यूएन ने ग़ज़ा में सबसे महत्वपूर्ण अनुच्छेद 99 लागू किया, कहा- ग़ज़ा कभी पहले जैसा नहीं हो सकेगा
गुरुवार, 7 दिसंबर 2023
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के प्रमुख एंटोनियो गुटेरस ने ग़ज़ा में चल रहे युद्ध की गंभीरता को देखते हुए यूएन चार्टर का अनुच्छेद 99 लागू कर दिया है।
ये अनुच्छेद संयुक्त राष्ट्र का सबसे महत्वपूर्ण प्रावधान माना जाता है। जिसके तहत संयुक्त राष्ट्र के महासचिव "किसी भी मामले को सुरक्षा परिषद के ध्यान में लाते हैं जो उनकी राय में अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को ख़तरे में डाल सकता है।''
इसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर का सबसे शक्तिशाली प्रावधान माना जाता है।
संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में केवल नौ बार ही इस अनुच्छेद का इस्तेमाल किया गया है और दशकों से इस अनुच्छेद का इस्तेमाल नहीं हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र बीते कई हफ्तों से ग़ज़ा में युद्ध से पैदा हो रही मानवीय तबाही के बारे में चेतावनी दे रहा है और इसे रोकने की अपील कर रहा है, लेकिन अब बुधवार, 6 दिसंबर 2023 को एंटोनियो गुटेरस ने अपने सबसे शक्तिशाली डिस्ट्रेस सिग्नल में से एक को लागू किया है ताकि सदस्य देशों का ध्यान इस संकट पर केंद्रित किया जा सके और मानवीय युद्धविराम लागू हो।
यूएन काउंसिल के अधिकतर सदस्य युद्ध विराम के समर्थन में हैं लेकिन अमेरिका, जो इसराइल का घनिष्ठ सहयोगी है और यूएन में वीटो रखता है वो इस युद्ध विराम के समर्थन में नहीं है।
एंटोनियो गुटेरस ने काउंसिल के सदस्यों को लिखा कि कि ''ग़ज़ा में रहने वाला हर एक शख्स गंभीर ख़तरे में जी रहा है क्योंकि कोई भी जगह अब ग़ज़ा में सुरक्षित'' नहीं है।
उन्होंने ये भी लिखा है कि पूरे ग़ज़ा की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा चुकी है क्योंकि अस्पतालों को युद्ध का मैदान बना दिया गया है।
लोगों के पास जिंदा रहने के लिए ज़रूरत के सामान तक नहीं हैं और इन सबके बीच इसराइल लगातार बमबारी कर रहा है।
एंटोनियो गुटेरस का कहना है कि ग़ज़ा की सार्वजनिक व्यवस्था पूरी तरह खत्म हो जाएगी।
यूएन का कहना है कि जिस तरह की तबाही ग़ज़ा में हो रही है उसे देखते हुए ये बहुत मुश्किल लगता है कि ग़ज़ा वापस कभी पहले जैसा हो सकेगा।
एंटोनियो गुटेरस ने अपनी चिट्ठी के आखिर में लिखा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ज़िम्मेदारी है कि वह "इस संकट को और बढ़ने से रोकने और खत्म करने के लिए अपने सभी प्रभाव का इस्तेमाल करे" और मानवीय युद्धविराम के लिए अपने आह्वान को दोहराया।
ग़ज़ा में लोग मर रहे हैं, भारत को सही के साथ खड़ा होना चाहिए: प्रियंका गांधी
गुरुवार, 7 दिसंबर 2023
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा है कि ग़ज़ा में इसराइल लगातार बर्बर तरीके से बमबारी कर रहा है, भारत अंतरराष्ट्रीय समुदाय का हिस्सा है और इस नाते उसे जो सही है उसके लिए खड़ा होना चाहिए।
प्रियंका गांधी ने गुरुवार, 7 दिसंबर 2023 को एक्स पर लिखा कि भारत हमेशा न्याय के लिए खड़ा हुआ है और फ़लस्तीनियों के लंबे संघर्ष और उनकी आज़ादी के लिए खड़ा रहा है। उसे ऐसा ही अभी भी करना चाहिए।
प्रियंका गांधी ने लिखा, ''ग़ज़ा पर बेरहम बमबारी की जा रही है आज हालात युद्धविराम से पहले के हालात से भी अधिक बदतर है। खाद्य आपूर्ति मुश्किल से हो रही है, चिकित्सा सुविधाएं नष्ट हो गई हैं और बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं। एक पूरा देश मिटा दिया जा रहा है। 16000 लोगों की मौत हो गयी है, इसमें 10000 बच्चे हैं। 60 से ज्यादा पत्रकारों की मौत हो गयी है। हमारी आखों के सामने इन लोगों को मारा जा रहा है, मानवता कहां है?''
