, ''शानदार जीत पर बधाई, सिर्फ पुना में ही चुना लगा, अनिल कुंबले ने शानदार काम किया और टीम को आत्ममुग्ध नहीं होने दिया।''

गौतम गंभीर ने ट्वीट किया, ''असली चैंपियंस अपने खेल से जवाब देते हैं, लोगों की बातों पर ध्यान नहीं देते। बधाई टीम इंडिया इस अपेक्षित जीत के लिए।''

मोहम्मद कैफ ने भी ट्वीट किया, ''भारत के लिए एक शानदार सीजन खत्म हुआ। मुझे भारत के तेज गेंदबाजों ने काफी इम्प्रेस किया।''

पीसीबी ने तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान को किया सस्पेंड

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान को पीएसएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में सस्पेंड कर दिया है। पीसीबी मोहम्मद इरफान से पहले शारजील खान, खालिद लतीफ और नासिर जमशेद को भी क्रिकेट के सभी प्रारूपों से निलंबित कर चुका है।

गौरतलब है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की भ्रष्टाचार रोधी इकाई ने पाकिस्तान के तीन खिलाड़ियों मोहम्मद इरफान, जुल्फिकार बाबर और शाहजेब हसन से भी पाकिस्तान सुपर लीग में कथित भ्रष्टाचार के आरोप में पूछताछ की थी।

हालांकि, जुल्फिकार बाबर और शाहजेब हसन को गलत नहीं पाया गया था।

लाहौर में मीडिया से बातचीत में पीसीबी की ओर से शहरयार खान ने कहा कि पाकिस्तानी बल्लेबाजों शारजील खान और खालिद लतीफ के खिलाफ साक्ष्य मिले थे, इसलिए उन्हें तुरंत पीएसएल से वापस भेज दिया गया था, जबकि इरफान के खिलाफ जांच जारी थी और अब उसे भी निलंबित कर दिया गया है।

शारजील, खालिद और इरफान तीनों पीएसएल में इस्लामाबाद यूनाइटेड टीम की ओर से खेलते हैं, जिसके कप्तान मिस्बाह उल हक हैं। इस प्रकरण के सामने आने के बाद इस्लामाबाद यूनाइटेड टीम प्रबंधन ने इरफान को दूसरे मैच में नहीं खिलाया, जबकि वह टीम की ओर से पहले मैच में खेले थे।

शहरयार खान ने मोहम्मद इरफान के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा, ''इरफान अब भी जांच के दायरे में है और दो या तीन दिन में उसे भी कारण बताओ नोटिस दिया जाएगा।''

शहरयार ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से खेल चुके जुल्फिकार बाबर और शाहजेब हसन को पाक साफ पाया गया है और वह पीएसएल में खेलना जारी रख सकते हैं। बल्लेबाज जमशेद ने पाकिस्तान की ओर से दो टेस्ट, 48 वनडे और 18 टी20 मैच खेले हैं। वह पिछली बार 2015 विश्व कप के दौरान राष्ट्रीय टीम का हिस्सा थे।

भारत ने आॅस्ट्रेलिया को 75 रनों से मात दी

The target for Australia near noon was clear. They needed 188 runs to win and a victory would ensure an unassailable 2-0 series lead and retaining the Border-Gavaskar Trophy. On a psychological level, the win would be a massive morale boost after a season that began with a disappointing series loss to South Africa. If you think of it, the target wasn’t a massive one for Australia considering how they’ve applied themselves over the series. But then a rejuvenated India is a different ball game altogether.

An India which desperately needs a win to stay in the series and keep the subsequent two Tests worth their money. But numbers say only four visiting teams have ever scored more than 188 runs in the fourth innings to win a Test in India.

An all-round and decisive show comprising all four bowlers -- Ishant Sharma, R Ashwin, Umesh Yadav and Ravindra Jadeja -- proved to be Australia’s undoing. But it was Ashwin who stood out amongst all with figures of 6/41. Virat Kohli never allowed Australia to settle down to the pace of one bowler or two with short spells for everyone involved. He also avoided the mistake from the first innings where Jadeja was sparsely used and yet came back with six wickets to his name.

This series has been defined by India’s collapses in the two Tests. It was 7/11 and 7/30 in Pune and then 6/33 and 6/36 in Bangalore. But then Australia suffered their own -- an even worse with six wickets in 11 balls.

