खेल

विजेंदर सिंह ने जुल्पिकार मैमैतियाली को हराकर जीता डब्ल्यू बी ओ मिडिलवेट खिताब

भारत के शीर्ष पेशेवर मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने चीन के जुल्पिकार मैमैतियाली को डब्ल्यू बी ओ मिडिलवेट चैंपियनशिप में शिकस्त दे दी है।

बीजिंग ओलम्पिक-2008 में कांस्य पदक जीतने वाले विजेंदर ने जुल्पिकार को उनके करियर की दूसरी हार का स्वाद चखाया। विजेंदर ने 10 राउंड तक चले रोचक मुकाबले में विपक्षी खिलाड़ी को मात दी।

हालांकि अंकों के लिहाज से तो मुकाबला बराबर रहा, लेकिन तीनों मैच रेफरियों नें एकमत होकर विजेंदर को विजेता घोषित किया।

जुल्पिकार ने अब तक 10 में से 8 मैच जीते हैं। दोनों खिलाड़ियों के बीच यह डबल खिताबी मुकाबला था।

इस मुकाबले में डब्ल्यू बी ओ एशिया पैसिफिक सुपर मिडिलवेट चैम्पियन विजेंदर और डब्ल्यू बी ओ ओरिएंटल सुपर मिडिलवेट चैम्पियन जुल्पीकार के मौजूदा खिताब दांव पर थे।

बैटलग्राउंड एशिया के नाम से मशहूर इस खिताबी भिडंत में विजेंदर ने डब्ल्यू बी ओ एशिया पैसिफिक सुपर मिडिलवेट खिताब अपने नाम किया।

राहुल द्रविड़ ने नेशनल टीम का बैटिंग एडवायजर बनने से मना कर दिया

सुप्रीम कोर्ट द्वारा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की देखरेख के लिए गठित प्रशासकों की समिति (सीओए) के अध्यक्ष विनोद राय ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने विदेशी दौरों (टेस्ट) के दौरान राष्ट्रीय टीम का बल्लेबाजी सलाहकार बनने से इनकार कर दिया है, जबकि जहीर खान के गेंदबाजी सलाहकार को लेकर फैसला अभी तक नहीं हुआ है।

विनोद राय के मुताबिक, द्रविड़ ने खुद ही पद लेने से मना कर दिया है। द्रविड़ ने इसकी वजह इंडिया-ए और अंडर-19 टीम के मुख्य कोच की भूमिका को बताया है। हालांकि उन्होंने कहा है कि वह मुख्य कोच रवि शास्त्री के कहने पर राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में सीनियर टीम के शिविर के दौरान उपलब्ध रहेंगे।

बीसीसीआई की बैठक होने के बाद विनोद राय ने संवाददाताओं से कहा, ''द्रविड़ के करार को लेकर मामला पूरी तरह से सुलझा लिया गया है। उनका दो साल का करार है इसलिए उन्होंने कहा है कि वह सीनियर टीम के विदेशी दौरों के समय पर उपलब्ध नहीं रहेंगे।''

विनोद राय ने साथ ही कहा कि सीओए और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) जहीर खान के इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टीम दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ मौजूदा करार और भारतीय टीम के प्रस्तावित सलाहकार के करार के बीच में सुंतलन बनाने में लगी हुई है।

विनोद राय के मुताबिक, ''इससे पहले, इस तरह का कोई सिस्टम नहीं था। हम इस मामले को सुलझाने की कोशिश में हैं। जहीर भारतीय टीम के साथ सलाहकार नियुक्त किए जाने की योजना में हैं, लेकिन हम उन्हें तभी अपने साथ जोड़ सकते हैं जब एक करार होगा।''

विनोद राय ने कहा, ''हम जहीर से यह नहीं कह सकते की हम आपके साथ तीन महीने या तीन सप्ताह का करार करेंगे। हमें उनके आईपीएल करार और चैनलों के साथ किए गए करार के बारे में भी सोचना होगा।''

विनोद राय ने कहा, ''यह मामला तभी सुलझाया जा सकता है जब संबंधित व्यक्ति से बात की जाएगी। हमने राहुल और जहीर दोनों से बात कर ली है।''

