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सहवाग का बड़ा खुलासा: सेटिंग नहीं होने की वजह से इंडियन क्रिकेट टीम का कोच नहीं बन पाया

वीरेंद्र सहवाग ने शुक्रवार को कहा कि बीसीसीआई में शामिल अधिकारियों का संरक्षण नहीं मिलने के कारण वह भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच बनने से चूक गए और दोबारा इस पद के लिए आवेदन नहीं करेंगे।

सहवाग इस पद की दौड़ में रवि शास्त्री से पिछड़ गए, जिन्हें कप्तान विराट कोहली की पसंद माना जा रहा था।

यह फैसला हालांकि सर्वसम्मत नहीं था और क्रिकेट सलाहकार समिति (सी ए सी) में शामिल पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली इसके खिलाफ थे।

सहवाग ने हिंदी समाचार चैनल 'इंडिया टीवी' में एक 'चैट शो' के दौरान कहा, ''देखिए मैं कोच इसलिए नहीं बन पाया, क्योंकि जो भी कोच चुन रहे थे उनसे मेरी कोई सेटिंग नहीं थी।''

इस पूर्व आक्रामक सलामी बल्लेबाज ने दावा किया कि जब वह इस पद के लिए आवेदन कर रहे थे तो बीसीसीआई के एक वर्ग ने उन्हें भटका दिया था।

सहवाग ने खुलासा किया, ''मैंने कभी भारतीय क्रिकेट टीम को कोचिंग देने के बारे में नहीं सोचा था। मुझे टीम का कोच बनने की पेशकश की गई थी। बीसीसीआई के (कार्यवाहक) सचिव अमिताभ चौधरी और महाप्रबंधक (खेल विकास) एम वी श्रीधर मेरे पास आए थे और मुझे इस पेशकश के बारे में सोचने का आग्रह किया था। मैंने समय लिया और इसके बाद इस पद के लिए आवेदन किया।''

उन्होंने दावा किया कि इस पद के लिए आवेदन करने से पहले उन्होंने भारतीय कप्तान विराट कोहली से भी सलाह मशविरा किया था।

सहवाग ने कहा, ''मैंने विराट कोहली से भी बात की थी, उसने मुझे आगे बढ़ने को कहा था। इसके बाद ही मैंने आवेदन किया था। अगर आप मेरा नजरिया पूछो तो मैं कहूंगा कि मेरी इसमें कभी रुचि नहीं थी।''

उन्होंने कहा, ''मैंने सोचा कि वे आग्रह कर रहे हैं, इसलिए मुझे उनकी मदद करनी चाहिए। मैंने कभी स्वयं आवेदन के बारे में नहीं सोचा और ना ही कभी भविष्य में आवेदन करूंगा।''

सहवाग ने साथ ही कहा कि शास्त्री ने शुरुआत में उन्हें कहा था कि वे इस पद के लिए आवेदन नहीं करेंगे और अगर उन्हें पहले से उनके इरादे का पता होता तो वह अपना नाम नहीं भेजते।

उन्होंने कहा, ''जब मैं चैंपियंस ट्राफी के दौरान इंग्लैंड में था तो मैंने रवि शास्त्री से पूछा कि उन्होंने पद के लिए आवेदन क्यों नहीं किया?

शास्त्री ने इसके बाद मुझे कहा कि वह उस गलती को दोबारा नहीं करेंगे, जो एक बार कर चुके हैं।''

सहवाग ने कहा, ''अगर रवि पहले आवेदन कर देता तो मुझे नहीं लगता कि मेरे इस पद के लिए आवेदन करने की कोई संभावना थी। मैं कभी आवेदन नहीं करता।''

2024 के ओलंपिक खेलों की मेज़बानी पेरिस को, 2028 की लॉस एंजिल्स को

ओलंपिक खेलों के लिए 2024 और 2028 की मेज़बानी का ऐलान हो गया है। 2024 की मेज़बानी फ़्रांस की राजधानी पेरिस को और 2028 की अमरीकी शहर लॉस एंजिल्स को मिली है।

