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इंडिया टुडे रिपोर्टर्स को पिच का मुआयना करने की इजाजत देना आईसीसी के नियमों का उल्‍लंघन

इंडिया टुडे ने भारत-न्‍यूजीलैंड के बीच पुणे में दूसरे एकदिवसीय मैच से पहले स्टिंग ऑपरेशन किया है। बुधवार को बुकी बनकर गए रिपोर्टर्स ने महाराष्‍ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के पिच क्‍यूरेटर को मैच से पहले लोगों को पिच से छेड़छाड़ की इजाजत देते पकड़ा।

इंडिया टुडे के अनुसार, उनके रिपोर्टर्स ने क्‍यूरेटर पांडुरंग सलगांवकर को कैमरा पर बात करते हुए कैद किया, जिसमें वह कह रहे थे कि मांग के अनुसार पिच बना दी जाएगी।

रिपोर्टर्स ने सलगांवकर से पूछा कि दो खिलाड़ी पिच पर बाउंस चाहते हैं, क्‍या ऐसा हो सकता है, जिसपर सलगांवकर ने कहा, 'हो जाएगा।'

रिपोर्ट के अनुसार, सलगांवकर ने यह भी कहा कि इस विकेट पर 337-340 रन बन सकते हैं। उन्‍होंने कैमरा पर इस बात का विश्‍वास दिया कि 337 जितना बड़ा स्‍कोर भी पिच पर चेज किया जा सकता है।

सलगांवकर ने इंडिया टुडे रिपोर्टर्स को पिच का मुआयना करने की इजाजत दी जो कि अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के नियमों का उल्‍लंघन है।

स्टिंग ऑपरेशन के ऑन-एयर होने के बाद एमसीए अध्‍यक्ष अभय आप्‍टे ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा कि वह मामले की जांच करेंगे। उन्‍होंने दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया।

पुणे की इस पिच को इस साल आईसीसी ने भारत-ऑस्‍ट्रेलिया टेस्‍ट मैच के बाद खराब करार दिया था। उस मैच में ऑस्‍ट्रेलिया ने भारत को 333 रनों से हरा दिया था। भारतीय टीम दोनों पारियों में क्रमश: 105 और 107 रन पर ऑल-आउट हो गई थी और मैच तीन दिन में भी खत्‍म हो गया था।

न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई में खेले गए पहले वनडे मैच में मिली हार के बाद भारतीय टीम पर सीरीज में हार का खतरा मंडरा रहा है। दूसरा मैच बुधवार को पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में खेला जाएगा। अगर किवी टीम यह मैच जीत लेती है तो तीन वनडे मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त ले लेगी और भारत को वर्षो बाद घर में सीरीज हार का सामना करना पड़ेगा।

बीसीसीआई को कोच्चि टस्कर्स को देना होगा 800 करोड़ का मुआवजा

बीसीसीआई को आईपीएल की पूर्व टीम कोच्चि टस्कर्स केरला को 800 करोड़ रूपए से अधिक का मुआवजा देना होगा जिसका अनुबंध 2011 में रद्द कर दिया गया था।

आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने बैठक के बाद कहा, ''कोच्चि टस्कर्स ने 850 रूपए मुआवजा मांगा है। हमने आईपीएल की संचालन परिषद की बैठक में इस पर चर्चा की। अब मसला आमसभा की बैठक में रखा जाएगा। वे फैसला लेंगे, लेकिन मामले पर बातचीत की जरूरत है।''

कोच्चि टस्कर्स के मालिकों ने 2015 में बीसीसीआई के खिलाफ पंचाट में मामला जीता था जिसमें अनुबंध के उल्लंघन को लेकर बैंक गारंटी भुनाने के बीसीसीआई के फैसले को चुनौती दी गई थी।

आर सी लाहोटी की अध्यक्षता वाली पेनल ने बीसीसीआई को मुआवजे के तौर पर 550 करोड़ रूपए चुकाने के निर्देश दिए थे और ऐसा नहीं करने पर सालाना 18 प्रतिशत दंड लगाया जाना था।