''भारत हमेशा अंतरराष्ट्रीय मंच पर जो उचित है उसके लिए खड़ा रहा है। हमने दक्षिण अफ्रीका के रंगभेदी शासन के ख़िलाफ़ प्रतिबंधों के लिए लड़ाई लड़ी, हमने फ़लस्तीन में अपने भाइयों और बहनों की आज़ादी के लिए उनके लंबे संघर्ष का शुरुआत से समर्थन किया, और अब जब नरसंहार हो रहा है तो हम कुछ नहीं कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय का सदस्य होने के नाते भारत का ये कर्तव्य है कि वह जो सही है उसके साथ खड़ा रहे। युद्ध विराम के लिए हम जो भी कर सकते हैं, हमें करना चाहिए।''
संयुक्त राष्ट्र महासचिव की अपील को इसराइल ने 'नैतिक पतन का नया स्तर' बताया
गुरुवार, 7 दिसंबर 2023
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव की ओर से की गई संघर्ष विराम की अपील पर यूएन में इसराइल के राजदूत गिलाड एर्दान ने कड़ी नाराज़गी जताई है।
यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इसराइल से मानवता के आधार पर संघर्ष विराम की अपील की थी। इस पर इसराइल ने नाराज़गी जताते हुए उनके इस्तीफ़े की मांग की है।
यूएन में इसराइल के राजदूत गिलाड एर्दान ने कहा, "आज महासचिव नैतिक पतन के नए स्तर पर पहुंच गए।''
गिलाड एर्दान ने कहा कि संघर्ष विराम की अपील दरअसल ग़ज़ा में हमास के आतंक को बरकरार रखने की अपील की है।
गिलाड एर्दान ने कहा, "संयुक्त राष्ट्र महासचिव का रवैया केवल ग़ज़ा की लड़ाई को लंबा खींचने के लिए है क्योंकि इससे हमास के आतंकवादियों को ये उम्मीद मिलेगी कि युद्ध रुक जाएगा और वे बचने में कामयाब हो जाएंगे।''
इसराइल-ग़ज़ा युद्ध: पक्षपात के आरोपों पर संयुक्त राष्ट्र ने कहा, हमारा 'एक ही पक्ष है और वो है लोगों की जानें बचाना'
गुरुवार, 7 दिसंबर 2023
संयुक्त राष्ट्र ने इसराइल-ग़ज़ा संघर्ष पर पक्षपात करने के आरोपों को ख़ारिज़ करते हुए इस बात पर जोर दिया कि उनका 'एक ही पक्ष है और वो है लोगों की जानें बचाना'।
बुधवार, 6 दिसंबर 2023 को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेस ने सुरक्षा परिषद के सदस्यों को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के उस आर्टिकल का इस्तेमाल करने की बात कही है, जिसका उपयोग दशकों में नहीं हुआ। उन्होंने सुरक्षा परिषद से अपील की है कि वो ग़ज़ा में एक बड़े मानवीय संकट टालने में मदद करें।
इसराइल ने उन पर और नीचे गिरने का आरोप लगाया और कहा कि ये दर्शाता है कि वो पक्षपात कर रहे हैं।
बीबीसी रेडियो 4 कार्यक्रम में एंतोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफ़न डुजारीक ने कहा कि महासचिव का किसी आर्टिकल का आह्वान करना दुर्लभ है लेकिन उनके पास कोई और उपाय भी नहीं है क्योंकि 'मानवीय पीड़ा' हद पार कर चुकी है।
इसराइल-ग़ज़ा युद्ध: इसराइली फौज खान यूनिस के बीचोबीच पहुंची, हमास लड़ाकों से भीषण जंग जारी
गुरुवार, 7 दिसंबर 2023
इसराइल की सेना का कहना है कि उसके सैनिक दक्षिणी ग़ज़ा के मुख्य शहर खान यूनिस में हमास लड़ाकों से लड़ रहे हैं।
इसराइल की सेना का दावा है कि यहाँ हमास का एक बड़ा नेता छिपा हुआ है।
लगातार बमबारी के चलते गज़ा के लोगों की दुर्दशा पर अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद इसराइल दक्षिणी ग़ज़ा में ईंधन की आपूर्ति को थोड़ा बढ़ाने पर भी तैयार हो गया है।
बुधवार, 6 दिसंबर 2023 की रात इसराइल के मंत्रियों ने ग़ज़ा में और अधिक ईंधन के प्रवेश को मंजूरी दे दी।
बीबीसी की मध्य पूर्व संवाददाता योलांडे नेल ने बताया कि इसराइल की सेना खान यूनिस के बीचोबीच पहुंच गई है।
उधर, हमास की सशस्त्र शाखा का कहना है कि लड़ाई भीषण हो रही है। जबकि इसराइली सेना अब ग़ज़ा में हमास के नेता याह्या सिनवार के घर तक पहुंच गई है।
माना जाता है कि वह और अन्य शीर्ष अधिकारी भूमिगत सुरंगों में छिपे हुए हैं। इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हमास के नेता को पकड़ना सिर्फ वक्त की बात है।
दूसरी तरफ़, संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने चेतावनी दी है कि युद्ध के दो महीने बाद, "ग़ज़ा में स्थितियां विनाशकारी होती जा रही है, जैसे-जैसे लड़ाई बढ़ती जा रही है, सैकड़ों-हज़ारों लोग दक्षिण के एक छोटे से इलाके में सिमट कर रह गए हैं। "सार्थक मानवीय प्रयास" अब लगभग असंभव हो गए हैं।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर से मिली शक्ति का इस्तेमाल करते सुरक्षा परिषद से कहा है कि वो ग़ज़ा युद्ध पर कार्रवाई करे।
अब तक सुरक्षा परिषद पूर्ण युद्धविराम का आह्वान करने वाले किसी भी प्रस्ताव का समर्थन करने में विफल रही है।
ग़ज़ा में इसराइली हमले में अल जज़ीरा के संवाददाता के परिवार के 22 सदस्यों की मौत
गुरुवार, 7 दिसंबर 2023
