भारत

गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारत की राष्ट्रपति का भाषण, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने क्या कहा?

गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारत की राष्ट्रपति का भाषण, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने क्या कहा?

गुरुवार, 25 जनवरी 2024

भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर अपने भाषण में कहा कि गणतंत्र दिवस आधारभूत मूल्यों और सिद्धांतों को स्मरण करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।

राष्ट्रपति ने ये बातें कहीं

हमारा देश स्वतंत्रता की शताब्दी की ओर बढ़ते हुए अमृतकाल के प्रारंभिक दौर से गुजर रहा है। ये युगांतकारी परिवर्तन का कालखंड है।

जब संसद ने ऐतिहासिक महिला आरक्षण विधेयक पारित किया तो हमारा देश, स्त्री-पुरुष समानता के आदर्श की ओर बढ़ा।

मेरा मानना है कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम, महिला सशक्तिकरण का एक क्रांतिकारी माध्यम सिद्ध होगा। इस अवधि में भारत, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के क्षेत्र पर उतरने वाला पहला देश बना।

चंद्रयान-3 के बाद इसरो ने एक और सौर मिशन भी शुरू किया। पहला मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम गगनयान मिशन की तैयारी भी सुचारू रूप से बढ़ रही है।

सभी प्रकार के भेदभाव को समाप्त करने के लिए सामाजिक न्याय के मार्ग पर हमें अडिग बनाए रखा है। भारत की अध्यक्षता में दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन एक अभूतपूर्व उपलब्धि थी।

इस सप्ताह के शुरुआत में भगवान श्री राम के नए, भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का पवित्र अवसर देखने का सौभाग्य मिला। इसे इतिहास के बड़े नजरिए से देखें तो आने वाले इतिहासकार इसे भारतीय सभ्यता के पुनर्जागरण का एक महत्वपूर्ण चिह्न कहेंगे।

पिछले कुछ सालों में हमारी जीडीपी ग्रोथ रेट दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे ऊपर रही है, और हमें पूरा विश्वास है कि ये प्रदर्शन 2024 और उसके बाद भी जारी रहेगा। 

लद्दाख में भारत-चीन सीमा के हालात पर भारत के आर्मी चीफ़ ने क्या कहा?

लद्दाख में भारत-चीन सीमा के हालात पर भारत के आर्मी चीफ़ ने क्या कहा?

गुरुवार, 11 जनवरी 2024

भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा है कि पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ लगने वाली सीमा पर हालात स्थिर तो हैं लेकिन फिर भी  संवेदनशील बने हुए हैं।

भारत चीन के साथ राजनयिक और सैन्य दोनों स्तर पर बात कर रहा है।

जनरल मनोज पांडे ने कहा, "जहां तक उत्तरी सीमाओं की स्थिति का सवाल है, मैं कहूंगा कि स्थिति स्थिर है फिर भी संवेदनशील है। हम कुछ मुद्दों का समाधान खोजने के लिए सेट प्रोटोकॉल और प्रक्रियाओं के अनुसार सैन्य और राजनयिक दोनों स्तरों पर बात कर रहे हैं। इन क्षेत्रों में हमारी परिचालन से जुड़ी तैयारियां उच्च स्तर की बनी हुई हैं और हमारी तैनाती मजबूत भी है और संतुलित भी।''

मणिपुर के हालात पर भारत के आर्मी चीफ़ ने क्या कहा?

गुरुवार, 11 जनवरी 2024

भारत के राज्य मणिपुर में बीते सात महीने से अधिक समय से जारी हिंसा पर आर्मी प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा, "देश में हिंसा का स्तर कम हुआ है। हालांकि मणिपुर में मई 2023 से हिंसा देखी गई है लेकिन राज्य सरकार की कोशिश, भारतीय सेना, असम राइफ़ल्स और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की मदद से हम हालात को काफ़ी हद तक स्थिर करने में कामयाब हुए हैं। हमारी कोशिश है कि हम स्थिति को स्थिर बनाए रखें।''

