भारत

मोदी-ट्रूडो द्विपक्षीय बातचीत: मोदी ने कनाडा में जारी 'भारत विरोधी गतिविधियों' को लेकर चिंताएं जताई

जी20 शिखर सम्मेलन के इतर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई।

इस दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में जारी 'भारत विरोधी गतिविधियों' को लेकर अपनी चिंताएं जताई हैं।

भारत के पीआईबी ने एक बयान जारी किया है जिसके मुताबिक, ''पीएम मोदी ने कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो से कनाडा में चरमपंथी तत्वों की भारत विरोधी गतिविधियां जारी रहने को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की।''

पीएम मोदी ने पीएम ट्रूडो से कहा, ''वे अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं और भारतीय राजनयिकों के ख़िलाफ़ हिंसा भड़का रहे हैं। वे राजनयिक परिसरों को क्षति पहुंचा रहे हैं और कनाडा में भारतीय समुदाय और उनके धार्मिक स्थलों पर धमकी दे रहे हैं।''

बयान के अनुसार, ''इन ताक़तों का संगठित अपराध, ड्रग सिंडिकेट और मानव तस्करी के साथ गठजोड़ है और कनाडा के लिए भी ये चिंता का विषय होना चाहिए। इन ख़तरों से निपटने के लिए दोनों देशों के बीच सहयोग ज़रूरी है।''

पीएम मोदी ने ये भी कहा कि भारत और कनाडा के रिश्ते को आगे बढ़ाने के लिए आपसी सम्मान और भरोसा बहुत ज़रूरी है।

कनाडा में पिछले कुछ महीनों के दौरान खालिस्तान समर्थक तत्वों ने भारत विरोधी कई प्रदर्शन किए हैं। पिछले दिनों भारत ने अपने ख़िलाफ़ ऐसे तत्वों के पोस्टर, प्रॉपेगैंडा सामग्रियों और भारतीय राजनयिकों को धमकी के बाद नई दिल्ली में कनाडा के हाई कमिश्नर को समन किया था।

डब्ल्यूटीओ में भारत और अमेरिका ने पॉल्ट्री उत्पादों के मुद्दे पर आख़िरी विवाद सुलझाया

विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में भारत और अमेरिका ने पॉल्ट्री उत्पादों के मुद्दे पर अपना आख़िरी विवाद सुलझा लिया है।

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, इसके साथ ही दोनों देशों ने वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइज़ेशन में लंबित सभी सातों व्यापार विवादों को आपसी सहमति से सुलझा लिया है।

दोनों देशों ने एक साझा बयान भी जारी किया है जिसमें कहा गया है, "विश्व व्यापार संगठन में भारत और अमेरिका के बीच लंबित सातवें और आख़िरी विवाद के निपटारे का दोनों देशों ने स्वागत किया है। जून, 2023 में छह द्विपक्षीय व्यापार विवादों के निपटारे के बाद ये हुआ है।''

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की दिल्ली में हुई मुलाकात के बाद दोनों देशों की ओर से ये साझा बयान जारी किया गया है।

राष्ट्रपति जो बाइडन जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए दो दिनों के लिए भारत दौरे पर आए हुए हैं।

राहुल गांधी ने कहा, वो और उनकी पार्टी अदानी की आलोचना क्यों करती है?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार, 8 सितम्बर 2023 को ब्रसेल्स में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्पष्ट शब्दों में कहा है कि वो और उनकी पार्टी अदानी की आलोचना क्यों करती है।

राहुल गांधी ने कहा, "हमें निजी या सरकारी सेक्टर से कोई समस्या नहीं है । हमें इस बात से दिक्कत होती है जब एक-दो लोग पूरे देश को वित्तीय तौर पर नियंत्रित करने लगते हैं।''

इसके साथ ही राहुल गांधी ने भारत में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर एमएसएमई सेक्टर को निशाना बनाने का आरोप लगाया है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों यूरोप दौरे पर हैं जिसमें वह नीदरलैंड, बेल्जियम और फ्रांस जैसे कई देश पहुंच रहे हैं।

