खेल

पूर्व कैग विनोद राय बीसीसीआई के प्रशासक नियुक्त

भारत के सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई में चार प्रशासकों की नियुक्ति की। इसमें पूर्व नियंत्रक व महालेखा परीक्षक (कैग) विनोद राय को बीसीसीआई का प्रशासक नियुक्त किया गया है। इस समिति में इतिहासकार रामचंद्र गुहा, आईडीएफसी के अधिकारी विक्रम लिमये, महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान डायना इडुलजी भी शमिल है।

बीसीसीआई के अमिताभ चौधरी और विक्रम लिमये फरवरी के पहले सप्ताह में होने वाली आईसीसी की बैठक में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व करेंगे।

सुप्रीम कोर्ट ने मंत्रियों और सरकारी अधिकारियों को बीसीसीआई में कोई भी पद ग्रहण करने से वंचित करने संबंधी पहले सुनाए गए अपने निर्णय का हवाला दिया। बीसीसीआई के अनिरूद्ध चौधरी आईसीसी की बैठक में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व करने वाले तीसरे सदस्य होंगे।

सुप्रीम कोर्ट ने खेल मंत्रालय के सचिव को एक प्रशासक नियुक्त करने का केन्द्र का अनुरोध ठुकरा दिया है।

इस मामले में 24 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया था कि 70 साल से ज्यादा उम्र के प्रशासकों की नियुक्ति नहीं होगी। कोर्ट ने कहा था कि अदालत जिन प्रशासकों की नियुक्ति करेगी, वह बीसीसीआई में अगले चुनावों के होने तक ही काम करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई से भी प्रशासकों के लिए सीलबंद लिफाफे में नाम मांगे थे।

इस मामले में पेश हुए अटॉर्नी जनरल (एजी) मुकुल रोहतगी ने प्रशासकों की नियुक्ति का विरोध किया था। उन्‍होंने कहा था कि दो हफ्ते तक प्रशासक नियुक्त नहीं किए जाएं।

बीसीसीआई में सुधारों को लेकर सुप्रीम कोर्ट सख्‍त रुख अख्तियार कर चुका है। कोर्ट ने बीसीसीआई से साफ कहा था कि उसे लोढ़ा कमेटी के सुधार लागू करने ही होंगे।

शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि हमारा वक़्त बर्बाद न करें और जस्टिस लोढ़ा कमेटी की मानें।

इंग्लैंड को हरा भारत पांच रन से जीता

भारत के नागपुर में सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल के दमदार अर्धशतक के बाद तेज गेंदबाजों आशीष नेहरा और जसप्रीत बुमराह की धारदार गेंदबाजी की बदौलत भारत ने दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में रोमांचक मुकाबले में इंग्लैंड को पांच रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कर दी।

भारत के 145 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड को अंतिम पांच ओवर में सिर्फ 41 रन की दरकार थी, लेकिन नेहरा (28 रन पर तीन विकेट) और बुमराह (20 रन पर दो विकेट) की उम्दा गेंदबाजी के सामने इंग्लैंड टीम छह विकेट पर 139 रन ही बना सकी। इंग्लैंड टीम की ओर से जो रूट और बेन स्टोक्स ने सर्वाधिक 38-38 रन बनाए। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 52 रन भी जोड़े।

इससे पहले भारतीय टीम ने राहुल (71) के जुझारू अर्धशतक और मनीष पांडे (30) के साथ उनकी चौथे विकेट की 56 रन की साझेदारी के बावजूद आठ विकेट पर 144 रन ही बना सकी। राहुल ने 47 गेंद की अपनी पारी में छह चौके और दो छक्के जड़े। जोर्डन इंग्लैंड के सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 22 रन देकर तीन विकेट चटकाए। आफ स्पिनर मोईन अली ने उनका अच्छा साथ निभाते हुए पांच ओवर में सिर्फ 20 रन देकर एक विकेट हासिल किया। सीरीज का निर्णायक तीसरा और अंतिम मैच एक फरवरी को बेंगलुरू में खेला जाएगा।