As Ashwin plucked a simple caught and bowled of his fellow spinner Nathan Lyon, the curtains were drawn and India had -- out of nowhere -- come back to win the match by 75 runs.

With pressure on both sides and the importance of this series very well known, things heated up with Steve Smith’s dismissal for 28 and visitor’s concerns continuing to see the scoreboard read 74/4. With the ball by Umesh staying low and umpire raising his finger for a leg-before, Smith asked his teammate Peter Handscomb at the non-striker’s end for advice on whether to take DRS or not. With no real conviction in Handscomb’s reply, Smith looked at the dressing room which irked an already pumped Kohli. Rules of DRS clearly say ‘signals from dressing room must not be given’. This exchange got heated despite the umpire intervention as Kohli called on the officials to have Smith walk back and the Aussie skipper, eventually, did.

Ashwin bagged his first with the important scalp of David Warner (17) adjudged lbw attempting a sweep shot. This leg before was reviewed and caused doubt in the mind of Australian batsmen. It proved costly when five overs later, the visitors were reluctant to review another decision when Shaun Marsh (9) was adjudged lbw by Umesh Yadav. And had they reviewed, it would have been all out.

At Tea, Australia were 101/6 with Mitchell Marsh and Matthew Wade both falling prey to Ashwin. Marsh was taken by Karun Nair as a close-in fielder and Wade fell to his compatriot Wriddhiman Saha picking up a sharp diving take.

Earlier, India suffered yet another collpase that saw six wickets fall in 36 runs to undo the heroics by Ajinkya Rahane and Cheteshwar Pujara. India’s batting was undone by the pace duo of Mitchell Starc and Josh Hazlewood with the latter taking six wickets. This brought India’s innings to a close at 274 with India taking a 187 run lead.

Hazlewood and Starc made the most of the new ball with the Australian bowlers awarded the luxury of new SG ball for the first time in the series. The collapse began with Rahane’s leg before that was confirmed with a review. From then on, Nair, Pujara, Ashwin, Umesh went back in quick succession. Saha and Ishant put together 16 runs for the final wicket before the seamer was dismissed by Steve O’Keefe. With that, India had added 61 runs from their overnight score and lost six wickets in the period.

हरियाणा सरकार ने अभी तक इनाम की राशि नहीं दी: साक्षी मलिक

ओलंपिक कांस्य पदकधारी महिला पहलवान साक्षी मलिक ने शनिवार को दावा किया कि उन्हें अभी तक हरियाणा सरकार की ओर से रियो खेलों के दौरान ऐतिहासिक पदक के बाद घोषित की गई प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है। रोहतक की साक्षी ने ट्वीट किया, ''पदक का वादा मैंने पूरा किया, हरियाणा सरकार अपना वादा कब पूरा करेगी।''

उन्होंने अपने टि्वटर हैंडल पर लिखा, ''मेरे ओलंपिक पदक जीतने के बाद हरियाणा सरकार द्वारा घोषणायें क्या मीडिया के लिए ही थीं?''

साक्षी (58 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग) पिछले साल रियो खेलों में भारत की ओर से ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली महिला पहलवान बनकर इतिहास रचने के बाद हरियाणा सरकार ने कम से कम 3.5 करोड़ रूपये के प्रोत्साहन और नकद पुरस्कारों की घोषणा की थी। ओलंपिक से पहले हरियाणा सरकार ने स्वर्ण पदक हासिल करने वाले अपने राज्य के खिलाड़ियों के लिए छह करोड़, रजत पदक जीतने वालों के लिए चार करोड़ और कांस्य पदक जीतने वालों के लिये 2.5 करोड़ रूपये की घोषणा की थी।

साक्षी ने अपने ट्वीट में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, खेलमंत्री अनिल विज और केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल को भी टैग किया है। बाद में हरियाणा के खेलमंत्री अनिल विज ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, "हमने साक्षी मलिक को 2.5 करोड़ रुपए का चेक दिया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि मैं एमडी यूनिवर्सिटी में नौकरी करना चाहती हूं, इसके बाद हमने उनके लिए एक पद बनाया।''