पिछले दो साल से बीसीसीआई ने ना तो मुआवजा चुकाया और ना ही टीम को आईपीएल में वापस लिया।

आईपीएल संचालन परिषद के एक सदस्य ने कहा, ''हमें कोच्चि को मुआवजा देना होगा। सभी कानूनी विकल्पों पर चर्चा हो चुकी है। आम तौर पर पंचाट का फैसला खिलाफ आने पर इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देना बेवकूफी होती है।''

उन्होंने कहा कि हमारे पास कोई विकल्प नहीं है, लेकिन सवाल यह है कि रकम कितनी होगी? कोच्चि का करार रद्द करने का फैसला बीसीसीआई के तत्कालीन अध्यक्ष शशांक मनोहर ने लिया था।

अधिकारी ने कहा, ''एक आदमी की जिद का खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है। शशांक ने वह फैसला नहीं लिया होता तो हम कोई रास्ता निकाल लेते।''

बैडमिंटन: किदांबी श्रीकांत ने डेनमार्क ओपन खिताब जीता

भारत के अग्रणी पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने रविवार (22 अक्टूबर) को डेनमार्क ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया है।

पुरुष एकल वर्ग के फाइनल में श्रीकांत ने दक्षिण कोरिया के ली ह्यून को मात देकर खिताबी जीत हासिल की।

आठवीं विश्व वरीयता प्राप्त भारतीय खिलाड़ी श्रीकांत ने ह्यून को 25 मिनट के भीतर सीधे गमों में 21-10, 21-5 से मात दी।

श्रीकांत ने पहली बार अपने करियर में डेनमार्क ओपन का खिताब जीता। हालांकि, वह इस टूर्नामेंट को जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं। इससे पहले 1979 और 1980 में प्रकाश पादुकोण ने इस टूर्नामेंट को जीता था।

बता दें कि इससे पहले सेमीफाइनल में श्रीकांत ने शनिवार को हांगकांग के वोंग विंग की विंसेट को मात दी थी। आठवीं विश्व वरीयता प्राप्त श्रीकांत ने 40 मिनट तक चले मुकाबले में वोंग को 21-18, 21-17 से मात दी थी।

वहीं दक्षिण कोरिया के खिलाड़ी ली ह्यून ने सेमीफाइनल मुकाबले में अपने हमवतन और शीर्ष विश्व वरीयता प्राप्त सोन वान हो को मात देकर बड़ा उलटफेर किया था। ह्यून ने एक घंटे 32 मिनट तक चले मुकाबले में सोन को 25-23, 18-21, 21-17 से मात देकर फाइनल में प्रवेश किया था।

एशिया कप फाइनल: भारत ने मलेशिया को 2-1 से हराया

भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने रविवार को फाइनल मैच में मलेशिया को हरा कर हीरो एशिया कप-2017 का खिताब अपने नाम किया।

मौलाना भाशानी नेशनल स्टेडियम में खेले गए इस रोमांचक खिताबी मुकाबले में भारतीय टीम ने मलेशिया को 2-1 से मात दी। पाकिस्तान ने रविवार को ही खेले गए मैच में दक्षिण कोरिया को 6-3 से मात देकर कांस्य पदक अपने नाम किया।

भारतीय टीम ने तीसरी बार इस खिताब पर कब्जा जमाया है। इससे पहले, उसने 2003 में कुआलालम्पुर और 2007 में चेन्नई में इस टूर्नामेंट को जीता था।

भारत ने फाइनल मैच की शुरुआत अच्छी की। तीसरे ही मिनट में एस वी सुनील की ओर से मिले पास को रमनदीप सिंह ने गोल में तब्दील कर टीम का खाता खोला।

भारत ने पहले क्वार्टर का समापन 1-0 से किया। इसके बाद दूसरे क्वार्टर में काफी समय तक संघर्ष करने के बाद 29वें मिनट में ललित उपाध्याय ने गोल कर टीम को 2-0 से आगे कर दिया।

