विदेश

चीन ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान का बचाव किया

भारत तथा अमेरिका द्वारा पाकिस्तान से अपनी सरजमीं का इस्तेमाल सीमा पार आतंकवाद के लिए न करना सुनिश्चित करने की अपील करने के बाद चीन ने बुधवार को इस्लामाबाद का मजबूती से बचाव किया है। चीन ने यह भी कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सबसे 'अग्रिम मोर्चे' पर है और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को उसे इसके लिए उचित मान्यता देनी चाहिए।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने कहा, ''हम आतंकवाद के हर रूप का विरोध करते हैं। यह भी स्पष्ट कर चुके हैं कि हम आतंकवाद को किसी खास देश से जोड़ने के खिलाफ हैं।''

उन्होंने कहा, ''हमें कहना होगा कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अग्रिम मोर्चे पर खड़ा है और इस संबंध में प्रयास कर रहा है।''

लु ने कहा, ''हमारा मानना है कि आतंकवाद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय संपर्क बढ़ाया जाना चाहिए और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इस संबंध में प्रयासों के लिए पाकिस्तान को पूर्ण मान्यता देनी चाहिए।''

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तथा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच सोमवार को हुई बैठक के बाद जारी एक संयुक्त बयान में पाकिस्तान से अपील की गई कि वह अपनी सरजमीं का इस्तेमाल आतंकवादियों द्वारा दूसरे देशों पर हमलों के लिए न होना सुनिश्चित करे।

बयान में मुंबई, पठानकोट तथा सीमा पार से भारत पर हुए अन्य आतंकवादी हमलों के साजिशकर्ताओं को न्याय के कठघरे में लाने की अपील की गई।

कोलंबिया में नाव डूबी: 9 लोगों की मौत और 28 लापता

उत्तर-पश्चिमी कोलंबिया के एक जलाश्य में पर्यटकों को ले जा रही एक नौका के डूबने से कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई और 28 अन्य लापता हो गए।

यह जानकारी एक क्षेत्रीय अधिकारी ने दी है।

अधिकारियों ने अभी यह जानकारी नहीं दी है कि चार डेक वाली एल्मीरांते कैसे गुआटापे के पर्यटक स्थल में एल  पेनोल जलाशय में डूब गई। यहां कोलंबिया एवं विदेशी पर्यटक शानदार क्रूज आदि पर घूमने आते हैं।

एंटियोक्किया क्षेत्रीय सरकार के आपदा निवारण विभाग की प्रमुख मार्गारीटा मोनकाडा ने कहा, ''हम अभी नौ लोगों की मौत की आधिकारिक पुष्टि कर सकते हैं। वहीं करीब 28 लोगों के लापता होने की रिपोर्ट है।''

उन्होंने बताया कि नौका में 170 लोग सवार थे, उनमें से अधिकतर लोगों को या तो अन्य नौकाओं ने बचा लिया, या फिर वे खुद ही बच निकले।

अग्निश्मन विभाग के कप्तान लुइस बर्नार्डो मोरालेस ने कहा, ''वह बेहद जल्दी डूब गई। यह सब कुछ मिनटों में हो गया।''

सेना ने बताया कि वायु सेना का एक और सेना के दो हेलीकॉप्टर बचाव कार्य के लिए भेजे गए।

जलाशय मेडेलिन शहर से 68 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और एंटियोक्किया विभाग के मुख्य पर्यटक स्थलों में से एक है।

एक पीड़ित महिला ने बताया कि नौका के नीचे के दो डेक अत्यधिक भरे थे और नौका में काफी बच्चे सवार थे।

एंटियोक्किया क्षेत्रीय सरकार ने ट्वीट कर बताया कि मलबे से निकाले गए 24 लोगों का अस्पताल में इलाज जारी है।

राष्ट्रपति जुआन मैनुअल सैंटोस ने ट्विटर पर कहा, ''आपात स्थिति से निपटने के लिए वायु सेना एवं बचाव सेवाओं को तैनात किया गया है।'' उन्होंने लिखा, ''हम आवश्यक सहायता प्रदान करने को तैयार हैं।''