न्यूज़ चैनल अल जज़ीरा ने बताया है कि ग़ज़ा के जबालिया रिफ्यूजी कैम्प में इसराइली हमले में उनके एक पत्रकार के परिवार के 22 सदस्यों की मौत हो गई।
अल जज़ीरा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मोमीन अल-शराफ़ी के परिवार के सदस्यों ने जिस घर में शरण ली हुई थी, उसे बुधवार, 6 दिसंबर 2023 को निशाना बनाया गया।
इस हमले में मोमीन अल-शराफी की मां, उनके पिता, तीन भाई-बहन और उनके कई बच्चों की मौत हो गई।
इससे पहले अक्टूबर 2023 में अल जज़ीरा के एक अन्य पत्रकार वाइल अल-दाहदाउ की पत्नी, बेटे-बेटी और पोते की सेंट्रल ग़ज़ा के इलाक़े में मौत हो गई।
हमास का दावा- इसराइली हमले में 178 फ़लस्तीनियों की मौत
शनिवार, 2 दिसंबर 2023
सात दिनों के युद्धविराम के बाद इसराइल और हमास के बीच लड़ाई फिर शुरू हो गई है।
इसराइल और हमास दोनों एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं कि उनकी वजह से युद्धविराम का विस्तार नहीं हो सका।
इस बीच, हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि गज़ा में इसराइल की ओर से दोबारा बमबारी शुरू करने के बाद से अब तक फ़लस्तीन के 178 लोगों की मौत हो चुकी है।
इसराइल ने भी कहा है कि उसने 200 ''आतंकी ठिकानों'' पर हमला किया है।
युद्धविराम को बढ़ाने से जुड़ी बातचीत से जुड़े एक सूत्र ने बीबीसी को बताया कि क़तर में इसराइल और हमास के बीच युद्धविराम को बढ़ाने का समझौता नहीं हो पाया।
हालांकि अमेरिका ने कहा है कि वह अभी भी दोनों के बीच संघर्ष रुकवाने की कोशिश कर रहा है।
हमास के कब्ज़े में रहे छठे इसराइली बंधक की मौत की पुष्टि हुई
शनिवार, 2 दिसंबर 2023
हमास ने जिन इसराइलियों को बंधक बनाया था उनमें से छह की मौतों की पुष्टि हो गई है।
शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023 को ग़ज़ा में रहने वाली 70 साल की ओफ्रा किदार की मौत की पुष्टि हुई है।
7 अक्टूबर 2023 को जिस वक्त उन्हें बंधक बनाया गया था उस समय वो वॉक पर निकली थीं। वो किसी तरह अपने परिवार वालों को फोन कर पाई थीं।
ओफ्रा किदार ने बताया था कि हमास के लोग उन्हें गोली मारने जा रहे हैं। उनके पति सामी को भी उनके घर में गोली मार दी गई थी।
ओफ्रा किदार की बेटी ने किसी तरह छिप कर जान बचाई थी। बीबीसी ने इससे पहले हमास के कब्ज़े में रहे पांच और इसराइलियों की मौत की ख़बर दी थी। इनमें 26 साल से लेकर 85 साल तक के लोग शामिल थे।
इसराइल-हमास युद्धविराम के बाद ग़ज़ा में मानवीय सहायता ठप पड़ी, यूएन ने चेतावनी दी
शनिवार, 2 दिसंबर 2023
इसराइल-हमास के बीच अस्थाई युद्ध विराम खत्म होने के बाद से ग़ज़ा में कोई भी सहायता नहीं पहुंची है।
यह जानकारी फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की राहत एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) ने दी है।
यूएनआरडब्ल्यूए की प्रवक्ता जूलियट टौमा ने बीबीसी को बताया कि उन्हें डर है कि फिर से वही हालात हो जाएंगे जो हफ्तों पहले थे, जहां ग़ज़ा पर पूर्ण प्रतिबंध और उसे चारों तरफ से घेरा हुआ था।
जूलियट टौमा ने कहा कि मानवीय सहायता को फिर से शुरू करने और युद्ध विराम को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
जूलियट टौमा ने कहा कि हम ग़ज़ा में मानवाधिकार उल्लंघन की सुनामी के मुहाने पर खड़े हैं।
इसराइल-हमास युद्धविराम खत्म होने के बाद ग़ज़ा में मानवीय सहायता की पहली खेप पहुंची
शनिवार, 2 दिसंबर 2023
फ़लस्तीनी रेड क्रिसेंट का कहना है कि शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023 को इसराइल और हमास के बीच अस्थाई युद्धविराम टूटने के बाद से पहली बार मानवीय सहायता से भरे ट्रकों को ग़ज़ा पट्टी में जाने की अनुमति दी गई है।
रफ़ाह बॉर्डर से क़रीब 50 ऐसे ट्रकों को ग़ज़ा में जाने की अनुमति दी गई है।
सहायता एजेंसियों ने अब भी आपूर्ति में भारी कमी बताई है।
मिस्र की सुरक्षा एजेंसी और फ़लस्तीनी रेड क्रिसेंट के सूत्रों ने न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि ग़ज़ा पट्टी से पहले इन ट्रकों की ऑजा क्रॉसिंग पर जांच होगी।
युद्ध से पहले सहायता एजेंसियों ने कहा था कि ग़ज़ा की आबादी की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए रोज़ 100 ट्रक सहायता सामानों की ज़रूरत होगी।
ग़ज़ा में युद्धविराम ख़त्म होने के बाद से 193 लोग मारे गए: हमास
शनिवार, 2 दिसंबर 2023
ग़ज़ा में हमास नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023 को इसराइल ने जब फिर से हमला करना शुरू किया है तब से वहां 193 लोग मारे गए हैं।
इसमें बताया गया है कि सात दिनों के युद्धविराम ख़त्म होने के बाद से अब तक 652 लोग घायल भी हुए हैं।