अमेरिका ने पन्नू मामले में निखिल गुप्ता के ख़िलाफ़ सबूत देने से इंकार किया

अमेरिका ने पन्नू मामले में निखिल गुप्ता के ख़िलाफ़ सबूत देने से इंकार किया

गुरुवार, 11 जनवरी 2024

अमेरिकी सरकार ने निखिल गुप्ता के खिलाफ़ कोर्ट में सबूत देने पर आपत्ति जतायी है और कहा है कि जब तक वो न्यूयॉर्क की कोर्ट में पेश नहीं किए जाते तब तक इस मामले में निखिल गुप्ता के वकील को डिफ़ेंस मैटेरियल यानी सबूत नहीं दिए जाएंगे।

निखिल गुप्ता अमेरिका में एक खालिस्तानी नेता की हत्या की असफल साजिश के मामले में मुख्य अभियुक्त हैं जो इस समय चेक गणराज्य की जेल में हैं।

भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता के वकील ने न्यूयॉर्क की कोर्ट से अपील की थी कि अमेरिकी सरकार निखिल गुप्ता पर लगाए गए आरोपों के सबूत मुहैया कराए। लेकिन अब अमेरिकी सरकार ने ऐसा करने से इंकार किया है।

नवंबर 2023 में अमेरिका ने ये दावा किया है कि भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता ने न्यूयॉर्क में खालिस्तानी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के लिए एक व्यक्ति को एक लाख डॉलर (करीब 83 लाख रुपये) की सुपारी दी गई थी। अमेरिकी कोर्ट में पेश दस्तावेजों में दावा किया गया है कि "निखिल गुप्ता को भारत सरकार के एक कर्मचारी से निर्देश मिले थे।''

30 जून 2023 से निखिल गुप्ता चेक गणराज्य की जेल में बंद हैं। अमेरिकी सरकार उनके प्रत्यर्पण की कोशिशों में लगी हुई है।

भारत ने इस आरोप की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमिटी का गठन किया है जो अमेरिका से मिले सबूतों के आधार पर मामले की जांच कर रही है।

महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष के फ़ैसले के बाद शिवसेना उद्धव गुट सुप्रीम कोर्ट जायेगा

महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष के फ़ैसले के बाद शिवसेना उद्धव गुट सुप्रीम कोर्ट जायेगा

बुधवार, 10 जनवरी 2024

असली शिवसेना कौन? इस पर महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नावर्रेकर का फ़ैसला आ गया है और उन्होंने शिंदे गुट को ही वास्तविक शिवसेना कहा है।

जिसके बाद उद्धठ ठाकरे गुट के भविष्य को लेकर सवाल उठ रहे हैं। पूछा जा रहा है कि क्या अब स्पीकर के फ़ैसले के बाद उद्धव गुट के 14 विधायक अयोग्य ठहरा दिए जाएंगे?

इस सवाल का जवाब अध्यक्ष ने अपने फ़ैसले में ही दे दिया है। विधानसभा के अध्यक्ष ने शिवसेना के दोनों ही गुटों के किसी भी विधायक को अयोग्य घोषित नहीं किया है।

विधानसभा के अध्यक्ष ने कहा है कि दोनों ही गुट के विधायकों की योग्यता बरकरार रहेगी।

शिंदे गुट की शिवसेना को 'असली पार्टी' बताने के फ़ैसले पर उद्धव ठाकरे ने क्या कहा?

महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष की तरफ़ से आए फ़ैसले के बाद पहली बार महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट के प्रमुख उद्धठ ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है।

उद्धव ठाकरे ने अध्यक्ष के फ़ैसले को लोकतंत्र की हत्या और सुप्रीम कोर्ट का अपमान बताया है।

उद्धव ठाकरे ने कहा, ''हम जनता के बीच जाएंगे...हम लोगों के बीच जा भी रहे हैं और हम जनता के लिए, जनता को साथ लेकर लड़ेंगे।''

वहीं एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। शरद पवार ने कहा, ''इस फ़ैसले के बाद, उद्धव सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। उन्हें उम्मीद है कि वहां न्याय मिलेगा।''

संजय राउत ने कहा, स्पीकर के फ़ैसले से ख़त्म नहीं होगी शिवसेना, हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे...

महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष के फ़ैसले के बाद शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत ने कहा है कि ये बीजेपी का षड्यंत्र था।

संजय राउत ने कहा, ''ये उनका सपना था कि हम एक दिन बालासाहेब ठाकरे की शिव सेना को ख़त्म कर देंगे। लेकिन शिव सेना इस फ़ैसले से ख़त्म नहीं होगी...हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।''
 
उधर शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि स्पीकर के फ़ैसले पर उन्हें कोई आश्चर्य नहीं हुआ।

प्रियंका चतुर्वेदी ने इस फ़ैसले को आठ महीने पहले आए सुप्रीम कोर्ट के आदेश की भावना के ख़िलाफ़ बताया है।

प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ''बचपन से हम सुनते आए हैं कि जो होता है मंज़ूर-ए-ख़ुदा होता है, चूंकि हम गणतंत्र हैं इसलिए यहां जो होता है वो संविधान से होता है। लेकिन 2014 से एक नई परंपरा शुरू हुई है...जो होता है मंज़ूर-ए-अमित शाह और नरेंद्र मोदी होता है।''

महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष का फ़ैसला: एकनाथ शिंदे को पार्टी से निकालने का हक उद्धव ठाकरे को नहीं था

एकनाथ शिंदे या उद्धव ठाकरे, किसके विधायक होंगे अयोग्य... इसे लेकर महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर ने फ़ैसला दे दिया है।

राहुल नार्वेकर ने कहा है कि शिंदे गुट ही असली शिवसेना होगी।

विधानसभा अध्यक्ष  राहुल नार्वेकरने फ़ैसला सुनाते हुए कहा कि 21 जून, 2022 को जब प्रतिद्वंद्वी गुट उभरे तो शिंदे गुट ही असली शिवसेना राजनीतिक दल था।

राहुल नार्वेकर ने कहा कि 21 जून 2022 को शिवसेना में फूट पड़ गई। इसलिए, सुनील प्रभु का व्हिप उस तारीख़ के बाद लागू नहीं होता है और इसीलिए व्हिप के रूप में भरत गोगावले की नियुक्ति सही है।

राहुल नार्वेकर ने कहा कि एकनाथ शिंदे समूह के विधायकों को अयोग्य ठहराने की याचिकाकर्ताओं की मांग को उचित नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि सुनील प्रभु का व्हिप लागू नहीं है।

राहुल नार्वेकर ने कहा कि साल 2022 में उद्धव ठाकरे की तरफ़ से एकनाथ शिंदे को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना ग़लत था क्योंकि उद्धव ठाकरे को इसका संवैधानिक अधिकार नहीं था।

राहुल नार्वेकर ने ये फ़ैसला शिवसेना पार्टी के 1999 के संविधान के आधार पर दी है।

राहुल नार्वेकर ने कहा, ''चूंकि चुनाव आयोग के सामने शिवसेना पार्टी के 1999 का संविधान ही सौंपा गया है, साल 2018 का संशोधित संविधान नहीं। इसलिए फ़ैसला 1999 के संविधान के मुताबिक़ ही होगा।

राहुल नार्वेकर ने कहा, ''शिवसेना पार्टी का 1999 का संविधान कहता है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य शिवसेना का नेतृत्व करेंगे, जबकि 2018 का संविधान कहता है कि शिवसेना पार्टी प्रमुख का फ़ैसला ही शिवसेना पार्टी का फ़ैसला होगा।''

पर अब जब साल 2018 का संविधान अमान्य माना गया है तो शिवसेना पार्टी प्रमुख के पास किसी भी सदस्य को शिवसेना पार्टी से निकालने का अप्रतिबंधित अधिकार नहीं था।

इसलिए राहुल नार्वेकर ने स्पष्ट राय व्यक्त की कि एकनाथ शिंदे को शिवसेना पार्टी से निकालने का उद्धव ठाकरे का अधिकार स्वीकार्य नहीं है।

इस नतीजे से एकनाथ शिंदे गुट के 16 विधायकों को राहत मिली है। वहीं उद्धठ ठाकरे गुट को झटका लगा है।

मामला क्या है?

उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना के 16 विधायकों को अयोग्य घोषित करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के पास याचिका दायर की थी।

उसके बाद, शिंदे समूह ने अपने आपको असली शिव सेना होने का दावा करते हुए कहा कि ठाकरे समूह के विधायकों ने व्हिप तोड़ा।

एकनाथ शिंदे पर भी अयोग्य होने का ख़तरा मंडरा रहा है। इससे महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता भी पैदा हो सकती है।

वहीं अगर उद्धव ठाकरे के 14 विधायक अयोग्य घोषित होते हैं तो उनकी पार्टी के सामने बड़ी चुनौती आ खड़ी होगी।

भारतीय अर्थव्यवस्था साल 2024 में 6.2 फीसदी की रफ़्तार से बढ़ सकती है: संयुक्त राष्ट्र

भारतीय अर्थव्यवस्था साल 2024 में 6.2 फीसदी की रफ़्तार से बढ़ सकती है: संयुक्त राष्ट्र

शुक्रवार, 5 जनवरी 2024

संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि साल 2024 में भारत की अर्थव्यवस्था में 6.2 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है।

मजबूत घरेलू मांग के साथ मैन्यूफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर, दोनों में अच्छी बढ़त की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था में रफ़्तार देखने को मिलेगी।

संयुक्त राष्ट्र की वर्ल्ड इकोनॉमिक सिचुएशन एंड प्रॉस्पेक्ट्स रिपोर्ट, 2024 में कहा गया है कि भारत में 2024 के दौरान अर्थव्यवस्था 6.2 फीसदी की दर से बढ़ सकती है, जो 2023 के अनुमान 6.3 फीसदी से कम है।

हालांकि साल 2024 की ग्रोथ को मजबूत घरेलू मांग के साथ मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर के अच्छे प्रदर्शन से सहारा मिलेगा। यूएन ने साल 2025 में भारत की जीडीपो ग्रोथ 6.6 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है।

समाचार एजेंसी पीटीआई ने यूएन रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था कई समकक्ष अर्थव्यवस्थाओं से ज्यादा तेज गति से बढ़ेगी। पिछले कुछ सालों के दौरान इसका अच्छा प्रदर्शन बरकरार है।

भारत की जीडीपी ग्रोथ पिछले कई साल से छह फीसदी से ऊपर रही है और उम्मीद है कि 2024 और 2025 में ये रफ़्तार बनी रहेगी।

दिल्ली समेत उत्तर भारत कड़ाके की ठंड से कंपकंपाया, कई राज्यों में कंपकंपाती ठंड बढ़ने के आसार

दिल्ली समेत उत्तर भारत कड़ाके की ठंड से कंपकंपाया, कई राज्यों में कंपकंपाती ठंड बढ़ने के आसार

शुक्रवार, 5 जनवरी 2024

भारत की राजधानी दिल्ली समेत पूरा उत्तर भारत भीषण ठंड की चपेट में है। शुक्रवार, 5 जनवरी 2024 को दिल्ली समेत भारत के राज्यों पंजाब, हरियाणा, राजस्थान में भी कंपकंपाती ठंड देखने को मिल रही है।

पंजाब और राजस्थान में आने वाले दिनों में भारी शीतलहर के आसार हैं।  मौसम विभाग शुक्रवार, 5 जनवरी 2024 को भीषण ठंड की चेतावनी दे सकता है।

मौसम विभाग के मुताबिक़ मौसम के सामान्य दिनों की तुलना में अगर अधिकतम तापमान 4.5 से 6.4 डिग्री के बीच गिर जाता है तो इसे ठंडा दिन करार दिया जाता है। अगर तापमान 6.5 डिग्री नीचे तक चला जाता है तो इसे बेहद ठंडा दिन करार दिया जाता है।

मौसम विभाग की ताज़ा जानकारी के मुताबिक़ पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान में घने कोहरे के आसार हैं। उत्तराखंड में कुछ जगहों पर भी घने कोहरे की आशंका है।

दिल्ली में गुरुवार, 4 जनवरी 2024 को अधिकतम तापमान 12.5 डिग्री था। न्यूनतम तापमान सामान्य से 6.8 डिग्री नीचे था। हरियाणा के हिसार में न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री था।

भारत के राज्य उत्तर प्रदेश में मेरठ, लखनऊ, शाहजहांपुर, फुरसतगंज, बरेली, झांसी और अलीगढ़ में अधिकतम तापमान 14.6 से 17.2 डिग्री के बीच रहा।

राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा की 66 दिनों की यात्रा में कहां-कहां से गुजरेंगे?

राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा की 66 दिनों की यात्रा में कहां-कहां से गुजरेंगे?