बीसीसीआई ने 15 जुलाई को सहायक कोचों को लेकर चार सदस्यीय समिति का गठन किया था। इस समिति में बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सी के खन्ना, कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी, सीओए के सदस्य डायना इडुल्जी और बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राहुल जौहरी शामिल हैं। द्रविड़ और जहीर को सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वी वी एस लक्ष्मण की तीन सदस्यीय क्रिकेट सलाहकार समिति (सी ए सी) ने टीम के बल्लेबाजी सलाहकार और गेंदबाजी सलाहकार नियुक्त करने की सिफारिश की थी।

लेकिन रवि शास्त्री अपने पसंदीदा लोगों को सहयोगी स्टाफ में चाहते थे और इसी कारण बीसीसीआई ने रवि शास्त्री की पसंद भरत अरुण को टीम का गेंदबाजी कोच नियुक्त किया और संजय बांगर को सहायक कोच।

बीसीसीआई ने कहा कि उन्हें सीएसी पर पूरा भरोसा है और बोर्ड ने किसी भी तरह से सीएसी का अपमान नहीं किया। विनोद राय ने कहा, ''वह काफी व्यस्त लोग हैं और उनकी मंशा सिर्फ एक अच्छा कोच नियुक्त करने की थी। सीएसी को मुख्य कोच चुनने का अधिकार है। बोर्ड के सीईओ और कार्यकारी सचिव बैठक मैं मौजूद थे और इन तीनों ने रवि शास्त्री के नाम पर सहमति दी थी।''

विनोद राय के मुताबिक, ''हालांकि सीएसी ने जहीर और द्रविड़ के नाम सलाहकार के तौर पर सुझाए और सीईओ तथा सचिव को इसके बारे में पता था। इसलिए बीसीसीआई की पहली प्रेस विज्ञप्ति में यह बात कही गई थी कि इन्हें नियुक्त किया गया है। विनोद राय ने कहा कि बीसीसीआई को सीएसी पर पूरा भरोसा है।

महिला क्रिकेट विश्व कप में इन खिलाडियों से है भारत को उम्मीद

महिला क्रिकेट विश्व कप 2017 के दूसरे सेमीफाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 36 रनों से हराकर फाइनल में जगह पक्की कर ली। रविवार (23 जुलाई) को इंग्लैंड के लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान में होने वाले फाइनल में भारत का मुकाबला इंग्लैंड से होगा।

भारतीय क्रिकेट टीम को फाइनल में पहुंचने के लिए सात मैच खेलने पड़े। भारतीय टीम पांच मैच जीती और दो हारी। भारतीय टीम के यहां तक के सफर में हर बार किसी न किसी खिलाड़ी ने अपने चमकदार प्रदर्शन से टीम को जीत दिलायी है। रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले फाइनल में भारत को अपने जिन खिलाडियों से बड़ी उम्मीद है, उन खिलाडियों पर एक नज़र डालते है।

वेदा कृष्णमूर्ति भले ही टूर्नामेंट में 5 मैचों में 118 रन ही बना सकी है। मगर न्यूजीलैंड के खिलाफ 15 जुलाई को खेले गए अहम मुकाबले में वेदा ने महज 45 गेंदों में 70 रन की पारी खेली थी। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 155.55 का रहा। साथ ही उन्होंने 7 चौके और 2 छक्के भी जड़े थे।

वहीं बात अगर सेमीफाइनल मुकाबले की करें तो वेदा ने महज 10 गेंदों में 16 रन बनाए। इससे साफ नजर आ रहा है कि वेदा शानदार फॉर्म में हैं और उनमें किसी भी पल मैच बदलने का माद्दा है।

हालांकि वेदा कृष्णमूर्ति छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरती हैं ऐसे में उनके पास स्थिति को समझने के लिए ज्यादा गेंदें खराब करने का मौका भी नहीं रहता। ऐसे में वेदा ने पिछली दो पारियां जिस कदर खेली हैं। उसके चलते भारत वेदा पर भरोसा जता सकता है।

दीप्ति शर्मा टीम इंडिया के लिए शानदार आलराउंडर साबित हो रही हैं। दीप्ति ने 8 मैचों की 7 पारियों में 202 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 78 रहा। दीप्ति इस टूर्नामेंट में कुल दो अर्धशतक जड़ चुकी हैं। वहीं बात अगर गेंदबाजी की करें तो दीप्ति टूर्नामेंट में इस वक्त चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने 4.57 की इकॉनमी के साथ 12 विकेट झटके हैं। दीप्ति ने सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के 3 अहम विकेट भी झटके थे।

भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज इस विश्व कप के दौरान महिला वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी बन गई हैं। मिताली छह हजार रन से अधिक रन बनाने वाली पहली महिला क्रिकेटर भी बन गई हैं। भारतीय महिला क्रिकेट टीम में 18 सालों से मिताली अहम किरदार में रही हैं। वो विश्व कप के आठ मैचों में 392 रन बना चुकी हैं। गुरुवार (20 जुलाई) को ऑस्ट्रेलिया के साथ हुई सेमीफाइनल में उन्होंने 36 रनों की अहम पारी खेली थी। फाइनल में उनसे देश को बड़ी आशा होगी।

सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया पर जीत की नायिका हरमनप्रीत कौर रहीं। ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ नाबाद 171 रन बनाकर पूरे देश का दिल जीत लिया। हरमनप्रीत ने केवल 115 गेंदों पर 20 चौकों और सात छक्के की मदद से अपनी टीम को 42 ओवरों में चार विकेट पर 281 के कुल स्कोर पर पहुंचा दिया। बारिश के कारण देर से शुरू हुए मैच में भारतीय टीम 36 रन से जीत गई और हरमनप्रीत कौर प्लेयर ऑफ मैच चुनी गईं। उनसे रविवार को होने वाले फाइनल में भी सबको बड़ी उम्मीद रहेगी।

भारतीय टीम की स्पिनर एकता बिष्ट ने इस विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ हुए मैच में पांच विकेट लेकर टीम को जीत दिलाई थी। एकता ने विश्व कप के छह मैचों में नौ विकेट लिए हैं। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में उनकी जगह राजेश्वरी गायकवाड़ को शामिल किया गया था। राजेश्वरी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच विकेट लेकर एकता को रिप्लेस किया। लेकिन सेमीफाइनल में राजेश्वरी केवल एक विकेट ले सकीं थीं। ऐसे में टीम इंडिया फिर से एकता पर विश्वास जता सकती है।

क्रिकेटर परविंदर अवाना को पांच लोगों ने पीटा, पुलिस जांच में जुटी

क्रिकेटर परविंदर अवाना के साथ मारपीट की खबर है। खबर के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा में उनको पांच लोगों ने पीटा। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। 31 साल के अवाना इंडियन प्रीमियर लीग में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेलते हैं। वह नोएडा के ही रहने वाले हैं। वह मीडियम फास्ट बॉलर हैं।

यह मारपीट क्यों हुई? इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है।

अवाना के साथ पहली बार ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। इससे पहले मार्च 2014 में नोएडा में ही एक पुलिसवाले से उनकी लड़ाई हो गई थी। पार्किंग को लेकर हुए विवाद के बाद पुलिसवाले ने अवाना को पीटा था।

अवाना ने उस पुलिसवाले के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं करवाई थी। लेकिन उसको सस्पेंड कर दिया गया था।

परविंदर ने 2012 में इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा। उनका पहला मैच इंग्लैंड के खिलाफ था। परविंदर दिल्ली के लिए भी खेल चुके हैं। आईपीएल की बात करें तो पिछले दो संस्करण में उनको एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला है।

परविंदर ने अपना फर्स्ट क्लास 2007 में शुरू किया। तब वह हिचामल प्रदेश के लिए खेलते थे। उन्होंने फर्स्ट क्लास के कुल 62 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 191 विकेट लिये।

महिला विश्व कप 2017: न्यूजीलैंड को 186 रन से हराकर सेमीफाइनल में पहुंचा भारत

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने शनिवार को अपने हरफनमौला प्रदर्शन के दम पर न्यूजीलैंड को 186 रनों से हराकर विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बना ली है, जहां उसका सामना आस्ट्रेलिया से होगा।

भारत ने पहले कप्तान मिताली राज (109) के बेहतरीन शतक की मदद से न्यूजीलैंड के सामने 266 रनों की चुनौती रखी और फिर अपने गेंदबाजों के उम्दा खेल की बदौलत कीवी महिला खिलाडियों को 25.3 ओवरों में 79 रनों पर ढ़ेर कर दिया।

एमी सैदरवेट (26) को छोड़कर कोई अन्य बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों के आगे नहीं टिक सकी। पांच रन पर कप्तान सूजी बेट्स (1) का विकेट गंवाने वाली कीवी टीम लगातार अंतराल पर विकेट गंवाती रही और अंतत: 79 रनों पर ढेर हो गई।