हमास नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक़ ग़ज़ा में मारे गए लोगों की संख्या 15 हज़ार से अधिक हो गई है और 40 हज़ार से अधिक लोग घायल हुए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि मारे गए लोगों में से 70 फ़ीसदी महिलाएँ और बच्चे हैं।
ग़ज़ा में एक बार फिर युद्धविराम की कोशिश, फ़्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों क़तर जाएंगे
शनिवार, 2 दिसंबर 2023
फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सीओपी-28 जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन के दौरान कहा कि वे इसराइल और हमास के बीच फिर से युद्धविराम की कोशिश में क़तर की यात्रा करेंगे।
इमैनुएल मैक्रों ने कहा, "यह स्थिति एक चिरस्थायी युद्धविराम पर पहुंचने और हमास के बंधक बनाए गए सभी लोगों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए दोगुनी कोशिश करने की मांग करती है।''
साथ ही इमैनुएल मैक्रों ने यह भी कहा कि, "ग़ज़ा के लोगों को वो सहायता पहुंचाना भी ज़रूरी है जिसकी उन्हें तत्काल आवश्यकता है।''
राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि "इसराइल, हमास को पूरी तरह नष्ट करने के अपने मंसूबे के बारे में स्पष्ट करे क्योंकि इससे यह युद्ध अगले दस सालों तक भी चल सकता है।''
इसराइल ने युद्धविराम वार्ताकारों को क़तर से लौटने का आदेश दिया
शनिवार, 2 दिसंबर 2023
इसराइल की ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद ने बताया है कि युद्धविराम की बातचीत में गतिरोध आने के बाद इसराइली ख़ुफ़िया अधिकारियों को क़तर छोड़ने का आदेश दिया गया है।
इसराइली प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में बताया गया है कि, "मोसाद के प्रमुख डेविड बार्निया ने अपनी टीम को इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के निर्देश पर क़तर से वापस इसराइल लौटने के लिए कहा है।''
इसमें कहा गया है कि, "आतंकी संगठन हमास ने समझौते के अपने हिस्से को पूरा नहीं किया है। इसमें हमास को दी गई एक लिस्ट के अनुसार सभी बच्चों और महिलाओं की रिहाई सुनिश्चित करना भी शामिल था।''
युद्ध शुरू होने के बाद से क़तर हमास और इसराइल के बीच मध्यस्थता कर रहा है। हाल ही में एक हफ़्ते तक चलने वाले अस्थाई युद्धविराम, उसे दो बार बढ़ाने और उस दौरान बंधकों की रिहाई में उसने अहम भूमिका निभाई है।
युद्ध विराम समझौता ख़त्म, हमास और इसराइल के बीच जंग शुरू
शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023
हमास और इसराइल के बीच युद्ध विराम समझौता ख़त्म हो गया है। इसराइल ने कहा है कि लड़ाई फिर से शुरू हो चुकी है।
गुरुवार, 30 नवंबर 2023 को हमास और इसराइल के बीच युद्ध विराम समझौते का सातवां दिन था। इसके बाद शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023 को ये डील ख़त्म हो गयी। डील के ख़त्म होने से कुछ समय पहले ही इसराइल ने कहा कि उसने ग़ज़ा से दागे गए एक रॉकेट को मार गिराया।
इसराइली सेना ने एक्स पर लिखा- ''हमास ने इसराइल पर फायरिंग शुरू कर दी है ये युद्ध विराम समझौते का उल्लंघन है।''
उम्मीद जतायी जा रही थी कि युद्ध विराम आगे बढ़ सकता है। अमेरिका, क़तर और मिस्र लगातार इसकी मध्यस्थता कर रहे थे लेकिन ये डील और आगे नहीं बढ़ सकी।
शुक्रवार, 24 नवंबर 2023 को हमास और इसराइल के बीच युद्धविराम समझौते का ऐलान किया गया था। सात दिन चले इस समझौते में गुरुवार, 30 नवंबर 2023 तक हमास ने इसराइल के 110 बंधकों को छोड़ा है।
इसराइल-हमास के बीच युद्ध विराम ख़त्म, दक्षिणी ग़ज़ा में एयर स्ट्राइक शुरू
शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023
ग़ज़ा में हमास के आंतरिक और राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्रालय ने बताया है कि दक्षिणी ग़ज़ा में कई एयर स्ट्राइक की गयी है।
टेलीग्राम अकाउंट पर हमास के आंतरिक और राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्रालय ने ये जानकारी दी है।
ग़ज़ा में बीबीसी के सूत्रों ने भी इसकी पुष्टि की है और कहा है कि उत्तरी ग़ज़ा में भी कई धमाकों की आवाज़ें सुनी गयी है। साथ ही ग़ज़ा शहर के उत्तर-पश्चिम में गोलीबारी हुई है।
सात दिनों की शांति के बाद ग़ज़ा में बम धमाकों की आवाजें फिर गूँज रही है
शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023
बीबीसी न्यूज़ के लिए इसराइल के सरदोत से एना फ़ोस्टर की रिपोर्ट के मुताबिक, सात दिनों के युद्ध विराम के बाद एक बार फिर ग़ज़ा में गोलीबारी की आवाजें गूंज रही हैं।
आसमान में एयरस्ट्राइक के साथ-साथ छोटे हथियारों से भी हमले हो रहे हैं।
आसमान में काले धुएं का गुबार और उड़ते ड्रोन की आवाज़ों ने ग़ज़ा में वापसी कर ली है।