इसी सिलसिले में राहुल गांधी ने शुक्रवार, 8 सितम्बर 2023 को बेल्जियम  राजधानी ब्रसेल्स में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया।

राहुल गांधी की पार्टी कांग्रेस और वह स्वयं अदानी समूह और उसकी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कथित करीबी रिश्तों की आलोचना करती रही है।

राहुल गांधी ने कहा, "अदानी जी से हमारी दिक्कत ये है कि वह बंदरगाहों, हवाई अड्डों, कृषि, अनाज गोदामों, रियल इस्टेट और सीमेंट बिज़नेस को नियंत्रित करते हैं। यह भारत के लिए ठीक नहीं है।''

राहुल गांधी ने कहा, "सरकारी नीतियों ने एक व्यवस्थित ढंग से हमारे रोजगार तंत्र की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाली एमएसएमई सेक्टर को निशाना बनाया है। अदानी जी से हमारी समस्या ये है कि वह बंदरगाहों, हवाई अड्डों, कृषि, अनाज गोदामों, रियल इस्टेट और सीमेंट बिज़नेस को नियंत्रित करते हैं।''

राहुल गांधी ने कहा, ''यह भारत के लिए फायदेमंद नहीं है। एक तरफ तो बीजेपी एकाधिकारवादी मॉडल को बढ़ावा दे रही है। वहीं, दूसरी तरफ़ नौकरियां पैदा करने वाले एमएसएमई सेक्टर को तबाह कर रही है। इसकी वजह से एक रोज़गार संकट खड़ा हो रहा है।''

कांग्रेस पार्टी पिछले काफ़ी समय से अदानी समूह के ख़िलाफ़ लगाए गए आरोपों की संसद में जेपीसी बनाकर जांच करने की मांग कर रही है।

हालांकि, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से इन आरोपों पर खुलकर बात नहीं की गयी है।

भारत को संयुक्त राष्ट्र में स्थाई सदस्य बनाने के लिए अमेरिका ने समर्थन दोहराया

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से उनकी मुलाक़ात बहुत उपयोगी रहीं। भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक और जनता के बीच संबंधों पर बातचीत हुई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच दोस्ती वैश्विक भलाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना जारी रखेगी।

शुक्रवार, 8 सितम्बर, 2023 को राष्ट्रपति बाइडन के दिल्ली पहुंचने के कुछ ही देर बाद दोनों नेताओं में द्विपक्षीय वार्ता हुई।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के मुलाक़ात के बाद अमेरिका की ओर से साझा बयान जारी किया गया है जिसमें निम्न प्रमुख बातें कही गई हैं -

- भारत को संयुक्त राष्ट्र में स्थाई सदस्य बनाने के लिए अमेरिका ने समर्थन दोहराया।

- इंडो-पैसेफ़िक क्षेत्र को स्वतंत्र रखने के लिए क्वाड की अहमियत पर भारत और अमेरिका में सहमति।

- जो बाइडन ने चंद्रयान 3 और आदित्य एल 1 मिशन के लिए भारत को बधाई दी। जो बाइडन ने इसरो और नासा में सहयोग बढ़ाने पर ज़ोर दिया।

- अमेरिका और भारत के बीच सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन पर भी बात हुई। इस क्षेत्र में अमेरिका भारत में कुल 700 मिलियन डॉलर का निवेश करेगा।

- भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को जारी रखने पर राष्ट्रपति बाइडन और प्रधानमंत्री मोदी ने सहमति जताई।

भारत की समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अमेरिकी ट्रेज़री सेक्रेटरी जैनेट येलेन, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन भी अमेरिका की ओर से इस मीटिंग में मौजूद थे।

भारत के प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल थे।

जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान मोदी अगले दो दिनों में विश्व के शीर्ष नेताओं से 15 द्विपक्षीय वार्ताएं करेंगे।

पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडन के बीच मुलाक़ात: किन मुद्दों पर हुई बात?