सुप्रीम कोर्ट ने ट्रंप को 6 इस्‍लामिक देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने की इजाजत दी

अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप द्वारा 6 इस्‍लामिक-बहुल देशों पर यात्रा प्रतिबंध को आंशिक रूप से प्रभावी करने की इजाजत दे दी है।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने पहले 7 देशों के मुसलमानों के अमेरिका आने पर रोक लगाई थी, लेकिन अदालत ने इस रोक को खारिज कर दिया था। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने 6 देशों के नागरिकों का नाम ही बैन लिस्ट में शामिल किया था। इनमें सीरिया, लीबिया, ईरान, सोमालिया, सूडान और यमन के नागरिक शामिल थे।

नयी सूची में ट्रम्प ने इराक का नाम बैन लिस्ट से हटा दिया था। ट्रंप ने यात्रा प्रतिबंध पर रोक लगाने के अदालत के आदेश की आलोचना करते हुए इसे 'एक बहुत बुरा फैसला, अपने देश की सुरक्षा के लिए बहुत बुरा फैसला' बताया था।

ट्रंप के 6 देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने के आदेश को कई राज्‍यों की अदालतों ने खारिज कर दिया था। हवाई के एक संघीय जज ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के संशोधित यात्रा प्रतिबंध के प्रभावी होने से महज कुछ ही घंटे पहले इस पर रोक लगा थी।

अमेरिकी जिला जज डेरिक वाटसन ने फैसला सुनाया कि हवाई राज्य ने ट्रंप के शासकीय आदेश को कानूनी तौर पर दी गई चुनौती के संदर्भ में इस बात को मजबूती से स्थापित किया था कि यदि इस प्रतिबंध को आगे बढ़ाया जाता है तो इससे 'अपूर्णनीय क्षति' होगी।

चीनी सेना ने भारत की सीमा में घुसकर दो बंकर तबाह किए

चीनी सेना ने सोमवार को एक बार फिर अपनी कदम भारतीय सीमा में रखे। चीनी सेना की एक दल ने भारत के सिक्किम सेक्टर में सीमा लांघी और चीन-भारत सीमा की सुरक्षा में तैनात भारतीय सेना के जवानों के साथ झड़प हो गई।

इसके अलावा चीनी के जवानों ने दो बंकर भी तबाह कर दिए। इस दौरान भारत और चीनी सेना के सैनिकों के बीच टकराव हो गया।

पीटीआई ने अपने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से कहा, चीनी सेना के जवानों ने कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं को भी जाने से रोक दिया था।

भारतीय सेना के जवानों को चीनी सेना के कर्मियों को भारतीय क्षेत्र में आगे बढ़ने से रोकने के लिए कठिन संघर्ष करना पड़ा। भारतीय सेना के जवानों ने उनको रोकने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के साथ मानव दीवार का निर्माण किया।

प्रत्यक्षदर्शियों ने इस घटना की वीडियो और तस्वीरें ली। चीनी सेना की ओर से डकोला इलाके के लालटेन में बंकरों को निशाना बनाया गया और उन्हें तबाह कर दिया।

दोनों देशों की सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच 20 जून को फ्लैग मिटिंग हुई थी, लेकिन दोनों सेनाओं के बीच तनाव बरकरार है। डोका ला क्षेत्र में चीनी सेना की ओर से यह दूसरी बार की गई कार्रवाई है। इससे पहले नवंबर 2008 में चीनी सेना ने इसी क्षेत्र में भारतीय सेना के अस्थायी सैन्य बंकरों को नष्ट कर दिया था।

हाल ही में कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर निकले तीर्थयात्रियों को चीन ने इंटरनेशनल बॉर्डर पार करने की इजाजत नहीं दी। विदेश मंत्रालय की ओर से बताया गया था कि नाथुला दर्रे से होकर कैलाश मानसरोवर की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले को लेकर चीन के साथ बातचीत की जा रही है।

