भारत

राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा की 66 दिनों की यात्रा में कहां-कहां से गुजरेंगे?

राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा की 66 दिनों की यात्रा में कहां-कहां से गुजरेंगे?

गुरुवार, 4 जनवरी 2024

भारत में कांग्रेस ने राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा को नया नाम दिया है। अब इसे 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' कहा जाएगा।

इस दौरान राहुल 66 दिनों में 6700 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। वो इस यात्रा के दौरान 100 लोकसभा क्षेत्रों के 110 जिलों से गुजरेंगे। उत्तर प्रदेश में ये यात्रा 11 दिन चलेगी।

उत्तर प्रदेश के 15 जिलों में ये यात्रा सबसे अधिक दिनों तक चलेगी। यात्रा में अब अरुणाचल को भी जोड़ा गया है। 14 जनवरी 2024 को ये यात्रा मणिपुर से शुरू होगी और मुंबई में 20 मार्च 2024 को खत्म होगी।

नई दिल्ली में गुरुवार, 4 जनवरी 2024 को यात्रा के बारे में अधिक जानकारी देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ''ये यात्रा लोगों को सामाजिक न्याय और महंगाई, बेरोजगारी, किसानों-मजदूरों की दुर्दशा, अमीर-गरीब के बीच बढ़ती खाई और जाति जनगणना पर जागरुक करेगी।

हमें उम्मीद है कि इस यात्रा से सामाजिक न्याय का मुद्दा एक बार फिर राष्ट्रीय विमर्श बन सकेगा।''

'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' भारत जोड़ो यात्रा के एक साल बाद शुरू हो रही है।

इस बार की यात्रा में राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के 55 नेता चलेंगे।  लोकसभा चुनावों से पहले शुरू होने वाली इस यात्रा से कांग्रेस राजनीतिक फायदे की उम्मीद कर रही है।

इसलिए भारत के राज्य उत्तर प्रदेश को इसमें खास अहमियत दी गई है। यहां राहुल गांधी 11 दिनों तक 1074 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं।

अरीबा खान ने लोगों से अपने वार्ड की समस्याओं को लेकर बात की

शुक्रवार, 29 दिसम्बर, 2023 को कांग्रेस के स्थानीय नेता हिफजुर रहमान आज़मी के आवास पर वार्ड नंबर 188 की काउंसलर अरीबा खान ने लोगों से अपने वार्ड की समस्याओं को लेकर बात की।

अरीबा ने वार्ड नंबर 188 के तहत आने वाले अबुल फज़ल एन्क्लेव में स्थित अलशिफा हॉस्पिटल के सामने से कूड़ेदान को हटाया। इसके लिए लोगों ने अरीबा का शुक्रिया अदा किया। अरीबा अपने वार्ड में सफाई और नए कूड़ेदान के निर्माण के कार्य में लगी हुई हैं। अरीबा ने अपने वार्ड में अब तक हुए विकास कार्यों की चर्चा की। साथ ही अरीबा ने अपने वार्ड में होने वाले आगामी विकास कार्यों की भी चर्चा की।

इस चर्चा में अरीबा के साथ कांग्रेस के स्थानीय नेता हिफजुर रहमान आज़मी, वरिष्ठ पत्रकार जमाल अनवर मुन्ना, समाजवादी पार्टी के दिल्ली प्रदेश के युथ विंग के उपाध्यक्ष जावेद चौधरी, अब्दुल सलाम और वार्ड के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

भारत का उल्फ़ा के साथ त्रिपक्षीय समझौता, असम के 85 फीसदी हिस्से से अफ़स्पा हटाने का ऐलान

भारत का उल्फ़ा के साथ त्रिपक्षीय समझौता, असम के 85 फीसदी हिस्से से अफ़स्पा हटाने का ऐलान

शुक्रवार, 29 दिसंबर 2023

शुक्रवार, 29 दिसंबर 2023 को भारत सरकार, असम सरकार और उल्फ़ा (यूनाइटेड लिबरेशन फ़्रट ऑफ़ असम) के बीच त्रिपक्षीय समझौता हुआ है।

इस मौके पर उल्फ़ा के प्रतिनिधि, भारत के केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भी मौजूद थे।