साक्षी ओलंपिक पदक जीतने वाली देश की चौथी महिला खिलाड़ी हैं। इससे पहले भारोत्तोलक कर्णम मल्लेश्वरी (सिडनी 2000), मुक्केबाज एम सी मेरीकाम (2012 लंदन), बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल (लंदन 2012) भारत के लिए ओलंपिक में पदक जीतने वाली महिला खिलाड़ी हैं। 23 साल की साक्षी ने 2014 में ग्लासगो में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था। इसके साथ ही साल 2014 में ही एशियन गेम्स में भी कांस्य पदक जीता था।

रियो ओलंपिक में कांस्य पदक की बदौलत साक्षी मलिक ने नवीनतम यूडब्ल्यूडब्ल्यू (यूनाईटेड विश्व कुश्ती) रैंकिंग में शीर्ष पांच में जगह बना ली थी और अब महिला 58 किग्रा वर्ग में करियर के सर्वश्रेष्ठ चौथे स्थान पर हैं।

ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी साक्षी को इससे पहले कोई रैंकिंग हासिल नहीं थी। ओलंपिक के दौरान क्वार्टर फाइनल में घुटने की चोट के कारण बाहर हुई एक अन्य भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट 48 किग्रा वर्ग में दो स्थान के फायदे से 11वें स्थान पर पहुंच गई थीं।

11 खिलाड़ियों को अवॉर्ड देकर मोदी सरकार ने तोड़ी आचार संहिता

आचार संहिता लागू होने के बावजूद केंद्र की मोदी सरकार ने उत्तर-पूर्वी राज्यों के खिलाड़ियों, जिनमें से 5 चुनाव वाले मणिपुर के हैं, को सम्मानित किया है। इसके बाद चुनाव आयोग ने केंद्र को आचार संहिता का उल्लंघन करने पर नोटिस जारी किया है।

मणिपुर में दो चरणों में 4 और 8 मार्च को मतदान होना है। राज्य में 4 जनवरी को ही आचार संहिता लागू हो गई थी। चुनाव के नतीजे 11 मार्च को जारी किए जाएंगे।

गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय और पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के विभाग को जारी नोटिस में चुनाव आयोग ने पूछा है कि खिलाड़ियों को सम्मानित करने से पहले उससे क्यों सलाह नहीं ली गई? चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि इस तरह की घटनाओं से चुनाव के दौरान सत्ताधारी पार्टी को फायदा पहुंचेगा और चुनावी मैदान का बैलेंस बिगड़ जाएगा।

28 फरवरी को आयोजित एक समारोह में रियो ओलिंपिक में शामिल होने वाले पूर्वोत्तर के 11 खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया था। मणिपुर से भारतीय महिला हॉकी की कप्तान पी.सुशीला चानू, एल बॉमबेयला देवी (निशानेबाजी), के चिंग्लेनसान सिंह और के कोठाजीत सिंह (पुरुष हॉकी) और सॉयकॉम मीराबाई चानू (वेटलिफ्टिंग) हो सम्मानित किया गया।

पूर्वोत्तर राज्यों के विकास के विभाग का काम संभाल रहे राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह और गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू भी इस समारोह में मौजूद थे। शनिवार तक इन मंत्रियों को चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देना है।

साल के सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर चुने गए विराट कोहली

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को 'साल के सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर' को मिलने वाले प्रतिष्ठित 'पाली उमरीगर पुरस्कार' के लिए नामित किया गया है जबकि ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन को 'द्विपक्षीय श्रृंखला में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन' के लिए 'दिलीप सरदेसाई पुरस्कार' मिलेगा।

वर्ष 2011-12 और 2014-15 के बाद कोहली को तीसरी बार इस पुरस्कार के लिए चुना गया है। कोहली खेल के तीनों प्रारूपों में भारत के शीर्ष स्कोरर रहे और इस पुरस्कार के हकदार थे। अश्विन भी दिलीप सरदेसाई पुरस्कार दूसरी बार हासिल करने वाली पहले क्रिकेटर बनेंगे। इन पुरस्कारों को भारत और वेस्टइंडीज के बीच द्विपक्षीय श्रृंखला में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को सम्मानित करने के लिए शुरू किया गया था।