तीसरे क्वार्टर में मलेशिया और भारत के बीच काफी संघर्ष देखा गया। दोनों में से कोई भी टीम इस क्वार्टर में गोल नहीं कर पाई। चौथे क्वार्टर में गोलकीपर आकाश चिकते ने अहम भूमिका निभाई।

इस क्वार्टर में मलेशिया ने दो बार पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किया, लेकिन दोनों ही बार मलेशिया के गोल करने की उम्मीदों पर आकाश ने पारी फेर दिया और इस प्रकार भारत ने मलेशिया को 2-1 से मात देकर हीरो हॉकी एशिया कप का खिताब अपने नाम कर लिया।

न्यूजीलैंड ने भारत को 6 विकेट से हराया

टॉम लाथम (नाबाद 103) और रॉस टेलर (95) की दोहरी शतकीय साझेदारी के दम पर न्यूजीलैंड ने वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए पहले वनडे मैच में रविवार को भारत को छह विकेट से हरा दिया।

इस जीत के साथ न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने कप्तान विराट कोहली (121) के शतक के दम पर न्यूजीलैंड के सामने 281 रनों का लक्ष्य रखा।

लक्ष्य विशाल नहीं था, लेकिन इतना था कि इस पर लड़ा जा सके। लेकिन, न्यूजीलैंड ने इसे तीन विकेट के नुकसान पर ही 284 रन बनाकर हासिल कर लिया।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड टीम के लिए मार्टिन गुप्टिल (32) और कोलिन मुनरो (28) ने पहले विकेट के लिए 48 रनों की साझेदारी की। जसप्रीत बुमराह की गेंद पर मुनरो इसी स्कोर पर दिनेश कार्तिक के हाथों लपके गए।

इसके बाद, कप्तान केन विलियमसन (6) को कुलदीप यादव ने ज्यादा देर तक मैदान पर नहीं टिकने दिया और केदार जाधव के हाथों कैच आउट करवाया। 100 का आंकड़ा पूरा होने से पहल ही हार्दिक पांड्या ने गुप्टिल के रूप में तीसरा विकेट भी गिरा दिया। गुप्टिल को कार्तिक ने कैच आउट किया।

लाथम और टेलर ने इसके बाद बिखरी हुई टीम को अपनी बेहतरीन पारियों के दम पर संभाला और चौथे विकेट के लिए 200 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत के मुहाने पर ला खड़ा किया। 280 के कुल योग पर भुवनेश्वर कुमार ने युजवेंद्र चहल के हाथों टेलर को आउट कर पवेलियन भेजा। इसके बाद निकोल्स (4) ने लाथम के साथ न्यूजीलैंड को लक्ष्य तक पहुंचाया।

लाथम और टेलर की ओर से की गई साझेदारी भारत के खिलाफ वनडे मैच में की गई सबसे बड़ी साझेदारी है। इससे पहले, 2010 में दाम्बुला में स्कॉट स्टोरिस ने टेलर के साथ 188 रनों की साझेदारी की थी।

इससे पहले, भारत के लिए पारी की शुरूआत अच्छी नहीं रही। 100 का आंकड़ा पार करने से पहले ही भारत ने शिखर धवन (9), रोहित शर्मा (20) और केदार जाधव (12) के रूप में अपने तीन विकेट गंवा दिए।

इसके बाद भारत की पारी को संभालने आए कप्तान कोहली और दिनेश कार्तिक (37) ने चौथे विकेट के लिए 73 रनों की सधी हुई साझेदारी की और टीम को 144 के स्कोर तक पहुंचाया, लेकिन इसी स्कोर पर कार्तिक, टिम साउदी की गेंद पर कोलिन मुनरो के हाथों कैच आउट हुए।

कार्तिक के बाद कोहली का साथ देने आए महेंद्र सिंह धौनी (25) ने 57 रनों की अर्धशतकीय साझेदारी कर स्कोर का आंकड़ा 200 के पार ही पहुंचाया था कि रोहित और धवन का विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने धौनी को भी मार्टिन गुप्टिल के हाथों कैच आउट कर पवेलियन का रास्ता दिखाया।

