भारत के नागपुर में सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल के दमदार अर्धशतक के बाद तेज गेंदबाजों आशीष नेहरा और जसप्रीत बुमराह की धारदार गेंदबाजी की बदौलत भारत ने दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में रोमांचक मुकाबले में इंग्लैंड को पांच रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कर दी।
भारत के 145 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड को अंतिम पांच ओवर में सिर्फ 41 रन की दरकार थी, लेकिन नेहरा (28 रन पर तीन विकेट) और बुमराह (20 रन पर दो विकेट) की उम्दा गेंदबाजी के सामने इंग्लैंड टीम छह विकेट पर 139 रन ही बना सकी। इंग्लैंड टीम की ओर से जो रूट और बेन स्टोक्स ने सर्वाधिक 38-38 रन बनाए। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 52 रन भी जोड़े।
इससे पहले भारतीय टीम ने राहुल (71) के जुझारू अर्धशतक और मनीष पांडे (30) के साथ उनकी चौथे विकेट की 56 रन की साझेदारी के बावजूद आठ विकेट पर 144 रन ही बना सकी। राहुल ने 47 गेंद की अपनी पारी में छह चौके और दो छक्के जड़े। जोर्डन इंग्लैंड के सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 22 रन देकर तीन विकेट चटकाए। आफ स्पिनर मोईन अली ने उनका अच्छा साथ निभाते हुए पांच ओवर में सिर्फ 20 रन देकर एक विकेट हासिल किया। सीरीज का निर्णायक तीसरा और अंतिम मैच एक फरवरी को बेंगलुरू में खेला जाएगा।
इंग्लैंड की तरह भारत ने भी गेंदबाजी की शुरुआत स्पिनर से ही कराई जब युजवेंद्र चहल ने पहला ओवर डाला। इस ओवर में सिर्फ दो रन बने, लेकिन इस लेग स्पिनर के अगले ओवर में जेसन राय (10) और सैम बिलिंग्स (12) दोनों ने एक-एक छक्का मारा।
अनुभवी तेज गेंदबाज नेहरा ने हालांकि चौथे ओवर की पहली दो गेंदों पर दोनों सलामी बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया। नेहरा की शार्ट गेंद को पुल करने की कोशिश में बिलिंग्स ने लांग लेग पर बुमराह को कैच थमाया जबकि अगली गेंद राय के बल्ले के ऊपरी किनारा लेकर मिड ऑन पर सुरेश रैना के हाथों में चली गई।
कप्तान इयोन मोर्गन (17) और रूट ने इसके बाद पारी को संभाला। दोनों ने 10 ओवर में टीम का स्कोर दो विकेट पर 65 रन तक पहुंचाया। मोर्गन ने इस दौरान बुमराह पर चौका मारा जबकि रूट ने लेग स्पिनर अमित मिश्रा पर लगातार दो चौके जड़े। मोर्गन हालांकि इसके बाद मिश्रा की आफ स्पिन गेंद पर छक्का जड़ने की कोशिश में मिड विकेट बाउंड्री पर हार्दिक पंडया को आसान कैच दे बैठे। मिश्रा ने अगली गेंद पर बेन स्टोक्स को बोल्ड किया, लेकिन यह नोबाल हो गई। स्टोक्स ने इस जीवनदान का फायदा उठाते हुए रैना की लगातार गेंदों पर चौका और छक्का मारा। बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने चहल पर भी छक्का जड़ा।
इंग्लैंड को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 41 रन की दरकार थी। स्टोक्स ने बुमराह पर चौका जड़ा लेकिन नेहरा ने अगले ओवर में उन्हें पगबाधा कर दिया। उन्होंने 27 गेंद की अपनी पारी में दो चौके और दो छक्के मारे। नेहरा के 17वें ओवर में सिर्फ पांच रन बने जबकि 18वें ओवर में बुमराह ने सिर्फ तीन रन दिए। इंग्लैंड को अंतिम दो ओवर में 24 रन की दरकार थी।
नेहरा के 19वें ओवर में बटलर ने एक चौके और एक छक्के सहित 16 रन जुटाए। इसमें अंतिम गेंद पर कोहली के पास लांग आन पर कैच लपकने का मौका था लेकिन गेंद उनके हाथ से टकराकर छह रन के लिए चली गई। अंतिम ओवर में आठ रन की जरूरत थी। बुमराह ने इसके बाद रूट को अंतिम ओवर की पहली गेंद पर पगबाधा किया लेकिन रीप्ले में दिखा कि गेंद बल्ले से टकराकर पैड पर लगी थी। उन्होंने 38 गेंद का सामना करते हुए दो चौके मारे।
दूसरी गेंद पर मोईन अली (नाबाद 1) ने एक रन बनाया लेकिन अगली गेंद बटलर ने खाली खेली। बटलर (15) चौथी गेंद पर बोल्ड हुए। पांचवीं गेंद पर जोर्डन ने बाई का एक रन लिया। मोईन को अंतिम गेंद पर जीत के लिए छक्का जड़ना था लेकिन बुमराह की गेंद को वह छू भी नहीं सके।