इंग्लैंड की तरह भारत ने भी गेंदबाजी की शुरुआत स्पिनर से ही कराई जब युजवेंद्र चहल ने पहला ओवर डाला। इस ओवर में सिर्फ दो रन बने, लेकिन इस लेग स्पिनर के अगले ओवर में जेसन राय (10) और सैम बिलिंग्स (12) दोनों ने एक-एक छक्का मारा।

अनुभवी तेज गेंदबाज नेहरा ने हालांकि चौथे ओवर की पहली दो गेंदों पर दोनों सलामी बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया। नेहरा की शार्ट गेंद को पुल करने की कोशिश में बिलिंग्स ने लांग लेग पर बुमराह को कैच थमाया जबकि अगली गेंद राय के बल्ले के ऊपरी किनारा लेकर मिड ऑन पर सुरेश रैना के हाथों में चली गई।

कप्तान इयोन मोर्गन (17) और रूट ने इसके बाद पारी को संभाला। दोनों ने 10 ओवर में टीम का स्कोर दो विकेट पर 65 रन तक पहुंचाया। मोर्गन ने इस दौरान बुमराह पर चौका मारा जबकि रूट ने लेग स्पिनर अमित मिश्रा पर लगातार दो चौके जड़े। मोर्गन हालांकि इसके बाद मिश्रा की आफ स्पिन गेंद पर छक्का जड़ने की कोशिश में मिड विकेट बाउंड्री पर हार्दिक पंडया को आसान कैच दे बैठे। मिश्रा ने अगली गेंद पर बेन स्टोक्स को बोल्ड किया, लेकिन यह नोबाल हो गई। स्टोक्स ने इस जीवनदान का फायदा उठाते हुए रैना की लगातार गेंदों पर चौका और छक्का मारा। बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने चहल पर भी छक्का जड़ा।

इंग्लैंड को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 41 रन की दरकार थी। स्टोक्स ने बुमराह पर चौका जड़ा लेकिन नेहरा ने अगले ओवर में उन्हें पगबाधा कर दिया। उन्होंने 27 गेंद की अपनी पारी में दो चौके और दो छक्के मारे। नेहरा के 17वें ओवर में सिर्फ पांच रन बने जबकि 18वें ओवर में बुमराह ने सिर्फ तीन रन दिए। इंग्लैंड को अंतिम दो ओवर में 24 रन की दरकार थी।

नेहरा के 19वें ओवर में बटलर ने एक चौके और एक छक्के सहित 16 रन जुटाए। इसमें अंतिम गेंद पर कोहली के पास लांग आन पर कैच लपकने का मौका था लेकिन गेंद उनके हाथ से टकराकर छह रन के लिए चली गई। अंतिम ओवर में आठ रन की जरूरत थी। बुमराह ने इसके बाद रूट को अंतिम ओवर की पहली गेंद पर पगबाधा किया लेकिन रीप्ले में दिखा कि गेंद बल्ले से टकराकर पैड पर लगी थी। उन्होंने 38 गेंद का सामना करते हुए दो चौके मारे।

दूसरी गेंद पर मोईन अली (नाबाद 1) ने एक रन बनाया लेकिन अगली गेंद बटलर ने खाली खेली। बटलर (15) चौथी गेंद पर बोल्ड हुए। पांचवीं गेंद पर जोर्डन ने बाई का एक रन लिया। मोईन को अंतिम गेंद पर जीत के लिए छक्का जड़ना था लेकिन बुमराह की गेंद को वह छू भी नहीं सके।

फेडरर ने नडाल को हराकर 18वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीता

फेडरर ने नडाल को 6-4, 3-6,1-6, 4-6, 6-3 से हराते हुए 6 साल बाद ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता। इससे पहले वह 2010 में इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचे थे जहां उन्होंने जीत हासिल की थी।

2010 में उन्होंने मौजूदा नंबर एक खिलाड़ी ब्रिटेन के एंडी मरे को हराया था।

राफेल नडाल ने आखिरी बार 2009 में फेडरर को फाइनल में हराकर खिताब जीता था।

फेडरर ने पहला गेम 6-4 से जीता, लेकिन दूसरा सेट 3-6 से हार गए। पहले सेट के बाद ऐसा लग रहा था कि फेडरर दूसरा सेट भी आसानी से जीत लेंगे, लेकिन नडाल ने शानदार ढंग से खेलते हुए 3-6 से सेट अपने नाम कर लिया।