एना फ़ोस्टर ने कहा, ''आज की सुबह धुंध भरी है और दक्षिणी इसराइली शहर सदरोत, जहां मैं रह रही हूं वहां से मुझे सीधे उत्तरी ग़ज़ा दिख रहा है, मैं वहां की टूटी हुई इमारतों को देख पा रही हूं।''
''अश्कलोन के पास जो सैन्य रोडब्लॉक हुआ करता था, उसकी भी वापसी हो गयी है।''
ग़ज़ा में हमास संचालित स्वास्थ मंत्रालय ने कहा है कि शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023 की सुबह से, जब से ये युद्ध विराम ख़त्म हुआ है, 14 लोगों की मौत हो चुकी है।
हमास और इसराइल के बीच सात दिनों तक चला युद्ध विराम समझौता शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023 को ख़त्म हो गया है।
गुरुवार, 30 नवंबर 2023 को हमास और इसराइल के बीच युद्ध विराम समझौते का सातवां दिन था।
इसके बाद शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023 को ये डील ख़त्म हो गयी।
डील के ख़त्म होने से कुछ समय पहले ही इसराइल ने कहा कि उसने ग़ज़ा से दागे गए एक रॉकेट को मार गिराया।
इसके साथ ही जंग फिर से शुरू हो गयी है।
इसराइल के हमले में ग़ज़ा में 44 लोगों की मौत, इसराइल की सेना ने क्या आदेश दिया?
शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023
हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि ग़ज़ा में शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023 की सुबह से फिर से संघर्ष शुरू होने के बाद से 44 लोग मारे गए हैं।
एक सप्ताह के युद्ध विराम के बाद इसराइल और हमास के बीच ग़ज़ा में युद्ध फिर से शुरू हो गया है।
इस संघर्ष विराम के दौरान हमास ने बंधकों और इसराइल ने फ़लस्तीनी क़ैदियों को रिहा किया।
शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023 को फिर से इसराइल के लड़ाकू विमानों ने ग़ज़ा के ऊपर बमबारी की। ग़ज़ा के आसमान में फिर से धुआं उठता हुआ दिखाई दे रहा है।
संयुक्त राष्ट्र ने इस स्थिति को त्रासद कहा है। इसराइल और हमास दोनों ने ही संघर्ष के फिर से शुरू होने के लिए एक दूसरे को ज़िम्मेदार बताया है।
वहीं, इसराइल की सेना ने दक्षिणी ग़ज़ा के ख़ान यूनुस इलाक़े में आसमान से पर्चे गिराये हैं और लोगों को इलाक़ा खाली करने की चेतावनी दी है।
इसराइल ने एक नक़्शा जारी कर उन इलाक़ों के बारे में भी बताया है जहां ग़ज़ा के लोग जा सकते हैं।
इसराइल ने इन इलाक़ों को एवेकुएशन ज़ोन कहा है।
बीबीसी संवाददाता पॉल एडम्स ने जानकारी दी है कि इसराइली जेट ने ख़ान यूनिस के पूर्वी और उत्तरी हिस्सों में शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023 को लीफलेट गिराए हैं जिनमें एक क्यूआर कोड छपा है।
इस क्यूआर कोड को स्कौन करने पर ग़ज़ा पट्टी का मानचित्र खुलता है जिसे 2,300 अलग-अलग हिस्सों में बांटा गया है।
इसराइली सेना ने कहा है कि यहां रहने वाले इसमें दिए निर्देशों का पालन कर सकते हैं और सुरक्षित जगहों पर जा सकते हैं।
इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री ने चेतावनी दी थी कि इसराइल को अपना सैन्य अभियान फिर से शुरू करने से पहले ग़ज़ा में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क़दम उठाने होंगे।
एंटनी ब्लिंकन ने कहा था कि ग़ज़ा के उत्तर में जो नुक़सान हुआ उसे दक्षिण में दोहराया नहीं जाना चाहिए। उन्होंने इसराइल और हमास के बीच संघर्ष विराम को जारी रखने पर भी ज़ोर दिया।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अमेरिका में निखिल गुप्ता भारतीय शख़्स के ख़िलाफ़ केस दर्ज होने के बाद एक बार फिर हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड में भारत को घेरने की कोशिश की है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि ये केस उस बात को रेखांकित करता है जिसका ज़िक्र कनाडा हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में कर रहा है और भारत को इस मामले को गंभीरता से लेने की ज़रूरत है।
जस्टिन ट्रूडो ने बुधवार, 29 नवंबर 2023 को बताया था कि कनाडा की एजेंसियां हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार की संलिप्तता से जुड़े आरोपों को लेकर अगस्त 2023 के बाद से अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ काम कर रही थीं।
कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में 18 जून 2023 को सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गयी थी।
इसके बाद कनाडा ने इस मामले में भारत सरकार के शामिल होने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे।
लेकिन कनाडा सरकार की ओर से लगाए गए आरोपों को भारत सरकार ने ‘भद्दे’ और ‘प्रेरित’ बताया था।
भारत ने साल 2020 में ही हरदीप सिंह निज्जर को एक आतंकी का दर्जा दिया था।
निखिल गुप्ता के ख़िलाफ़ क्या आरोप हैं?