दोनों शहर 2024 ओलंपिक खेलों की मेज़बानी चाहते थे, लेकिन फिर अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की ओर से फंडिंग की गारंटी लेने के बाद लॉस एंजिल्स चार साल और इंतज़ार करने के लिए तैयार हो गया।

लॉस एंजिल्स का कहना था कि मेज़बानी के लिए तैयारी के लिहाज़ से उसे मौक़ा मिलना चाहिए, जबकि पेरिस का कहना था कि उसके यहां खेलों के लिए प्रस्तावित जगह पुनर्विकास के चलते 2024 के बाद उपलब्ध नहीं होगी।

2008 और 2012 में भी पेरिस ओलंपिक खेलों की मेज़बानी की दौड़ में था। वहां सौ साल पहले ओलंपिक खेल हुए थे।

लॉस एंजिल्स में दो बार 1932 और 1984 में ओलंपिक खेल हो चुके हैं।

हैम्बर्ग, रोम और बुडापेस्ट के द्वारा अपना नाम वापस लेने के बाद 2024 की मेज़बानी के लिए दो ही उम्मीदवार थे - पेरिस और लॉस एंजिल्स।

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने जून में 2024 और 2028 की मेज़बानी का एक साथ ऐलान करने का फैसला लिया था।

स्‍टार इंडिया को आईपीएल के टीवी और डिजिटल राइट्स मिले

स्टार इंडिया ने 16,347.5 करोड़ रुपये में पांच साल के लिए इंडियन प्रीमियर लीग (आई पी एल) के डिजिटल और टेलीविजन प्रसारण अधिकार खरीद लिए हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।

विश्व स्तर पर आईपीएल के प्रसारण अधिकार के लिए स्टार इंडिया ने सबसे बड़ी बोली लगाई थी। इसके तहत, अब स्टार इंडिया के पास 2018 से 2022 तक आईपीएल प्रसारण का अधिकार रहेगा।

शुरुआत में कुल 24 कंपनियों ने आईपीएल अधिकारों को हासिल करने के लिए पंजीकरण कराया था। इसमें फेसबुक, अमेजॉन, ट्विटर, याहू, रिलायंस जियो, स्टार इंडिया, सोनी पिक्चर्स, डिस्कवरी, स्काई, ब्रिटिश टेलीकॉम और ईएसपीएन डिजिटल मीडिया जैसी कंपनियों के नाम शामिल थे।

बीसीसीआई को आईपीएल के एक मैच से 55 करोड़ रुपये का फायदा होगा, जबकि उसे एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मैच से कुल 43 करोड़ रुपये का फायदा होता है।

इस मौके पर स्टार इंडिया के चेयरमैन उदय शंकर ने कहा, ''हमारा मानना है कि आईपीएल एक शक्तिशाली संपत्ति है और हम यह भी जानते हैं कि डिजिटल और टीवी के स्तर पर इस टूर्नामेंट के मूल्य को प्रशंसकों के बीच और अधिक रूप से बढ़ाया जा सकता है। हम इस अधिकार को हासिल करने के बाद देश में इस खेल के विकास के प्रति अधिक प्रतिबद्ध रहेंगे।''

शंकर ने कहा कि भारत, क्रिकेट और आईपीएल में 2008 के बाद से बड़ा बदलाव आया है और यह दावेदारी उस बदलाव की झलक है।

स्टार इंडिया को मिले इन मीडिया अधिकारों में मोबाइल, इंटरनेट और डिजिटल अधिकार शामिल हैं। डिजिटल स्तर पर दर्शक आईपीएल के मैचों को देखने के लिए हॉट स्टार एप का इस्तेमाल करते हैं।

शंकर ने कहा कि मैदान के बाहर बीसीसीआई के साथ तकरार के बावजूद भारत में क्रिकेट मैच देखना हमेशा से एक बेहतरीन अनुभव रहा है।

बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने कहा, ''हमारा मुख्य लक्ष्य हितधारकों को एक पारदर्शी प्रक्रिया मुहैया कराना है, जहां उनके मन में कोई भी शंका न रहे।''