भारत के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस समझौते को ऐतिहासिक क़रार दिया है और कहा कि यह असम और पूर्वोत्तर राज्यों में शांति के लिए बहुत अहम है।

अमित शाह ने यह भी बताया कि असम के 85 फीसदी हिस्से से अफ़स्पा (सशस्त्र बल विशेषाधिकार क़ानून) को हटाया जा रहा है।

अमित शाह ने कहा, "लंबे समय तक असम और पूरे पूर्वोत्तर ने हिंसा झेली है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में ही उग्रवाद, हिंसा और विवाद मुक्त पूर्वोत्तर भारत की कल्पना लेकर गृह मंत्रालय चलता रहा है। भारत सरकार, असम सरकार और उल्फ़ा के बीच जो समझौता हुआ है, इससे असम के सभी हथियारबंद गुटों की बात को यहीं समाप्त करने में हमें सफलता मिल गई है।''

अमित शाह ने कहा, ''उल्फ़ा के इतने लंबे समय तक के संघर्ष में कम से कम 10,000 लोग मारे गए और 1979 से लेकर अब तक दोनों तरफ़ से जो लोग मारे गए वो इस देश के लिए ही मारे गए। आज इस समस्या का पूर्ण समाधान हो रहा है, इसकी मुझे खुशी है।''

''उल्फ़ा प्रतिनिधियों से बात कर भारत सरकार द्वारा एक बड़े पैकेज के साथ असम के विकास के लिए ढेर सारे प्रोजेक्ट्स को स्वीकृति दी गई है।''

अमित शाह ने कहा, ''हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि समझौते की एक-एक बात को समयबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा और आपके विश्वास पर नरेंद्र मोदी सरकार खरी उतरेगी।''

अमित शाह ने बताया कि पिछले पांच सालों में पूर्वोत्तर के अलग-अलग राज्यों में 9 शांति और सीमा संबंधित समझौते हुए हैं। ऑन रिकॉर्ड 9 हज़ार कॉडर ने सरेंडर किया है।

भारत में विपक्षी सांसदों के निलंबन के विरोध में जंतर-मंतर पर विपक्ष के नेताओं का प्रदर्शन

भारत में विपक्षी सांसदों के निलंबन के विरोध में जंतर-मंतर पर विपक्ष के नेताओं का प्रदर्शन

शुक्रवार, 22 दिसंबर 2023

भारत में संसद की सुरक्षा में हुई चूक पर मोदी सरकार से जवाब की मांग करने वाले विपक्षी सांसदों के निलंबन के विरोध में 'इंडिया' गठबंधन ने शुक्रवार, 22 दिसंबर 2023 को विरोध प्रदर्शन किया।

इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मीडिया की आलोचना भी की।  उन्होंने कहा, ''उन्होंने ये ज़रूर कहा कि मैंने फोटो खींचे, पर इस पर किसी ने बात नहीं कि असल मुद्दे क्या थे। असल मुद्दा बेरोज़गारी का है, जिस पर बात नहीं हुई।''

टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी संसद के बाहर एक वीडियो में कथित तौर पर भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नकल उतारते दिख रहे हैं। इस मौके पर विपक्षी दलों के तमाम सांसद भी मौजूद हैं। इसके साथ ही वीडियो में राहुल गांधी इसे अपने फोन में रिकॉर्ड करते दिख रहे हैं।

उन्होंने कहा, ''लगभग 150 (कुल 146) सांसदों को संसद से निकालकर सरकार ने देश (भारत) के 60 प्रतिशत लोगों को चुप करा दिया है... बीजेपी जितनी घृणा फैलाएगी, इंडिया गठबंधन के दल उतना ही प्यार और भाईचारा फैलाएंगे।''

वहीं, मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "हम सबको मिलकर लड़ना है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईडी और सीबीआई के ज़रिए हम लोगों में डर पैदा करना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस इससे नहीं डरेगी।''

रणदीप सुरजेवाला ने कहा, "हम सब 140 करोड़ लोगों, संसदीय गरिमा और संविधान के लिए लड़ेंगे।''

भारत की राजधानी नई दिल्ली में संसद भवन के पास जंतर मंतर पर आयोजित 'लोकतंत्र बचाओ' नाम के इस विरोध प्रदर्शन में विपक्ष के कई बड़े चेहरे मौजूद थे।