हार्दिक पांड्या 16 रन ही बना पाए थे कि उन्हें भी बोल्ट ने 238 के कुल स्कोर पर कप्तान केन विलियमसन के हाथों कैच आउट करवाया। भुवनेश्वर कुमार (26) साउदी की गेंद पर हेनरी निकोल्स के हाथों लपके गए।

साउदी ने इसके बाद कोहली को भी 270 के कुल स्कोर पर बोल्ट के हाथों कैच आउट करा पवेलियन भेजा। अपनी पारी में कोहली ने 125 गेंदें खेलीं और नौ चौके और दो छक्के लगाए। उन्होंने अपने करियर का 31वां वनडे शतक पूरा किया।

कोहली के आउट होने के साथ ही 280 के कुल योग पर भारतीय टीम की पारी समाप्त हो गई। कुलदीप यादव बिना खाता खोले नाबाद पवेलियन लौटे। न्यूजीलैंड के लिए बोल्ट ने सबसे अधिक चार विकेट लिए, वहीं साउदी को तीन सफलता मिली। सेंटनर एक विकेट लेने में सफल रहे।

इस मैच में कोहली ने अपने करियर का 200वां मैच खेलते हुए शतक लगाया। इस शतक के साथ वनडे मैचों में उन्होंने सबसे अधिक शतक लगाने की श्रेणी में आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग को पछाड़ते हुए दूसरा स्थान हासिल कर लिया। इस श्रेणी में भारत के सचिन तेंदुलकर पहले स्थान पर हैं।

एशिया कप हॉकी: भारत ने पाकिस्तान को 4-0 से रौंद फाइनल में प्रवेश किया

भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शनिवार को हीरो हॉकी एशिया कप टूर्नामेंट में एक बार फिर चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हरा दिया। मौलाना भाशानी नेशनल स्टेडियम में खेले गए मैच में भारत ने पाकिस्तान को 4-0 से हराया।

इससे पहले 15 अक्टूबर को खेले गए मैच में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 3-1 से मात दी थी। पहले और दूसरे क्वार्टर में भारत और पाकिस्तान की टीमों ने एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दी, लेकिन दोनों में से कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई।

पाकिस्तान के खिलाड़ियों को मैच की शुरुआत में गोल करने का एक शानदार मौका मिला था, लेकिन भारतीय गोलकीपर आकाश चिकते ने प्रतिद्वंद्वी टीम की इस कोशिश को नाकाम कर दिया।

तीसरे क्वार्टर में सतबीर सिंह ने 39वें मिनट में गोल कर भारतीय टीम का खाता खोला। इसके बाद तीसरा क्वार्टर भारत के लिए 1-0 की बढ़त के साथ समाप्त हुआ।

भारत ने चौथे क्वार्टर में खेल में शानदार वापसी करते हुए तीन गोल किए।

51वें मिनट में हरमनप्रीत ने पेनाल्टी कॉर्नर पर मिले गोल के अवसर में सफलता हासिल की।

इसके बाद अगले ही मिनट में ललित उपाध्याय ने गोल कर भारत को 3-0 की बढ़त दिला दी।

इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले खिलाड़ी गुरजंत सिंह ने 57वें मिनट में गोल कर भारतीय टीम को पाकिस्तान के खिलाफ 4-0 से जीत दिलाई।

बैन नहीं हटाया तो दूसरे देश के लिए खेलूंगा: श्रीसंत

केरल उच्च न्यायालय ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की याचिका पर श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध का फैसला बरकरार रखा है।

इसकी वजह से स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में बरी होने के बावजूद श्रीसंत मैदान पर वापसी नहीं कर सकते। अब इस तेज गेंदबाज ने निराश हो भारत छोड़कर किसी दूसरे देश की ओर से क्रिकेट खेलने का मन बना लिया है।

एशिया नेट न्यूज से बातचीत करते हुए श्रीसंत ने कहा, ''मुझे बीसीसीआई की ओर से प्रतिबंधित किया गया है, आईसीसी की ओर से नहीं। मैं अभी 34 साल का हूं और अभी 6 साल और क्रिकेट खेल सकता हूं। मेरी कोशिश है कि किसी भी सूरत में क्रिकेट खेलूं।''