इससे पहले सोनी नेटवर्क के पास आईपीएल के प्रसारण का अधिकार था। 2009 में सोनी चैनल ने आईपीएल के प्रसारण अधिकारों को 1.63 अरब डॉलर में नौ साल के लिए वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप से खरीदा था।

उल्लेखनीय है कि वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप ने बीसीसीआई से 10 साल के लिए आईपीएल के प्रसारण अधिकार हासिल किए थे।

श्रीसंत पर बीसीसीआई द्वारा लगाए गए आजीवन प्रतिबंध को केरल हाई कोर्ट ने हटाया

केरल हाई कोर्ट ने क्रिकेटर एस श्रीशंत पर लगाए गए बैन को हटा दिया है। यह बैन बीसीसीआई ने लगाया था। श्रीसंत पर 2013 में आईपीएल सीजन 6 के दौरान स्पॉट फिक्सिंग के मामले पर बैन लगाया गया था।

बीसीसीआई ने श्रीसंत पर लाइफ टाइम बैन लगाया था। बीसीसीआई ने सितंबर 2013 में श्रीशंत पर बैन लगाया था। कोर्ट का यह फैसला श्रीसंत के लिए बड़ी राहत लेकर आया है।

बीसीसीई द्वारा लगाए गए बैन को हटाने के लिए श्रीसंत ने केरल हाईकोर्ट का रुख किया था।

साल 2015 में दिल्‍ली की ट्रायल कोर्ट ने श्रीसंत पर लगे सभी आरोपों को रद्द कर दिया था। श्रीसंत के साथ ही अजीत चंदीला और अंकित चव्‍हाण समेत सभी 36 आरोपियों को बरी कर दिया गया था। लेकिन ट्रायल कोर्ट के फैसले के बाद भी बीसीसीआई ने श्रीसंत पर लगे बैन को वापस नहीं लिया था।

वहीं इसी साल अप्रैल महीने में बीसीसीआई ने श्रीसंत की आजीवन बैन हटाने की अपील को भी खारिज कर दिया था।

अपनी याचिका में श्रीसंत ने कहा था कि ट्रायल कोर्ट के फैसले के बाद उन्‍होंने बीसीसीआई से प्रतिबंध हटाने को कहा, लेकिन उसने कोई कार्रवाई नहीं की।

बीसीसीआई ने अपील को यह कहते हुए खारिज किया था कि वह भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति से कोई समझौता नहीं करेगा।

श्रीसंत ने भारत की ओर से 27 टेस्‍ट, 53 वनडे और 10 टी20 अंतरराष्‍ट्रीय मैच खेले हैं। उन्‍होंने टेस्‍ट में भारत की ओर से 87, वनडे में 75 और टी20 में 7 विकेट लिए हैं। टीम इंडिया की ओर से उन्‍होंने आखिरी मैच साल 2011 में खेला था। इसके बाद से वे टीम से बाहर है। पिछले साल वे राजनीति में भी शामिल हो गए थे। उन्‍होंने बीजेपी के टिकट पर केरल विधानसभा का चुनाव लड़ा था। हालांकि उन्‍हें हार का सामना करना पड़ा था।

माफी चाहता हूँ जीत के साथ अंत नहीं कर पाया: उसेन बोल्ट

अजेय माने जाने वाले उसेन बोल्ट को अपनी विदाई रेस में शिकस्त का सामना करना पड़ा। जमैका के इस दिग्गज की जीत की उम्मीद लगभग सभी ने की होगी, लेकिन उनकी अंतिम रेस में जीत दर्ज की अमेरिका के जस्टिन गेटलिन ने जो डोंपिंग के अपने दागी अतीत के कारण खलनायक के रूप में भी देखे जाते हैं।

विश्व चैंपियनशिप के बहुप्रतीक्षित 100 मीटर फाइनल के बाद ओलंपिक स्टेडियम के स्कोर बोर्ड में गेटलिन को 9 . 92 सेकेंड के समय के साथ विजेता दिखाया गया। उन्होंने अपने हमवतन क्रिस्टियन कोलेमन को 0 . 02 सेकेंड के अंतर से पछाड़ा।