जी20 बैठक में हिस्सा लेने भारत आए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच प्रधानमंत्री कार्यालय में वार्ता हुई है।

इस बातचीत के बाद भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय ने तस्वीरें जारी की हैं।

शनिवार, 9 सितम्बर 2023 से दिल्ली में जी20 देशों का शिखर सम्मेलन शुरू हो रहा है जिसमें शिरकत के लिए दुनिया के तमाम राष्ट्राध्यक्ष भारत पहुँच रहे हैं।

भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय ने मुलाकात के बारे में ट्वीट करते हुए लिखा, "पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडन लोक कल्याण मार्ग पर बातचीत कर रहे हैं। उनके बीच बातचीत कई मुद्दों पर हो रही है और इन वार्ताओं से भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को और मज़बूत किया जाएगा।''

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन शुक्रवार, 8 सितम्बर 2023 की शाम जी 20 बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं।

एयरपोर्ट पर उनका स्वागत भारत के केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने किया।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन एयरपोर्ट से सीधे होटल गए और इसके बाद पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ताओं में शामिल हुए।

ऑर्गनाइज़्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट: राहुल ने पीएम मोदी की भूमिका पर सवाल उठाए

अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस समर्थित संस्था 'ऑर्गनाइज़्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (ओसीसीआरपी)' की ओर से अदानी समूह पर आरोप लगाने के बाद भारत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गौतम अदानी के भाई विनोद अदानी की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।

राहुल गांधी ने गुरुवार, 31 अगस्त 2023 को मुंबई में एक संवाददाता सम्मेलन में ओसीसीआरपी रिपोर्ट को लेकर अदानी समूह पर निशाना साधा।

राहुल गांधी ने इस रिपोर्ट में किए गए दावे पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा है कि गौतम अदानी के भाई विनोद अदानी के साथ दो विदेशी लोग जुड़े हुए हैं, ऐसे में यहां गंभीर सवाल उठते हैं कि आख़िर ये पैसा अदानी का है या किसी और का?

उन्होंने कहा कि आख़िर इन विदेशी लोगों को भारत के बुनियादी ढांचे में कैसे काम करने दिया जा रहा है?

राहुल गांधी ने कांग्रेस की उस पुरानी मांग को दोहराया है कि अदानी प्रकरण की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से विस्तृत जांच करवाई जाए। उन्होंने जेपीसी से जांच कराने की मांग को राष्ट्रीय महत्व का मामला क़रार देते हुए दावा किया है कि इस मसले पर विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडिया' में कोई मतभेद नहीं है।

राहुल गांधी ने अदानी समूह पर लगे आरोपों की स्वच्छ जांच कराने की केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के जिन अधिकारी ने गौतम अदानी को क्लीन चिट दी, अब वे अदानी समूह संचालित समाचार संस्था एनडीटीवी में निदेशक बना दिए गए हैं।

इस पर उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह हुआ कि कोई जांच नहीं हुई और प्रधानमंत्री इस मामले की कोई जांच नहीं चाहते। उन्होंने दावा किया है कि भारत की साख अब दांव पर लग गई है।

उनके अनुसार, "भारत में अब सबके लिए समान मौक़े नहीं रह गए हैं। सारे कॉन्ट्रैक्ट्स और परियोजनाएं एक शख़्स को दे दिए गए। केवल एक आदमी देश की सारी संपत्ति ख़रीद रहा है।''

राहुल गांधी ने कहा, "सिर्फ़ एक व्यक्ति को प्रधानमंत्री इस तरह से क्यों प्रोटेक्ट कर रह रहे हैं? क्यों एक शख़्स जो मोदी जी के बहुत क़रीब है, उसे अपने शेयर प्राइस बढ़ाने के लिए अरबों डॉलर का निवेश करने दिया जा रहा है? ये शख़्स फिर इसी पैसे से देश में हवाई अड्डे और बंदरगाह आदि पर कब्ज़ा कर रहा है। आख़िर इस मामले की जांच क्यों नहीं हो रही है? इसकी जेपीसी से जांच कराई जानी चाहिए।''

उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं? मामले की जांच के आदेश क्यों नहीं दे रहे हैं? उन्हें इस मामले में ख़ुद को बेदाग़ साबित करना होगा। भारत में जी-20 की बैठक हो रही है। ये भारत की छवि का सवाल है। इसलिए हम इस मुद्दे को उठा रहे हैं।''