बता दें कि मुख्य न्यायाधीश नवनीत प्रसाद सिंह वाली खंडपीठ ने कहा कि अदालत भारत में बीसीसीआई द्वारा लगाए गए आजीवन प्रतिबंध पर न्यायिक समीक्षा नहीं कर सकता और इसलिए अपील को स्वीकार करते हुए श्रीसंत पर लगा प्रतिबंध बरकरार रखता है।

उल्लेखनीय है कि केरल उच्च न्यायलय ने अगस्त में श्रीसंत पर लगे आजीवन प्रतिबंध को हटा दिया था।

केरल उच्च न्यायालय पिछले दो दिनों से इस मामले पर सुनवाई कर रहा था और मंगलवार को उसने इस मामले पर अपना फैसला सुनाया। इस फैसले के कारण श्रीसंत अब रणजी नहीं खेल सकते। साथ ही, अब वह भारत में किसी भी स्टेडियम में प्रशिक्षण नहीं कर सकते।

इस बात से नाराज श्रीसंत ने ट्विटर पर लिखा, ''यह सबसे खराब फैसला है। मेरे लिए क्या कोई खास नियम है? असली अपराधी का क्या? चेन्नई सुपर किंग्स का क्या? और राजस्थान का क्या?''

केरल क्रिकेट संघ के सचिव जयेश जॉर्ज ने मीडिया से कहा, जब से श्रीसंत पर लगा आजीवन प्रतिबंध हटा था, तब से ही केरल संघ उनका समर्थन कर रहा था।

जॉर्ज ने कहा, ''हमने उनके पूरे फिटनेस के लिए कई प्रबंध किए थे, ताकि वह मैच के लिए फिट हो जाएं। अब इस फैसले का भी हमें सम्मान करना होगा।''

गौरतलब है कि श्रीसंत के पास अब एक ही विकल्प रह गया है कि वह सुप्रीम कोर्ट में इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे।

करीबी सूत्रों के अनुसार, श्रीसंत इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील करेंगे।

ऑस्ट्रेलिया ने 21 रन से भारत को हराया

ऑस्ट्रेलिया ने गुरुवार को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए चौथे वनडे मैच में भारत को 21 रनों से हरा दिया।

ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 335 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।

भारतीय टीम पूरे 50 ओवरों में आठ विकेट खोकर 313 रन बना सकी। भारत की तरफ से केदार जाधव ने सबसे ज्यादा 67 रन बनाए।

रोहित शर्मा ने 65 और अजिंक्य रहाणे ने 53 रनों की पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया के लिए केन रिचर्डसन ने सर्वाधिक दो विकेट लिए।

इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी और डेविड वार्नर (124) तथा एरॉन फिंच (94) के बीच पहले विकेट के लिए 231 रनों की रिकार्ड साझेदारी के दम पर पूरे 50 ओवर खेलने के बाद पांच विकेट के नुकसान पर 334 रन बनाए।

वार्नर ने 119 गेंदों में 12 चौके और चार छक्के लगाए। वहीं फिंच ने 96 गेंदों में 10 चौके और तीन छक्के लगाए।

भारत ने ऑस्ट्रेलिया से तीसरा वनडे और सिरीज़ जीती

भारत ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ इंदौर में तीसरा वनडे मुक़ाबला पांच विकेट से जीत लिया है।इसके साथ ही पाँच मैचों की सिरीज़ में भारत ने 3-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है।

ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 294 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसे भारत ने 47.5 ओवर में पांच विकेट पर हासिल कर लिया।

भारत की वनडे क्रिकेट में ये लगातार नौवीं जीत है।

भारत की तरफ़ से हार्दिक पांड्या ने सबसे ज़्यादा 78 रन बनाए। उन्होंने 72 गेंदों पर 78 रनों की पारी खेली।