दो बार डोपिंग के लिए प्रतिबंधित हुए और पिछली दो विश्व चैंपियनशिप में बोल्ट से पिछड़ने के बाद रजत पदक से संतोष करने वाले गेटलिन को इस जीत के बाद दर्शकों की हूटिंग का सामना करना पड़ा।

कोलेमेन ने 9 . 94 सेकेंड के समय के साथ रजत पदक अपने नाम किया, जबकि बोल्ट उनसे 0 . 01 सेकेंड पीछे रहे। जमैका के इस दिग्गज की शुरुआत खराब रही और उन्हें 9 . 95 सेकेंड के समय के साथ कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।

बोल्ट ने करियर के दौरान गति को लेकर कई रिकार्ड बनाए। वैज्ञानिकों ने अध्ययन के बाद यह तक दावा किया कि वह बुलेट ट्रेन से भी तेज दौड़ते हैं। लेकिन उनकी अंतिम रेस में साबित हो गया कि वह भी इंसान हैं और उन पर भी उम्र का असर दिख रहा है।

स्पर्धा के बाद गेटलिन से गले लगने वाले बोल्ट ने कहा, ''मैं माफी चाहता हूं कि जीत के साथ अंत नहीं कर पाया। लेकिन मैं समर्थन के लिए आपका आभार व्यक्त करता हूं।''

उन्होंने कहा, ''हमेशा की तरह यह बेहतरीन अनुभव रहा।''

गेटलिन को हालांकि हीट्स और सेमीफाइनल की तरह एक बार फिर दर्शकों की हूटिंग का सामना करना पड़ा। इस दौरान दर्शक 'उसेन बोल्ट, उसेन बोल्ट' चिल्ला रहे थे। यह वही स्टेडियम है जहां 2012 में बोल्ट और गेटलिन को उनके दागी अतीत के कारण 'अच्छाई बनाम बुराई' के रूप में पेश किया गया था।

विजेंदर सिंह ने जुल्पिकार मैमैतियाली को हराकर जीता डब्ल्यू बी ओ मिडिलवेट खिताब

भारत के शीर्ष पेशेवर मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने चीन के जुल्पिकार मैमैतियाली को डब्ल्यू बी ओ मिडिलवेट चैंपियनशिप में शिकस्त दे दी है।

बीजिंग ओलम्पिक-2008 में कांस्य पदक जीतने वाले विजेंदर ने जुल्पिकार को उनके करियर की दूसरी हार का स्वाद चखाया। विजेंदर ने 10 राउंड तक चले रोचक मुकाबले में विपक्षी खिलाड़ी को मात दी।

हालांकि अंकों के लिहाज से तो मुकाबला बराबर रहा, लेकिन तीनों मैच रेफरियों नें एकमत होकर विजेंदर को विजेता घोषित किया।

जुल्पिकार ने अब तक 10 में से 8 मैच जीते हैं। दोनों खिलाड़ियों के बीच यह डबल खिताबी मुकाबला था।

इस मुकाबले में डब्ल्यू बी ओ एशिया पैसिफिक सुपर मिडिलवेट चैम्पियन विजेंदर और डब्ल्यू बी ओ ओरिएंटल सुपर मिडिलवेट चैम्पियन जुल्पीकार के मौजूदा खिताब दांव पर थे।

बैटलग्राउंड एशिया के नाम से मशहूर इस खिताबी भिडंत में विजेंदर ने डब्ल्यू बी ओ एशिया पैसिफिक सुपर मिडिलवेट खिताब अपने नाम किया।

राहुल द्रविड़ ने नेशनल टीम का बैटिंग एडवायजर बनने से मना कर दिया

सुप्रीम कोर्ट द्वारा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की देखरेख के लिए गठित प्रशासकों की समिति (सीओए) के अध्यक्ष विनोद राय ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने विदेशी दौरों (टेस्ट) के दौरान राष्ट्रीय टीम का बल्लेबाजी सलाहकार बनने से इनकार कर दिया है, जबकि जहीर खान के गेंदबाजी सलाहकार को लेकर फैसला अभी तक नहीं हुआ है।

