स्टार इंडिया ने 16,347.5 करोड़ रुपये में पांच साल के लिए इंडियन प्रीमियर लीग (आई पी एल) के डिजिटल और टेलीविजन प्रसारण अधिकार खरीद लिए हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।
विश्व स्तर पर आईपीएल के प्रसारण अधिकार के लिए स्टार इंडिया ने सबसे बड़ी बोली लगाई थी। इसके तहत, अब स्टार इंडिया के पास 2018 से 2022 तक आईपीएल प्रसारण का अधिकार रहेगा।
शुरुआत में कुल 24 कंपनियों ने आईपीएल अधिकारों को हासिल करने के लिए पंजीकरण कराया था। इसमें फेसबुक, अमेजॉन, ट्विटर, याहू, रिलायंस जियो, स्टार इंडिया, सोनी पिक्चर्स, डिस्कवरी, स्काई, ब्रिटिश टेलीकॉम और ईएसपीएन डिजिटल मीडिया जैसी कंपनियों के नाम शामिल थे।
बीसीसीआई को आईपीएल के एक मैच से 55 करोड़ रुपये का फायदा होगा, जबकि उसे एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मैच से कुल 43 करोड़ रुपये का फायदा होता है।
इस मौके पर स्टार इंडिया के चेयरमैन उदय शंकर ने कहा, ''हमारा मानना है कि आईपीएल एक शक्तिशाली संपत्ति है और हम यह भी जानते हैं कि डिजिटल और टीवी के स्तर पर इस टूर्नामेंट के मूल्य को प्रशंसकों के बीच और अधिक रूप से बढ़ाया जा सकता है। हम इस अधिकार को हासिल करने के बाद देश में इस खेल के विकास के प्रति अधिक प्रतिबद्ध रहेंगे।''
शंकर ने कहा कि भारत, क्रिकेट और आईपीएल में 2008 के बाद से बड़ा बदलाव आया है और यह दावेदारी उस बदलाव की झलक है।
स्टार इंडिया को मिले इन मीडिया अधिकारों में मोबाइल, इंटरनेट और डिजिटल अधिकार शामिल हैं। डिजिटल स्तर पर दर्शक आईपीएल के मैचों को देखने के लिए हॉट स्टार एप का इस्तेमाल करते हैं।
शंकर ने कहा कि मैदान के बाहर बीसीसीआई के साथ तकरार के बावजूद भारत में क्रिकेट मैच देखना हमेशा से एक बेहतरीन अनुभव रहा है।
बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने कहा, ''हमारा मुख्य लक्ष्य हितधारकों को एक पारदर्शी प्रक्रिया मुहैया कराना है, जहां उनके मन में कोई भी शंका न रहे।''
इससे पहले सोनी नेटवर्क के पास आईपीएल के प्रसारण का अधिकार था। 2009 में सोनी चैनल ने आईपीएल के प्रसारण अधिकारों को 1.63 अरब डॉलर में नौ साल के लिए वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप से खरीदा था।
उल्लेखनीय है कि वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप ने बीसीसीआई से 10 साल के लिए आईपीएल के प्रसारण अधिकार हासिल किए थे।