चीन ने नाथुला दर्रा का रास्ता नहीं खोला था जिसके बाद 47 तीर्थयात्रियों को वापस लौटना पड़ा था।

हालांकि चीन ने अभी तक श्रद्धालुओं को इजाजत नहीं दिए जाने को लेकर चुप्पी साध रखी है। चीन ने सोमवार को यह बताने से इनकार किर दिया कि उसने कैलाश मानसरोवर जाने वाले भारतीय श्रद्धालुओं के एक जत्थे को क्यों रोक दिया, साथ ही कहा कि इस मुद्दे पर दोनों देशों का विदेश मंत्रालय संपर्क में है।

हमले को रिकॉर्ड करने के लिए कैमरे लेकर आए थी पाकिस्तान की बैट

नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय सेना के गश्ती दल पर हमला करने वाली पाकिस्तान की बोर्डर एक्शन टीम (बैट) में विशेष बल के जवान और आतंकवादी शामिल थे। उनके पास विशेष खंजर और कैमरा लगा हेडबैंड था जिससे वे पुंछ जिले के हमले को रिकार्ड करना चाहते थे।

जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में 22 जून को हुए हमले में दो भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे और भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में 'बैट' का एक सदस्य मारा गया था। भारतीय सेना ने खोज एवं अन्य अभियानों के दौरान वहां से 'बैट' के एक सदस्य का शव बरामद किया था।

भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई भाषा से कहा, '' 'बैट' के प्रयास को नाकामयाब करने की कार्रवाई में मारे गए घुसपैठिए का शव स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया है।''

उन्होंने कहा, ''हथियार, गोला बारूद और अन्य युद्ध संबंधी सामान जैसे विशेष खंजर, कैमरा लगा एक हेडबैंड, चाकू, एक एके-47 राइफल, तीन मैगजीन, दो ग्रेनेड के अलावा कुछ कपड़े और थैले वहां से बरामद किए गए हैं जो पाकिस्तानी सेना की बर्बर मानसिकता को दर्शाता है।’’

अधिकारी ने बताया कि 'बैट' के सदस्य ने कार्रवाई और जवानों को मारने की घटना को रिकॉर्ड करने के लिए हेडबैंड पहना था। बलों ने उनकी इस कोशिश को नाकामयाब कर दिया और इस जवाबी कार्रवाई में उनके एक सदस्य की मौत हो गई और अन्य घायल हो गए।

उन्होंने बताया कि यह जांच का विषय है कि कैमरा सीमा पार पाकिस्तानी सेना संस्थानों से लाइव जुड़ा था या नहीं। उन्होंने कहा, ''कैमरा के डेटा एवं विवरण की जांच की जाएगा।''

अधिकारी ने कहा, ''हमें यकीन है कि 'बैट' का एक और सदस्य मारा गया है, लेकिन उसका शव 'बैट' के अन्य सदस्य अपने साथ ले गए हैं।''

उन्होंने कहा, ''हमारे सैनिकों द्वारा की गई कठोर कार्रवाई नापाक योजना (सैनिकों का विघटित करने और उसे कैमरा में रिकार्ड करने) को कभी पूरा नहीं होने देगी।''

इस साल पाकिस्तानी विशेष बलों द्वारा नियंत्रण रेखा से 600 मीटर अंदर आकर पुंछ सेक्टर में हमला करने की यह तीसरी घटना है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना की उनकी चौकियों से की गई भारी गोलीबारी के बीच बोर्डर एक्शन टीम 'बैट' ने करीब रात दो बजे हमला किया था। 'बैट' में आमतौर पर पाकिस्तान सेना के विशेष बलों के कर्मी और कुछ आतंकवादी होते हैं।

अधिकारी ने कहा, ''भारी हथियारों से लैस पांच-सात लोगों की एक बोर्डर एक्शन टीम पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी की आड़ में गुलपुर के अग्रिम इलाके पर नियंत्रण रेखा से 600 मीटर अंदर पुंछ सेक्टर में आ गई थी।''