विनोद राय के मुताबिक, द्रविड़ ने खुद ही पद लेने से मना कर दिया है। द्रविड़ ने इसकी वजह इंडिया-ए और अंडर-19 टीम के मुख्य कोच की भूमिका को बताया है। हालांकि उन्होंने कहा है कि वह मुख्य कोच रवि शास्त्री के कहने पर राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में सीनियर टीम के शिविर के दौरान उपलब्ध रहेंगे।

बीसीसीआई की बैठक होने के बाद विनोद राय ने संवाददाताओं से कहा, ''द्रविड़ के करार को लेकर मामला पूरी तरह से सुलझा लिया गया है। उनका दो साल का करार है इसलिए उन्होंने कहा है कि वह सीनियर टीम के विदेशी दौरों के समय पर उपलब्ध नहीं रहेंगे।''

विनोद राय ने साथ ही कहा कि सीओए और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) जहीर खान के इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टीम दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ मौजूदा करार और भारतीय टीम के प्रस्तावित सलाहकार के करार के बीच में सुंतलन बनाने में लगी हुई है।

विनोद राय के मुताबिक, ''इससे पहले, इस तरह का कोई सिस्टम नहीं था। हम इस मामले को सुलझाने की कोशिश में हैं। जहीर भारतीय टीम के साथ सलाहकार नियुक्त किए जाने की योजना में हैं, लेकिन हम उन्हें तभी अपने साथ जोड़ सकते हैं जब एक करार होगा।''

विनोद राय ने कहा, ''हम जहीर से यह नहीं कह सकते की हम आपके साथ तीन महीने या तीन सप्ताह का करार करेंगे। हमें उनके आईपीएल करार और चैनलों के साथ किए गए करार के बारे में भी सोचना होगा।''

विनोद राय ने कहा, ''यह मामला तभी सुलझाया जा सकता है जब संबंधित व्यक्ति से बात की जाएगी। हमने राहुल और जहीर दोनों से बात कर ली है।''

बीसीसीआई ने 15 जुलाई को सहायक कोचों को लेकर चार सदस्यीय समिति का गठन किया था। इस समिति में बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सी के खन्ना, कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी, सीओए के सदस्य डायना इडुल्जी और बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राहुल जौहरी शामिल हैं। द्रविड़ और जहीर को सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वी वी एस लक्ष्मण की तीन सदस्यीय क्रिकेट सलाहकार समिति (सी ए सी) ने टीम के बल्लेबाजी सलाहकार और गेंदबाजी सलाहकार नियुक्त करने की सिफारिश की थी।

लेकिन रवि शास्त्री अपने पसंदीदा लोगों को सहयोगी स्टाफ में चाहते थे और इसी कारण बीसीसीआई ने रवि शास्त्री की पसंद भरत अरुण को टीम का गेंदबाजी कोच नियुक्त किया और संजय बांगर को सहायक कोच।

बीसीसीआई ने कहा कि उन्हें सीएसी पर पूरा भरोसा है और बोर्ड ने किसी भी तरह से सीएसी का अपमान नहीं किया। विनोद राय ने कहा, ''वह काफी व्यस्त लोग हैं और उनकी मंशा सिर्फ एक अच्छा कोच नियुक्त करने की थी। सीएसी को मुख्य कोच चुनने का अधिकार है। बोर्ड के सीईओ और कार्यकारी सचिव बैठक मैं मौजूद थे और इन तीनों ने रवि शास्त्री के नाम पर सहमति दी थी।''

विनोद राय के मुताबिक, ''हालांकि सीएसी ने जहीर और द्रविड़ के नाम सलाहकार के तौर पर सुझाए और सीईओ तथा सचिव को इसके बारे में पता था। इसलिए बीसीसीआई की पहली प्रेस विज्ञप्ति में यह बात कही गई थी कि इन्हें नियुक्त किया गया है। विनोद राय ने कहा कि बीसीसीआई को सीएसी पर पूरा भरोसा है।

महिला क्रिकेट विश्व कप में इन खिलाडियों से है भारत को उम्मीद

महिला क्रिकेट विश्व कप 2017 के दूसरे सेमीफाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 36 रनों से हराकर फाइनल में जगह पक्की कर ली। रविवार (23 जुलाई) को इंग्लैंड के लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान में होने वाले फाइनल में भारत का मुकाबला इंग्लैंड से होगा।