तीसरे सेट में फेडरर ने वापसी करते हुए 6-1 से नडाल को एकतरफा मात दी और फिर चौथे सेट में नडाल ने 6-3 से जीत कर मुकाबला पांचवें सेट में पहुंचा दिया।

आखिरी सेट में पहले नडाल 3-1 आगे चल रहे थे, लेकिन फेडरर ने वापसी करते हुए नडाल को 6-3 से हराकर 18वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीत लिया।

इंग्लैंड ने भारत से पहला ट्वेंटी20 मैच जीता

इयोन मोर्गन के अर्धशतक की मदद से इंग्लैंड ने भारत से पहला ट्वेंटी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच सात विकेट से जीतकर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की शुरुआती बढ़त बना ली है।

भारत के उत्तर प्रदेश के कानपुर में खेले गए मैच में भारतीय बल्लेबाजी अपने रंग में नजर नहीं आई। भारत की शुरुआत काफी खराब रही। हालांकि विराट कोहली और सुरेश रैना ने कुछ अच्छे शॉट जमाए, लेकिन भारत नियमित अंतराल पर विकेट गंवाता रहा।

आज भारत क्रिकेट टीम ने प्रभावी साझेदारियां नहीं की। युवराज सिंह (12), सुरेश रैना (34) और मनीष पांडे (3) के विकटों ने भारत की रन गति में ब्रेक लगा दिया। लगातार गिरते विकटों के चलते दूसरी छोर पर खड़े एमएस धौनी भी बड़े शॉट्स लगाने में नाकाम रहे जिसकी वजह से भारत बड़ा स्कोर नहीं खड़ा कर पाया।

इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों को हर समय परेशानी में डाला। उन्होंने भारतीय बल्लेबाजों की शॉर्ट बॉल को बेहतर तरीके से ना खेलने की पुरानी कमी का फायदा उठाया। भारतीय बल्लेबाज केएल राहुल, युवराज सिंह और हार्दिक पंड्या शॉर्ट बॉल पर ही आउट हुए। लगातार विकेट गिरने से भारत रफ्तार नहीं पकड़ सका और सिर्फ 147 रन ही बना पाया।

इंग्लैंड की ओर से सबसे शानदार गेंदबाजी मोईन अली ने की। उसने भारतीय बल्लेबाजों को उलझाए रखा और समय-समय पर विकेट भी लिए। उन्होंने विराट कोहली जैसा कीमती विकेट भी लिया जो कि शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे।

वैसे देखा जाए तो ऑफ स्पिनर की टी20 मैच में पिटाई होती है, लेकिन मोईन अली ने फिरकी में भारतीय बल्लेबाजों को फंसा दिया और चार ओवर के अपने कोटे में 21 रन देकर दो विकेट हासिल किए।

भारतीय दौरे पर हार से बेजार इंग्लैंड की गाड़ी जीत की पटरी पर लौटती दिख रही है। इसका पूरा श्रेय इयोन मोर्गन को जाता है। उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 51 रन जड़े। उन्होंने यह पारी सिर्फ 38 गेंदों में खेली जिसमें चार छक्के व एक चौका शामिल है।

मोर्गन की इस पारी की बदौलत भारतीय गेंदबाजी बैकफुट पर आ गई और उसके बाद जो रूट ने मोर्चा संभाला। वो इंग्लैंड को जिता कर ही वापस लौटे। उन्होंने नॉट आउट रहते हुए 46 रन बनाए जिसमें चार चौके शामिल थे।

भारतीय पेसर आज पूरी तरह नाकाम रहे और शुरू में उन्होंने जबरदस्त मार खाई। इसी कारण भारत लय नहीं पकड़ सका। आशीष नेहरा, जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पंडया ने मिलकर 8.1 ओवर गेंदबाजी की जिसमें 69 रन बने।

पहले ही स्कोर कम था और शुरू में ज्यादा पिटाई होने से भारतीय स्पिनर भी कुछ नहीं कर सके और इंग्लैंड टीम आसानी से विजेता बन गई।