मोदी सरकार के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव: सरकार मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या कर रही है - राहुल गांधी

भारतीय संसद में मोदी सरकार के ख़िलाफ़ विपक्ष के पेश किए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है।

इस चर्चा के दूसरे दिन बुधवार, 9 अगस्त 2023 को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लोकसभा में बोल रहे हैं।

संसद सदस्यता बहाल होने के बाद ये पहली बार है, जब राहुल गांधी संसद के अंदर बोल रहे हैं।

राहुल गांधी ने कहा, ''मैंने पहले जब संसद में अडानी जी का नाम लिया था तो आपकी पार्टी के सीनियर नेताओं को कष्ट हुआ था। आज कोई घबराने की ज़रूरत नहीं है। अडानी जी पर आज नहीं बोलने जा रहा हूं। रूमी ने कहा था जो शब्द दिल से आते हैं वो दिल तक जाते हैं। मैं दिमाग से नहीं, दिल से बोलूंगा.''

राहुल गांधी ने कहा कि हमें अहंकार और नफरत को मिटाना पड़ेगा। कुछ ही दिन पहले मैं मणिपुर गया, हमारे पीएम आज तक नहीं गए क्योंकि उनके लिए मणिपुर हिंदुस्तान नहीं है।

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार, 9 अगस्त 2023 को संसद में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान लोकसभा में भारत जोड़ो यात्रा की यादें साझा की।

राहुल गांधी ने और क्या कहा?

आज मैं एक दो गोले तो ज़रूर मारूंगा, पर ज्यादा नहीं बोलूंगा।

पिछले साल 130 दिन के लिए मैं भारत के एक कोने से दूसरे कोने तक गया। अकेला नहीं, बहुत सारे लोगों के साथ गया।

समंदर के तट से कश्मीर की बर्फीली पहाड़ी तक चला। यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है। हम लद्दाख भी ज़रूर आएंगे।

बहुत सारे लोगों ने मुझसे पूछा कि यात्रा के दौरान कि राहुल तुम क्यों चल रहे हो, तुम्हारा लक्ष्य क्या है। कन्याकुमारी से कश्मीर तक क्यों जा रहे हो।

जब वो मुझसे पूछते थे तो शुरुआत में मेरे मुंह से जवाब नहीं निकलता था। शायद ये मुझे ही नहीं मालूम था कि मैंने यात्रा क्यों शुरू की। मैं तब सोच रहा था कि मैं हिंदुस्तान को समझना चाहता हूं, लोगों को मिलना चाहता हूं। गहराई से समझना चाहता हूं।

जिस चीज के लिए मैं मोदी जी की जेलों में जाने के लिए तैयार हूं, मरने के लिए तैयार हूं, जिसके लिए मैंने 10 साल हर रोज़ गाली खाई, मैं उसे समझना चाहता हूं। जिसने मेरे दिल को इतनी मज़बूती से पकड़ रखा था, उसे मैं समझना चाहता था।

मैं हर रोज़ 10 किलोमीटर दौड़ता हूं। तो मैंने सोचा कि 25 किलोमीटर चलने में क्या बड़ी बात है। आज मैं देखता हूं तो उस समय अहंकार था मेरे दिल में। मगर भारत अहंकार को एकदम मिटा देता है। एक सेकेंड में मिटा देता है।

दो तीन दिन में घुटने में दर्द होने लगा। जो भेड़िया निकला था, वो चीटी बन गया। सारा अहंकार चला गया। पर हर रोज़ कोई न कोई शक्ति मुझे मिल जाती थी।

यात्रा के दौरान जो किसान की आंखों में दर्द था, वो दर्द मेरी आंखों में था।

संसद में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार, 9 अगस्त 2023 को मोदी सरकार पर हमला बोला।

राहुल गांधी ने कहा कि सरकार मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या कर रही है, भारत माता की हत्या कर रही है।

राहुल गांधी ने कहा कि सरकार सिर्फ दो लोगों की सुनते हैं, अमित शाह और अदाणी की। रावण को राम ने नहीं, रावण के अहंकार ने मारा था।

राहुल गांधी के भाषण के बाद बीजेपी नेता और भारत की केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी राहुल गांधी को जवाब देने आईं।