भारत की ओर से राजेश्वरी गायकवाड ने 15 रन देकर पांच विकेट लिये। दीप्ति शर्मा को दो विकेट मिले। शिखा पांडे, पूनम यादव और झूलन गोस्वामी ने भी एक-एक विकेट लिये।

इससे पहले, भारत ने बल्लेबाजी का आमंत्रण मिलने पर निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट खोकर 265 रन बनाए।

मिताली का यह इस विश्व कप में पहला और कुल छठा शतक है। उन्होंने 123 गेंदों में 11 चौकों की मदद से शतकीय पारी खेली। उनके अलावा हरमनप्रीत कौर ने 60 तथा वेदा कृष्णामूर्ति ने 43 गेंदों में 70 रनों की तेज तर्रार पारी खेलते हुए टीम को मजबूती प्रदान की।

भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उसने 21 रनों पर ही अपने दो अहम विकेट खो दिए। पिछले मैच में आस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक लगाने वाली पूनम राउत चार रनों के निजी स्कोर पर आउट हुई। वहीं, सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना एक बार नाकाम रहीं और महज 13 रन ही बना सकी।

पहला सेमीफाइनल भारत तथा आस्ट्रेलिया के बीच होगा, जबकि दूसरे सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका का सामना इंग्लैंड से होगा। पहला मैच डर्बी और दूसरा मैच टांटन में होगा।

बीसीसीआई ने की घोषणा: रवि शास्त्री हेड कोच, राहुल द्रविड़ बल्लेबाज कोच और जहीर खान गेंदबाज कोच

टीम इंडिया के मुख्य कोच की खोज को लेकर चल रहा संस्पेस मंगलवार रात होते होते खत्म हो गया। बीसीसीआई ने आखिरकार टीम इंडिय के कोच की घोषणा कर दी है।

पीटीआई के अनुसार, बीसीसीआई ने आखिरकार रवि शास्त्री को ही बतौर हेड कोच टीम इंडिया की कमान दी है। रवि शास्त्री के साथ राहुल द्रविड़ को बतौर बल्लेबाज कोच और जहीर खान को गेंदबाज कोच बनाया गया है। राहुल विदेशी दौरे में विशेष रूप से अपनी सेवाएं देंगे।

रवि शास्त्री इससे पहले भी बतौर टीम डायरेक्टर टीम से जुड़े रहे हैं। उनके बाद अनिल कुंबले को टीम इंडिया का कोच बनाया गया था जिन्होंने एक साल का अपना कार्यकाल पूरा होने से कुछ समय पहले ही कप्तान कोहली से अनबन के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

इससे पहले भी मीडिया में खबर आई थी कि रवि शास्त्री को कोच के तौर पर चुन लिया गया है हालांकि बाद में बीसीसीआई ने इस पर सफाई देते हुए कहा था कि फिलहाल नए कोच को लेकर फैसला नहीं हो पाया है।

बीसीसीआई ने कहा, टीम इंडिया के कोच पर अब तक नहीं हुआ फैसला

टीम इंडिया के मुख्य कोच का चयन अब तक नहीं हो पाया है। बीसीसीआई ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि फिलहाल नए कोच को लेकर फैसला नहीं हो पाया है।

सीएसी अब तक इस पर बातचीत कर रही है। इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि रवि शास्त्री को टीम इंडिया का मुख्य कोच चुन लिया गया है।

बीसीसीआई के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी ने प्रेस वार्ता में कहा कि हमें उन बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए जो झूठ हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि वह यह नहीं बता सकते कि कब कोच का नाम घोषित किया जाएगा?

अमिताभ चौधरी ने कहा कि सीएसी सदस्य इस बारे में बातचीत कर रहे हैं और वह कोई भी फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं। हम इस मुद्दे को लेकर काफी संवेदनशील हैं। इस पद की दौड़ में वीरेंद्र सहवाग, रवि शास्त्री, टॉम मूडी, रिचर्ड पायबस, लालचंद राजपूत शामिल हैं।

10 जुलाई को कोच चुनने के लिए नियुक्त क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (सीएसी) ने उम्मीदवारों का इंटरव्यू लिया था। इस दौरान सचिन तेंदुलकर, एक सीएसी सदस्य के अलावा ज्यादातर सदस्य स्काइप से जुड़े हुए थे। सिर्फ वीरेंद्र सहवाग व्यक्तिगत तौर पर इंटरव्यू देने पहुंचे थे। जिन उम्मीदवारों ने कोच पद के लिए प्रेजेंटेशन दी, उनमें रवि शास्त्री, टॉम मूडी, वीरेंद्र सहवाग, रिचर्ड पायबस और लालचंद राजपूत थे।