अश्विन को सबसे पहले 2011 में भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की श्रृंखला में मैन ऑफ द सीरीज बनने के लिए इस पुरस्कार से नवाजा गया था। पिछले साल वेस्टइंडीज के खिलाफ चार टेस्ट की श्रृंखला के दौरान भी अश्विन मैन ऑफ द सीरीज रहे थे। उन्होंने चार टेस्ट में दो शतक जड़े और 17 विकेट चटकाए। बीसीसीआई के वार्षिक पुरस्कारों की समिति में एन राम, रामचंद्र गुहा और डायना इडुल्जी शामिल हैं। समिति राजिंदर गोयल और पदमाकर शिवालकर को पहले ही कर्नल सीके नायुडू लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार के लिए चुन चुकी है। मुंबई क्रिकेट संघ को रणजी ट्रॉफी, सीके नायुडू ट्राफी और महिला प्लेट लीग ग्रुप जीतने के लिए सत्र (2015-16) का सर्वश्रेष्ठ राज्य संघ चुना गया। वे कूच बेहार ट्रॉफी, विजय मर्चेंट ट्रॉफी और महिला वनडे एलीट ग्रुप में उप विजेता रहे।

इससे पहले भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली को 10वें सालाना ईएसपीएनक्रिकइंफो पुरस्कारों में 'वर्ष का सर्वश्रेष्ठ कप्तान' चुना गया था। कोहली ने भारतीय टीम की अगुवाई करते हुए पिछले साल 12 टेस्ट में से नौ में जीत दिलायी थी। इंग्लैंड के बेन स्टोक्स ने केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 198 गेंद में 258 रन की शानदार पारी के लिए टेस्ट में 'वर्ष का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी प्रदर्शन' करने का पुरस्कार जीता। स्टोक्स के साथी स्टुअर्ट ब्राड के तीसरे टेस्ट में 17 रन देकर छह विकेट चटकाने वाले प्रदर्शन ने इंग्लैंड के लिये सीरीज में जीत सुनिश्चित की जिसकी बदौलत उन्हें लगातार दूसरे साल 'वर्ष का सर्वश्रेष्ठ टेस्ट गेंदबाज' चुना गया।

पूर्व महान क्रिकेटरों, ईएसपीएनक्रिकइंफो के वरिष्ठ संपादकों, लेखकों और वैश्विक संवाददाताओं की स्वंतत्र ज्यूरी ने विजेताओं का चयन किया जिसमें इयान चैपल, माहेला जयवर्धने, रमीज राजा, ईसा गुहा, सम्बित बाल, कर्टनी वॉल्श, मार्क बुचर और साइमन टफेल शामिल थे। सेंचुरियन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्विंटन डि कॉक की 178 रन की पारी किसी दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी का दूसरा सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर है और इसे वर्ष का सर्वश्रेष्ठ वनडे बल्लेबाजी प्रदर्शन चुना गया।

गुरमेहर कौर ने विरेंदर सहवाग को कहा, मेरे खिलाफ नफरत को बढ़ावा देने के लिए शुक्रिया

दिल्‍ली यूनिवर्सिटी में दो छात्र संगठनों के बीच हिंसक भिड़ंत के बाद एबीवीपी के खिलाफ सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाने वाली गुरमेहर कौर ने खुद को पूरे आंदोलन से अलग कर लिया है। 2016 में जब उन्‍होंने भारत और पाकिस्‍तान के नेताओं से शांति वार्ता करने की अपील करता एक वीडियो बनाया था, तब कौर पहली बार चर्चा में आई थीं।

हालांकि अब उनकी एक फेसबुक पोस्‍ट ने भारत में एक अलग बहस को जन्‍म दे दिया है। कारगिल शहीद की बेटी, गुरमेहर कौर को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया, उन्‍हें 'चुनावी शिगूफा' बताया गया। इस बीच, कई आवाजें उनके समर्थन में भी उठीं, मगर पूरे हंगामे से वह खुद बेहद दुखी हैं।

रेडिफ डॉट कॉम को दिए एक इंटरव्‍यू में उन्‍होंने साफ किया कि वह किसी स्‍टूडेंट यूनियन का हिस्‍सा नहीं, बस दिल्‍ली यूनिवर्सिटी की एक छात्रा भर हैं। उन्‍होंने यह भी साफ किया कि उन्‍हें जो बलात्‍कार की धमकियां मिली थीं, उनके बारे में वह निश्चित तौर पर नहीं कह सकतीं कि ऐसा एबीवीपी की तरफ से किया गया या नहीं।

गुरमेहर कौर ने बताया कि उन्‍हें फेसबुक पर रेप की धमकियां मिलीं और एक शख्‍स ने उन्‍हें कहा कि '2017 उनकी जिंदगी का आखिरी साल होगा।'