स्मृति ईरानी ने कहा, ''मणिपुर भारत का अभिन्न अंग है, हमेशा भारत का था, है और रहेगा। आज देश देख रहा है कि जब भारत माता की हत्या की बात हुई, तब कांग्रेस ताली बजा रही थी।''

स्मृति ईरानी ने कहा, ''आज तक भारत के इतिहास में भारत माता की हत्या की बात करने वाले बैठकर मेज नहीं थपथपाते हैं।''

लोकसभा में स्मृति ईरानी ने कश्मीरी पंडितों का मुद्दा भी उठाया।

कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने स्मृति इरानी के भाषण पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया।

सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा, ''स्मृति ईरानी अपनी नौटंकी बंद करो, शर्म करो, 78 दिन तक जब तक वो भयावह वीडियो नहीं आया - मुँह से एक शब्द नहीं फूटा। आपका यह नक़ली आक्रोश और पाखंड बेशर्मी का एक नया मानक है। किसी के पास इस नाटक के लिये वक़्त नहीं है।''

मणिपुर यौन उत्पीड़न केस: दो गिरफ़्तारियां, पीएम मोदी का बयान, अब तक क्या-क्या हुआ?

भारत के राज्य मणिपुर के कुकी-ज़ोमी समुदाय से आने वाली दो महिलाओं को मैतेई बहुल थोबल ज़िले में निर्वस्त्र कर परेड कराने का वीडियो वायरल होने के बाद मुख्य अभियुक्त समेत दो लोगों को गिरफ़्तार किया गया है।

ये घटना चार मई 2023 को हुई थी जिसमें कुकी समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराया गया। इनमें से एक महिला के साथ कथित रूप से गैंगरेप भी किया गया।

चार मई 2023 को हुई इस घटना की एफ़आईआर 18 मई 2023 को दर्ज की गई थी। बुधवार, 19 जुलाई, 2023 को सोशल मीडिया के ज़रिए घटना का वीडियो सामने आया जिसके बाद गुरुवार, 20 जुलाई, 2023 को इस केस में पहली गिरफ्तारी हुई।

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस घटना को इंसानियत के ख़िलाफ़ अपराध बताया और अपराधियों को फांसी की सज़ा दिए जाने की मांग की है।

गुरुवार, 20 जुलाई, 2023 को मॉनसून सत्र के पहले दिन भारी हंगामे के बाद संसद के दोनों सदनों को शुक्रवार, 21 जुलाई, 2023 को 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

विपक्षी पार्टियों ने मणिपुर पर बहस के लिए लोकसभा में नियम 193 के तहत और राज्यसभा में नियम 176 और 267 के तहत नोटिस देते हुए सैद्धांतिक तौर पर इस मुद्दे पर बहस कराने की मांग की है।

इस बीच सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश ने मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार को नोटिस भेजा है।

मणिपुर की राज्यपाल अनुसूइया उइके ने कहा कि अपराधियों को पकड़ने और उन्हें सज़ा देने के लिए उन्होंने डीजीपी को निर्देश दिए हैं और उन पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई के लिए कहा है जो संबंधित पुलिस स्टेशन में तैनात थे।

इस घटना को लेकर 18 मई 2023 को कांगपोकपी ज़िले में एफ़आईआर दर्ज की गई। इसके बाद इस केस को संबंधित पुलिस थाने थोबल में भेज दिया गया।

एफ़आईआर के अनुसार, मैतेई बहुल इलाके में जब कुकी के गांव को जला दिया गया तो ये महिलाएं अपने परिवार के साथ जान बचाकर भागीं और पुलिस ने उन्हें बचाया लेकिन पुलिस जब उन्हें लेकर जा रही थी तब एक भीड़ ने पुलिस की सुरक्षा घेरे से उन्हें खींच लिया।

एफ़आईआर के अनुसार, एक महिला के पिता और भाई की उनके सामने हत्या कर दी गई और फिर महिला का सरेआम गैंग रेप किया गया।

महिला आयोग ने ट्विटर को दिए वीडियो हटाने के निर्देश

भारत के राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले का संज्ञान लिया है और ट्विटर को इसके वीडियो अपने प्लेटफॉर्म से हटाने के निर्देश दिए हैं।