भारतीय क्रिकेट टीम को फाइनल में पहुंचने के लिए सात मैच खेलने पड़े। भारतीय टीम पांच मैच जीती और दो हारी। भारतीय टीम के यहां तक के सफर में हर बार किसी न किसी खिलाड़ी ने अपने चमकदार प्रदर्शन से टीम को जीत दिलायी है। रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले फाइनल में भारत को अपने जिन खिलाडियों से बड़ी उम्मीद है, उन खिलाडियों पर एक नज़र डालते है।

वेदा कृष्णमूर्ति भले ही टूर्नामेंट में 5 मैचों में 118 रन ही बना सकी है। मगर न्यूजीलैंड के खिलाफ 15 जुलाई को खेले गए अहम मुकाबले में वेदा ने महज 45 गेंदों में 70 रन की पारी खेली थी। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 155.55 का रहा। साथ ही उन्होंने 7 चौके और 2 छक्के भी जड़े थे।

वहीं बात अगर सेमीफाइनल मुकाबले की करें तो वेदा ने महज 10 गेंदों में 16 रन बनाए। इससे साफ नजर आ रहा है कि वेदा शानदार फॉर्म में हैं और उनमें किसी भी पल मैच बदलने का माद्दा है।

हालांकि वेदा कृष्णमूर्ति छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरती हैं ऐसे में उनके पास स्थिति को समझने के लिए ज्यादा गेंदें खराब करने का मौका भी नहीं रहता। ऐसे में वेदा ने पिछली दो पारियां जिस कदर खेली हैं। उसके चलते भारत वेदा पर भरोसा जता सकता है।

दीप्ति शर्मा टीम इंडिया के लिए शानदार आलराउंडर साबित हो रही हैं। दीप्ति ने 8 मैचों की 7 पारियों में 202 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 78 रहा। दीप्ति इस टूर्नामेंट में कुल दो अर्धशतक जड़ चुकी हैं। वहीं बात अगर गेंदबाजी की करें तो दीप्ति टूर्नामेंट में इस वक्त चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने 4.57 की इकॉनमी के साथ 12 विकेट झटके हैं। दीप्ति ने सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के 3 अहम विकेट भी झटके थे।

भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज इस विश्व कप के दौरान महिला वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी बन गई हैं। मिताली छह हजार रन से अधिक रन बनाने वाली पहली महिला क्रिकेटर भी बन गई हैं। भारतीय महिला क्रिकेट टीम में 18 सालों से मिताली अहम किरदार में रही हैं। वो विश्व कप के आठ मैचों में 392 रन बना चुकी हैं। गुरुवार (20 जुलाई) को ऑस्ट्रेलिया के साथ हुई सेमीफाइनल में उन्होंने 36 रनों की अहम पारी खेली थी। फाइनल में उनसे देश को बड़ी आशा होगी।

सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया पर जीत की नायिका हरमनप्रीत कौर रहीं। ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ नाबाद 171 रन बनाकर पूरे देश का दिल जीत लिया। हरमनप्रीत ने केवल 115 गेंदों पर 20 चौकों और सात छक्के की मदद से अपनी टीम को 42 ओवरों में चार विकेट पर 281 के कुल स्कोर पर पहुंचा दिया। बारिश के कारण देर से शुरू हुए मैच में भारतीय टीम 36 रन से जीत गई और हरमनप्रीत कौर प्लेयर ऑफ मैच चुनी गईं। उनसे रविवार को होने वाले फाइनल में भी सबको बड़ी उम्मीद रहेगी।

भारतीय टीम की स्पिनर एकता बिष्ट ने इस विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ हुए मैच में पांच विकेट लेकर टीम को जीत दिलाई थी। एकता ने विश्व कप के छह मैचों में नौ विकेट लिए हैं। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में उनकी जगह राजेश्वरी गायकवाड़ को शामिल किया गया था। राजेश्वरी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच विकेट लेकर एकता को रिप्लेस किया। लेकिन सेमीफाइनल में राजेश्वरी केवल एक विकेट ले सकीं थीं। ऐसे में टीम इंडिया फिर से एकता पर विश्वास जता सकती है।