अमेरिकी अदालत में दाख़िल अभियोग में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर एक लाख डॉलर कैश के बदले एक अमेरिकी नागरिक की हत्या की सुपारी देने के आरोप लगाए गए हैं।
अदालत में पेश दस्तावेज़ के मुताबिक़ निखिल गुप्ता ने भारत सरकार के लिए काम करने वाले एक अधिकारी के कहने पर अमेरिका में एक हिटमैन से संपर्क किया और उसे एक सिख अलगाववादी नेता की हत्या का कॉन्ट्रैक्ट दिया।
अभियोग में दावा किया गया है कि भारतीय अधिकारी से बातचीत के दौरान निखिल गुप्ता ने बताया था कि वो नार्कोटिक्स और हथियारों की अंतरराष्ट्रीय तस्करी से जुड़े हुए हैं।
अभियोग में ये भी दावा किया गया है कि निखिल गुप्ता पर भारत के राज्य गुजरात में एक आपराधिक मामला चल रहा है जिसमें मदद के बदले वो भारतीय अधिकारी के लिए न्यूयॉर्क में हत्या करवाने के लिए तैयार हो गए थे।
दस्तावेज़ के मुताबिक़ निखिल गुप्ता ने जिस हिटमैन से संपर्क किया था वह अमेरिकी ख़ुफ़िया विभाग के अंडरकवर एजेंट थे।
अमेरिका में सिख अलगाववादी नेता की हत्या की साजिश मामले में भारत ने जांच पैनल बनाया
गुरुवार, 30 नवंबर 2023
भारत ने अमेरिका में एक सिख अलगाववादी नेता को मारने की साजिश के आरोपों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच पैनल का गठन किया है।
बुधवार, 29 नवंबर 2023 की शाम अमेरिका ने दावा किया कि उसने न्यूयॉर्क में रहने वाले एक सिख अलगाववादी अमेरिकी नागरिक की हत्या की योजना को नाकाम कर दिया है। अमेरिका ने इस मामले में बुधवार, 29 नवंबर 2023 को भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर आरोप लगाए। कोर्ट में पेश दस्तावेज़ों के मुताबिक उन्हें भारत सरकार के एक कर्मचारी से निर्देश मिले थे।
इससे पहले बीते सप्ताह ब्रिटेन के अख़बार फ़ाइनेंशियल टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट की थी कि अमेरिका ने ख़लिस्तान समर्थक नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कोशिश को फेल कर दिया है। अख़बार ने दावा किया था कि भारत सरकार के अधिकारी इस साजिश में शामिल थे और अमेरिका ने इसे लेकर भारत सरकार को चेतावनी दी है।
बुधवार, 29 नवंबर 2023 को भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत ने इस मामले की जांच के लिए 18 नवंबर 2023 को एक उच्चस्तरीय पैनल का गठन किया है जो मामले की जांच कर रहे हैं।
फ़ाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के बाद अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा कि इस मुद्दे को अमेरिका "बेहद गंभीरता" से ले रहा है।
वाशिंगटन पोस्ट ने बुधवार, 29 नवंबर 2023 को एक रिपोर्ट में लिखा है कि सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश का पता चलने के बाद बाइडन प्रशासन इससे काफ़ी चिंतित था। उसने सीआईए निदेशक विलियम जे बर्न्स और राष्ट्रीय खुफिया निदेशक एवरिल हेन्स को अगस्त 2023 और अक्टूबर 2023 में भारत भेजा था और मामले की जांच की मांग की थी।
भारत के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका में सिख अलगाववादी नेता की हत्या की साज़िश के मामले पर क्या कहा?