गुरुवार, 4 जनवरी 2024

भारत में कांग्रेस ने राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा को नया नाम दिया है। अब इसे 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' कहा जाएगा।

इस दौरान राहुल 66 दिनों में 6700 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। वो इस यात्रा के दौरान 100 लोकसभा क्षेत्रों के 110 जिलों से गुजरेंगे। उत्तर प्रदेश में ये यात्रा 11 दिन चलेगी।

उत्तर प्रदेश के 15 जिलों में ये यात्रा सबसे अधिक दिनों तक चलेगी। यात्रा में अब अरुणाचल को भी जोड़ा गया है। 14 जनवरी 2024 को ये यात्रा मणिपुर से शुरू होगी और मुंबई में 20 मार्च 2024 को खत्म होगी।

नई दिल्ली में गुरुवार, 4 जनवरी 2024 को यात्रा के बारे में अधिक जानकारी देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ''ये यात्रा लोगों को सामाजिक न्याय और महंगाई, बेरोजगारी, किसानों-मजदूरों की दुर्दशा, अमीर-गरीब के बीच बढ़ती खाई और जाति जनगणना पर जागरुक करेगी।

हमें उम्मीद है कि इस यात्रा से सामाजिक न्याय का मुद्दा एक बार फिर राष्ट्रीय विमर्श बन सकेगा।''

'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' भारत जोड़ो यात्रा के एक साल बाद शुरू हो रही है।

इस बार की यात्रा में राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के 55 नेता चलेंगे।  लोकसभा चुनावों से पहले शुरू होने वाली इस यात्रा से कांग्रेस राजनीतिक फायदे की उम्मीद कर रही है।

इसलिए भारत के राज्य उत्तर प्रदेश को इसमें खास अहमियत दी गई है। यहां राहुल गांधी 11 दिनों तक 1074 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं।

अरीबा खान ने लोगों से अपने वार्ड की समस्याओं को लेकर बात की

शुक्रवार, 29 दिसम्बर, 2023 को कांग्रेस के स्थानीय नेता हिफजुर रहमान आज़मी के आवास पर वार्ड नंबर 188 की काउंसलर अरीबा खान ने लोगों से अपने वार्ड की समस्याओं को लेकर बात की।

अरीबा ने वार्ड नंबर 188 के तहत आने वाले अबुल फज़ल एन्क्लेव में स्थित अलशिफा हॉस्पिटल के सामने से कूड़ेदान को हटाया। इसके लिए लोगों ने अरीबा का शुक्रिया अदा किया। अरीबा अपने वार्ड में सफाई और नए कूड़ेदान के निर्माण के कार्य में लगी हुई हैं। अरीबा ने अपने वार्ड में अब तक हुए विकास कार्यों की चर्चा की। साथ ही अरीबा ने अपने वार्ड में होने वाले आगामी विकास कार्यों की भी चर्चा की।

इस चर्चा में अरीबा के साथ कांग्रेस के स्थानीय नेता हिफजुर रहमान आज़मी, वरिष्ठ पत्रकार जमाल अनवर मुन्ना, समाजवादी पार्टी के दिल्ली प्रदेश के युथ विंग के उपाध्यक्ष जावेद चौधरी, अब्दुल सलाम और वार्ड के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

भारत का उल्फ़ा के साथ त्रिपक्षीय समझौता, असम के 85 फीसदी हिस्से से अफ़स्पा हटाने का ऐलान

भारत का उल्फ़ा के साथ त्रिपक्षीय समझौता, असम के 85 फीसदी हिस्से से अफ़स्पा हटाने का ऐलान

शुक्रवार, 29 दिसंबर 2023

शुक्रवार, 29 दिसंबर 2023 को भारत सरकार, असम सरकार और उल्फ़ा (यूनाइटेड लिबरेशन फ़्रट ऑफ़ असम) के बीच त्रिपक्षीय समझौता हुआ है।

इस मौके पर उल्फ़ा के प्रतिनिधि, भारत के केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भी मौजूद थे।

भारत के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस समझौते को ऐतिहासिक क़रार दिया है और कहा कि यह असम और पूर्वोत्तर राज्यों में शांति के लिए बहुत अहम है।