अमला 100वें टेस्ट में सेन्चुरी लगाने वाले दुनिया के 8वें खिलाड़ी

दक्षिण अफ्रीका के स्टार बल्लेबाज हाशिम अमला ने अपने 100वें टेस्ट मैच में ऐसा कारनामा कर दिखाया है जो आज तक कोई भारतीय क्रिकेटर भी नहीं कर पाया। अमला ने 100वें टेस्ट मैच में 16 चौकों की मदद से सेंचुरी लगाई।

अमला और जेपी डुमिनी (155 रन) के साथ तीसरे विकेट की भागीदारी की बदौलत गुरुवार को श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट के पहले दिन स्टंप तक तीन विकेट पर 338 रन बनाकर शानदार शुरुआत की। अमला 124 रन बनाकर क्रीज पर डटे हैं। जेपी डुमिनी ने 155 रन बनाकर शतक जड़ा और इस जोड़ी ने तीसरे विकेट के लिए 292 रन की पार्टनरशिप निभायी।

अमला अपने 100वें टेस्ट में सेंचुरी लगाने का कारनामा करने वाले दुनिया के चुनिंदा क्रिकेटर्स की लिस्ट में शामिल हो गए हैं। वो 100 टेस्ट में सेंचुरी बनाने वाले दुनिया के 8वें क्रिकेटर बने।

इस लिस्ट में इंग्लैंड के कोलिन काउड्री, पाकिस्तान के जावेद मियांदाद, वेस्टइंडीज के गॉर्डन ग्रीनिज, इंग्लैंड के एलेक स्टीवर्ट, पाकिस्तान के इंजमाम-उल-हक, ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग और दक्षिण अफ्रीका के ग्रेम स्मिथ शामिल हैं।

अमला 100 टेस्ट खेलने वाले द अफ्रीका के 8वें क्रिकेटर बने। 100वें टेस्ट में सेन्चुरी लगाने वाले वो दुनिया के 8वें और साउथ अफ्रीका के दूसरे क्रिकेटर बने। ये उनके टेस्ट करियर की 26वीं सेंचुरी है। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान के इंजमाम उल हक को पीछे छोड़ दिया। अब वो टेस्ट में सबसे ज्यादा सेंचुरी लगाने के मामले में वेस्ट इंडीज के गैरी सोबर्स के बराबर हैं।

अमला 124 रन बनाकर क्रीज पर डटे हैं। जेपी डुमिनी ने 155 रन बनाकर शतक जड़ा और इस जोड़ी ने तीसरे विकेट के लिए 292 रन की पार्टनरशिप निभायी। डुमिनी दिन के 89वें ओवर में दूसरी स्लिप में खड़े लाहिरू कुमारा को कैच देकर आउट हुए जिससे इस भागीदारी का अंत हुआ।

अमला को एक बार जीवनदान भी मिला, जब वह पांच रन पर थे। सूरंगा लकमल की गेंद पर धनंजय डि सिल्वा ने गली में उनका कैच छोड़ दिया था। इन दोनों ने तब जिम्मेदारी संभाली जब दोनों सलामी बल्लेबाज स्टीफन कुक (10) और डीन एल्गर (27 रन) छह गेंद के अंदर 45 रन के स्कोर पर पवेलियन लौट गए थे।

खेल मंत्रालय ने आईओए की मान्यता बहाल की

भारतीय खेल मंत्रालय ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) पर तुरंत प्रभाव से निलंबन हटा दिया क्योंकि उसने आलोचनाएं झेलने के बाद सुरेश कलमाड़ी और अभय सिंह चौटाला को आजीवन अध्यक्ष पद से हटाने का फैसला किया।

खेल मंत्रालय ने कहा कि आईओए पर 30 दिसंबर को लगा निलंबन हट रहा है क्योंकि उसने कलमाड़ी और चौटाला को आजीवन अध्यक्ष बनाने की गलती स्वीकार कर ली है।

खेल मंत्रालय ने बयान में कहा कि सरकार ने तुरंत प्रभाव से आईओए की मान्यता पर से निलंबन हटाने का फैसला किया है क्योंकि इसने तुरंत ही कार्रवाई करते हुए अभय सिंह चौटाला और सुरेश कलमाड़ी को आईओए के आजीवन अध्यक्ष बनाने के अपने पहले के फैसले को पलटने का निर्णय किया है।