इन नेताओं में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, शरद पवार, सीताराम येचुरी, अधीर रंजन चौधरी, रणदीप सुरजेवाला प्रमुख थे।

क्वाड के ज़रिए भारत के साथ अमेरिका के संबंध 2023 में और बेहतर हुए: अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन

क्वाड के ज़रिए भारत के साथ अमेरिका के संबंध 2023 में और बेहतर हुए: अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन

गुरुवार, 21 सितम्बर 2023

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि क्वाड के ज़रिए भारत के साथ अमेरिका के संबंध 2023 में और बेहतर हुए।

एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि न केवल भारत बल्कि जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ भी अमेरिका के संबंध गहरे हुए हैं।

एंटनी ब्लिंकन बुधवार, 20 सितम्बर 2023 को वाशिंगटन के विदेश विभाग में आयोजित वर्षांत संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

एंटनी ब्लिंकन ने कहा, ''हमने भारत के साथ अपनी साझेदारी को मजबूत किया है। हमने क्वाड के ज़रिए भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ सहयोग को और बेहतर बनाया है।

अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बाइडन ने जून 2023 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेजबानी की थी। उसके बाद नई दिल्ली में आयोजित जी20 की बैठक में भाग लेने बाइडन आए थे।

चीन के आक्रामक व्यवहार से निपटने के लिए अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने नवंबर 2017 में क्वाड की स्थापना की थी। यह 2007 में स्थापित 'क्वार्डिलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग (QSD) से ही विकसित हुई थी।

सर्दी-खांसी में बच्चों को दी जाने वाली एफडीसी दवा के इस्तेमाल पर भारत ने रोक लगाई

सर्दी-खांसी में बच्चों को दी जाने वाली एफडीसी दवा के इस्तेमाल पर भारत ने रोक लगाई

गुरुवार, 21 सितम्बर 2023

भारत की दवा नियामक संस्था सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) ने चार साल से छोटे बच्चों के लिए सर्दी-रोधी लोकप्रिय दवा के संयोजन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।

सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन के इस हफ़्ते लिए गए फ़ैसले के अनुसार, फिक्स्ड-ड्रग कॉम्बिनेशन (एफडीसी) का इस्तेमाल करने पर दवा कंपनियों को दवा के लेबल पर लिखना होगा कि "एफडीसी का उपयोग 4 साल से कम उम्र के बच्चों में नहीं किया जाना चाहिए।''

भारत सरकार का यह फ़ैसला कुछ महीने पहले कई देशों में कफ़ सीरप पीने से 100 से अधिक बच्चों की मौत होने के बाद आया है।

सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन ने कहा है कि बच्चों के लिए एक अस्वीकृत सर्दी-रोधी दवा फॉर्मूलेशन के प्रमोशन को लेकर चिंता जताई गई थी। अब चार साल से कम उम्र के बच्चों के लिए एफडीसी का इस्तेमाल न करने की सिफारिश की गई।

सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन के आदेश के अनुसार, फिक्स्ड-ड्रग कॉम्बिनेशन (एफडीसी) का उपयोग करने पर दवा कंपनियों को अपने उत्पादों पर चेतावनी के साथ लेबल लगाने की ज़रूरत होगी।

फिक्स्ड-ड्रग कॉम्बिनेशन में क्लोरफेनिरामाइन मैलेट और फिनाइलफ्राइन शामिल होते हैं। इसका उपयोग अक्सर सर्दी जुकाम के इलाज के लिए सिरप या गोलियों में किया जाता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन भी पांच साल से छोटे बच्चों में खांसी और सर्दी के इलाज के लिए बिना डॉक्टर की पर्ची के सिरप या अन्य दवाई के उपयोग की सिफ़ारिश नहीं करता।

धीरज प्रसाद साहू ने अपने घर से मिले 300 करोड़ रुपये के बारे में क्या कहा?

धीरज प्रसाद साहू ने अपने घर से मिले 300 करोड़ रुपये के बारे में क्या कहा?