अमित शाह ने यह भी बताया कि असम के 85 फीसदी हिस्से से अफ़स्पा (सशस्त्र बल विशेषाधिकार क़ानून) को हटाया जा रहा है।

अमित शाह ने कहा, "लंबे समय तक असम और पूरे पूर्वोत्तर ने हिंसा झेली है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में ही उग्रवाद, हिंसा और विवाद मुक्त पूर्वोत्तर भारत की कल्पना लेकर गृह मंत्रालय चलता रहा है। भारत सरकार, असम सरकार और उल्फ़ा के बीच जो समझौता हुआ है, इससे असम के सभी हथियारबंद गुटों की बात को यहीं समाप्त करने में हमें सफलता मिल गई है।''

अमित शाह ने कहा, ''उल्फ़ा के इतने लंबे समय तक के संघर्ष में कम से कम 10,000 लोग मारे गए और 1979 से लेकर अब तक दोनों तरफ़ से जो लोग मारे गए वो इस देश के लिए ही मारे गए। आज इस समस्या का पूर्ण समाधान हो रहा है, इसकी मुझे खुशी है।''

''उल्फ़ा प्रतिनिधियों से बात कर भारत सरकार द्वारा एक बड़े पैकेज के साथ असम के विकास के लिए ढेर सारे प्रोजेक्ट्स को स्वीकृति दी गई है।''

अमित शाह ने कहा, ''हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि समझौते की एक-एक बात को समयबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा और आपके विश्वास पर नरेंद्र मोदी सरकार खरी उतरेगी।''

अमित शाह ने बताया कि पिछले पांच सालों में पूर्वोत्तर के अलग-अलग राज्यों में 9 शांति और सीमा संबंधित समझौते हुए हैं। ऑन रिकॉर्ड 9 हज़ार कॉडर ने सरेंडर किया है।

भारत में विपक्षी सांसदों के निलंबन के विरोध में जंतर-मंतर पर विपक्ष के नेताओं का प्रदर्शन

भारत में विपक्षी सांसदों के निलंबन के विरोध में जंतर-मंतर पर विपक्ष के नेताओं का प्रदर्शन

शुक्रवार, 22 दिसंबर 2023

भारत में संसद की सुरक्षा में हुई चूक पर मोदी सरकार से जवाब की मांग करने वाले विपक्षी सांसदों के निलंबन के विरोध में 'इंडिया' गठबंधन ने शुक्रवार, 22 दिसंबर 2023 को विरोध प्रदर्शन किया।

इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मीडिया की आलोचना भी की।  उन्होंने कहा, ''उन्होंने ये ज़रूर कहा कि मैंने फोटो खींचे, पर इस पर किसी ने बात नहीं कि असल मुद्दे क्या थे। असल मुद्दा बेरोज़गारी का है, जिस पर बात नहीं हुई।''

टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी संसद के बाहर एक वीडियो में कथित तौर पर भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नकल उतारते दिख रहे हैं। इस मौके पर विपक्षी दलों के तमाम सांसद भी मौजूद हैं। इसके साथ ही वीडियो में राहुल गांधी इसे अपने फोन में रिकॉर्ड करते दिख रहे हैं।

उन्होंने कहा, ''लगभग 150 (कुल 146) सांसदों को संसद से निकालकर सरकार ने देश (भारत) के 60 प्रतिशत लोगों को चुप करा दिया है... बीजेपी जितनी घृणा फैलाएगी, इंडिया गठबंधन के दल उतना ही प्यार और भाईचारा फैलाएंगे।''

वहीं, मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "हम सबको मिलकर लड़ना है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईडी और सीबीआई के ज़रिए हम लोगों में डर पैदा करना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस इससे नहीं डरेगी।''

रणदीप सुरजेवाला ने कहा, "हम सब 140 करोड़ लोगों, संसदीय गरिमा और संविधान के लिए लड़ेंगे।''

भारत की राजधानी नई दिल्ली में संसद भवन के पास जंतर मंतर पर आयोजित 'लोकतंत्र बचाओ' नाम के इस विरोध प्रदर्शन में विपक्ष के कई बड़े चेहरे मौजूद थे।

इन नेताओं में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, शरद पवार, सीताराम येचुरी, अधीर रंजन चौधरी, रणदीप सुरजेवाला प्रमुख थे।