गुरुवार, 30 नवंबर 2023
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिका की अदालत में अभियोग भारतीय अधिकारी के खिलाफ़ नहीं लाया गया है। भारत को अमेरिका से क्या इनपुट मिले हैं इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा सकती।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक सवाल के जवाब में कहा है, "एक बात साफ़ करना चाहता हूं कि अमेरिकी अदालत में अभियोग भारतीय अधिकारी के खिलाफ़ नहीं चलाया जा रहा है। हमें जो इनपुट मिले हैं वो हम साझा नहीं कर सकते लेकिन अगर आप कानूनी केस की बात कर रहे हैं तो एक व्यक्ति पर अमेरिकी अदालत में आरोप लगाए गए हैं।''
"ये आरोप लगाया जा रहा है कि वह शख्स भारतीय अधिकारी के साथ काम कर रहे थे जो एक चिंता का विषय है। हम बार बार कह चुके हैं ये भारत की नीति नहीं है। हमारी उच्च स्तरीय जांच पैनल ड्रग रैकेट और सुनियोजित अपराध के नेक्सस के एंगल से भी मामले की जांच करेगी।''
अमेरिका ने अमेरिकी ज़मीन पर एक सिख अलगाववादी नेता और अमेरिकी नागरिक की हत्या की साज़िश के पर्दाफ़ाश का दावा किया है।
निखिल गुप्ता नाम के एक शख़्स पर आरोप हैं कि उन्होंने एक भाड़े के हत्यारे को एक लाख डॉलर (लगभग 83 लाख रुपये) कैश के बदले अलगाववादी नेता की हत्या का ठेका दिया।
आरोप हैं कि निखिल गुप्ता को एक भारतीय अधिकारी निर्देशित कर रहे थे। अभियोग में भारतीय अधिकारी का नाम नहीं है।
18 नवंबर 2023 को भारत ने इन आरोपों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच पैनल का गठन किया है।
इसराइल और हमास ने जानकारी दी है कि दोनों पक्षों के बीच जारी युद्ध विराम एक और दिन के लिए बढ़ाया गया है।
इसराइली सेना ने कहा कि "बंधकों को रिहा करने की प्रक्रिया जारी रखने के लिए मध्यस्थों की कोशिशों के मद्देनज़र" हमास के साथ युद्ध विराम जारी रहेगा।
वहीं हमास ने कहा है कि इसराइल के साथ युद्ध विराम एक दिन के लिए बढ़ रहा है और ये अब सातवें दिन भी लागू होगा।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने ये जानकारी दी है।
शुक्रवार, 24 नवंबर 2023 से हमास और इसराइल के बीच बंधकों को लेकर हुई डील लागू है।
जिसके तहत हमास कुछ इसराइली बंधकों को छोड़ रहा है और बदले में इसराइल तय फ़लस्तीनी कैदियों को अपनी जेलों से रिहा कर रहा है।
इस दौरान युद्ध विराम लागू है। साथ ही मदद और ज़रूरी दवाओं से भरे ट्रक ग़ज़ा में दाखिल हो रहे हैं।
गुरुवार, 30 नवंबर 2023 को इस युद्ध विराम का सातवाँ दिन है।
फ़िनलैंड ने रूस से लगने वाली अपनी सीमा पर अंतिम क्रॉसिंग को भी बंद कर दिया है, इस कदम को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कार्यालय क्रेमलिन ने "एकदम गैरज़रूरी क़दम" बताते हुए इसकी निंदा की है।
फिनलैंड ने रूस पर आरोप लगाया है कि रूस शरणार्थियों को फ़िनलैंड की ओर भेज रहा है। इसे देखते हुए राजा-जोसेप्पी में उत्तरी क्रॉसिंग भी बुधवार, 29 नवंबर 2023 को दो सप्ताह के लिए बंद दिया गया।
फ़िनलैंड का कहना है कि वह रूस के ‘हाइब्रिड ऑपरेशन’ का शिकार हो रहा है। नवंबर 2023 में लगभग 900 शरणार्थी सीमा पार कर फ़िनलैंड में दाखिल हुए हैं।
यह संख्या फ़िनलैंड के पिछले रिकॉर्ड के मुकाबले कहीं ज़्यादा है। इससे पहले बमुश्किल एक दिन में कोई एक सीमा पार करता था। सीमा पर तैनात एक गार्ड ने बताया कि अगस्त 2023 तक रूस बिना ज़रूरी वीज़ा के यहां तक किसी भी विदेशी नागरिक को नहीं आने देते था लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है।
फ़िनलैंड रूस के साथ 1,340 किमी (830 मील) की सीमा साझा करता है, इस उत्तरी क्रॉसिंग को अस्थायी रूप से बंद करने से पहले फिनलैंड ने दक्षिण-पूर्वी सीमा पर सात क्रॉसिंग को भी बंद कर दिया था।
हालांकि मालगाड़ी के लिए रेलमार्ग खुला रहेगा। सीमा गार्ड का कहना है कि ये सैद्धांतिक रूप से पूर्ण शटडाउन नहीं है। शरण चाहने वाले अभी भी विमान से हेलसिंकी पहुंच सकते हैं।
फ़िनलैंड की आंतरिक मामलों की मंत्री मारी रैनटेनन ने कहा कि यह "राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला" है, और बुधवार, 29 नवंबर 2023 को पोलैंड के राष्ट्रीय सुरक्षा ब्यूरो के प्रमुख ने घोषणा की कि उसके सैन्य सलाहकार "सीमा सुरक्षा की ऑन-साइट समझ " साझा करने के लिए फिनलैंड जा रहे हैं।
पोलैंड के राष्ट्रीय सुरक्षा ब्यूरो के प्रमुख जेसेक सिविएरा ने एक्स पर बताया है कि फिनिश राष्ट्रपति जो इस सप्ताह पोलैंड के दौरे पर थे, उनके अनुरोध पर पोलैंड अपनी समझ और जानकारी फ़िनलैंड से साझा करेगा।