क्रिकेटर परविंदर अवाना को पांच लोगों ने पीटा, पुलिस जांच में जुटी

क्रिकेटर परविंदर अवाना के साथ मारपीट की खबर है। खबर के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा में उनको पांच लोगों ने पीटा। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। 31 साल के अवाना इंडियन प्रीमियर लीग में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेलते हैं। वह नोएडा के ही रहने वाले हैं। वह मीडियम फास्ट बॉलर हैं।

यह मारपीट क्यों हुई? इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है।

अवाना के साथ पहली बार ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। इससे पहले मार्च 2014 में नोएडा में ही एक पुलिसवाले से उनकी लड़ाई हो गई थी। पार्किंग को लेकर हुए विवाद के बाद पुलिसवाले ने अवाना को पीटा था।

अवाना ने उस पुलिसवाले के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं करवाई थी। लेकिन उसको सस्पेंड कर दिया गया था।

परविंदर ने 2012 में इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा। उनका पहला मैच इंग्लैंड के खिलाफ था। परविंदर दिल्ली के लिए भी खेल चुके हैं। आईपीएल की बात करें तो पिछले दो संस्करण में उनको एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला है।

परविंदर ने अपना फर्स्ट क्लास 2007 में शुरू किया। तब वह हिचामल प्रदेश के लिए खेलते थे। उन्होंने फर्स्ट क्लास के कुल 62 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 191 विकेट लिये।

महिला विश्व कप 2017: न्यूजीलैंड को 186 रन से हराकर सेमीफाइनल में पहुंचा भारत

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने शनिवार को अपने हरफनमौला प्रदर्शन के दम पर न्यूजीलैंड को 186 रनों से हराकर विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बना ली है, जहां उसका सामना आस्ट्रेलिया से होगा।

भारत ने पहले कप्तान मिताली राज (109) के बेहतरीन शतक की मदद से न्यूजीलैंड के सामने 266 रनों की चुनौती रखी और फिर अपने गेंदबाजों के उम्दा खेल की बदौलत कीवी महिला खिलाडियों को 25.3 ओवरों में 79 रनों पर ढ़ेर कर दिया।

एमी सैदरवेट (26) को छोड़कर कोई अन्य बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों के आगे नहीं टिक सकी। पांच रन पर कप्तान सूजी बेट्स (1) का विकेट गंवाने वाली कीवी टीम लगातार अंतराल पर विकेट गंवाती रही और अंतत: 79 रनों पर ढेर हो गई।

भारत की ओर से राजेश्वरी गायकवाड ने 15 रन देकर पांच विकेट लिये। दीप्ति शर्मा को दो विकेट मिले। शिखा पांडे, पूनम यादव और झूलन गोस्वामी ने भी एक-एक विकेट लिये।

इससे पहले, भारत ने बल्लेबाजी का आमंत्रण मिलने पर निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट खोकर 265 रन बनाए।

मिताली का यह इस विश्व कप में पहला और कुल छठा शतक है। उन्होंने 123 गेंदों में 11 चौकों की मदद से शतकीय पारी खेली। उनके अलावा हरमनप्रीत कौर ने 60 तथा वेदा कृष्णामूर्ति ने 43 गेंदों में 70 रनों की तेज तर्रार पारी खेलते हुए टीम को मजबूती प्रदान की।

भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उसने 21 रनों पर ही अपने दो अहम विकेट खो दिए। पिछले मैच में आस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक लगाने वाली पूनम राउत चार रनों के निजी स्कोर पर आउट हुई। वहीं, सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना एक बार नाकाम रहीं और महज 13 रन ही बना सकी।

पहला सेमीफाइनल भारत तथा आस्ट्रेलिया के बीच होगा, जबकि दूसरे सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका का सामना इंग्लैंड से होगा। पहला मैच डर्बी और दूसरा मैच टांटन में होगा।