कौर के मुताबिक, उन्‍होंने शिकायत दर्ज कराने की कार्यवाही शुरू कर दी है। गुरमेहर ने बीजेपी सांसद प्रताप सिम्‍हा के ट्वीट जिसमें उन्‍होंने कौर की तुलना दाऊद इब्राहिम से की थी, पर टिप्‍पणी करने से इनकार कर दिया।

कौर के अभियान पर क्रिकेटर विरेंदर सहवाग ने चुटीला ट्वीट किया था, जिसे बॉलीवुड अभिनेता रणदीप हूडा ने भी सराहा।

इस पर कौर ने कहा कि 'मुझे मिल रही नफरत को और भड़काने के लिए मैं विरेंदर सहवाग का धन्‍यवाद करती हूं। आखिर में, मैं एक 20 साल की लड़की हूं और अगर विरेंदर सहवाग और रणदीप हूडा अपनी पोजिशन का इस्‍तेमाल मेरे खिलाफ करना चाहते हैं तो ठीक है। ये उनके लिए अच्‍छा है।'

आठ गेंदों में ही गिर गए भारत के चार विकेट

ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ पुणे में खेले जा रहे पहले टेस्‍ट के दौरान भारत की पहली पारी बुरी तरह लड़खड़ा गई। लगातार विकेट गिरने के बाद भारतीय बल्‍लेबाज दबाव में आ गए और विकेटों का पतझड़ शुरू हो गया।

पूरी की पूरी भारतीय टीम सिर्फ 105 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। ऑस्‍ट्रेलिया ने मैच पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। उसके पास 155 रनों की लीड है और मैच में 10 सत्रों का खेल अभी बाकी है। भारतीय पारी के 33वें ओवर की दूसरी गेंद पर केएल राहुल वॉर्नर को कैच थमा बैठे।

गेंदबाज स्‍टीव ओ’कीफी की अगली गेंद पर अश्विन ने एक रन लेकर खाता खोला। चौथी गेंद पर सहाने ने सेकेंड स्लिप पर हैंड्सकॉम्‍ब को कैच दे दिया। पांचवी गेंद पर कोई रन नहीं बना। मगर ओ’कीफी के ओवर की आखिरी गेंद पर साहा स्लिप में ऑस्‍ट्रेलियाई कप्‍तान स्‍टीव स्मिथ को कैच दे बैठे।

34वां ओवर करने आए नाथन लायन ने तीसरी गेंद पर अश्विन को हैंड्सकॉम्‍ब के हाथों कैच कराकर भारत को सातवां झटका दिया। इस तरह आठ गेंदों के भीतर ही भारत के चार विकेट गिर गए जिसके बाद टीम इंडिया ताश के पत्‍तों की तरह बिखरती चली गई। 37वें ओवर की तीसरी गेंद पर ओ’कीफी ने जयंत यादव को आउट कर भारत को आठवां झटका दिया।

भारत की पारी शुरू से ही ट्रैक से भटकी नजर आई। सलामी बल्लेबाज मुरली विजय 10 रन बनाकर आउट हुए तो चेतेश्‍वर पुजारा भी 6 रन बनाकर पवेलियन वापस लौट गए। इसके बाद कप्‍तान विराट कोहली से सबको एक कप्‍तानी पारी की अपेक्षा थी मगर वह तीन साल बाद, 104 पारियां खेलकर टेस्‍ट मैच में शून्‍य पर आउट हुए।

भारत की तरफ से सिर्फ केएल राहुल ही अर्द्धशतक लगाने में कामयाब हो पाए। भारत के सिर्फ तीन बल्‍लेबाज ही दहाई का आंकड़ा पार कर सके।

ऑस्‍ट्रेलिया की ओर से स्‍टीव ओ’कीफी ने 36 रन देकर 6 भारतीय बल्‍लेबाजों का शिकार किया। मिशेल स्‍टार्क ने दो और हेजलवुड और लायन ने एक-एक विकेट लिया।

इससे पहले, ऑस्‍टेलिया की पहली पारी 260 रनों के स्‍कोर पर समाप्‍त हुई। पहले दिन का खेल खत्‍म होने तक 9 विकेट के नुकसान पर 256 रन बनाकर खेल रही ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे दिन की शुरुआत में ही आखिरी विकेट गंवा दिया।

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