शुक्रवार, 15 दिसंबर 2023

भारत में बीते दिनों आयकर विभाग को ओडिशा से कांग्रेस सांसद धीरज प्रसाद साहू के घर से 300 करोड़ से अधिक कैश मिले थे धीरज प्रसाद साहू ने शुक्रवार, 15 दिसंबर 2023 को पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

धीरज प्रसाद साहू ने कहा, "मैं लगभग 30-35 सालों से सक्रिय राजनीति में हूं। मैं हमेशा चाहता था कि मेरे राजनीतिक जीवन में कभी विवाद न हो। लेकिन अब विवाद हुआ है तो मैं मजबूरन अपने और अपने परिवार के बारे में जानकारी देना चाहता हूं।''

धीरज प्रसाद साहू ने कहा, ''मैं स्वीकार करता हूं कि जो भी पैसा रिकवर किया गया है। वो मेरी ही फर्म का है। ये कैश मेरी शराब फर्मों से जुड़ा है। ये शराब बेचने से हुई कमाई है क्योंकि शराब एक ऐसा व्यवसाय है जो कि ज़्यादातर नकदी आधारित व्यवसाय है। इसका कांग्रेस और दूसरी पार्टियों से कोई लेना देना नहीं है, जैसा कि कहा जा रहा है। ये सारा पैसा मेरा भी नहीं है। ये मेरे परिवार और दूसरी फर्मों का है। अब आयकर विभाग ने छापा मार दिया है, मैं हर चीज़ का हिसाब दूंगा।

धीरज प्रसाद साहू कौन हैं?

भारतीय संसद के उच्च सदन राज्य सभा की वेबसाइट के अनुसार 23 नवंबर 1955 को रांची में जन्मे धीरज प्रसाद साहू के पिता का नाम राय साहब बलदेव साहू है और मां का नाम सुशीला देवी है।

धीरज प्रसाद साहू तीन बार राज्यसभा सांसद रहे हैं। धीरज प्रसाद साहू की अपनी वेबसाइट के अनुसार वो एक व्यापारी परिवार से ताल्लुक रखते हैं।  उनके पिता राय साहब बलदेव साहू अविभाजित बिहार के छोटानागपुर से थे और उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में हिस्सा लिया था।

भारत के आज़ाद होने के वक्त से ही उनका परिवार कांग्रेस के साथ जुड़ा रहा है। उन्होंने ख़ुद 1977 में राजनीति में क़दम रखा। वे लोहरदगा जिला यूथ कांग्रेस में शामिल रहे। उनके भाई शिव प्रसाद साहू भी रांची से दो बार कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा सांसद रह चुके हैं।

धीरज प्रसाद साहू ने रांची के मारवाड़ी कॉलेज से बीए तक की पढ़ाई की और झारखंड के लोहरदगा में रहते हैं।

2018 में राज्य सभा के लिए चुने जाने की प्रक्रिया में धीरज साहू ने जो हलफ़नामा दायर किया था। इसमें उन्होंने अपनी संपत्ति 34.83 करोड़ बताई थी। उन्होंने 2.04 करोड़ चल संपत्ति होने का दावा भी किया था।

हलफ़नामे के अनुसार उनके ख़िलाफ़ कोई आपराधिक मामला नहीं था।  हलफ़नामे के अनुसार उनके पास एक रेंज रोवर, एक फॉर्च्यूनर, एक बीएमडब्ल्यू और एक पाजेरो कार है।

बीजेपी विधायक को बलात्कार केस में 25 साल जेल की सज़ा, 10 लाख रुपये का जुर्माना

बीजेपी विधायक को बलात्कार केस में 25 साल जेल की सज़ा, 10 लाख रुपये का जुर्माना

शुक्रवार, 15 दिसंबर 2023

भारत के राज्य उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में बीजेपी के स्थानीय विधायक रामदुलारे गोंड को एमपी/एमएलए कोर्ट ने बलात्कार के एक मामले में 25 साल की सज़ा सुनाई है और दस लाख रुपये जुर्माना लगाया है।

12 दिसम्बर 2023 को दोषी क़रार दिए जाने के बाद ही रामदुलारे गोंड को हिरासत में ले लिया गया था।

सोनभद्र के पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह ने बीबीसी से बात करते हुए कहा, "साल 2014 में सोनभद्र के मयूरपुर थाने में पोक्सो एक्ट के तहत रामदुलारे के ख़िलाफ़ मुक़दमा हुआ था। इसकी पूरी विवेचना थाना स्तर पर की गई और सबूत अदालत के समक्ष पेश किए गए। अब माननीय अदालत ने विधायक रामदुलारे गोंड को दोषी क़रार दिया है। उन्हें तीन दिन पहले ही हिरासत में ले लिया गया था।''