इंग्लैंड के ऑलराउंडर डैरेन स्टीवंस के हेलमेट के परखच्चे उड़ गए

इंग्लिश क्रिकेटर डैरेन स्टीवंस को सिर में बाउंसर गेंद लगने के बाद हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। घटना उस दौरान घटी, जब काउंटी चैंपियनशिप में कैंट और नॉटिंघमशायर टीमों के बीच मैच खेला जा रहा था।

खबर के अनुसार,  स्टीवंस के सिर के अंदरूनी हिस्से में चोट लगी है, साथ ही उन्हें तेज सिरदर्द होने की भी खबरे हैं। घटना मैच की दूसरी पारी के दौरान घटी।

रिपोर्ट के अनुसार, मैच की दूसरी पारी में 31 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे स्टीवंस को गेंदबाज हैरी गर्ने ने बाउंसर गेंद फेंकी जो उनके सिर के पिछले हिस्से में जाकर लगी। गेंद की गति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उनका हेलमेट भी बाउंसर से बुरी तरह टूट गया।

हालांकि शुरुआत में स्टीवंस ने चोट को नजरअंदाज किया और दोबारा बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर आ गए। लेकिन सात बॉल खेलने के बाद उन्होंने शिकायत की कि उन्हें गेंद साफ दिखाई नहीं दे रही। इसके बाद उन्होंने तुरंत मैच बीच में छोड़ दिया और सिर की जांच के लिए स्टीवंस को हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां बयान जारी कर बताया कि स्टीवंस उस मैच में आगे हिस्सा नहीं लेंगे, साथ ही अगले कुछ मैचों में उन्हें आराम देने की बात कही गई है।

मामले में स्टीवंस के कोच मेट वॉकर ने कहा, ''डैरेन अभी भी पूरी तरह से स्वस्थ्य नहीं है। सिर के अंदरूनी हिस्से में चोट के चलते उन्हें आराम की सलाह दी गई है। उनकी बांई आंख में दृष्टि से जुड़ी परेशानी है। हालांकि उन्हें जल्द ही हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी जाएगी, लेकिन वो अभी पूरी तरह से स्वस्थ्य नहीं है।''

वहीं दूसरी तरफ स्टीवंस को बाउंस फेंकने वाले गेंदबाज हैरी गर्ने ने इसके लिए दुख जताया है। उन्होंने कहा कि हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं और लंबे समय तक हमारी दोस्ती कायम रहेगी।

बता दें कि स्टीवंस 273 फर्स्ट क्लास मैच खेल चुके हैं। साथ ही 400 विकेट लेने से महज 3 विकेट दूर हैं। इंग्लैंड के घरेलू क्रिकेट में उनके दबदबे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि स्टीवंस अबतक 14,000 रन बना चुके हैं।

बीसीसीआई जल्द लागू करेगी लोढ़ा समिति की सिफारिशें

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सोमवार को हुई विशेष आम बैठक में लोढ़ा समिति की सिफारिशें जल्द से जल्द लागू करने के लिए एक समिति गठित करने का फैसला किया है। यह समिति 'एक राज्य-एक वोट', 70 साल की आयु सीमा, चयन समिति में सदस्यों की संख्या तीन से बढ़ाकर पांच या उससे अधिक करने जैसे मुद्दे भी देखेगी। अगले दो-तीन दिन में समिति अपना काम शुरू कर देगी और एक पखवाड़े के अंदर अपनी पहली रिपोर्ट देगी।

बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, ''सर्वोच्च न्यायालय का आदेश लागू करना सुनिश्चित करने के लिए बीसीसीआई एक समिति गठित करेगी। मंगलवार को पांच-छह सदस्यों वाली समिति गठित की जाएगी जो सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का पालन जल्द से जल्द कराने के कार्य की देखरेख करेगी।''

विशेष आम बैठक में पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय श्रृंखलाएं खेलने के मुद्दे पर भी विचार-विमर्श किया गया। इस दिशा में हुई प्रगति के संबंध में पूछे जाने पर चौधरी ने कहा कि स्थितियां अभी वैसी ही बनी हुई हैं और सरकार की अनुमति मिलने के बाद ही किसी दौरे की संभावना बन सकेगी।