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ अल सऊद दिल्ली में हुए जी 20 सम्मेलन के बाद भारत के राजकीय दौरे पर हैं।
इस दौरान उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय बैठक की।
बैठक के बाद क्राउन प्रिंस ने कहा, ''इस (भारत-सऊदी अरब) रिश्ते के इतिहास के दौरान कोई असहमति नहीं रही है, आज हम भविष्य के अवसरों पर काम कर रहे हैं... मैं भारत को जी 20 शिखर सम्मेलन के प्रबंधन और मध्य पूर्व, भारत और यूरोप को जोड़ने वाले आर्थिक गलियारे सहित हासिल की गई कई पहल के लिए बधाई देता हूं, ज़रूरी है कि हम इसे बनाने के लिए लगन से काम करें।''
क्राउन प्रिंस तीन दिन के नई दिल्ली दौरे पर हैं और रविवार, 10 सितम्बर 2023 को ख़त्म हुए जी20 शिखर सम्मेलन के बाद सोमवार, 11 सितम्बर 2023 को उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात की।
इससे पहले फरवरी 2019 में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने भारत का दौरा किया था ये उनका दूसरा राजकीय दौरा है।
भारत में जी20 के दौरान भारत-मध्य-पूर्व-यूरोप के बीच आर्थिक और रेल कॉरिडोर बनाने का समझौता हुआ है। इस समझौते को चीन के बेल्ट एंड रोड एनिशिएटिव के मुक़ाबले में किया जा रहा प्रयास माना जा रहा है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ अल सऊद के बीच दिल्ली के हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय बैठक हुई।
इस बैठक के बाद पीएम मोदी ने कहा कि ये बैठक दोनों देशों के रिश्तों को नए आयाम पर ले जाएंगी।
उन्होंने कहा, ''हम अपने संबंधों में नए और आधुनिक आयाम जोड़ रहे हैं। भारत के लिए सऊदी अरब अहम स्ट्रैटिजिक साझेदारों में से एक है। विश्व की दो तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में हमारी साझेदारी पूरे क्षेत्र की शांति के लिए महत्वपूर्ण है। क्राउन प्रिंस के साथ बैठक के दैरान हमने अपनी साझेदारी को अगले पड़ाव पर ले जाने के लिए कई इनिशिएटिव की पहचान की है। इस बैठक से हमारे संबंधों को नई दिशा और नई ऊर्जा मिलेगी।''
पीएम मोदी ने कहा, ''भारत ने पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच कॉरिडोर स्थापित करने के लिए ऐतिहासिक शुरुआत की है। इससे बस दो देश ही आपस में नहीं जुड़ेंगे बल्कि यूरोप और एशिया के बीच आर्थिक सहयोग, ऊर्जा के विकास और डिजिटल कनेक्टिविटी को बल देगा। क्राउन प्रिंस आपके विजन 2030 के तहत सऊदी अरब जिस तरह तेज़ी से प्रगति कर रहा है उसके लिए आपका हृदय से अभिनंदन करता हूं।''
क्राउन प्रिंस तीन दिन के नई दिल्ली दौरे पर हैं और रविवार, 10 सितम्बर 2023 को ख़त्म हुए जी20 शिखर सम्मेलन के बाद सोमवार, 11 सितम्बर 2023 को पीएम मोदी से अपने राजकीय दौरे के दौरान मुलाकात की।
इससे पहले सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान औपचारिक स्वागत समारोह के लिए राष्ट्रपति भवन पहुंचे थे। यहां भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया था।
ब्राज़ील के राष्ट्रपति लुईस ईनास्यू लूला डा सिल्वा ने सोमवार, 11 सितम्बर 2023 को नई दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए कहा कि उम्मीद है कि ब्राज़ील की अध्यक्षता तक यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध ख़त्म हो जाएगा। ब्राज़ील में होने वाले समिट में व्लादिमीर पुतिन, शी जिनपिंग भाग लेंगे।
समाचार एजेंसी पीटीआई के सवाल का जवाब देते हुए डा सिल्वा ने कहा, ''मुझे आशा है कि जब हम ब्राज़ील में शिखर सम्मेलन शुरू करेंगे तो युद्ध समाप्त हो चुका होगा।''
उन्होंने कहा, ''मैं शिखर सम्मेलन को बेहतरीन ढंग से आयोजित करने के लिए भारत को बधाई देना चाहता हूं। हमें भारतीय लोगों से बहुत गर्मजोशी मिली है। ब्राज़ील अगले साल जी20 का मेज़बान देश है। हम ब्राज़ील के कई शहरों में कार्यक्रम आयोजित करना चाहते हैं। मुझे नहीं पता कि राष्ट्रपति पुतिन और शी जिनपिंग ने इस बार जी20 में भाग क्यों नहीं लिया लेकिन मैं उन्हें आमंत्रित करूंगा और मुझे उम्मीद है कि वे ब्राजील आएंगे और शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।''
रविवार, 10 सितम्बर 2023 को ख़त्म हुए जी20 शिखर सम्मेलन की मेज़बानी भारत कर रहा था। शनिवार, 9 सितम्बर 2023 की शाम को सर्वसम्मति से नई दिल्ली डिक्लेयरेशन जारी किया गया, भारत ने कूटनीतिक समझ का परिचय देते हुए सभी देशों को यूक्रेन-रूस युद्ध पर जिस पर साथ लाया उसकी तारीफ़ की जा रही है।