एमपी-एमएलए कोर्ट ने आईपीसी की धारा 376 व 201 के तहत विधायक रामदुलारे गोंड को 12 दिसम्बर 2023 को दोषी क़रार दिया था। इसी दिन उन्हें हिरासत में भी ले लिया गया था।

एमपी-एमएलए कोर्ट के न्यायाधीश एहसानुल्लाह खां ने अर्थदंड की पूरी राशि पीड़िता को देने का आदेश भी दिया है। एमपी-एमएलए कोर्ट के इस फ़ैसले के बाद रामदुलारे गोंड की विधायकी जाना भी तय माना जा रहा है।

ह्यूमन राइट्स वॉच ने अमेरिका और कनाडा में सिख अलगाववादी नेताओं की हत्या की साज़िश की निष्पक्ष जांच की मांग की

ह्यूमन राइट्स वॉच ने अमेरिका और कनाडा में सिख अलगाववादी नेताओं की हत्या की साज़िश की निष्पक्ष जांच की मांग की

शुक्रवार, 15 दिसंबर 2023

मानवाधिकार संस्था ह्यूमन राइट्स वॉच ने अमेरिका और कनाडा के सिख अलगाववादी नेताओं की हत्या की कथित साज़िश में भारतीय अधिकारियों के शामिल होने के आरोपों की विस्तार से और निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।

ह्यूमन राइट्स वॉच की ओर से शुक्रवार, 15 दिसंबर 2023 को जारी एक प्रेस रिलीज़ में आरोप लगाया गया है कि भारत सरकार विदेशों में रह रहे बुद्धिजीवियों और एक्टिविस्टों के ख़िलाफ़ पहले से ही दुष्प्रचार फैलाने में जुटी हुई है।

ह्यूमन राइट्स वॉच ने ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से लोगों को मारने और अधिकारों के उल्लंघन में शामिल सुरक्षा बलों को सज़ा दिलाने में नाकाम रहने का आरोप भारत सरकार पर लगाया है।

ह्यूमन राइट्स वॉच की एशिया डायरेक्टर ऐलेन पियर्सन ने कहा है कि अमेरिका और कनाडा में हत्या की साज़िश रचने में भारत की कथित संलिप्तता, ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से लोगों को मारने की प्रवृत्ति का ही विस्तार है।

सितंबर 2023 में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने कनाडा के नागरिक और अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत के शामिल होने का आरोप लगाया था।

उसके बाद 29 नवंबर 2023 को अमेरिकी अधिकारियों ने आरोप लगाया कि सिख अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के प्रयास में एक भारतीय अधिकारी ने भारत के ही नागरिक निखिल गुप्ता को ज़िम्मेदारी सौंपी थी।

इससे पहले भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सात दिसंबर 2023 को कहा था कि भारत ने अमेरिकी ज़मीन पर एक ख़ालिस्तानी नेता को मारने की कथित साजिश के मामले में जांच शुरू कर दी है। इस मामले में अमेरिका ने इनपुट उपलब्‍ध कराए थे और यह राष्‍ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला है।

साथ ही भारत के विदेश मंत्री ने ये साफ़ किया कि कनाडा के आरोपों पर 'इसी तरह की कार्रवाई' की संभावना नहीं है क्‍योंकि कनाडा ने कोई पुख्ता सबूत या इनपुट भारत को नहीं दिया है।

भारतीय संसद के उच्च सदन राज्यसभा में एस जयशंकर ने कहा कि अमेरिका और कनाडा की ओर से लगाए गए आरोपों को सामान तरीके से देखने का सवाल ही नहीं उठता है क्‍योंकि एक देश (अमेरिका) ने भारत सरकार को इनपुट उपलब्ध कराए हैं, जबकि दूसरे (कनाडा) ने ऐसा नहीं किया था।

उन्होंने कहा, "जहां तक अमेरिका का सवाल है, अमेरिका के साथ हमारे सुरक्षा सहयोग के तहत हमें कुछ इनपुट दिए गए थे। वे इनपुट हमारे लिए चिंता का विषय थे क्योंकि वे संगठित अपराध, तस्करी से संबंधित थे।  इनका हमारी अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर पड़ता है, इसलिए मामले की जांच करने का निर्णय लिया गया और एक जांच समिति का गठन किया गया है।''