पाकिस्तानी हमलावर भारतीय चौकियों के पास 200 मीटर तक पहुंच गए थे। हमले के दौरान पाकिस्तानी सैनिकों ने गुलपुर-करमारा-चाकन दा-बाघ इलाकों के पास नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की। अधिकारी ने बताया कि हथियारों से लैस घुसपैठियों ने भारतीय गश्ती दल के अधिकार क्षेत्र को निशाना बनाया था। हमले में औरंगाबाद के नाईक जाधव संदीप और कोल्हापुर के सिपाही माने श्रावण बालकू शहीद हो गए थे।

चीन में भयंकर भूस्खलन, 100 से ज्यादा लोगों के मरने की आशंका

चीन में भयंकर भूस्खलन होने की खबर है। बताया जा रहा है इसके कारण 100 से ज्यादा लोगों के दफन हो जाने की आशंका है।

चीनी मीडिया के मुताबिक, सिचुआन प्रांत के माक्सियन काउंटी में आई इस प्राकृतिक आपदा के कारण कम से कम 40 घर ध्वस्त हो गए।

जानकारी के मुताबिक, भूस्खलन स्थानीय समयानुसार सुबह 6 बजे आया। इलाके में 500 से ज्यादा बचावकर्मी पहुँचकर बचाव कार्य में लग गए हैं।

सरकार के मुताबिक, घटना तब हुई जब यहां स्थित पहाड़ी का एक हिस्सा टूटकर गिर गया। बचावकर्मी रस्सियों और बुलडोजर के सहारे पत्थरों को हटाने का काम कर रहे हैं।

स्थानीय पुलिस कप्तान चेन ताइबो ने बताया कि यहां कई टन पत्थर पड़ा है। हाल ही में यहां भीषण बारिश हुई थी जिसके कारण यह भूस्खलन हुआ है।

इससे पहले बांग्लादेश में भी हफ्ते भर तक लगातार हुए भूस्खलन से 163 लोगों की मौत हो गई थी।  इस आपदा को सरकार ने इतिहास में अब तक का सबसे भीषण भूस्खलन करार दिया था।

मक्का की मस्जिद पर हमले के इरादे से आए आतंकी ने खुद को उड़ाया, 9 लोगों की मौत

सऊदी अरब के सुरक्षाबलों ने मुसलमानों के पवित्र शहर मक्का की मशहूर मस्जिद पर हमले की साजिश को नाकाम कर दिया। इस दौरान एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया।

इस हमले में कम से कम आठ नागरिकों और एक सैनिक की मौत हो गई। यह हमलावर चार आत्मघाती हमलावरों के समूह में से एक था जो अल-बगदादी शहर में घुस आए था। यह शहर अनबार प्रांत में फरात नदी के किनारे स्थित है।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बल तीन आत्मघाती हमलावरों को एक घर में पकड़कर मारने में सक्षम रहे, लेकिन चौथा हमलावर भागने में सफल रहा और बाद में उसने सैनिकों और नागरिकों के बीच खुद को उड़ा लिया।

पुलिस अधिकारी और एक स्थानीय जिला अधिकारी शरहाबिल अल-ओबिदी ने बताया कि इस हमले में आठ नागरिक और एक सैनिक की मौत हो गई, जबकि 11 अन्य लोग जख्मी हो गए। अनबार सऊदी अरब का रेगिस्तान वाला प्रांत है और इससे सीरिया और जॉर्डन की सीमाएं लगती है। यह इलाका लंबे समय से उग्रवादियों का गढ़ रहा है।

अफगानिस्‍तान: कार बम धमाके में 24 की मौत, 60 से ज्‍यादा घायल

अफगानिस्‍तान के हेलमंद राज्‍य की राजधानी में बैंक के बाहर खड़ी एक कार में बम ब्‍लास्‍ट किया गया है। लश्‍कर गाह शहर में हुए इस हमले में कम से कम 24 लोगों के मारे जाने की सूचना है और 60 से ज्‍यादा लोग घायल हुए हैं।