इस बारे में राष्ट्रीय महिला आयोग ने ट्विटर के पब्लिक पॉलिसी विभाग को औपचारिक रूप से निर्देश दिए हैं।

महिला आयोग का कहना है कि इस वीडियो से पीड़िता की पहचान ज़ाहिर हो रही है और ये दंडनीय अपराध है।

वीडियो के वायरल होने के बाद मणिपुर के हालात को लेकर देशभर में गुस्से का माहौल है।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मॉनसून सत्र शुरू होने से पहले गुरुवार, 20 जुलाई, 2023 को संसद के बाहर मीडिया से बातचीत में मणिपुर घटना पर दुख प्रकट किया और कहा, ''पाप करने वाले कितने हैं, कौन हैं वो अपनी जगह है, पर बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है. दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा।''

विपक्षी दलों ने मणिपुर हिंसा को लेकर मोदी सरकार को घेरा और सवाल उठाएं हैं कि आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर क्यों नहीं जा रहे हैं।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ''मणिपुर जल रहा है, महिलाओं का बलात्कार हो रहा है, उन्हें निर्वस्त्र घुमाया जा रहा है और पीएम ख़ामोश बैठे हुए हैं और बाहर बयान दे रहे हैं।''

कांग्रेस नेता राहुल गाँधी, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, सांसद जया बच्चन, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी, शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत, राजद नेता और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत कई नेताओं ने घटना की निंदा की है और सरकार पर कोई ठोस कदम ना उठाने का आरोप लगाया है।

सुप्रीम कोर्ट ने तीस्ता सीतलवाड़ को नियमित जमानत दी

भारत के राज्य गुजरात के गोधरा दंगों के बाद फर्जी दस्तावेज बनाने और गवाहों को प्रभावित करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार, 19 जुलाई 2023 को तीस्ता सीतलवाड़ को नियमित जमानत दी है।

शीर्ष अदालत ने कहा कि तीस्ता के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया जा चुका है और उनसे हिरासत में पूछताछ पूरी हो चुकी है, इसलिए उन्हें जमानत दी जानी चाहिए।

कोर्ट ने कहा कि जमानत के दौरान वे किसी भी गवाह को प्रभावित नहीं करेंगी और अगर वे ऐसा करती हैं तो अभियोजन पक्ष जमानत रद्द करने के लिए सीधे हमारे पास आ सकता है।

सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार, 19 जुलाई 2023 को अपने आदेश में गुजरात उच्च न्यायालय के उस आदेश को भी रद्द कर दिया, जिसने उनकी नियमित जमानत खारिज कर दी थी और उन्हें तुरंत आत्मसमर्पण करने के लिए कहा था।

न्यायमूर्ति बीआर गवई की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की तीन न्यायाधीशों की पीठ ने यह आदेश पारित किया है।

तीस्ता सीतलवाड़ कौन है?

गुजरात में 2002 के दंगों के अभियुक्तों को अदालत तक ले जाने वाले लोगों में जिनका नाम सबसे ऊपर आता है, वो हैं मानवाधिकार कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़।

तीस्ता सीतलवाड़ और उनकी संस्था 'सिटीज़न्स फॉर जस्टिस एंड पीस' ने गुजरात दंगा पीड़ितों को 'इंसाफ़' दिलवाने के लिए 68 मुक़दमे लड़े हैं और 170 से अधिक लोगों को सजा दिलवाई है जिनमें 1000 से अधिक लोग मारे गए थे।

तीस्ता का जन्म 1962 में मुंबई के एक वरिष्ठ वकील परिवार में हुआ था। उनके दादा एमसी सीतलवाड़ भारत के पहले अटॉर्नी-जनरल थे। वो इस पद पर 1950 से 1963 तक रहे।

विपक्ष की बेंगलुरु मीटिंग में नाराजगी के सवाल पर नीतीश कुमार ने क्या कहा?