"जहां तक कनाडा का सवाल है, हमें कोई विशिष्ट सबूत या इनपुट उपलब्ध नहीं कराया गया। इसलिए दो देशों, जिनमें से एक ने इनपुट दिए है और एक ने नहीं, उनके साथ एक जैसा न्यायसंगत व्यवहार करने का सवाल ही नहीं उठता है।''

अमेरिका ने जब ख़ालिस्तानी नेता की हत्या की कोशिश में भारत सरकार के अधिकारी के शामिल होने का आरोप लगाया तो भारत ने उसे चिंताजनक बताते हुए उस पर जांच समिति गठित कर दी, लेकिन जब सितंबर 2023 में कनाडा ने ख़ालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार के शामिल होने का आरोप लगाया था तो भारत ने इस आरोप को पूरी तरह ख़ारिज कर दिया था।

भारतीय संसद की सुरक्षा में चूक का मामला, पुलिस ने यूएपीए के तहत केस दर्ज किया

भारतीय संसद की सुरक्षा में चूक का मामला, पुलिस ने यूएपीए के तहत केस दर्ज किया

गुरुवार, 14 दिसंबर 2023

बुधवार, 13 दिसंबर 2023 को भारतीय संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई और इस मामले में दिल्ली पुलिस ने यूएपीए की धाराओं के तहत एफ़आईआर दर्ज की है।

13 दिसंबर 2001 में भारतीय संसद में हुए हमले की सालगिरह पर लोकसभा में दो लोग विजिटर गैलरी से सांसदों के कक्ष में कूद गए। इन लोगों ने पीले रंग की गैस स्प्रे की और नारे लगाए।

जिस समय सदन के अंदर ये वाकया हुआ उस समय शून्यकाल चल रहा था।

लगभग इसी समय सदन के बाहर संसद के परिसर में एक पुरुष और एक महिला- अनमोल शिंदे और नीलम देवी- ने 'तानाशाही नहीं चलेगी' के नारे लगाते हुए छोटे से कनस्तरों से रंगीन गैस स्प्रे किया।

पुलिस का कहना है कि ये चारो छह लोगों के समूह का हिस्सा हैं जिन्होंने इसकी योजना बनायी। ये योजना इंस्टेंट मैसेजिंग एप पर बनायी गई और ये लोग भारत के राज्य हरियाणा के गुरुग्राम के एक फ़्लैट में रह रहे थे।

पुलिस ने बताया कि केस आईपीसी की धारा 120बी (आपराधिक साजिश), 452 (अतिक्रमण), 153 (दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना), 186 (सार्वजनिक कार्यों के निर्वहन में लोक सेवक को बाधा पहुंचाना) और 353 (हमला) के तहत दर्ज किया गया है। इसके साथ ही यूएपीए की धारा 16 और 18 भी लगायी गई है।

भारतीय संसद की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में सात लोग सस्पेंड

गुरुवार, 14 दिसंबर 2023

बुधवार, 13 दिसंबर 2023 को संसद की सुरक्षा में हुई बड़ी चूक के मामले में लोकसभा सचिवालय ने कम से कम सात लोगों को सस्पेंड कर दिया है।

सस्पेंड होने वालों की पहचान रामपाल, अरविंद, वीर दास, गणेश, अनिल, प्रदीप, विमित और नरेंद्र के रूप में की गई है।

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार, 13 दिसंबर 2023 को हुए वाकये के बाद संसद और आसपास के इलाके में सुरक्षा और बढ़ा दी गयी है। संसद परिसर के बाहर पुलिस के बैरिकेड लगा दिए गए है।

भारत के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी बुधवार, 13 दिसंबर 2023 को संसद पहुंचे हैं।

भारत के गृह मंत्रालय ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह की अध्यक्षता में एक जांच कमिटी बनायी है।

गृह मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है कि जांच कमिटी संसद की सुरक्षा में हुई चूक और इसकी वजहों की पहचान करेगी और इसे बेहतर करने के लिए गृह मंत्रालय को जल्द रिपोर्ट सौंपेगी।