हमला स्‍थानीय समयानुसार दोपहर करीब 12 बजे हुआ। राज्‍य के गर्वनर उमर जाक ने कहा, ''घायलों में नागरिक और सेना के लोग हैं। अभी तक मृतकों की पुष्‍ट संख्‍या नहीं पता चली है।''

धमाका एक बैंक के बाहर हुआ, जहां लोग अपना वेतन लेने के लिए जमा हुए थे। धमाके वाली जगह देश की राजधानी काबुल से करीब 550 किलोमीटर की दूरी पर है। अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्‍मेदारी नहीं ली है।

अफगानिस्‍तान में पिछले कुछ महीनों से कार के जरिए किए जाने वाले आतंकी हमले बढ़ गए हैं। 31 मई को राजधानी काबुल में एक कार में आत्मघाती बम धमाका हुआ था जिसमें 80 लोग मारे गए और 350 घायल हो गए थे। धमाका जर्मन मिशन के पास हुआ था जिसमें 50 मीटर की दूरी पर स्थित भारतीय दूतावास की इमारत को भी नुकसान पहुंचा।

8 मार्च को काबुल स्थित अफगानिस्तान के सबसे बड़े सैन्य अस्पताल पर डॉक्टरों की भेष में आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। सुरक्षाकर्मियों संग छह घंटे चली मुठभेड़ में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी।

13 मार्च को एक बस में शक्तिशाली विस्फोट हुआ था। किसी संगठन ने इस धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली थी। यह हमला उस वक्त हुआ था, जब तालिबान ने वार्षिक बसंत उत्सव की आधिकारिक शुरुआत से पहले हमले तेज कर दिए थे।

सऊदी अरब में पर‍िवार रखने पर टैक्‍स लगेगा

सऊदी अरब शासन के एक ताजा फैसले से हजारों भारतीयों की मुश्किल बढ़ने वाली है। सऊदी अरब सरकार ने एक जुलाई से देश में रहने वाले प्रवासियों पर 'आश्रित कर' (डिपेंडेंट टैक्स) लगाने जा रही है। इसके तहत सऊदी अरब में परिवार के साथ रहने वाले दूसरे देशों के नागरिकों को प्रति आश्रित 100 रियाल (करीब 1700 रुपये) टैक्स के रूप में देने पड़ेंगे।

एक रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी अरब में करीब 41 लाख भारतीय रहते हैं। सऊदी अरब में रहने वाले प्रवासियों में भारतीयों की संख्या सबसे ज्यादा है।

कुछ प्रवासियों ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि इस टैक्स के बाद वो अपने परिवार को हिंदुस्तान वापस भेज देंगे। मोहम्मद ताहिर नामक सऊदी अरब में रहने वाले प्रवासी ने टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार से कहा कि वो इस टैक्स का बोझ नहीं उठा सकता औऱ वो अपने परिवार को हैदराबाद वापस भेज देगा। ताहिर ने अखबार को बताया कि उसके कई और जानने वाले भी ऐसा ही कदम उठा रहे हैं। मोहम्मद ताहिर कम्प्यूटर इंजीनियर हैं। एक अन्य भारतीय प्रवासी ने कहा कि सऊदी अरब सरकार चाहती है कि प्रवासी कुंवारे रहें।

सऊदी अरब सरकार पांच हजार रियाल (करीब 86 हजार रुपये) से ज्यादा आमदनी वाले प्रवासी कामगारों को फैमिली वीजा देती है। अगर पांच हजार रियाल वाले किसी परिवार में एक पति के अलावा एक पत्नी और दो बच्चे रहते हैं तो उसे सऊदी सरकार को हर महीने 300 रियाल (करीब पांच हजार रुपये) टैक्स के रूप में देने होंगे। रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी सरकार 2020 तक हर साल ये टैक्स बढ़ाती रहेगी।