भारत के राज्य कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक के बाद हुई प्रेस कान्फ्रेंस में बिना शामिल पटना लौटे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार, 19 जुलाई 2023 को मीडिया को संबोधित किया।

बीजेपी की ओर कहा गया कि विपक्ष की मीटिंग से नीतीश कुमार नाराज होकर पटना लौटे थे, इस सवाल पर उन्होंने कहा, ''हम किस लिए नाराज़ होंगे? और इस मीटिंग से बीजेपी का क्या लेना देना है? लोग तरह तरह की बात करते हैं, इसमें कोई ख़ास बात नहीं है। हमने मीटिंग में बोल दिया था कि हम लोगों को निकलने दीजिए।''

उन्होंने कहा कि बैठक में सब तरह की बात हुई, हर एक ने अपना सुझाव दिया और उसके बाद ही घोषणा की गई।

नीतीश कुमार ने ये भी कहा कि जब सही वक़्त आएगा तब अन्य पार्टियां भी विपक्षी एकजुटता में शामिल होंगी।

18 जुलाई 2023 को दिल्ली में एनडीए की बैठक पर नीतीश कुमार ने कहा, ''अटल बिहारी वाजपेयी के ज़माने में एनडीए की मीटिंग होती थी, सारी पार्टियों को बुलाया जाता था लेकिन उसके बाद इन्होंने एनडीए की कोई बैठक नहीं बुलाई।''

उन्होंने कहा, "पिछले पांच साल में जब हम इनके साथ गए थे तो कहां कोई एनडीए की बैठक हुई? जब हमने एक मीटिंग की तो इन्हें लगा कि एक मीटिंग करा दी जाए।''

नीतीश कुमार एनडीए पर कटाक्ष करते हुए कहते हैं, "इतने लोगों का नाम आया, कौन जानता है, कौन सी पार्टी है? हमारे यहां जो मीटिंग हुई है उसमें सब लोग जाने पहचाने चेहरे हैं। उनके यहां तो ऐसे ही हैं, अब किसी को हम निकाल दिए तो उनको भी शामिल कर लिया।''

"इसलिए हमने जानबूझ कर कहा था कि या तो मर्ज करिए या बाहर जाइए क्योंकि ये रहते तो 23 तारीख़ की मीटिंग की सारी ख़बर उधर देते। उस आदमी को हमने अपनी जगह चीफ़ मिनिस्टर बना दिया था।''

उनका इशारा हम के नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की ओर था।

बेंगलुरु में 26 पार्टियों की विपक्ष की बैठक के बाद विपक्षी एकता का नाम ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ यानी 'इंडिया' रखने की घोषणा की गई थी।

बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी NDA के ख़िलाफ़ इसे ‘विपक्षी एकता’ का एक ठोस क़दम माना जा रहा है।

विपक्षी गठबंधन से नीतीश की नाराज़गी के सवाल पर जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने क्या कहा?

भारत के राज्य कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में हुई विपक्षी एकता की बैठक के नीतीश कुमार की नाराज़गी के सवाल पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने प्रतिक्रिया दी है।

बैठक ख़त्म होने के बाद नीतीश कुमार साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी दिखाई नहीं दिए थे, जिसके बाद बीजेपी के नेताओं ने सवाल उठाने शुरू कर दिए।

पत्रकारों से बात करते हुए ललन सिंह ने कहा कि यह सिर्फ अफवाह है और इस तरह की अफवाहों का साथ देश का गोदी मीडिया भी दे रहा है।

उन्होंने कहा, "पिछले कई दिनों में कई तरह के दुष्प्रचार हुए हैं। कभी कहा गया कि जनता दल और आरजेडी का विलय होगा। ये दुष्प्रचार गोदी मीडिया ने चलाया। फिर चलाया कि जनता दल और आरजेडी में खटपट है। अब चला रहा है कि नीतीश कुमार जी नाराज़ हैं।''

"नीतीश कुमार जी विपक्षी एकता के सूत्रधार हैं और सूत्रधार कभी नाराज़ नहीं होता। इंडिया सब की सहमति से नाम तय हुआ है।''

इससे पहले बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा था, ''विपक्षी गठबंधन का संयोजक ना बनाए जाने के कारण नीतीश कुमार नाराज हैं। यह वजह थी कि वे प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़ पटना लौट आए।''