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मोदी ने राहुल से कहा, ऐसे ही मिलते रहा करें

कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच व्यक्तिगत रूप से यह लंबे समय बाद भेंट हुई।

इस दौरान राहुल गांधी के साथ कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल भी साथ था। राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी को किसान मांग पत्र सौंपा और किसानों की कर्ज माफी मुद्दे पर बातचीत की।

प्रधानमंत्री मोदी ने भी राहुल के साथ मुलाकात के दौरान काफी गर्मजोशी दिखाई। उन्होंने राहुल से कहा कि ऐसे ही मिलते रहा करें। अच्छा लगता है।

बाद में राहुल गांधी ने मीडिया से कहा, ''प्रधानमंत्री भी किसानों की हालत से दुखी हैं, लेकिन उन्होंने कर्ज माफी मसले पर कुछ भी आश्वासन नहीं दिया। हमलोगों ने प्रधानमंत्री के सामने किसानों की समस्याएं प्रमुखता से रखी। साथ ही सरकार से गेहूं पर लगे आयात शुल्क हटाने की मांग की।''

सुप्रीम कोर्ट ने नोटबंदी पर कहा, सरकार अपना वादा पूरा करे

भारत के सुप्रीम कोर्ट ने 500 और 1000 के पुराने नोट पर लगी रोक को हटाने से इनकार कर दि‍या है। कोर्ट ने इन नोटों के यूज की समय सीमा बढ़ाने से इनकार करते हुए पूरे मामले को 5 सदस्‍यों वाली संवि‍धान पीठ के हवाले कर दि‍या है। अदालत ने इस संबंध में कुल 9 सवाल संवि‍धान पीठ को भेजे हैं। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने नोटबंदी से जुड़े सभी मामलों की सभी अदालतों में सुनवाई पर रोक लगा दी है।

अदालत ने सरकार ने कहा कि‍ वह हर शख्स को हर सप्‍ताह 24000 रुपए कैश नि‍कालने की सुवि‍धा देने के अपने वादे को पूरा करे।

येचूरी ने कहा, नोटबंदी पर हम जनता के पास जायेंगे

नोटबंदी पर मोदी सरकार के खिलाफ शुक्रवार को भी संसद में गतिरोध के बाद विपक्ष ने राष्ट्रपति से मुलाकात की। इस मुलाकात में 4 प्रमुख पार्टियां शामिल नहीं हुईं। बीएसपी, एनसीपी, एसपी और वामदल के नेता राष्ट्रपति से मिलने नहीं पहुंचे। राष्ट्रपति से मिलने पहुंचे विपक्षी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने किया।

राष्ट्रपति से ना मिलने पर वाम नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि मुलाकात का कोई फायदा नहीं था इसलिए हम नहीं गए। येचूरी ने कहा कि हम जनता के पास जायेंगे। 27, 28, 29 को देश भर की पार्टियां जनता के पास जायेंगी। येचुरी ने कहा कि तब तक पुराने नोट को लीगल आप्शन के लिए चलने दिया जाय, जब तक पुराने नोटबंदी वाले नोट के बराबर पैसा बाजार में न आ जाये।

ये है मोदी के मंत्रियों के कैश का हिसाब

नोटबंदी के बाद क्या आपने किसी बड़े नेता को बैंक या एटीएम की क़तार में लगे देखा है इसका जवाब होगा शायद न. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि नेताओं के पास पैसा नहीं है.

प्रधानमंत्री की अधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध डाटा से आप ये जानकारी ले सकते हैं कि किस मंत्री के पास किता कैश है.

pmindia.gov.in के मुताबिक़ भारत के वित्त मंत्री अरुण जेटली के पास इस साल 31 मार्च तक 65,29,400 कैश था.

वहीं आयूष राज्यमंत्री श्रीपद येसो नाइक के पास 31 मार्च तक 22,12,683 कैश था

छपेंगे आधे नोट, फिर कैसे 30 दिसंबर तक खत्म होगी कैश की किल्लत?

भारत के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दावा किया है कि 30 दिसंबर से देश को कैश की किल्लत से निजात मिल जाएगी। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि नए लीगल नोटों की संख्या उतनी नहीं होगी, जितनी पुराने 500-1000 के नोटों की थी।

वित्त मंत्री के मुताबिक, सर्कुलेशन में आने वाली नई करंसी की संख्या बाहर हुई 86 फीसदी की आधी यानी 43 फीसदी ही होगी। नोटबंदी के बाद करीब 15 ट्रिलियन यानी 15 लाख करोड़ रुपए सर्कुलेशन से बाहर हो गए हैं और सरकार इस राशि के आधा या इससे थोड़ा ज्यादा नई करंसी के नोट ही सर्कुलेशन में लाएगी।