चौधरी ने कहा, ''बीसीसीआई द्वारा 2014 में किए गए समझौते के आधार पर हमने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) से मुलाकात की है। यह जरूरी भी थी। हमारा पक्ष अभी भी वही है। सरकार की इजाजत मिलने के बाद ही किसी दौरे की संभावना बनेगी।''

राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) के निलंबन के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। बीसीसीआई की सोमवार को हुई इस बैठक में पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन ने भी हिस्सा लिया।

रन आउट, डीआरएस समेत क्रिकेट में कई नियम बदले गए

अब अगर क्रिकेट मैदान पर खिलाड़ियों ने हिंसा, दुर्व्यवहार या कोई ओझी हरकत की तो अंपायर उन्हें बाहर भेज सकता है। आईसीसी की मुख्य कार्यकारी समिति ने इस हफ्ते लंदन में आयोजित वार्षिक सम्मेलन में भारत के अनिल कुंबले की अगुआई वाले पैनल की सिफारिशों को मंजूरी दे दी है।

आईसीसी ने यह भी फैसला किया है कि अगर बॉलिंग टीम डीआरएस के तहत एलबीडब्लू की अपील करती है और इस दौरान अंपायर का फैसला गलत निकलता है तो उसका डीआरएस बरकरार रहेगा। डीआरएस का इस्तेमाल अब टी20 क्रिकेट में भी होगा।

आईसीसी द्वारा अपनाए जाने वाले कानूनों में अन्य प्रमुख बदलाव इस प्रकार हैं- अब बल्ले की गहराई और कोर को आईसीसी के मुताबिक ही रखा जाएगा। इसके अलावा अगर बल्लेबाज का बल्ला रनिंग करते हुए या डाइव मारते समय क्रीज के अंदर है, लेकिन उठा हुआ है, तब उसे आउट नहीं दिया जाएगा। आईसीसी के ये सारे नियम 1 अक्टूबर से लागू होंगे।

मार्च में एमसीसी के क्रिकेट प्रमुख जान स्टीफनसन ने कहा था, ''समय आ गया है कि खिलाड़ियों के खराब बर्ताव के लिए सजा लागू की जाए और शोध बताते हैं कि जमीनी स्तर पर उभरते हुए अंपायर इसके कारण खेल से दूर हो रहे हैं।''

उन्होंने कहा था, ''उम्मीद करते हैं कि ये सजाएं अनुशासनात्मक मामलों से निपटने के लिए उन्हें अधिक आत्मविश्वास देंगी और साथ ही खिलाड़ियों को ऐसा करने से रोकने का काम करेंगी।''

रन आउट के संदर्भ में एमसीसी ने बयान में कहा था, ''अगर बल्ला (हाथ में पकड़ा हुआ) या बल्लेबाज का कोई भी अंग क्रीज को पार करके जमीन को छूता है और विकेट गिराए जाने के दौरान अगर यह संपर्क टूट जाता है तो बल्लेबाज को रन आउट होने से बचाव मिलेगा अगर वह दौड़ या कूद लगा रहा .... रही है और विकेट की ओर जा रहे हैं।'' वहीं गलत बर्ताव पर एमसीसी ने ये जानकारी दी थी:

लेवल 1: इसके तहत अत्यधिक अपील और अंपायर के फैसले पर आपत्ति जताना शामिल है। पहले आधिकारिक चेतावनी दी जाएगी और फिर लेवल एक के दूसरे अपराध पर विरोधी टीम को पांच पेनल्टी रन दिए जाएंगे।
लेवल 2: खिलाड़ी की तरफ गेंद फेंकना या खेल के दौरान जानबूझकर विरोधी से शारीरिक संपर्क। इसके तहत विरोधी टीम को तुरंत पांच पेनल्टी रन दिए जाएंगे।
लेवल 3: अंपायर को डराना या किसी अन्य खिलाड़ी, टीम अधिकारी या दर्शक को मारने की धमकी देना। इसके तहत विरोधी टीम को पांच पेनल्टी रन मिलेंगे और दोषी खिलाड़ियों को मैच के प्रारूप के आधार पर तयशुदा ओवरों के लिए मैदान से बाहर कर दिया जाएगा।
लेवल 4: अंपायर को धमकाना या मैदान पर कोई भी हिंसक काम करना। पांच पेनल्टी रन और बाकी मैच के लिए दोषी खिलाड़ी मैच से बाहर। अगर अपराध के समय खिलाड़ी बल्लेबाजी कर रहा होगा तो उसे रिटायर्ड आउट माना जाएगा।