इससे पहले, रोहित शर्मा ने 71 और आजिंक्य रहाणे ने 70 रनों की पारियां खेलकर भारत को जीत की राह पर डाला। कप्तान विराट कोहली ज़्यादा देर पिच पर नहीं टिक पाए। वो 35 गेंद पर 28 रन ही बना सके।

इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया ने निर्धारित 50 ओवरों में 6 विकेट के नुक़सान पर 293 रन बनाए थे।

डेविड वॉर्नर और एरोन फिंच ने ऑस्ट्रेलिया को मजबूत शुरुआत दी थी और दोनों ने पहले विकेट के लिए 70 रन जोड़े थे। हार्दिक पांड्या ने वॉर्नर को 42 रन पर आउट कर दिया था। इसके बाद कप्तान स्टीव स्मिथ और फिंच के बीच 154 रनों की साझेदारी हुई थी।

फिंच ने 124 रनों की शानदार पारी खेली, वहीं स्टीव स्मिथ ने 63 रन बनाए और ऑस्ट्रेलियाई पारी के दूसरे बड़े स्कोरर रहे।

भारत की तरफ़ से जसप्रीत बुमराह और केदार जाधव ने दो-दो विकेट लिए। वहीं युजवेंद्र चाहल और हार्दिक पांड्या ने एक-एक खिलाड़ी को आउट किया। केदार जाधव सबसे महंगे गेंदबाज़ साबित हुए। उन्होंने 10 ओवर में 75 रन दिए।

पांच मैचों की वनडे सिरीज़ में भारत 3-0 से आगे चल रहा है।

पी वी सिंधु ने कोरिया सुपर सीरीज जीतकर रचा इतिहास

भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधु ने रविवार को कोरिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट जीतकर नया इतिहास रच दिया। जापान की नोजोमी ओकुहारा से विश्व चैम्पियनशिप में मिली हार का बदला लेकर सिंधु कोरिया ओपन जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गईं।

महिला एकल वर्ग में एक घंटे 24 मिनट तक चले मैच में सिंधु ने ओकुहारा को 22-20, 11-21, 21-18 से मात देकर जीत हासिल की। सिंधु के लिए हालांकि, यह जीत आसान नहीं थी।

इस मैच में आक्रामक नजर आईं ओकुहारा के आगे कई बार सिंधु को घुटनों के बल आते देखा गया। सिंधु से कद में छोटी, लेकिन फुर्ती में आगे ओकुहारा ने भारतीय खिलाड़ी को पछाड़ने का कोई मौका नहीं छोड़ रही थीं।

पहले गेम में सिंधु ने ओकुहारा को 22-20 से हराया, वहीं दूसरे गेम में वह ओकुहारा के आगे कमजोर नजर आईं और 11-21 से पिछड़ गईं। तीसरा गेम दोनों के बीच अहम था, क्योंकि यह खिताबी जीत का फैसला करने वाला था।

तीसरे गेम में सिंधु ने अपनी सारी ऊर्जा और ताकत को झोंकते हुए किसी तरह ओकुहारा को पछाड़ने में सफलता हासिल की।

इस गेम के दौरान एक समय पर सिंधु मैट पर लगभग थक कर लेट गई, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानने की ठानी थी और इसलिए, वह फिर से उठी और उन्होंने तीसरा सेट 21-18 से जीतकर ओकुहारा को मात दी।

गौरतलब है कि इस साल विश्व चैम्पियशिप के फाइनल में ओकुहारा ने सिंधु को मात देकर स्वर्ण पदक जीता था और भारतीय खिलाड़ी को रजत पदक से संतोष करना पड़ा था।

अब सिंधु ने अपना बदला पूरा करते हुए न केवल कोरिया ओपन का खिताब जीता, बल्कि ओकुहारा के खिलाफ खेले गए मुकाबलों का आंकड़ा भी 4-4 से बराबर कर लिया।

सिंधु का यह दूसरा सुपर सीरीज खिताब है। इससे पहले, उन्होंने स्पेन की कैरोलीना मारिन को मात देकर इंडिया ओपन का खिताब जीता था।