उन्होंने कहा कि इस फैसले के बाद देश (भारत) में खेल और विकास के व्यापक हित को देखते हुए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), खेल मंत्रालय ने आईओए की मान्यता पर 30 दिसंबर 2016 को लगा निलंबन हटाने का फैसला किया है।

आईओए के अध्यक्ष एन रामचंद्रन ने मंत्रालय के फैसले का स्वागत किया है।

उन्होंने कहा कि अगर मंत्रालय ने निलंबन हटा दिया है तो यह आईओए के लिये अच्छी खबर है। जहां तक मेरा संबंध है, अगर सरकार निलंबन हटाती है तो मैं मंत्रालय का शुक्रगुजार हूं।

सौरभ गांगुली को जान से मारने की धमकी

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को सोमवार को जान से मारने की धमकी मिली है। गांगुली ने खुद इसकी पुष्टि की है।

सौरव गांगुली को मिदनापुर में 19 जनवरी को विद्यासागर यूनिवर्सिटी की अंतर कॉलेज क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग नहीं लेने के लिए कहा गया है।

मिदनापुर के स्थानीय सूत्रों ने बताया कि जेड आलम नाम के किसी व्यक्ति ने गांगुली की मां निरूपा के नाम लेटर लिखकर इस दिग्गज क्रिकेटर को कार्यक्रम से दूर रहने के लिए कहा है। गांगुली को कार्यक्रम में चीफ गेस्ट के रूप में बुलाया गया है।

लेटर में लिखा गया है, 'आपके बेटे को चेतावनी दी जाती है कि वह इस कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लें। अगर उसने यहां आने का दुस्साहस किया तो आप फिर उसका चेहरा नहीं देख पाओगी।'

इसकी पुष्टि करते हुए गांगुली ने कहा, 'मुझे 7 जनवरी को लेटर मिला और मैंने पुलिस और ऑर्गेनाइजर्स को इसकी सूचना दे दी है।' गांगुली को विद्यासागर यूनिवर्सिटी और जिला खेल संघ के संयुक्त प्रयास से आयोजित अंतर कॉलेज क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल के लिए चीफ गेस्ट के रूप में बुलाया गया है।

बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के अध्यक्ष गांगुली ने इस कार्यक्रम में शिरकत करने की बात को खारिज नहीं किया। उन्होंने कहा, ''देखते हैं, अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया है। अगर मैं वहां जाता हूं तो आप सभी को पता चल जाएगा।''

पश्चिम मिदनापुर जिले की एसपी भारती घोष ने कहा कि उन्हें गांगुली को इस तरह से धमकी भरा लेटर मिलने के बारे में जानकारी नहीं है।

उन्होंने कहा, ''हमें इस बारे में सूचित नहीं किया गया है। लेटर के पीछे का मकसद हालांकि पता नहीं चला है।''

विराट कोहली टीम इंडिया के तीनों फॉर्मेट के कप्तान

भारत और इंग्लैंड के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज 15 जनवरी से पुणे में शुरू होनी है। इस सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा हो गई है। मुंबई में शुक्रवार को चयनकर्ताओं ने लंबे डिस्कशन के बाद टीम की घोषणा की।

महेंद्र सिंह धौनी ने कप्तानी छोड़ने का फैसला गुरुवार को ले लिया था। इंग्लैंड के खिलाफ विराट वनडे और टी-20 टीम में कमान संभालेंगे।

तीन-तीन मैचों की वनडे और टी-20 सीरीज के लिए युवराज सिंह की टीम में वापसी हुई है। इसके अलावा टी-20 टीम में सुरेश रैना की भी वापसी हुई है। रिषभ पंत को टी-20 टीम में जगह मिली है।

विराट पहले से ही टेस्ट टीम की कप्तानी कर रहे हैं और अब वो वनडे और टी-20 टीम की भी कमान संभालेंगे।

वनडे के लिए चुनी गई टीम इंडिया
विराट कोहली (कप्तान), महेंद्र सिंह धौनी, के.एल. राहुल, शिखर धवन, मनीष पांडे, केदार जाधव, युवराज सिंह, अजिंक्य रहाणे, हार्दिक पांड्या, आर अश्विन, रविंद्र जडेजा, अमित मिश्रा, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव।