सऊदी सरकार के फरमान के मुताबिक, सभी प्रवासी परिवारों को इस टैक्स का एडवांस भुगतान करना होगा। यानी जिस परिवार में तीन आश्रित हैं उसके अभिभावक को 300 रियाल पहले ही टैक्स के रूप में देने होंगे। अभी तक भारतीय विदेश मंत्रालय ने सऊदी अरब सरकार की तरफ से लगाए गए इस टैक्स के बारे में कोई बयान नहीं दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में भारत और सऊदी अरब के रिश्ते काफी बेहतर हुए हैं। पिछले साल भारतीय पीएम सऊदी अरब के दो दिवसीय दौरे पर गए थे। सऊदी अरब सरकार पीएम मोदी को अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान भी दे चुकी है। ऐसे में भारतीय कामगारों की कमर तोड़ने वाले इस टैक्स से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आने की संभावना है।

सऊदी किंग सलमान ने भतीजे को सत्ता से बेदखल किया

सऊदी अरब के किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद ने बुधवार (21 जून, 2017) को अपने भतीजे को बेदखल कर बेटे मोहम्मद बिन सलमान को उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है। बेटे को उत्तराधिकारी घोषित करने के बाद 57 साल के भतीजे मोहम्मद बिन नायेफ की सारी शक्तियां छीन ली गई हैं।

सऊदी की रॉयल न्यूज एजेंसी के अनुसार, मोहम्मद बिन सलमान को उप प्रधानमंत्री पद सहित रक्षा मंत्रालय का पद संभालने की भी बात कही गई है। 81 साल की उम्र में सऊदी किंग बने सलमान के दो साल के उतार-चढ़ाव भरे कार्यकाल में मोहम्मद बिन सलमान को प्रिंस बनाने की तैयारी पहले से नजर आने लगी थीं क्योंकि प्रिंस नायेफ की सारी शक्तियां धीरे-धीरे छीनी जाने लगी थीं। अब प्रिंस का खिताब छीनने के साथ ही उनसे मुल्क के सबसे ताकतवर आंतरिक सुरक्षा मंत्री का पद भी छीन लिया गया है।

बता दें कि मोहम्मद नायेफ एक अनुभवी कानून प्रवर्तनकर्ता हैं जिन्हें साल 2003-2006 में अल-कायदा के खिलाफ लड़ने के लिए पश्चिम देशों में अच्छी तरह से जाना जाता है। इस दौरान उन्होंने अलकायदा के बम विस्फोटों को भी नाकाम किया था। साल 2015 में भी किंग सलमान ने मिसाल पेश करते हुए क्राउन प्रिंस मोकरिन बिन अब्दुल अजीज बिन सऊद को बेदखल किया था। क्राउन प्रिंस को बेदखल करने के बाद सऊदी किंग सलमान ने मोहम्मद बिन नायेफ को क्राउन प्रिंस बनाया था। वहीं मोकरिन को किंग अब्दुल्लाह के शासनकाल में प्रिस बनाया गया था।

नए राजकुमार प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान, जो रक्षा मंत्री के पद के अलावा एक विशाल आर्थिक पोर्टफोलियो की देखरेख भी करते हैं। बताया जाता है कि पहले वे इस रेस में दूसरे स्थान पर थे। हालांकि शाही मामलों में नजर रखने वालों को इस बात का अंदाजा हो गया था कि जल्द ही उनकी ताकत बढ़ सकती है और वे उत्तराधिकारी बन सकते हैं।

जनवरी 2015 में सलमान के राजा बनने से पहले युवा राजकुमार को सऊदी के लोग नहीं जानते थे। इससे पहले प्रिंस सलमान अपने पिता के शाही अदालत के प्रभारी थे। अब सऊदी किंग ने अपने बेटे को शाही परिवार का प्रिंस नियुक्त कर बहुत सारी शक्तियां दे दी हैं।