भारतीय टी-20 टीम
विराट कोहली (कप्तान), महेंद्र सिंह धौनी, मनदीप सिंह, के.एल. राहुल, युवराज सिंह, सुरेश रैना, रिषभ पंत, हार्दिक पांड्या, आर अश्विन, रविंद्र जडेजा, यजुवेंद्र चाहल, मनीष पांडे, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, आशीष नेहरा।

धौनी की कप्तानी छोड़ने से सुनील गावस्कर खुश

महेंद्र सिंह धौनी अब भारत के 'कैप्टन कूल' नहीं रह गए हैं। उन्होंने बुधवार को वनडे और टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ दी।

भारत के क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर को खुशी है कि धौनी ने केवल सीमित ओवरों की कप्तानी छोड़ी है और संन्यास नहीं लिया क्योंकि उनका मानना है कि यह विकेटकीपर बल्लेबाज टीम में अभी काफी योगदान दे सकता है।

गावस्कर ने एक न्यूज चैनल पर कहा, ''अगर उन्होंने एक खिलाड़ी के तौर पर भी संन्यास ले लिया होता तो फिर उनकी वापसी के लिए उनके घर के आगे धरने पर बैठने वाला मैं पहला व्यक्ति होता।

एक खिलाड़ी के रूप में वह अब भी विस्फोटक है। वह एक ओवर में मैच का पासा पलट देता है। भारत को एक खिलाड़ी के रूप में उनकी सख्त जरूरत है। मुझे खुशी है कि उन्होंने एक खिलाड़ी के रूप में बने रहने का फैसला किया।''

धौनी ने टी-20 और वनडे टीम की कप्तानी छोड़ी

भारत के सबसे सफल क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने बुधवार को वनडे और टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला लिया। इस तरह से धौनी का गोल्डन एरा भी खत्म हो गया। धौनी टीम सिलेक्शन के लिए मौजूद रहेंगे और विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर टीम से जुड़े रहेंगे।

टीम इंडिया को दो वर्ल्ड कप (2007 टी-20 वर्ल्ड कप, 2011 आईसीसी वर्ल्ड कप) और चैम्पियन्स ट्रॉफी (2013) जिताने वाले धौनी ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज शुरू होने से महज 11 दिन पहले कप्तानी छोड़कर सबको हैरान कर दिया। धौनी के इस फैसले के बाद टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली के सीमित ओवरों की टीम की कमान संभालने का रास्ता भी साफ हो गया है।

कप्तानी छोड़ने की इच्छा जाहिर करते हुए धौनी ने चयन समिति को सूचित किया है कि वह इंग्लैंड के खिलाफ 15 जनवरी से शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे और इतने ही टी-20 मैचों की सीरीज में चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे। धौनी ने वनडे क्रिकेट में अब तक 283 मैचों में 50.89 की बेहतरीन औसत से 9110 रन बनाए हैं जिसमें नॉटआउट 183 रन उनका बेस्ट स्कोर है।

इसके अलावा उन्होंने 73 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में 1112 रन भी बनाए। सुप्रीम कोर्ट के लोढा समिति की सिफारिशें लागू नहीं करने पर बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और सचिव अजय शिर्के को पद से हटाने के एक दिन बाद धौनी ने यह घोषणा की। धौनी की अचानक की गई घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने कहा, ''प्रत्येक भारतीय क्रिकेट फैन और बीसीसीआई की ओर से मैं सभी फॉरमैट में भारतीय टीम के कप्तान के रूप में असाधारण योगदान के लिए महेंद्र सिंह धौनी को धन्यवाद देना चाहता हूं।''

उन्होंने कहा, ''उनके नेतृत्व में टीम इंडिया ने नई ऊंचाइयां छुई और भारतीय क्रिकेट में उनकी उपलब्धियों को भी कोई नहीं छू पाएगा।''

इससे पहले धौनी ने 2014 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान मेलबर्न में अचानक टेस्ट कप्तानी भी छोड़ दी थी। धौनी भारत के सबसे सफल कप्तान रहे। अब इंग्लैंड में इसी साल होने वाली चैम्पियन्स ट्रॉफी शायद इस बात का संकेत होगी कि धौनी खिलाड़ी के रूप में 2019 वर्ल्ड कप तक खेलेंगे या नहीं।